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16 March 2018

द्वितीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में दूसरे दिन हुए रोचक मुकाबले

ओढ़ां
चौधरी देवीलाल राजकीय इंजीनियिरिंग कॉलेज पन्नीवाला मोटा में चल रही द्वितीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता में दूसरे दिन अनेक रोचक मुकाबले देखने को मिले।



इस दौरान कॉलेज के निदेशक प्रधानाचार्य डॉ. वजीर सिंह ने भी विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया। इस प्रतियोगिता में क्रिकेट, 5000 व 200 मीटर दौड, बैडमिंटन, टेबल टैनिस, शतरंज, सर्कल कबडडी और खो खो आदि खेलों में 10 टीमों ने भाग लिया। मीडिया प्रभारी सुशील बाना ने बताया कि इस तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के समापन पर कॉलेज निदेशक डॉ. वजीर सिंह विजेता टीमों को पुरस्कार देकर सम्मानित करेंगे।
आज हुए मैचों में क्रिकेट का फ ाइनल मैच सीई व एमई ब्रांच के मध्य खेला गया। इस रोचक मुकाबले में दोनों टीमों में कड़े मुकाबले के बाद सीई की टीम ने फ ाइनल मैच 4 रनों से जीत लिया। इस मुकाबले में तिलकराज मैन आफ  दी सीरिज के खिताब से नवाजा। डिस्कस थ्रो में एमई के प्रवीण जाखड़ ने 21.70 मीटर के साथ प्रथम, सीई के नीतीश कुमार 20.75 मीटर के साथ द्वितीय व सीई के दीपक जांगड़ा 19.27 मीटर के साथ तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार लड़कियों की डिस्कस थ्रो में सीई की सुमन 10.37 मीटर के साथ प्रथम, ईई की काजल 09.83 मीटर के साथ द्वितीय व एमई की अंबिका 07.93 मीटर के साथ तृतीय, 5000 मीटर दौड़ में सीई के नवनीत राज सिंह 21 मिनट 17 सेकिंड के साथ प्रथम, सीई के पवन कुमार 21 मीनट 25 सेकिंड के साथ द्वितीय व एमई के सूरज 21 मिनट 29 सेकिंड के साथ तृतीय, 200 मीटर दौड़ में सीई के रक्षित 25.66 सेकिंड के साथ प्रथम, राहुल ने 26.95 सेकिंड के साथ द्वितीय व नवीन 27.22 सेकिंड के साथ तृतीय तथा लंबी कूद में ईसीई के राहुल 04.86 मीटर के साथ प्रथम, एमई के नवीन 04.71 मीटर के साथ द्वितीय व पुष्पिंद 04.70 मीटर के साथ तृतीय स्थान पर रहे। इस मौके पर कॉलेज प्राध्यापक व स्टॉफ  सदस्य डॉ. श्याम सुन्दर, गौरव सिंह सिसोदया, रजनी कंबोज, सीमा रानी, सुनील मेहता, सुरेन्द्र मेहता, ताराचन्द, देवेन्द्र दलाल, राजेन्द्र देवरथ, सचिन दहिया, पुनीत चावला, संजय दहिया, वेद प्रकाश, रूबरिंद्र सिंह, भूपेन्द्र सिंह व अन्य स्टॉफ  सदस्य मौजूद रहे।

हिंसक कुतों के कारण ढाणीवासियों में भय का माहौल

ओढ़ां
गांव भागसर की ढाणियों में आवारा कुतों का आतंक फैला हुआ है जिसके चलते ढाणीवासियों में भय का माहौल व्याप्त है। गत रात्रि आवारा कुतों ने अनेक पशुओं को काट खाया।
भूप सिंह, निशांत नेहरा, संजीव कुमार व रामकुमार नेहरा ने बताया कि गत रात्रि उनकी ढाणियों में इन आवारा कुतों ने दो गायों व एक बछड़े को काटकर बुरी तरह से घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि ये कुते रात में ही आते हैं दिन में नहीं। दिन के समय उन्होंने कुतों को तलाशने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं मिले। प्रशासन से इन आवारा कुतों को पकडऩे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि अभी तो ये हिंसक कुते पशुओं को ही अपना शिकार बना रहे हैं लेकिन यदि इन पर अंकुश न लगाया गया तो वे इंसानों को भी अपना शिकार बना सकते हैं। इस संबंध में सरपंच सुखदेव सिंह से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि कुतों वाली बात उनके संज्ञान में नहीं है, लेकिन यदि ऐसी कोई बात है तो हिंसक कुतों को पंचायत स्तर पर शीघ्र ही पकड़ा जाएगा तथा घायल मवेशियों का उपचार करवाया जाएगा।

