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23 July 2017

डेरा शाह मस्ताना बिलोचिस्तानी में मासिक सत्संग व भंडारा आयोजित

ओढ़ां
गांव घुकांवाली में बस स्टेंड के निकट स्थित डेरा शाह मस्ताना बिलोचिस्तानी में मासिक सत्संग व भंडारे का आयोजन किया गया।
सत्संग के दौरान डेरा के प्रबंधक बाबा गुरदयाल सिंह ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए फरमाया कि मनुष्य का जीवन अमूल्य है अत: इसे नशों व बुरे कार्यों की ओर लगाने की बजाय अच्छे कार्यों की ओर लगाएं तथा प्रभु के नाम का सुमिरन करें। उन्होंने कहा कि मालिक सबको एक नजर से देखते हैं इसलिए कभी किसी संत या महापुरुष की निंदा नहीं करनी चाहिए। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने भजन ..तेरा नाम नूरी तेरी शान नूरी, कुरबान मेरी जान मेरी जान, हर मर्ज की दवा है कृपा करो सनम, नामदेव ने दिल करदा है सतगुरु जी हर वेले, तैनू कोल बहाके तकदा रहां, जिन पर उनकी कृपा होती है वे सत्संग में आते हैं, ..झोली पा जावीं खैर दीदार दा, साडी डूबदी बेड़ी तारजा, ..अरे बिन भाग मिले ना दुनिया में भगवान, सुभाष चंद्र ने ..मेरे शाह मस्ताना बता दे वो शराब कौन सी है, जिसे पीकर सारी दूनिया तेरे दर पे झूमती है, ..हीरो सो जन्म गंवायो रे भजन बिना बावरो भयो, जन्मदिन बाबे दा औंदा है हर साल, पे्रमी नचदे ने नचदे ने मिल नाल आदि अनेक भजन सुनाकर संगतों को निहाल किया तथा अटूट लंगर भी बरताया गया। इस अवसर पर प्रेम कुमार मोंगा, कबीर दास, कांता देवी, चंद्र मोहन मोंगा और श्योलाल सहित अनेक श्रद्धालु स्त्री पुरुष उपस्थित थे।

यज्ञ स्वयं के लिए नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व कल्याण हेतु किया जाता है : आचार्य बजरंग दास

श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न होने पर हवन व भंडारा आयोजित
ओढ़ां
श्री बालाजी चैरिटेबल ट्रस्ट भागसर के प्रागंण में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सम्पन्न होने के उपलक्ष्य में रविवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य विधिवत पूजा अर्चना के साथ हवन यज्ञ आयोजित किया गया।
हवन यज्ञ के आरंभ में परम श्रद्धेय भागवत भूषण आचार्य महंत बजरंग दास महाराज ने प्रथम आहुति सुरेन्द्र सिंह नेहरा चेयरमैन सहकारी बैंक के हाथों डलवाई।
इस अवसर पर आचार्य बजरंग दास महाराज ने यज्ञ की महिमा बताते हुए कहा कि यज्ञ मात्र अग्निहोत्र को ही नहीं कहते वरन् परमार्थ परायण कार्य भी यज्ञ है। यज्ञ स्वयं के लिए नहीं किया जाता बल्कि सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए किया जाता है। वेदों में यज्ञ की विस्तार से चर्चा की गयी है, बिना यज्ञ के वेदों का उपयोग कहां होगा और वेदों के बिना यज्ञ कार्य भी कैसे पूर्ण हो सकता है। जिस प्रकार मिट्टी में मिला अन्न कण सौ गुना हो जाता है, उसी प्रकार अग्नि से मिला पदार्थ लाख गुना हो जाता है। अग्नि के सम्पर्क में कोई भी द्रव्य आने पर वह सूक्ष्मीभूत होकर पूरे वातावरण में फैल जाता है और अपने गुण से लोगों को प्रभावित करता है। यज्ञ के उपरांत भंडारा आयोजित किया गया जिसमें सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। 
इस मौके पर जगदीश जी नेहरा पूर्व मंत्री एवं अध्यक्ष श्री बालाजी चैरिटेबल ट्रस्ट, पूर्व विधायक जगजीत सांगवान, प्रभु बैनिवाल पूर्व चैयरमैन, गोविन्द पोपली वाईस चैयरमैन, नरेन्द्र भादु, लादुराम पूनियां, संगीत कुमार, राकेश चाहर, बुधराम शर्मा, राधेश्याम खुराना, वेदपाल नेहरा, अमनदीप सिहं दंदीवाल, लाभसिहं नम्बरदार, जसवन्त नम्बरदार, राजाराम कस्वां, बलवान जागड़ा, ठाकुर पुष्पेन्द्र, गुरदयाल गैदर सहित भारी संख्या में महिला पुरूष श्रद्धालु मौजूद थे।

हवन यज्ञ में सातवें दिन श्रद्धालुओं ने डाली 2100 आहुतियां

श्री रूद्राभिषेक सवा लाख महामृत्युंजय जाप व महायज्ञ
ओढ़ां
स्थानीय गोशाला रोड पर स्थित इच्छापूर्ण भगवान शनिदेव मंदिर में अखिल विश्व कल्याण एवं रोग शांति हेतु श्रावण मास के पावन अवसर पर श्री रूद्राभिषेक सवा लाख महामृत्युंजय जाप व यज्ञ के सातवें दिन पंडित दीपक भृगुवंशी की देखरेख में अन्य ब्राह्मणों द्वारा 16 जजमानों राम उर्फ चिडिय़ा सोनी, मोनू सोनी, उर्मिला सोनी, हरमन सोनी, श्रुति सोनी, जयवीर कश्यप, रीना कश्यप, रोहित व राजपाल सालमखेड़ा, राजकुमार बबल, विनोद गोयल, मनोहर मेघवाल, महेंद्र देवी, भगवती देवी, मोहित भार्गव और यश भार्गव के हाथों विधिवत पूजा अर्चना व मंत्रोच्चारण के मध्य हवन महायज्ञ में स्वच्छता अभियान की सफलता एवं दहेज के दमन की कामना को लेकर 2100 आहुतियां डालवाई गई।
इस अवसर पर पंडित दीपक भृगुवंशी ने बताया कि हवन से वातावरण शुद्ध होता है और भगवान का वास वहीं होता है जहां स्वच्छता होती है अत: साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इससे पूर्व शुभारंभ पर श्री गणेश गौरी पूजन तथा अंत में सामुहिक आरती एवं यज्ञ भस्म प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर राम सोनी की ओर से श्रद्धालुओं को फल व मिष्ठान वितरित किया। इस मौके पर काफी संख्या में महिला पुरूष श्रद्धालु मौजूद थे।