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08 March 2012

समाचार News 08.03.2012

होली का त्यौहार Holi :Festivel of India

होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्योहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते है। दूसरे दिन, जिसे धुरड्डी, धुलेंडी, धुरखेल या धूलिवंदन कहा जाता है, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं, और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं।

राग-रंग का यह लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है। राग अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ही, पर इनको उत्कर्ष तक पहुँचाने वाली प्रकृति भी इस समय रंग-बिरंगे यौवन के साथ अपनी चरम अवस्था पर होती है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। होली का त्योहार वसंत पंचमी से ही आरंभ हो जाता है। उसी दिन पहली बार गुलाल उड़ाया जाता है। इस दिन से फाग और धमार का गाना प्रारंभ हो जाता है। खेतों में सरसों खिल उठती है। बाग-बगीचों में फूलों की आकर्षक छटा छा जाती है। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और मनुष्य सब उल्लास से परिपूर्ण हो जाते हैं। खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं। किसानों का ह्रदय ख़ुशी से नाच उठता है। बच्चे-बूढ़े सभी व्यक्ति सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जाते हैं। चारों तरफ़ रंगों की फुहार फूट पड़ती है।


इतिहासकारों का मानना है कि आर्यों में भी इस पर्व का प्रचलन था लेकिन अधिकतर यह पूर्वी भारत में ही मनाया जाता था। इस पर्व का वर्णन अनेक पुरातन धार्मिक पुस्तकों में मिलता है। इनमें प्रमुख हैं, जैमिनी के पूर्व मीमांसा-सूत्र और कथा गार्ह्य-सूत्र। नारद पुराण औऱ भविष्य पुराण जैसे पुराणों की प्राचीन हस्तलिपियों और ग्रंथों में भी इस पर्व का उल्लेख मिलता है। विंध्य क्षेत्र के रामगढ़ स्थान पर स्थित ईसा से ३०० वर्ष पुराने एक अभिलेख में भी इसका उल्लेख किया गया है। संस्कृत साहित्य में वसन्त ऋतु और वसन्तोत्सव अनेक कवियों के प्रिय विषय रहे हैं।

सुप्रसिद्ध मुस्लिम पर्यटक अलबरूनी ने भी अपने ऐतिहासिक यात्रा संस्मरण में होलिकोत्सव का वर्णन किया है। भारत के अनेक मुस्लिम कवियों ने अपनी रचनाओं में इस बात का उल्लेख किया है कि होलिकोत्सव केवल हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मनाते हैं। सबसे प्रामाणिक इतिहास की तस्वीरें हैं मुगल काल की और इस काल में होली के किस्से उत्सुकता जगाने वाले हैं। अकबर का जोधाबाई के साथ तथा जहाँगीर का नूरजहाँ के साथ होली खेलने का वर्णन मिलता है। अलवर संग्रहालय के एक चित्र में जहाँगीर को होली खेलते हुए दिखाया गया है। शाहजहाँ के समय तक होली खेलने का मुग़लिया अंदाज़ ही बदल गया था। इतिहास में वर्णन है कि शाहजहाँ के ज़माने में होली को ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी (रंगों की बौछार) कहा जाता था। अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र के बारे में प्रसिद्ध है कि होली पर उनके मंत्री उन्हें रंग लगाने जाया करते थे। मध्ययुगीन हिन्दी साहित्य में दर्शित कृष्ण की लीलाओं में भी होली का विस्तृत वर्णन मिलता है।

इसके अतिरिक्त प्राचीन चित्रों, भित्तिचित्रों और मंदिरों की दीवारों पर इस उत्सव के चित्र मिलते हैं। विजयनगर की राजधानी हंपी के १६वी शताब्दी के एक चित्रफलक पर होली का आनंददायक चित्र उकेरा गया है। इस चित्र में राजकुमारों और राजकुमारियों को दासियों सहित रंग और पिचकारी के साथ राज दम्पत्ति को होली के रंग में रंगते हुए दिखाया गया है। १६वी शताब्दी की अहमदनगर की एक चित्र आकृति का विषय वसंत रागिनी ही है। इस चित्र में राजपरिवार के एक दंपत्ति को बगीचे में झूला झूलते हुए दिखाया गया है। साथ में अनेक सेविकाएँ नृत्य-गीत व रंग खेलने में व्यस्त हैं। वे एक दूसरे पर पिचकारियों से रंग डाल रहे हैं। मध्यकालीन भारतीय मंदिरों के भित्तिचित्रों और आकृतियों में होली के सजीव चित्र देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए इसमें १७वी शताब्दी की मेवाड़ की एक कलाकृति में महाराणा को अपने दरबारियों के साथ चित्रित किया गया है। शासक कुछ लोगों को उपहार दे रहे हैं, नृत्यांगना नृत्य कर रही हैं और इस सबके मध्य रंग का एक कुंड रखा हुआ है। बूंदी से प्राप्त एक लघुचित्र में राजा को हाथीदाँत के सिंहासन पर बैठा दिखाया गया है जिसके गालों पर महिलाएँ गुलाल मल रही हैं।


होली के पर्व से अनेक कहानियाँ जुड़ी हुई हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध कहानी है प्रह्लाद की। माना जाता है कि प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। अपने बल के दर्प में वह स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी। हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद ईश्वर भक्त था। प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति से क्रुद्ध होकर हिरण्यकशिपु ने उसे अनेक कठोर दंड दिए, परंतु उसने ईश्वर की भक्ति का मार्ग न छोड़ा। हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है। प्रतीक रूप से यह भी माना जता है कि प्रह्लाद का अर्थ आनन्द होता है। वैर और उत्पीड़न की प्रतीक होलिका (जलाने की लकड़ी) जलती है और प्रेम तथा उल्लास का प्रतीक प्रह्लाद (आनंद) अक्षुण्ण रहता है।

प्रह्लाद की कथा के अतिरिक्त यह पर्व राक्षसी ढुंढी, राधा कृष्ण के रास और कामदेव के पुनर्जन्म से भी जुड़ा हुआ है। कुछ लोगों का मानना है कि होली में रंग लगाकर, नाच-गाकर लोग शिव के गणों का वेश धारण करते हैं तथा शिव की बारात का दृश्य बनाते हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन पूतना नामक राक्षसी का वध किया था। इसी खु़शी में गोपियों और ग्वालों ने रासलीला की और रंग खेला था।

होली के पर्व की तरह इसकी परंपराएँ भी अत्यंत प्राचीन हैं, और इसका स्वरूप और उद्देश्य समय के साथ बदलता रहा है। प्राचीन काल में यह विवाहित महिलाओं द्वारा परिवार की सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता था और पूर्ण चंद्र की पूजा करने की परंपरा थी। । वैदिक काल में इस पर्व को नवात्रैष्टि यज्ञ कहा जाता था। उस समय खेत के अधपके अन्न को यज्ञ में दान करके प्रसाद लेने का विधान समाज में व्याप्त था। अन्न को होला कहते हैं, इसी से इसका नाम होलिकोत्सव पड़ा। भारतीय ज्योतिष के अनुसार चैत्र शुदी प्रतिपदा के दिन से नववर्ष का भी आरंभ माना जाता है। इस उत्सव के बाद ही चैत्र महीने का आरंभ होता है। अतः यह पर्व नवसंवत का आरंभ तथा वसंतागमन का प्रतीक भी है। इसी दिन प्रथम पुरुष मनु का जन्म हुआ था, इस कारण इसे मन्वादितिथि कहते हैं।

होली का पहला काम झंडा या डंडा गाड़ना होता है। इसे किसी सार्वजनिक स्थल या घर के आहाते में गाड़ा जाता है। इसके पास ही होलिका की अग्नि इकट्ठी की जाती है। होली से काफ़ी दिन पहले से ही यह सब तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं। पर्व का पहला दिन होलिका दहन का दिन कहलाता है। इस दिन चौराहों पर व जहाँ कहीं अग्नि के लिए लकड़ी एकत्र की गई होती है, वहाँ होली जलाई जाती है। इसमें लकड़ियाँ और उपले प्रमुख रूप से होते हैं। कई स्थलों पर होलिका में भरभोलिए जलाने की भी परंपरा है। भरभोलिए गाय के गोबर से बने ऐसे उपले होते हैं जिनके बीच में छेद होता है। इस छेद में मूँज की रस्सी डाल कर माला बनाई जाती है। एक माला में सात भरभोलिए होते हैं। होली में आग लगाने से पहले इस माला को भाइयों के सिर के ऊपर से सात बार घूमा कर फेंक दिया जाता है। रात को होलिका दहन के समय यह माला होलिका के साथ जला दी जाती है। इसका यह आशय है कि होली के साथ भाइयों पर लगी बुरी नज़र भी जल जाए। लकड़ियों व उपलों से बनी इस होली का दोपहर से ही विधिवत पूजन आरंभ हो जाता है। घरों में बने पकवानों का यहाँ भोग लगाया जाता है। दिन ढलने पर ज्योतिषियों द्वारा निकाले मुहूर्त पर होली का दहन किया जाता है। इस आग में नई फसल की गेहूँ की बालियों और चने के होले को भी भूना जाता है। होलिका का दहन समाज की समस्त बुराइयों के अंत का प्रतीक है। यह बुराइयों पर अच्छाइयों की विजय का सूचक है। गाँवों में लोग देर रात तक होली के गीत गाते हैं तथा नाचते हैं।