युवा स्वयंसेवकों को ग्रवित के उद्देश्यों और अवधारणा के बारे में बताया

ग्रवित वालंटियर का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर शुरू
ओढ़ां
हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी द्वारा शुक्रवार से खंढ विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय ओढ़ां के मीटिंग हाल में ग्रवित ग्रामीण विकास के लिए तरुण योजना के अंतर्गत स्वयंसेवकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया।

खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ओढ़ां अनिल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि के रूप में उपसिथत ग्रवित के राज्य परियोजना अधिकारी डॉक्टर राजीव कटारिया ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इस मौके पर राज्य परियोजना अधिकारी ने ग्रामीण विकास के लिए तरुण योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस योजना का उद्देश्य सरकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि ग्रवित योजना के तहत युवाओं को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देकर प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि प्रशिक्षित युवा अपने गांव के लोगों को योजनाओं के प्रति जागरूक कर सकेें और ग्रामीण योजनाओं का लाभ उठा सकें। डॉ. राजीव कटारिया ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गई ग्रवित योजना के तहत प्रशिक्षित ऊर्जावान युवा प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं को जन जन तक पहुंचाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने शिविरार्थियों को संस्कारवान बनने को प्रेरित करते हुए कहा कि एक संस्कारित युवा ही समाज में परिवर्तन ला सकता है अत: सर्वप्रथम ग्रवित युवाओं को स्वयं को संस्कारों में ढालना है। ग्रवित के वालंटियरों को प्रारंभ में चुनौैतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। प्रशिक्षणार्थियों को ग्रवित योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अब तक हजारों युवा ग्रवित के माध्यम से सरकार की इस योजना से जुड़कर प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। इस अवसर पर  बीडीपीओ ओढ़ां अनिल कुमार ने युवाओं से समाज और राष्ट्र उत्थान में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक मदन वर्मा ने युवाओं को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए समाज और राष्ट्र उत्थान में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे खंड ओढ़ां, रानियां, डबवाली व बडागुढ़ा के विभिन्न गांवों से आये ग्रवित वालंटियरों ने भाग लिया। हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी से रिसोर्स पर्सन सुरेन्द्र कुमार व रोहतास कुमार ने युवाओं को ग्रामीण विकास में युवाओं की भूमिका तथा वर्तमान मे ग्रवित युवाओं की आवश्यकता के बारे में बताया। इस मौके पर बीडीपीओ ओढ़ां अनिल कुमार और डाटा एंट्री आपरेटर पूजा रानी सहित अनेक प्रशिक्षणार्थी वालंटियर मौजूद थे।

माता हरकी देवी महाविद्यालय में वार्षिक खेल उत्सव का धमाल

पूनम ने जीता सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खि़ताब 
ओढ़ां
माता हरकी देवी महिला महाविद्यालय ओढ़ां में वार्षिक खेलकूद उत्सव का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष नागपाल ने विधिवत रूप से ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। डॉ. हरमीत कौर व पारूल चौधरी के कुशल नेतृत्च में महाविद्यालय की नौ युनिट की लगभग 250 छात्राओं ने मार्च पास्ट करते हुए मुख्यातिथि का अभिवादन किया।




