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08 July 2017

जीएसटी को लेकर मन में कोई भ्रांति ना पालें व्यापारी : गोपाल शरण गर्ग

ओढ़ां
जीएसटी को लेकर व्यापारी वर्ग में पाई जा रही भ्रांतियों को दूर करने तथा व्यापारियों की अन्य समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर ओढ़ां पहुंचने पर हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन गोपाल शरण गर्ग का निगरानी कमेटी के चेयरमैन पवन गर्ग ओढ़ां सहित क्षेत्र के व्यापारियों व नेताओं ने भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर युवा व्यापारी नेता सतिंद्र गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में गोपाल शरण गर्ग ने जीएसटी के बारे में सरल शब्दों में जानकारी देते हुए व्यापारियों में फैली भ्रांतियों को दूर किया। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया कर्मियों तथा व्यापारियों द्वारा किए गए सवालों का जवाब देकर उनकी शंकाओं को भी दूर किया।
व्यापारियों को संबोधित करते हुए गोपाल शरण गर्ग ने कहा कि जीएसटी अर्थात गुड्स एंड सर्विस टैक्स को लेकर व्यापारी मन में किसी तरह की भ्रांति न रखें क्योंकि इससे उनको किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। अब से पहले केंद्र और राज्य सरकार की ओर से व्यापारियों पर उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट, सीएसटी, प्रवेश कर और मनोरंजन कर सहित 17 प्रकार के अलग-अलग टैक्स लगते थे जिन्हें जमा करने के लिए व्यापारी दफ्तरों के चक्कर काटकर परेशान होते थे। अप्रत्यक्ष कर प्रणाली से उनकी जटिलताएं दूर होंगी क्योंकि वस्तु और सेवाओं पर एक समेकित कर लगेगा। एक जुलाई से पूरे देश में एकीकृत कर प्रणाली लागू हो गई है जिसकी पूरी व्यवस्था ऑनलाइन है अत: व्यापारियों को दफ्तरों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी नई व्यवस्था के लागू होने पर मन में भ्रांति का होना स्वाभाविक है। लेकिन भ्रांतियां दूर होने पर पता चलेगा कि जीएसटी से कितना फायदा हो रहा है। उनके अलावा एडवोकेट रमेश साहूवाला, बजरंग गर्ग अग्रोहा व सतिंद्र गर्ग ने भी जीएसटी के बारे में अपने विचार रखे।
इस अवसर पर निगरानी कमेटी के चेयरमैन पवन गर्ग ने उन्हें शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ओढ़ां बलराज सिंह मलेठिया, पंचायत समिति चेयरमैन मनोज शर्मा, मुखत्यार सिंह, पिरथीचंद, अमरनाथ, लीलूसिंह, प्रेम शर्मा, लभुराम, कुलदीप कुमार, जगदीश व बलकरण सिंह चोरमार, जगतार सिंह, जसपाल तगड़, नरेश कुमार, सरपंच प्रतिनिधि कृष्ण बेरवाल, भूषण गोयल, बॉवी गोयल और कृष्ण गोयल सहित अनेक व्यापारी व गणमान्य लोग मौजूद थे।