होली से अगला दिन धूलिवंदन कहलाता है। इस दिन लोग रंगों से खेलते हैं। सुबह होते ही सब अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने निकल पड़ते हैं। गुलाल और रंगों से सबका स्वागत किया जाता है। लोग अपनी ईर्ष्या-द्वेष की भावना भुलाकर प्रेमपूर्वक गले मिलते हैं तथा एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। इस दिन जगह-जगह टोलियाँ रंग-बिरंगे कपड़े पहने नाचती-गाती दिखाई पड़ती हैं। बच्चे पिचकारियों से रंग छोड़कर अपना मनोरंजन करते हैं। सारा समाज होली के रंग में रंगकर एक-सा बन जाता है। रंग खेलने के बाद देर दोपहर तक लोग नहाते हैं और शाम को नए वस्त्र पहनकर सबसे मिलने जाते हैं। प्रीति भोज तथा गाने-बजाने के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

होली के दिन घरों में खीर, पूरी और पूड़े आदि विभिन्न व्यंजन पकाए जाते हैं। इस अवसर पर अनेक मिठाइयाँ बनाई जाती हैं जिनमें गुझियों का स्थान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। बेसन के सेव और दहीबड़े भी सामान्य रूप से उत्तर प्रदेश में रहने वाले हर परिवार में बनाए व खिलाए जाते हैं। कांजी, भांग और ठंडाई इस पर्व के विशेष पेय होते हैं। पर ये कुछ ही लोगों को भाते हैं। इस अवसर पर उत्तरी भारत के प्रायः सभी राज्यों के सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहता है, पर दक्षिण भारत में उतना लोकप्रिय न होने की वज़ह से इस दिन सरकारी संस्थानों में अवकाश नहीं रहता ।

भारत में होली का उत्सव अलग-अलग प्रदेशों में भिन्नता के साथ मनाया जाता है। ब्रज की होली आज भी सारे देश के आकर्षण का बिंदु होती है। बरसाने की लठमार होली काफ़ी प्रसिद्ध है। इसमें पुरुष महिलाओं पर रंग डालते हैं और महिलाएँ उन्हें लाठियों तथा कपड़े के बनाए गए कोड़ों से मारती हैं। इसी प्रकार मथुरा और वृंदावन में भी १५ दिनों तक होली का पर्व मनाया जाता है। कुमाऊँ की गीत बैठकी में शास्त्रीय संगीत की गोष्ठियाँ होती हैं। यह सब होली के कई दिनों पहले शुरू हो जाता है। हरियाणा की धुलंडी में भाभी द्वारा देवर को सताए जाने की प्रथा है। बंगाल की दोल जात्राचैतन्य महाप्रभु के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। जलूस निकलते हैं और गाना बजाना भी साथ रहता है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र की रंग पंचमी में सूखा गुलाल खेलने, गोवा के शिमगो में जलूस निकालने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन तथा पंजाब के होला मोहल्ला में सिक्खों द्वारा शक्ति प्रदर्शन की परंपरा है। तमिलनाडु की कमन पोडिगई मुख्य रूप से कामदेव की कथा पर आधारित वसंतोतसव है जबकि मणिपुर के याओसांग में योंगसांग उस नन्हीं झोंपड़ी का नाम है जो पूर्णिमा के दिन प्रत्येक नगर-ग्राम में नदी अथवा सरोवर के तट पर बनाई जाती है। दक्षिण गुजरात के आदिवासियों के लिए होली सबसे बड़ा पर्व है, छत्तीसगढ़ की होरी में लोक गीतों की अद्भुत परंपरा है और मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के आदिवासी इलाकों में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है भगोरिया, जो होली का ही एक रूप है। बिहार का फगुआ जम कर मौज मस्ती करने का पर्व है और नेपाल की होली, में इस पर धार्मिक व सांस्कृतिक रंग दिखाई देता है। इसी प्रकार विभिन्न देशों में बसे प्रवासियों तथा धार्मिक संस्थाओं जैसे इस्कॉन या वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में अलग अलग प्रकार से होली के शृंगार व उत्सव मनाने की परंपरा है जिसमें अनेक समानताएँ और भिन्नताएँ हैं।

प्राचीन काल के संस्कृत साहित्य में होली के अनेक रूपों का विस्तृत वर्णन है। श्रीमद्भागवत महापुराण में रसों के समूह रास का वर्णन है। अन्य रचनाओं में 'रंग' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली[क] तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं। कालिदास रचित ऋतुसंहार में पूरा एक सर्ग ही 'वसन्तोत्सव' को अर्पित है। भारवि, माघ और अन्य कई संस्कृत कवियों ने वसन्त की खूब चर्चा की है। चंद बरदाई द्वारा रचित हिंदी के पहले महाकाव्य पृथ्वीराज रासो में होली का वर्णन है। भक्तिकाल और रीतिकाल के हिन्दी साहित्य में होली और फाल्गुन माह का विशिष्ट महत्व रहा है। आदिकालीन कवि विद्यापति से लेकर भक्तिकालीन सूरदास, रहीम, रसखान, पद्माकर[ख] , जायसी, मीराबाई, कबीर और रीतिकालीन बिहारी, केशव, घनानंद आदि अनेक कवियों को यह विषय प्रिय रहा है। महाकवि सूरदास ने वसन्त एवं होली पर 78 पद लिखे हैं। पद्माकर ने भी होली विषयक प्रचुर रचनाएँ की हैं। इस विषय के माध्यम से कवियों ने जहाँ एक ओर नितान्त लौकिक नायक नायिका के बीच खेली गई अनुराग और प्रीति की होली का वर्णन किया है, वहीं राधा कृष्ण के बीच खेली गई प्रेम और छेड़छाड़ से भरी होली के माध्यम से सगुण साकार भक्तिमय प्रेम और निर्गुण निराकार भक्तिमय प्रेम का निष्पादन कर डाला है। सूफ़ी संत हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया, अमीर खुसरो और बहादुर शाह ज़फ़र जैसे मुस्लिम संप्रदाय का पालन करने वाले कवियों ने भी होली पर सुंदर रचनाएँ लिखी हैं जो आज भी जन सामान्य में लोकप्रिय हैं। आधुनिक हिंदी कहानियों प्रेमचंद की राजा हरदोल, प्रभु जोशी की अलग अलग तीलियाँ, तेजेंद्र शर्मा की एक बार फिर होली, ओम प्रकाश अवस्थी की होली मंगलमय हो तथा स्वदेश राणा की हो ली में होली के अलग अलग रूप देखने को मिलते हैं। भारतीय फ़िल्मों में भी होली के दृश्यों और गीतों को सुंदरता के साथ चित्रित किया गया है। इस दृष्टि से शशि कपूर की उत्सव, यश चोपड़ा की सिलसिला, वी शांताराम की झनक झनक पायल बाजे और नवरंग इत्यादि उल्लेखनीय हैं।