जिला अतिरिक्त उपायुक्त मुनीष नागपाल ने छात्राओं की भागीदारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सामाजिक बदलाव लाने के लिए हमें खलों को जीवन में शामिल कर लेना चाहिए। उन्होंने विभिन्न प्रेरणादायक कहानियों के माध्यम से छात्राओं को खेलों के लिए प्रेरित किया और कहा कि खेल ही एक ऐसा माध्यम है जिससे प्रत्येक प्रतिभागी आर्थिक विषमता की परवाह ना करते हुए अपने निर्धारित लक्ष्य को अपनी मेहनत व लगन से प्राप्त कर सकता है। महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. शमीम शर्मा ने अतिथिजनों का कॉलेज परिसर में आगमन पर आभार व्यक्त किया। छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति में हरियाणवी नृत्य व पंजाबी गिद्दे के माध्यम से उपस्थितजनों को मंत्र मुग्ध किया। बी. कॉम तृतीय वर्ष की छात्रा पूनम ने विजय का परचम लहराते हुए श्रेष्ठ खिलाड़ी का खि़ताब हासिल किया। कॉलेज प्रांगण में इस अवसर पर आयोजित प्रतिस्पर्धाओं के परिणाम इस प्रकार रहे।
100 मीटर दौड़ में. पूनम प्रथम, बीरपाल द्वितीय, आरजू तृतीय, 200 मीटर दौड़ में आरजू प्रथम, पूनम द्वितीय, पूनम तृतीय, 400 मीटर दौड़ में मनीषा प्रथम, पूनम द्वितीय, पूनम तृतीय, थ्री लैग दौड़ में पूनम-आरजू प्रथम, राजबीर-अमनिंद्र द्वितीय, बबीत-मनीषा तृतीय, शॉट पुट में हरमनदीप प्रथम, रचना द्वितीय, अंजू तृतीय, लम्बी छलांग में आरजू प्रथम, पूनम द्वितीय, बीरपाल तृतीय, डिस्कस थ्रो में रमन प्रथम, सवीना द्वितीय, मनीषा तृतीय, रिले रेस में पूनम आरजू पूनम हरप्रीत प्रथम, सवीना अनुप्रिया पवनदीप निशा  द्वितीय, शिक्षा खुशबू कैलाश देवी आंचल तृतीय, ऊंची छलांग में पूनम प्रथम, पूनम  द्वितीय, आरजू तृतीय, ईंट दौड़ में मनीषा प्रथम, अमनिंद्र द्वितीय, चरणप्रीत तृतीय, रस्सी कूद में रमनदीप प्रथम, खुशबू द्वितीय, चंद्रकला तृतीय, नीबू रेस में पूनम प्रथम, तरनप्रीत द्वितीय, शिक्षा तृतीय, बैक रेस में पूनम प्रथम, जसप्रीत द्वितीय, बबीता तृतीय, गैर-शिक्षक महिला कर्मचारियों की 100 मीटर दौड़ में कृष्णा ने पहला, कमला दूसरा व जसमेल कौर ने तीसरा स्थान हासिल किया। महाविद्यालय के स्टाफ व अतिथि वर्ग में पासिंग बाल़ का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि मुनीष नागपाल बिजेता रहे। प्रो. स्वर्णा बजाज ने दूसरा व प्रो. नैंसी ने तीसरा स्थान हासिल किया। मंच संचालन डॉ. मोनिका गिल व प्रो. इन्दु सहारण ने विधिवत रूप से किया। इस अवसर पर सचिव मंदर सिंह, जसवीर सिंह जस्सा, डॉ. सुभाष चन्द्र, डॉ. सुनीता स्याल, डॉ. कुलदीप कौर, पूर्व सरपंच नरेंद्र मल्हान, पलविन्द्र सिंह, बसंत लाल शर्मा और स्टाफ  एवं भारी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।

इंजीनियरिंग कॉलेज में द्वितीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता शुरू

ओढ़ां
चौ. देवीलाल राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज पन्नीवाला मोटा में द्वितीय वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ राष्ट्रगान के साथ हुआ। द्वितीय वार्षिक खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन कॉलेज के निदेशक प्रधानाचार्य डॉ. वजीरसिंह ने किया।



इस अवसर पर डॉ. वजीर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि खेलों से न केवल मानसिक व शारीरिक विकास होता है बल्कि आपसी भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है तथा विद्यार्थी नशे से दूर रहता है। इस खेल प्रतियोगिता में क्रिकेट, बॉलीबॉल, 1500 व 200 मीटर दौड़, बैडमिंटन, टेबल टैनिस, शतरंज, सर्किल कबड्डी और खो खो आदि खेलों का आयोजन किया गया जिसमें 15 टीमों ने भाग लिया। मीडिया प्रभारी सुशील बाना ने बताया कि इस तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता में विजेता रही टीमों को निदेशक प्रधानाचार्य डॉ. वजीर सिंह द्वारा पुरस्कार देकर सम्मनित किया जाएगा।
बॉलीबॉल प्रथम मैच सीई और ईई ब्रान्च में खेला गया। जिसमें से सीई ब्रान्ंच के खिलाड़ी 15-6 व 15-7 से विजेता रहे तथा फ ाइनल मैच सीई व एमई ब्रांच के विजेता खिलाडिय़ों मे खेला जाएगा। इसी प्रकार क्रिकेट में पहला सैमीफ ाइनल सीएसई व ईई ब्रान्च में खेला गया। जिसमें से सीएसई ब्रांच ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 8 विकेट खोकर 124 रन बनाए परंतु ईई ब्रान्च के खिलाडिय़ों ने 4 विकेट के नुकसान पर 8.2 ओवर में लक्ष्य प्राप्त कर लिया। 1500 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान एमई के प्रवीन जाखड़ ने प्राप्त किया जिसने 1500 मीटर दौड़ 5 मिनट 7 सेकिंड में पूरी की व दूसरा स्थान एमई के नवीन ने 5 मिनट 12 सेकिंड में और तीसरा स्थान सीई के बबलू ने 5 मिनट 17 सेकिंड में प्राप्त किया। लड़कियों की खो खो में राजू रानी की टीम ने प्रथम और सुमन रानी की टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। 200 मीटर दौड़ मे प्रथम स्थान ईई की राजू रानी ने, दूसरा स्थान ईई की काजल ने, तीसरा स्थान सीई की संस्कृति ने और चौथा स्थान सीई की चेतना ने प्राप्त किया। शॉटपुट में प्रथम स्थान 12.35 मीटर के साथ सीई के साहिल ने, दूसरा स्थान 12.11 मीटर के साथ ईसीई के सुमित जांगड़ा ने, तीसरा स्थान 11.85 मीटर के साथ सीई के दीपक जांगड़ा ने तथा चौथा स्थान 11.70 मीटर के साथ सीई के नरेश कुमार ने प्राप्त किया।
इस मौके पर कॉलेज प्राध्यापक व स्टाफ सदस्य डॉ. श्याम सुंदर, गौरव सिंह सिसोदिया, रजनी कंबोज, सीमा रानी, सुनील मेहता, सुरेंद्र मेहता, ताराचंद, देवेंद्र दलाल, राजेंद्र देवरथ, सचिन दहिया, पुनीत चावला, संजय दहिया, वेदप्रकाश, रूबरिंद्र सिंह, और भूपेंद्र सिंह सहित सभी स्टाफ सदस्य मौजूद थे।

सीएम की रैली को लेकर ओढ़ां मंडल की बैठक

ओढ़ां
आगामी 31 मार्च को डबवाली की अनाज मंडी में आयोजित की जाने वाली मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की रैली को लेकर ओढ़ां मंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक ओढ़ां स्थित चेयरमैन निगरानी कमेटी कार्यालय में आयोजित की गई। मंडल अध्यक्ष सतिंद्र गर्ग की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में मुख्यातिथि के रूप में वरिष्ठ भाजपा नेता देवकुमार शर्मा व विशिष्ट अतिथि के रूप में चेयरमैन पवन गर्ग उपस्थित हुए। बैठक में नेताओं, कार्यकर्ताओं व शक्ति केंद्र प्रमुखों की डयुटियां लगाते हुए उन्होंने सतिंद्र गर्ग बताया कि 16 मार्च से मंडल के सभी गांवों का दौरा करने के लिए कार्यक्रम की रूपरेखा इस ढंग से तैयार की गई है कि इस दौरान हर बूथ तक पहुंचा जा सके।
इस अवसर पर देवकुमार शर्मा ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों की बदकिस्मती रही कि इस क्षेत्र से सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे लोगों ने भी क्षेत्र को हमेशा पिछड़ा बनाकर रखा और यहां के विकास पर कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पूरे प्रदेश का समान विकास करते हुए डबवाली हलके में भी आमजन के अनेक ऐसे कार्य करवाए हैं जिनकी मांग लोगों द्वारा पिछले 50 वर्ष से की जा रही थी। उन्होंने कहा कि ये पहले सीएम हैं जो एक वर्ष के अंतराल पर लोगों की मांग पर दूसरी बार डबवाली आ रहे हैं। इस मौके पर मुखत्यार सिंह, पिरथी चंद गर्ग, लीलूसिंह, प्रेम शर्मा और शामलाल सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे।