भारतीय शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक तथा फ़िल्मी संगीत की परम्पराओं में होली का विशेष महत्व है। शास्त्रीय संगीत में धमार का होली से गहरा संबंध है, हाँलाँकि ध्रुपद, धमार, छोटे व बड़े ख्याल और ठुमरी में भी होली के गीतों का सौंदर्य देखते ही बनता है। कथक नृत्य के साथ होली, धमार और ठुमरी पर प्रस्तुत की जाने वाली अनेक सुंदर बंदिशें जैसे चलो गुंइयां आज खेलें होरी कन्हैया घर आज भी अत्यंत लोकप्रिय हैं। ध्रुपद में गाये जाने वाली एक लोकप्रिय बंदिश है खेलत हरी संग सकल, रंग भरी होरी सखी। भारतीय शास्त्रीय संगीत में कुछ राग ऐसे हैं जिनमें होली के गीत विशेष रूप से गाए जाते हैं। बसंत, बहार, हिंडोल और काफ़ी ऐसे ही राग हैं। होली पर गाने बजाने का अपने आप वातावरण बन जाता है और जन जन पर इसका रंग छाने लगता है। उपशास्त्रीय संगीत में चैती, दादरा और ठुमरी में अनेक प्रसिद्ध होलियाँ हैं। होली के अवसर पर संगीत की लोकप्रियता का अंदाज़ इसी बात से लगाया जा सकता है कि संगीत की एक विशेष शैली का नाम ही होली हैं, जिसमें अलग अलग प्रांतों में होली के विभिन्न वर्णन सुनने को मिलते है जिसमें उस स्थान का इतिहास और धार्मिक महत्व छुपा होता है। जहां ब्रजधाम में राधा और कृष्ण के होली खेलने के वर्णन मिलते हैं वहीं अवध में राम और सीता के जैसे होली खेलें रघुवीरा अवध में। राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली का विशेष रंग है। उनकी एक प्रसिद्ध होली है आज रंग है री मन रंग है,अपने महबूब के घर रंग है री। इसी प्रकार शंकर जी से संबंधित एक होली में दिगंबर खेले मसाने में होली कह कर शिव द्वारा श्मशान में होली खेलने का वर्णन मिलता हैं। भारतीय फिल्मों में भी अलग अलग रागों पर आधारित होली के गीत प्रस्तुत किये गए हैं जो काफी लोकप्रिय हुए हैं। 'सिलसिला' के गीत रंग बरसे भीगे चुनर वाली, रंग बरसे और 'नवरंग' के आया होली का त्योहार, उड़े रंगों की बौछार, को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं।

होली रंगों का त्योहार है, हँसी-खुशी का त्योहार है, लेकिन होली के भी अनेक रूप देखने को मिलते है। प्राकृतिक रंगों के स्थान पर रासायनिक रंगों का प्रचलन, भांग-ठंडाई की जगह नशेबाजी और लोक संगीत की जगह फ़िल्मी गानों का प्रचलन इसके कुछ आधुनिक रूप हैं। लेकिन इससे होली पर गाए-बजाए जाने वाले ढोल, मंजीरों, फाग, धमार, चैती और ठुमरी की शान में कमी नहीं आती। अनेक लोग ऐसे हैं जो पारंपरिक संगीत की समझ रखते हैं और पर्यावरण के प्रति सचेत हैं। इस प्रकार के लोग और संस्थाएँ चंदन, गुलाबजल, टेसू के फूलों से बना हुआ रंग तथा प्राकृतिक रंगों से होली खेलने की परंपरा को बनाए हुए हैं, साथ ही इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान भी दे रहे हैं। रासायनिक रंगों के कुप्रभावों की जानकारी होने के बाद बहुत से लोग स्वयं ही प्राकृतिक रंगों की ओर लौट रहे हैं। होली की लोकप्रियता का विकसित होता हुआ अंतर्राष्ट्रीय रूप भी आकार लेने लगा है। बाज़ार में इसकी उपयोगिता का अंदाज़ इस साल होली के अवसर पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठान केन्ज़ोआमूर द्वारा जारी किए गए नए इत्र होली है से लगाया जा सकता है।

Holi, or Holli (Hindi: होली), is a spring religious festival celebrated by Hindus. It is primarily observed in India, Nepal, Sri Lanka,and countries with large Indic diaspora populations, such as Suriname, Malaysia, Guyana, South Africa, Trinidad, United Kingdom, United States, Mauritius, and Fiji. In West Bengal and Orissa of India it is known as Dolyatra (Doul Jatra) (Bengali: দোলযাত্রা), or Basanta-Utsav ("spring festival")(Bengali: বসন্তোৎসব), . The most celebrated Holi is that of the Braj region, in locations connected to the god Krishna: Mathura, Vrindavan, Nandagaon, and Barsana. These places have become tourist destinations during the festive season of Holi, which lasts here to up to sixteen days.
The main day, Holi, also known as Dhuli Vandana in Sanskrit, also Dhulheti, Dhulandi or Dhulendi, is celebrated by people throwing coloured powder and coloured water at each other. Bonfires are lit the day before, also known as Holika Dahan (burning of Holika) or Chhoti Holi (little Holi). The bonfires are lit in memory of the miraculous escape that young Prahlad accomplished when Demoness Holika, sister of Hiranyakashipu, carried him into the fire. Holika was burnt but Prahlad, a staunch devotee of god Vishnu, escaped without any injuries due to his unshakable devotion. Holika Dahan is referred to as Kama Dahanam in South India.

Holi is celebrated at the end of the winter season on the last full moon day of the lunar month Phalguna (February/March), (Phalgun Purnima), which usually falls in the later part of February or March. In 2009, Holi (Dhulandi) was on March 11 and Holika Dahan was on March 10. In 2010, Holi was on March 1 and Holika Dahan was on February 28.

In 2011, Holi was on March 20 and Holika Dahan was on March 19.

Rangapanchami occurs a few days later on a Panchami (fifth day of the full moon), marking the end of festivities involving colours.


In Vaishnava Theology, Hiranyakashipu is the great king of demons, and he had been granted a boon by Brahma, which made it almost impossible for him to be killed. The boon was due to his long penance, after which he had demanded that he not be killed "during day or night; inside the home or outside, not on earth or in the sky; neither by a man nor an animal; neither by astra nor by shastra". Consequently, he grew arrogant and attacked the Heavens and the Earth. He demanded that people stop worshipping Gods and start praying him.

Despite this, Hiranyakashipu's own son, Prahlada, was a devotee of Lord Vishnu. In spite of several threats from Hiranyakashipu, Prahlada continued offering prayers to Lord Vishnu. He was poisoned but the poison turned to nectar in his mouth. He was ordered to be trampled by elephants yet remained unharmed. He was put in a room with hungry, poisonous snakes and survived. All of Hiranyakashipu's attempts to kill his son failed. Finally, he ordered young Prahlada to sit on a pyre on the lap of his demoness sister, Holika, who could not die because she also had a boon which would prevent fire from burning her. Prahlada readily accepted his father's orders, and prayed to Vishnu to keep him safe. When the fire started, everyone watched in amazement as Holika burnt to death, while Prahlada survived unharmed, the burning of Holika is celebrated as Holi.
Radha and the Gopis celebrating Holi, with accompaniment of music instruments

Later Lord Vishnu came in the form of a Narasimha (who is half-man and half-lion) and killed Hiranyakashipu at dusk (which was neither day nor night), on the steps of the porch of his house (which was neither inside the house nor outside) by restraining him on his lap (which is neither in the sky nor on the earth) and mauling him with his claws (which are neither astra nor shastra).

In Vrindavan and Mathura, where Lord Krishna grew up, the festival is celebrated for 16 days (until Rangpanchmi) in commemoration of the divine love of Radha for Krishna. Lord Krishna is believed to have popularized the festival by playing pranks on the gopis here. Krishna is believed to have complained to his mother about the contrast between his dark skin complexion and Radha's (Shakti or energy that drives the world) fair skin complexion. Krishna's mother decided to apply colour to Radha's face. The celebrations officially usher in spring, the celebrated season of love.

There is alternative story detailing the origin of Holi. This story is about Kamadeva, a god of love. Kama's body was destroyed when he shot his weapon at Shiva in order to disrupt his meditation and help Parvati to marry Shiva. Shiva then opened his third eye, the gaze of which was so powerful that Kama's body was reduced to ashes. For the sake of Kama's wife Rati (passion), Shiva restored him, but only as a mental image, representing the true emotional and spiritual state of love rather than physical lust. The Holi bonfire is believed to be celebrated in commemoration of this event.

Though there has been references to a festival like this in sanskrit texts like ratnavali where people sprayed coloured waters using bamboo syringes,the origin of the modern holi festival has been traced to ancient Bengal. It was a gaudiya vaishnav festival, in accordance to Vaishnaviya Tantra. People went to Krishna temples, applied red colour to the idol and then distributed the red coloured powder or Abir along with malpua prasad to family and friends. Red signified the colour of passion and Lord Krishna is the king of desires. The ritual signified that all our desires should be diverted for the attainment of Krishna and for the well being of society.

In some cultures though,the ritual of burning wood and leaves on the full moon night already existed. This ritual was to signify the end of winter and full advent of spring. Old wood and leaves that had fallen were burnt to signify that it is time for new leaves and flowers.People later smeared their bodies with ash. Later, however, the story of Holika Dahan has been asociated with this ritual.
The earliest textual reference to the celebration of Holi is found in the 7th century Sanskrit drama, Ratnavali.Certainly there are perennial rituals attached to Holi: the first is smearing of coloured powder on each other, and throwing coloured and scented water at each time
Regional rituals and celebrations

Dol-Purnima, the festival of colour is celebrated with great festivity and joy. On this day, people come out wearing pure white clothes and gather together in a common place where they play it with gay abandon.
 India
Lath mar Holi being played in Barsana, Uttar Pradesh

Uttar Pradesh

See also: Lath mar Holi

Barsana is jaiprakash the place to be at the time of Holi. Here the famous Lath mar Holi is played in the sprawling compound of the Radha Rani temple. Thousands gather to witness the Lath Mar holi when women beat up men with sticks as those on the sidelines become hysterical, sing Holi Songs and shout Sri Radhey or Sri Krishna. The Holi songs of Braj mandal are sung in pure Braj Bhasha.

Holi played at Barsana is unique in the sense that here women chase men away with sticks. Males also sing provocative songs in a bid to invite the attention of women. Women then go on the offensive and use long staves called lathis to beat men folk who protect themselves with shields.

In Mathura, the birth place of Lord Krishna, and in Vrindavan this day is celebrated with special puja and the traditional custom of worshipping Lord Krishna, here the festival last for sixteen days. All over the Braj region and its nearby places like Hathras, Aligarh, Agra the Holi is celebrated in more or less same way as in Mathura, Vrindavan and Barsana.

In Gorakhpur, the northeast district of Uttar Pradesh, this day is celebrated with special puja in the morning of Holi day. This day is considered to be the happiest and colorful day of the year promoting the brotherhood among the people. This is known as "Holi Milan" in which people visit every house and sing holi song and express their gratitude by applying colored powder (Abeer). Holi is also considered as the end of the year as it occurs on the last day of last Hindu calendar month Phalgun. People also kickoff for the next year planning with new year Hindu calendar (Panchang) at the evening of Holi.
Holi celebrations, Pushkar, Rajasthan.

Kumaon, (Uttarakhand)

Main article: Kumauni Holi

The uniqueness of the Kumaoni Holi of the Kumaon region in Uttarakhand lies in its being a musical affair, whichever may be its form, be it the Baithki Holi, the Khari Holi and the Mahila Holi which starts from Basant Panchmi. The Baithki Holi and Khari Holi are unique in that the songs on which they are based have touch of melody, fun and spiritualism. These songs are essentially based on classical ragas. No wonder then the Baithki Holi is also known as Nirvan Ki Holi.

The Baithki Holi (बैठकी होली) begins from the premises of temples, where Holiyars (होल्यार), (the singers of Holi songs) as also the people gather to sing songs to the accompaniment of classical music.

Kumaonis are very particular about the time when the songs based on ragas should be sung. For instance, at noon the songs based on Peelu, Bhimpalasi and Sarang ragas are sung while evening is reserved for the songs based on the ragas like Kalyan, Shyamkalyan and Yaman etc.

The Khari Holi (खड़ी होली), is mostly celebrated in the rural areas of Kumaon. The songs of the Khari Holi are sung by the people, who sporting traditional white churidar payajama and kurta, dance in groups to the tune of ethnic musical instruments like the Dhol and Hurka.

The Holika made is known as Cheer (चीर) which is ceremonically made in a ceremony known as Cheer Bandhan (चीर बंधन) fifteen days before Dulhendi. The Cheer is a bonfire with a green Paiya tree branch in the middle. The Cheer of every village and mohalla is rigorously guarded as rival mohallas try to steal the others cheer.

Dulhendi known as Charadi (छरड़ी), in Kumaoni (from Chharad (छरड़), or natural colours made from flower extracts, ash and water) is celebrated with great gusto much in the same way as all across North India.[4]

Bihar

Holi being played in Hindustan College,Agra, Uttar Pradesh

Holi is celebrated with the same fervour and charm in Bihar as in rest of north India. It is known as Phagwa in the local Bhojpuri dialect. Here too, the legend of Holika is prevalent. On the eve of Phalgun Poornima, people light bonfires. They put dung cakes, wood of Araad or Redi tree and Holika tree, grains from the fresh harvest and unwanted wood leaves in the bonfire. Following the tradition people also clean their houses for the day.

At the time of Holika people assemble near the fire. The eldest member or a purohit initiates the lighting. He then smears others with colour as a mark of greeting. Next day the festival is celebrated with colours and lot of frolic.

Children and youths take extreme delight in the festival. Though the festival is usually played with colours at some places people also enjoy playing holi with mud. Folk songs are sung at high pitch and people dance to the tune of dholak and the spirit of Holi.

Intoxicating bhang is consumed with a variety of mouth watering delicacies such as pakoras and thandai to enhance the mood of the festival. Vast quantities of liquor are consumed alongside ganja and bhang, which is sometimes added to foodstuffs.

Bengal

On the Dol Purnima day in the early morning, the students dress up in saffron-coloured clothes and wear garlands of fragrant flowers. They sing and dance to the accompaniment of musical instruments like ektara, dubri, veena, etc. Holi is known by the name of 'Dol Jatra', 'Dol Purnima' or the 'Swing Festival'. The festival is celebrated in a dignified manner by placing the idols of Krishna and Radha on a picturesquely decorated palanquin which is then taken round the main streets of the city or the village. The devotees take turns to swing them while women dance around the swing and sing devotional songs. During these activities, the men keep spraying coloured water and coloured powder, abir, at them.

The head of the family, observes fast and prays to Lord Krishna and Agnidev. After all the traditional rituals are over, he smears Krishna's idol with gulal and offers "bhog" to both Krishna and Agnidev.

In Shantiniketan, Holi has a special musical flavor.

Traditional dishes include malpoa, kheer sandesh, basanti sandesh (saffron), saffron milk, payash, and related foods.

Orissa

The people of Orissa celebrate Holi in a similar manner but here the idols of Jagannath, the deity of the Jagannath Temple of Puri, replace the idols of Krishna and Radha.

Goa

Holi is a part of Goan or Konkani spring festival known as Śigmo or शिगमो in Koṅkaṇī. One of the most prominent festivals of the Konkani community in Goa, and the Konkani diaspora in the state of Karnataka, Maharashtra and Kerala. Śigmo is also known as Śiśirotsava and lasts for about a month. The color festival or Holi is a part of entire spring festival celebrations.
Holi festivities(but not Śigmo festivities), include:Holika Puja and Dahan,Dhulvad or Dhuli vandan,Haldune or offering yellow and saffron colour or Gulal to the deity.
Main article: Shigmo

Gujarat

Holi is celebrated with great fanfare in the Indian state of Gujarat. Falling on the full moon day in the month of Phalguna, Holi is a major Hindu festival and marks the agricultural season of the Rabi crop.

A bonfire is lit in the main squares of the villages and colonies. People gather around the bonfire and celebrate the event with singing and dancing, which is symbolic of the victory of good over evil. Tribals of Gujarat celebrate Holi with great enthusiasm and also dance around the fire.

In Western India, Ahmedabad in Gujarat, a pot of buttermilk is hung high on the streets and young boys try to reach it and break it by making human pyramids. The girls try to stop them by throwing colored water on them to commemorate the pranks of Krishna and cowherd boys to steal butter and 'gopis' while trying to stop the girls. The boy who finally manages to break the pot is crowned the Holi King. Afterwards, the men, who are now very colorful men, go out in a large procession to "alert" people of the Krishna's possible appearance to steal butter from their homes.

In some places, there is a custom in the undivided Hindu families that the women of the families beat their brother-in-law with her sari rolled up into a rope in a mock rage as they try to drench them with colours, and in turn, the brothers-in-law bring sweetmeats to her in the evening.

Maharashtra

In Maharashtra, Holi is mainly associated with the burning of Holika. Holi Paurnima is also celebrated as Shimga. A week before the festival, youngsters go around the community, collecting firewood and money. On the day of Holi, the firewood is arranged in a huge pile at a clearing in the locality. In the evening, the fire is lit. Every household makes an offering of a meal and desert to the fire god. Puran Poli is the main delicacy and children shout "Holi re Holi puranachi poli". Shimga is associated with the elimination of all evil. The color celebrations here traditionally take place on the day of Rangapanchami, unlike in North India where it is done on the second day itself.During this festival, people are supposed to forget about any rivalries for the day.