कथाव्यास सदाशिव नित्यानंद गिरी ने सुनाई राजा परीक्षित की कथा

श्रीकृष्णा गऊशाला में आयोजित की जा रही है श्री गौ भागवत कथा
ओढ़ां
गांव मैहनाखेड़ा स्थित श्रीकृष्णा गऊशाला में समस्त गांववासियों के सहयोग से गऊशाला कमेटी द्वारा आयोजित श्री गौ भागवत कथा के दौरान कथाव्यास सदाशिव नित्यानंद गिरी ने राजा परीक्षित के बारे में बताते हुए कहा कि डारि नाग ऋषि कंठ में, नृप ने कीन्हों पाप। होनहार हो कर हुतो, ऋंगी दीन्हों शाप॥ कलियुग के प्रभाव में आकर राजा परीक्षित साधना में लीन शमीक ऋषि के गले में मृत सर्प डालकर महल लौट आए तो शमीक ऋषि के पुत्र ऋंगी ऋषि ने उन्हें एक सप्ताह उपरांत तक्षक नाग के डसने से मृत्यु होने का श्राप दे डाला।


राजा परीक्षित को पता चला तो वे शेष सात दिन ज्ञान प्राप्ति और भगवत्भक्ति में व्यतीत करने का संकल्प लेते हुए अपने पुत्र जनमेजय का राज्याभिषेक करके समस्त राजसी वस्त्राभूषणों को त्याग केवल चीर वस्त्र धारण कर गंगा के तट पर बैठ गये तथा अपनी समस्त आसक्तियों को त्याग भगवान श्रीकृष्णचन्द्र की भक्ति में लीन हो गए। उनके इस त्याग और व्रत के विषय में सुनकर अत्रि, वशिष्ठ, च्यवन, अरिष्टनेमि, शारद्वान, पाराशर, अंगिरा, भृगु, परशुराम, विश्वामित्र, इन्द्रमद, उतथ्य, मेधातिथि, देवल, मैत्रेय, पिप्पलाद, गौतम, भारद्वाज, और्व, कण्डव, अगस्त्य, नारद, वेदव्यास आदि ऋषि, महर्षि और देवर्षि अपने अपने शिष्यों के साथ उनके दर्शन को पधारे और परीक्षित ने सभी का स्वागत किया। उसी समय वहां जन्म मृत्यु से रहित व्यास ऋषि के पुत्र परमज्ञानी श्री शुकदेव जी पधारे जिनके सम्मान में सभी खड़े हो गए। तदुपरांत सभी के आसन ग्रहण करने के पश्चात् राजा परीक्षित ने मधुर वाणी में कहा हे ब्रह्मरूप योगेश्वर! हे महाभाग! कृपा करके यह बताइये कि मरणासन्न प्राणी के लिये क्या कर्तव्य है? उसे किस कथा का श्रवण, किस देवता का जप, अनुष्ठान, स्मरण तथा भजन करना चाहिये और किन किन बातों का त्याग कर देना चाहिये?
महायोगेश्वर श्री शुकदेव जी बोले हे राजा परीक्षित! मनुष्य जन्म लेने के पश्चात् संसार के मायाजाल में फँस जाता है और उसे मनुष्य योनि का वास्तविक लाभ नहीं मिल पाता क्योंकि दिन काम धंधों और रात नींद तथा स्त्री प्रसंग में बीत जाते हैं। अज्ञानी मनुष्य स्त्री, पुत्र, शरीर, धन, सम्पत्ति सम्बंधियों आदि को अपना सब कुछ समझ उनके मोह में मृत्यु से भयभीत रहता है लेकिन फिर भी मृत्यु का ग्रास बनता है। मृत्यु से भयभीत होने की बजाय उस समय अपने ज्ञान से वैराग्य लेकर प्रभु के नाम का जप करते हुए स्वयं को सम्पूर्ण मोह से दूर कर लेना चाहिये तथा अपनी इन्द्रियों को वश में करके उन्हें सांसारिक विषय वासनाओं से हटाकर चंचल मन को दीपक की लौ के समान स्थिर करना चाहिये। इस प्रकार ध्यान करते से मन भगवत् प्रेम के आनन्द से भर जाता है और फिर चित्त वहां से हटने को नहीं करता है। इस योग धारणा से योगी को हृदय में भगवान के दर्शन हो जाते हैं और भक्ति की प्राप्ति होती है। ऐसे में भगवान के विराट रूप का ध्यान करते हुए यह समझना चाहिये कि जल, वायु, अग्नि, आकाश, पृथ्वी आदि पंचतत्व, अहंकार और प्रकृति इन सात पदों से आवृत यह सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड विराट भगवान का ही शरीर है तथा वही इन सबको धारण किये हुये हैं। कथावाचन के मध्य भजन गायक पुरूषोत्तम ने ..जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे, तो मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे, ..छोड़के संसार जब तूं जाएगा, कोई ना साथी तेरा साथ निभाएगा, ..अनमोल तेरा जीवन यूं ही गवां रहा है, किस ओर तेरी मंजिल किस ओर जा रहा है आदि भजनों से श्रद्धालुओं को भक्तिरस में रंग दिया। इस मौके पर सरपंच रामेश्वर दास, रामकुमार, भूरा राम गोदारा, ओमप्रकाश मिस्तरी, रूपराम, दूलाराम और अमर सिंह सहित अनेक महिला पुरूष श्रद्धालु मौजूद रहे।