Manipur

Manipuris celebrate Holi for six days. Here, this holiday merges with the centuries-old festival of Yaosang. Traditionally, the festival commences with the burning of a thatched hut of hay and twigs. Young children go from house to house to collect money, locally known as nakadeng (or nakatheng), as gifts on the first two days. The youths at night perform a group folk dance called 'thaabal chongba' on the full moon night of Lamta (Phalgun) along with folk songs and rhythmic beats of the indigenous drum. However, this moonlight party now has modern bands and fluorescent lamps. In Krishna temples, devotees sing devotional songs, perform dances and play with aber (gulal) wearing traditional white and yellow turbans. On the last day of the festival, large processions are taken out to the main Krishna temple near Imphal where several cultural activities are held. Since the past few decades Yaoshang, a type of Indian sport, has become common in many places of the valley, where people of all ages come out to participate in a number of sports that are somewhat altered for the holiday.

Kerala

Holi celebrations at College of Engineering, Adoor Kerala

In the Mattancherry area of Kochi, there are 22 different communities living together in harmony. The Gaud Sarawat Brahmins (GSB) who speak Konkani also celebrate Holi in Cherlai area of West Kochi instead of in theior own community. It is locally called Ukkuli in Konkani or Manjal Kuli in Malayalam. It is celebrated around the Konkani temple called Gosripuram Thirumala temple. Holi is also celebrated at some colleges in south.

Karnataka, Andhra Pradesh

Holi is celebrated with much fervor here. Unlike in the other Indian communities, it is also here a school holiday. There is also a tradition followed in rural Karnataka where children collect money and wood for weeks prior to Holi, and on Kamadhana night all the wood is put together and lit. The festival is celebrated for two days. People in north Karnataka prepare special food on this day. In Andhra Pradesh Holi is celebrated along with Basnata Panchami. In the Telangana region,especially the capital city of Hyderabad, Holi is a major festival, and the festivities and color starts appearing at least a day before the actual holiday.

Jammu & Kashmir

In Kashmir, the Kashmiris and Hindus alike celebrate Holi. Holi celebrations here pretty much fit the general definition of Holi celebrations: a high-spirited festival to mark the beginning of the harvesting of the summer crop, is marked by the throwing of colored water and powder and singing and dancing. Holi is also celebrated in great fervor in Jammu.
Holi celebrations by the India Student Association at University of New Mexico

Haryana, Rural Delhi & West UP

This region has its own variety of Holi. The festival is celebrated with great jest and enthusiasm. Dhampur is a city and a municipal board in the Bijnor district in the state of Uttar Pradesh of India. The Holi celebration in Dhampur is famous throughout the whole of Western UP.

Punjab

There is a Sikh festival of Hola Mohalla, simply Hola takes place on the first of the lunar month of Chet which usually falls in March. This, by a tradition established by Guru Gobind Singh, follows the Hindu festival of Holi by one day; Hola is the masculine form of the feminine sounding Holi. The word "Mohalla" is derived from the Arabic root hal (alighting, descending) and is a Punjabi word that implies an organized procession in the form of an army column. But unlike Holi, when people playfully sprinkle colored powder, dry or mixed in water, on each other, the Guru made Hola Mohalla an occasion for the Sikhs to demonstrate their martial skills in simulated battles.
Dhampur

In Dhampur holi—holi hawan jaloos have been organized for the last 60 years. The festival involves almost 10,000 people, including lots of bands and Jhakhi, which represent the cultural values of Holi and India.
[edit] Indian diaspora

Over the years, Holi has become an important festival in many regions wherever Indian diaspora had found its roots, be it in Africa, North America, e and closer to home in South Asia. Nepal
Holika Dahan, Kathamandu, Nepal.

In Nepal, Holi is regarded as one of the greatest festivals, as important as Dashain (also known as Dussehra in India) and Tihar or Dipawali (also known asDiwali in India). Since more than 80% of people in Nepal are Hindus, Holi, along with many other Hindu festivals, is celebrated in Nepal as a national festival and almost everyone celebrates it regardless of their religion, e.g., even Muslims celebrate it. Christians may also join in, although since Holi falls during Lent, many would not join in the festivities. The day of Holi is also a national holiday in Nepal.

People walk down their neighbourhoods to celebrate Holi by exchanging colours and spraying coloured water on one another. A popular activity is the throwing of water balloons at one another, sometimes called lola (meaning water balloon).Also a lot of people mix bhang in their drinks and food, as also done during Shivaratri. It is believed that the combination of different colours played at this festival take all the sorrow away and make life itself more colourful.
 Traditional Holi
Flowers of Dhak or Palash are used to make traditional colours

The spring season, during which the weather changes, is believed to cause viral fever and cold. The playful throwing of natural coloured powders has a medicinal significance: the colours are traditionally made of Neem, Kumkum, Haldi, Bilva, and other medicinal herbs prescribed by Āyurvedic doctors.

A special drink called thandai is prepared (commonly made of almonds, pistachios, rose petals, etc.), sometimes containing bhang (Cannabis indica). For wet colours, traditional flowers of Palash are boiled and soaked in water over night to produced yellow coloured water, which also had medicinal properties. Unfortunately the commercial aspect of celebration has led to an increase in the use of synthetic colours which, in some cases, may be toxic.


As the spring-blossoming trees that once supplied the colors used to celebrate Holi have become more rare, chemically produced industrial dyes have been used to take their place in almost all of urban India. In 2001, a fact sheet was published by the groups Toxics link and Vatavaran based in Delhi on the chemical dyes used in the festival. They found safety issues with all three forms in which the Holi colors are produced: pastes, dry colors and water colors.

Their investigation found some toxic chemicals with some potentially severe health impacts. The black powders were found to contain lead oxide which can result in renal failure. Two colors were found to be carcinogenic: silver, with aluminium bromide, and red, with mercury sulphide. The prussian blue used in the blue powder has been associated with contact dermatitis, while the copper sulphate in the green has been documented to cause eye allergiese, puffiness of the eyes, or temporary blindness.A Natural Holi in Pune, an alternative to synthetic colors

The colorant used in the dry colors, also called gulals, was found to be toxic, with heavy metals causing asthma, skin diseases and temporary blindness. Both of the commonly used bases—asbestos or silica—are associated with health issues.
They reported that the wet colors might lead to skin discolouration and dermatitis due to their use of color concentrate gentian violet.

Lack of control over the quality and content of these colours is a problem, as they are frequently sold by vendors who do not know their origin.

The report galvanized a number of groups into promoting more natural celebrations of Holi. Development Alternatives, Delhi and Kalpavriksh,[Pune, The CLEAN India campaign and Society for Child Development, through its Avacayam Cooperative Campaign  have both launched campaigns to help children learn to make their own colours for Holi from safer, natural ingredients. Meanwhile, some commercial companies such as the National Botanical Research Institute have begun to market "herbal" dyes, though these are substantially more expensive than the dangerous alternatives. However, it may be noted that many parts of rural India have always resorted to natural colours (and other parts of festivities more than colours) due to availability reasons.
Environmental impact

An alleged environmental issue related to the celebration of Holi is the traditional Holika Dahan bonfire, which is believed to contribute to deforestation. A local tabloid had a view published that 30,000 bonfires each burning approximately 100 kg of wood are lit in one season. Several methods of preventing this consumption of wood have been proposed, including the replacement of wood with waste material or lighting of a single fire per community, rather than multiple smaller fires. However, the idea of lighting waste material antagonizes large sections of a certain community who take it as a Western attack to their cultures and traditions citing several examples of similar festivities elsewhere. There is also concern about the large scale wastage of water and water-pollution due to synthetic colors during Holi celebration.
Influence on popular culture

In the music video for their song "The Catalyst.", American rock band Linkin Park incorporated scenes of band members throwing powdered color at one another. The videos director, band turntablist Joe Hahn, identifies Holi as a direct influence on the visual style of the video. Hahn states that "The irony of making the video was that the inspiration for the colors came from the Color Festival in India called Holi." Mr Hahn further elaborates on the religious significance of the colors, "People collect these pigments throughout the year to release them in this festival as a celebration of life and tribute to Vishnu."
The holi festival was featured as a RoadBlock challenge in the popular CBS reality television show The Amazing Race 13, episode 7.

The Ke$ha music video for the song "Take It Off" features powdered colored dyes similar to those used to celebrate Holi.
On May 31, 2007, the independent film, Outsourced, premiered at the Seattle International Film Festival. The plot of the film details the story of Todd Anderson, an American call center novelty products salesman (Josh Hamilton) as he heads to India to train his replacement after his entire department is outsourced to a new, much cheaper call center in Gharapuri, India. Todd soon discovers that in order to successfully train his new charges, he must first learn about the culture of the workers. Among the many customs and traditions Todd encounters in his education of India is the celebration of Holi. The film beautifully captures the spirit of joy and playfulness that surrounds this colorful celebration of life and the onset of Spring.
The March 17th, 2011 episode of the NBC series based on the film of the same name, Outsourced, entitled "Todd's Holi War", takes a more sitcom-oriented approach to the holiday, marking Holi's first appearance on American network television.

समाचार News 08.03.2012


दिनांक : ८.३.२०१२
०८००
मुख्य समाचार :-
  • उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और मणिपुर में नई सरकार के गठन के लिए राजनीतिक गतिविधियां तेज हुई। श्री मनोहर परिकर कल गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
  • आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस। महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए भारतीय गैर सरकारी संगठन चिंतन को अमरीका का पहला अभिनव पुरस्कार।
  • आज देश भर में रंगों के त्योहार होली की धूम।
  • तीन देशों की एकदिवसीय क्रिकेट मैचों की श्रृंखला के तीसरे और निर्णायक फाइनल में आज एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया का सामना श्रीलंका से।

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पंजाब, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में विधानसभा चुनाव के बाद नई सरकार के गठन के लिए राजनीतिक गतिविधियां तेज हो रही हैं।
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज चंडीगढ़ में अपनी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक बुलाई है। आज शाम चंडीगढ़ में पार्टी की कोर समिति की भी बैठक होगी, जिसमें राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की जाएगी। शिरोमणि अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की संयुक्त बैठक अब आज के बजाय कल होगी। इस बैठक में गठबंधन के नेता का चुनाव किया जाएगा। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार नई सरकार को ग्यारह मार्च को शपथ दिलाई जा सकती है। इस बीच राज्यपाल शिवराज वी पाटिल ने १३वीं विधानसभा भंग कर दी है। इससे राज्य की १४वीं विधानसभा के गठन का रास्ता साफ हो गया है।

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उत्तर प्रदेश में राज्यपाल बी एल जोशी आज सोलहवीं विधानसभा के गठन की अधिसूचना जारी करेंगे।
इससे पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा नव निर्वाचित विधायकों की सूची राज्यपाल को सौंपेंगे। अधिसूचना जारी हाने के बाद चुनाव आचार संहिता हटा ली जाएगी।

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इस बीच समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने की कई नेताओं की मांग के बीच, पार्टी विधायक दल की बैठक अब शनिवार को होने की संभावना है।

समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक होली बाद दस मार्च को लखनऊ में बुलाई गई है। इसमें विधायक दल के नेता का औपचारिक रूप से चुनाव होगा। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय महासचिव किरणमय नंदा ने कहा है कि मुलायम सिंह यादव राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे और पार्टी के ससंदीय बोर्ड की बैठक में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक कल लखनऊ में हुई थी। मुलायम सिंह यादव ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की है। पार्टी सरकार बनाने का अपना औपचारिक दावा विधायकों की बैठक के बाद प्रस्तुत करेगी। मुख्यमंत्री मायावती ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया है।
सुनील शुक्ल, आकाशवाणी समाचार, लखनऊ

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उत्तराखंड में सरकार के गठन के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों की राजनीतिक सरगर्मी जारी है। कांग्रेस विधायक दल ने अपना नेता चुनने का अधिकार पार्टी अध्य+क्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि सरकार के गठन में समय लग सकता है, क्योंकि निर्दलीय, बी एस पी, और उत्तराखंड क्रांति दल पी के विधायक किसी एक पार्टी को समर्थन देने पर अभी कोई राय नहीं बना सके हैं।

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मणिपुर विधानसभा चुनाव में दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल करने के बाद अब कांग्रेस पार्टी अपनी रणनीति तैयार करने में जुटी है।

मणिपुर में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं। ६० में से ४२ सीटें जीतकर दो तिहाई से अधिक बहुमत हासिल करने बाद कांग्रेस ने तीसरी बार सरकार बनाने के लिए प्रयास तेज कर दिये हैं। इसी सिलसिले में कांग्रेस के दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कल देर रात तक मुख्यमंत्री इबोबी सिंह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों के साथ कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए विचार विमर्श किया। केंद्रीय पर्यवेक्षकों द्वारा आज पार्टी हाईकमान को दिल्ली में अपनी रिपोर्ट सौंपे जाने की उम्मीद है। आकाशवाणी समाचार के लिए के इम्फान से इरोमचा शर्मा साथ राजीव रुस्तगीं।

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श्री मनोहर पारिकर को गोवा के नए मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वे भारतीय जनता पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे। उन्हें दो निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी प्राप्त है। चालीस सदस्यीय गोवा विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को २१ और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को तीन सीटें मिली हैं।

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कांगे्रस के कोर गु्रप की बैठक कल नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पर हुई। इसमें प्रधानमंत्री के अलावा पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य सदस्यों ने हिस्सा लिया। समझा जाता है कि बैठक में संसद के बजट सत्र के बारे में विचार-विमर्श किया गया।

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सरकार, देशवासियों के बायोमीट्रिक आंकड़े जुटाने के काम में मदद देने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को वैधानिक अधिकार देने संबंधी विधेयक संसद के मानसून सत्र में पेश करेगी। योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोन्टेक सिंह अहलुवालिया ने कल नई दिल्ली में कहा कि बजट सत्र में अधिक कामकाज होने की वजह से विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से संबंधित विधेयक मानसून सत्र में पेश किया जा सकेगा। योजना आयोग से ऐसे विधेयक का प्रारूप तैयार करने को कहा गया है, जिससे प्राधिकरण को वैधानिक मान्यता मिल सके। इस समय यह प्राधिकरण सरकार के आदेश के तहत काम कर रहा है।

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आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। विश्वभर में महिला संगठन कई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। इस अवसर पर कई देशों में राष्ट्रीय अवकाश भी रहता है। भारत में गोष्ठियां और अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।

नई दिल्ली में कल राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने २०११ के स्त्री शक्ति पुरस्कार प्रदान करते हुए कहा हालांकि पिछले दशक में देश में स्त्री-पुरुष अनुपात में सुधार हुआ है, इसके बावजूद यह अंतर्राष्ट्रीय अनुपात से कम है।

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अमरीका ने एक भारतीय गैर सरकारी संगठन चिन्तन को महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए पहले अभिनव पुरस्कार के लिए चुना है। ये पुरस्कार राशि रॉंक फेलर फाउंडेशन देगा। हरित क्षेत्र में रोजगार, समर्थन और समुदाय का संगठन करके पर्यावरणीय न्याय में वृद्धि और पारिस्थितिकी संतुलन बनाने की दिशा में काम करने के लिए चिन्तन को चुना गया है।

तमिलनाडु सरकार ने तमिल कवयित्री अव्‌वइयर के नाम पर महिलाओं के लिए वार्षिक पुरस्कार शुरू करने की घोषणा की है। राज्य की मुख्यमंत्री जे जयललिता आज ये पुरस्कार प्रदान करेंगी।

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रंगों का त्यौहार होली आज देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति प्रतिभा देवीसिंह पाटील ने अपने संदेश में कहा है कि रंगों का त्यौहार होली लोगों की जिंदगी में खुशी, आशा और संतुष्टी लाता है। उप राष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कहा है कि यह त्यौहार वसंत के आगमन का प्रतीक है, जो शांति, खुशियां और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि रंगों का त्यौहार होली देश की समृद्ध और विविध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि यह त्यौहार भाई-चारे और सद्भाव के साथ मनाया जाता है।
राजधानी में आज एयरपोर्ट मैट्रो सेवा, दिल्ली मेट्रो और दिल्ली परिवहन निगम की बसें दोपहर दो बजे तक बंद रहेगी।

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रंगों और उमंगों का त्योहार होली आज समूचे उत्तर प्रदेश में भी उत्साह और धार्मिक उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि राज्य में आज सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
पूरे राज्य में होली का माहौल कल रात से होलिका दहन के बाद से ही दिखाई दे रहा है। बहुत सी जगहों पर लोग खासकर बच्चों ने समूहों में निकलकर होली खेलना शुरू कर दिया है। बच्चों के हाथों में स्टाइलिश पिचकारी इस माहौल को एक नया रंग दे रही है। परंपरागत होली के मशहूर मथुरा, वृंदावन और वाराणसी में बड़ी संख्या में लोग होली मनाने पहुंचे हैं। होली के अवसर पर राज्यभर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं। पुलिस पीएसी के साथ-साथ रैपिड एक्शन फोर्स भी तैनात की गई है।
संजय प्रताप सिंह, आकाशवाणी समाचार, इलाहाबाद