हर्षोल्लास के साथ मनाया गोशाला का छठा स्थापना दिवस


ओढ़ां की श्री श्री 108 बाबा संतोख दास गोशाला का छठा स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर पंडित कृष्ण लाल शर्मा द्वारा विधिवत पूजा अर्चना व मंत्रोच्चारण के मध्य आयोजित हवन यज्ञ में सभी उपस्थितजनों ने आहुति डाली। इस अवसर पर गोशाला कमेटी की ओर से प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुये बताया कि 13 माच 2012 को स्थापित श्री श्री 108 बाबा संतोख दास जी गोशाला में वर्तमान में मौजूद 700 के लगभग गौवंश को पर्याप्त सुविधायें उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से गोशालाओं के लिये दिल खोलकर दान करने का आह्वान करते हुये गोशाला में एक आधुनिक पशु चिकित्सालय की आवश्यकता पर बल दिया ताकि गौवंश को समय पर उचित उपचार मिल सके। उल्लेखनीय है कि 7 वर्ष पूर्व डेरा बाबा संतोख दास के सामने स्थित गंदे पानी के जोहड़ वाली भूमि ग्राम पंचायत ने गोशाला के लिये दी थी जिस पर गांववासियों के सहयोग से हजारों ट्राली मिट्टी डालकर यहां कुछ माह में ही गोशाला का निर्माण कर दिया था तथा गोशाला का नाम श्री श्री 108 संत बाबा संतोख दास के नाम पर रखा गया था। इस मौके पर पूर्व प्रधान रूपिंद्र कुंडर, पूर्व सरपंच पलविंद्र चहल व नरेंद्र मल्हान, मंदर सिंह, जोतराम शर्मा, धर्मवीर गोदारा, ओमप्रकाश बैनिवाल, मुरारी लाल, शंटी गोयल, अमर सिंह गोदारा, नरेश जांगू, महावीर गोदारा और एमएचडी कॉलेज की छात्राओं सहित अनेक गौभक्त महिला पुरूष मौजूद थे।