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रवि नाम से लोकप्रिय प्रख्यात संगीतकार रविशंकर शर्मा का लम्बी बीमारी के बाद कल रात मुम्बई में निधन हो गया। वे ८६ वर्ष के थे, उन्होंने ७० से ज्यादा हिन्दी फिल्मों और १४ मलयालम फिल्मों को संगीतबद्ध किया। उन्होंने अपनी अंतिम सांस बॉम्बे अस्पताल में ली। तीन मार्च १९२६ को दिल्ली में जन्मे रवि की लोकप्रिय रचनाओं में चौदहवीं का चॉद हो, तोरा मन दर्पण कहलाये, बार-बार देखो हजार बार देखो, मिलती है जिन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी, और ओ मेरी ज+ौहरा ज+बीं जैसे सदाबहार गीत शामिल हैे।

तोरा मन दर्पण गीत....
आशा भोसले की आवाज में शास्त्रीय संगीत से सजी इस सुरीली धुन के रचनाकार रवि ने कभी शास्त्रीय संगीत नहीं सीखा, बचपन में पिता के गाए भजन सुने, ख्ुाद हारमोनियम और दूसरे साजों से सबक लिए। घर खर्च चलाने के लिए इलेक्ट्रिशियन का काम किया, पर मन नहीं माना और १९५० में गायक बनने की चाह लिए बंबई पहुंच गए। हेमंत कुमार ने आनंदमठ में वंदेमातरम्‌ की रिकॉर्डिंग में कोरस में गाने का मौका दिया।

फिर रवि ने मुडकर नहीं देखा और आशा भोसले से लेकर महेंद्र कपूर तक एक से एक नायब आवाजों के साथ हिट संगीत देते रहे।
न सर उठा के जियो....महेंद्र कपूर
पचास और साठ के दशक में चौहदवीं का चांद, नीलकमल, हमराज और वक्त जैसी अनेक फिल्मों में रवि का रोमांटिक संगीत आज भी हर महफिल की जान है। वक्त में बलराज साहनी पर फिल्माया गया ये अमर गीत आज भी हर कदम में थिरकन भर देता है।ओ मेरी जोहरा जबीं
...

१९७० से १९८२ तक लंबे आराम के बाद फिल्म निकाह में रवि की इस सुरीली धुन ने सलमा आगा को ंफिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ गायिका पुरस्कार दिला दिया।

दिल के अरमां...

इस दुनिया से ंरवि की मुलाकात भले ही बस इतनी रही, पर उनके नगमे हवाओं में गूंजते रहेंगे।

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तीन देशों की एक दिवसीय मैचों की क्रिकेट श्रृखंला के बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स का अंतिम मैच आज एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया ने पहला और श्रीलंका ने दूसरा फाइनल जीता था।

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आज के मैच का आंखोंदेखा हाल आकाशवाणी से सुबह साढे+ आठ बजे से हिंदी और अंग्रेजी में बारी-बारी से प्रसारित किया जाएगा।

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समाचार पत्रों से
होली के रंगों में सराबोर अखबारों ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों और उसके बाद के राजनीतिक परिदृश्य को अहमियत दी है। पंजाब केसरी की सुर्खी है-उत्तर प्रदेश में सीएम पर सस्पेंस। कांग्रेस की समीक्षा बैठक पर हिंदुस्तान लिखता है-वरिष्ठ नेताओं पर गिर सकती है गाज, कांग्रेस अध्यक्ष ने दिए संगठन में बदलाव के संकेत। जनसत्ता की सुर्खी है-भाजपा अब भी मुगालते में। अमर उजाला का कहना है-होली एक ऐसा त्योहार है जो थोड़ा अवकाश और खुद पर हंस पाने की थोड़ी बेबाक ईमानदारी मांगता है।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की घोषणा पर देशबंधु की सुर्खी है-क्षेत्रीय प्रतिभा का बोलबाला, विद्या सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री।
चैक बाउंस मामले पर पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और कांग्रेस सांसद अहरुद्दीन पर १५ लाख का जुर्माना नईदुनिया के मुखपृष्ठ पर है, सुर्खी है-अदालत ने पूछा वक्त क्यों जाया किया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दैनिक भास्कर की सुर्खी है-हालात से लड़कर हासिल की मंजिल, भारतीय महिलाओं की है पहचान, दुनिया से दोगुनी उड़ान। नवभारत टाइम्स ने होली और अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के संयोग पर लिखा है-एक महिला मुक्ति के साथ जुड़ी है तो एक अघोषित रूप से महिला और पुरुष दोनों की मुक्ति के साथ, एक की जड़ें आधुनिकता से निकली हैं तो दूसरे की परंपरा से, लेकिन शरीर और मन की समाज निर्धारित सीमाओं से बाहर निकलने की इच्छा दोनों को प्रेरणा देती है।
0815 HRS
08th March, 2012
THE HEADLINES
  • Political activities are on in Uttar Pradesh, Uttarakhand, Punjab and Manipur to form new governments; Manohar Parrikar to be sworn in as Chief Minister of Goa tomorrow.
  • Today is International Women's Day; Indian NGO Chintan chosen for America's first Innovation Award for the Empowerment of Women and Girls.
  • Holi, the festival of colours is being celebrated across the country today.
  • Australia to clash with Sri Lanka in the third and deciding final of the tri-nation ODI Cricket series at Adelaide today.
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Political activities are taking place in Uttar Pradesh, Uttarakhand, Punjab and Manipur to form new governments. In Punjab, Shiromani Akali Dal President Sukhbir Singh Badal has convened a meeting of the newly elected legislators of his party at Chandigarh today. A meeting of the core committee of the party will also be held at Chandigarh in the evening to discuss the political situation, while a joint meeting of Shiromani Akali Dal and BJP legislators has been postponed till tomorrow. Political sources said, the new government may take oath on 11th of this month. Meanwhile, Punjab Governor Shiv Raj V. Patil has dissolved the 13th Punjab Vidhan Sabha thus paving the way for the 14th Vidhan Sabha. In Uttar Pradesh, notification for constitution of the 16th assembly is being issued today by the governor Mr. BL Joshi. Our correspondent reports that state Chief Electoral Officer Umesh Sinha will submit the list of the newly elected MLAs to the Governor before the notification. After notification, the model code of conduct imposed by the Election Commission will be lifted from the state. More from our correspondent;
"Meeting of newly elected MLAs of Samajwadi Party has been called on 10th of this month after Holi festival to elect its new leader. Earlier this meeting was scheduled on yesterday. President of state unit of the Party Akhilesh Yadav and its one of the general Secretary Kironmoy Nanda have announced that Mulayam Singh Yadav will be next chief Minister. They said that in the meeting of Party`s Parliamentary Board it was decided unanimously. Mulayam Singh Yadav met the Governor at Raj Bhawan. SP has termed it a courtesy meeting. SP will formally stake its claim to form the next government after meeting of its newly elected MLAs. Sunil Shukla, AIR News Lucknow."
In Uttarakhand, the Congress Legislature Party has authorised Party President Sonia Gandhi to elect the its new leader. Our correspondent reports that political experts say, formation of a government will take time in the state as Indepdents, BSP and UKD(P) MLAs are still not clear on the issue of support. After gaining an over two-third majority in the Manipur Assembly elections, the Congress party high command has sent Luzinho Faleiro and Hemant Biswa Sarma as central observers to decide on the further course of action. Our correspondent has filed this report;
"After day-long hectic consultations by the two central observers of Congress party Luizinho Faleiro and Hemanta Biswa Sarma with newly elected legislators and state leaders, election of CLP leader has been left to the party high command.With this all eyes are on 10 Janpath to decide who will become the new Chief Minister of Manipur. Ibomcha Sharma, AIR News, Imphal."
In Goa, Manohar Parrikar will be sworn in as the new Chief Minister of the state on Friday evening. He will be heading the Bharatiya Janata Party and the Maharashtrawadi Gomantak Party combine. Parrikar will also take the support of two independent candidates. The strength of the combine has already reached twenty six in the forty-member assembly.
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A meeting of the Congress core group was held at the Prime Minister Dr Manmohan Singh's residence in New Delhi yesterday. The meeting was attended by Dr Singh, Party President Sonia Gandhi and other members of the party. The core group is understood to have deliberatied on the upcoming budget session of Parliament.
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Today is International Women's Day. The day is an occasion marked by women's groups around the world. This day is also commemorated at the United Nations and is designated in many countries as a national holiday. In India, seminars, symposia and other programmes are being organised to mark the day. Addressing a function in New Delhi yesterday after presenting the Stree Shakti Puraskar for the year 2011, the President Mrs. Pratibha Devisingh Patil said that though the gender ratio has risen in the last decade, it falls short of the global ratio. Tamil Nadu Chief Minister J Jayalalithaa announced the institution of an award for women in the name of Tamil Poetess 'Avvaiyar.'
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An Indian NGO, Chintan has been chosen for America's first Innovation Award for the Empowerment of Women and Girls. The Award funded by the Rockefeller Foundation through the Secretary's International Fund for Women and Girls will be formally announced by Secretary of State, Hillary Clinton and the Rockefeller Foundation President Dr Judith Rodin on Friday. In a statement in Washington, the State Department said, the Secretary's Innovation Award is given to 'Chintan' in support of its work to reduce ecological footprints and increase environmental justice amongst the informal sector through green jobs, advocacy and community organising. Chintan has been selected for the award along with NGOs from Kenya and Tanzania.
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The government will introduce a bill during the Monsoon Session of Parliament to give legislative powers to the Unique Identification Authority of India, UIDAI to facilitate its work relating to collection of biometric data of residents. Talking to reporters in New Delhi yesterday, Planning Commission Deputy Chairman Montek Singh Ahluwalia said, there are other things to be done in the Budget Session. The Planning Commission, which is providing administrative support to the Authority, has been asked to draft the Bill that would provide legal sanctity to the UIDAI. The Authority is currently working under an executive order. Earlier, the bill for providing legislative powers to the authority was put off by the Parliamentary Standing Committee on Finance headed by former Finance Minster Yashwant Sinha in December.
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The Supreme Court has ruled that Doctors possessing medical degrees from an off-shore overseas campus cannot practice in India if the certificate awarded to them is not recognised by the country in which the college is located. A bench of justices R M Lodha and H L Gokhale passed the ruling dismissing a bunch of appeals by students of the Tamil Nadu-based Vinayaka Medical Research Foundation, challenging refusal of the Medical Council of India to recognise their degree from the varsity's off-shore campus in Thailand. The Medical Council of Inidia had refused to recognise the degree on the ground that the same was not recognised by Thailand.
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Holi the festival of colours is being celebrated across the country today. The President, Vice President and the Prime Minister have greeted the nation on the ocassion. In her message, the President Mrs Pratibha Devisingh Patil said that Holi is a festival of colours that heralds joy, hope and fulfilment in the lives of people. In a message the Vice President, Mohammed. Hamid Ansari said, this festival marks the onset of spring and will bring peace happiness and promote national integration. The Prime Minister Dr Manmohan Singh, in his message, has said that the festival of colours is a part of the country's rich and diverse cultural heritage. Holi is being celebrated with fun, fervour and religious enthusiasm across Uttar Pradesh today. Our correspondent reports that strict security arrangements have been made in the state today.
"Holi festivities are being seen since last night after holy fire throughout the state. People especially young ones who are on the street in groups have started playing holi with fun and fervour .Huge rush of people are gathered in Mathura,Vrindavan and Varanansi to celebrate holi with religious enthusiasm. Children are being seen with stylish Pichkaris depicting the mood of everybody today. In view of holi the security has been tightened throughout the state. Apart from police, PAC and Rapid action force have been deployed in many areas. Sanjay Pratap AIR Allahabad."
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Australia will clash with Sri Lanka in the third and deciding final of the tri-nation ODI Cricket series at the Adelaide today. Both teams are evenly placed from the earlier two finals played on Tuesday and Sunday. Australia will go without its skipper Michael Clarke due to his serious left hamstring injury. In his absence, Shane Watson, presently Vice Captain, is certain to lead the team. A report from our sport desk;
"Both teams have been equally brilliant so far, the results in the last two finals say it all. The problem in the first two finals for Australia has been the modest performance of their bowlers, especially in the slog overs. Even though Australia won the first final but the Lankans almost chased down a mammoth 321, scoring 306. In the second final, the Sri Lankans quite easily chased 272, smashing the bowlers to all parts of the park. The batsmen of both the teams are in a great touch, Dilshan, Chandimal and Sangakkara from Sri Lanka and David Warner, David Hussey and Michael Clarke from Australia. So, a performance par excellence will be needed by the bowlers of both the teams, as the pitch will be slow, similar to that in the last match. So, will it be Australia, completing their brilliant overall performance, or will it be Sri Lanka, entering the Asia Cup beginning this Sunday, as favorites. It’s anybody’s guess. SAVVY HASAN KHAN, for AIR NEWS."
All India Radio will broadcast a running commentary on today's match from 8.30 am till the end of the play.
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India's campaign in All England Badminton Open in Birmingham got off to a disastrous start yesterday, with many shuttlers losing out in their opening. On the winning side were World Number 4 Saina Nehwal in Women's Singles and the Indian duo of Jwala Gutta and Ashwini Ponappa in the Women's Doubles. In the opening round yesterday, Saina defeated qualifier Sapsiree Taerattanachai, 21-11, 13-21, 21-13 while Jwala and Ashwini beat the Indonesian pair of Anneke Feinya Agustin and Nitya Krishinda Maheswari, 21-16, 21-16.
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Noted musician Ravi Shankar Sharma, popularly known as Ravi, passed away in a Mumbai Hospital yesterday due to cardio-respiratory arrest. The 86-year old music maestro composed music for several Hindi and Malayalam films, such as ‘Waqt’, ‘Neel Kamal’, ‘Phool Aur Patthar’, ‘Humraaz’, ‘Nikaah’, ‘Do Badan’, ‘Aankhen’, ‘Chaudhvin Ka Chand’ and ‘Gumraah’. A tribute from our news desk;
"Ravi had no formal training in classical music. He learned music from listening to his father sing bhajans. In 1950, he decided to shift to Bombay and become a professional singer. He was discovered by Hemant Kumar, who hired him to sing backing vocals in Vande Mataram from the film Anand Math Ravi. Ravi gave several hit songs.
He was also instrumental in making Mahendra Kapoor a popular singer in Bollywood. In 1982, he gave music for the Hindi film and one of the film's songs Dil ke armaan aansooyon main beh gaye sung by Salma Agha won her the Filmfare Best Female Playback Award."
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TODAY'S NEWSPAPERS HEADLINES
The suspense over who will be Chief Minister in Uttar Pradesh and demand for a generational change in UP, is covered by the press. "Mulayam or Akhilesh for CM? SP just can't decide", reports Hindustan Times. "Mulayam or Akhilesh? Samajwadi Party in pehle aap mode", headlines the Times of India.
After reviewing the Congress party's performance in the recently concluded Assembly Elections, party President Sonia Gandhi said that she blames the poll rout on prices and weak organisation" according to the Financial Express. "Sonia says mistakes made, corrective steps expected", headlines the Asian Age.
In what seems to be a breakthrough into the Israeli Embassy car blast case, the Delhi police have arrested a freelance journalist who used to report for an Iran-based newspaper, on suspicion of involvement. " Delhi journalist first arrest in attack on Israeli diplomat", headlines the Indian Express. The Hindustan Times writes that for his family members Mohammed Ahmad Kazmi was a man of truth and it was this habit that has now landed him in trouble.
The Tribune reports that the issue of 'Jat reservation' rocked the Haryana Assembly as well as other parts of the state, particularly Hisar district - after a protesting youth was allegedly killed in police firing. "Jat protesters on rampage, Army called out in Hisar", is the Tribune Headline.
"Gasping for air", is the Mail Today headline, which adds, Kingfisher, Jet Airways and Air India descend into chaos over mounting liquidity problems and pilot trouble.
And finally, the Asian Age writes of a study from the Fermi National Accelerator Laboratory in Illinois. "US scientists detect hints of 'God particle', saying they are even closer to proving the so called God particle or Higgs Boson, that supplies mass to matter and would complete Albert Einstein's theory of the Universe.
०८.०३.२०१२
२०४५
मुख्य समाचार :-
  • मनोहर पर्रिकर कल गोवा के और प्रकाश सिंह बादल बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
  • समाजवादी पार्टी विधायकों की नेता चुनने के लिए बैठक शनिवार को लखनऊ में।
  • उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के खंडित जनादेश को देखते हुए नई सरकार बनाने पर अनिश्चितता।
  • मध्य प्रदेश में मुरैना जिले में अवैध खनन माफिया ने आई पी एस अधिकारी नरेन्द्र कुमार की हत्या की।
  • केरल के पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंदन, अपने बेटे को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी अकादमी का निदेशक नियुक्त करने में अपने पद और अधिकार के दुरूपयोग के दोषी पाए गए।
  • रंगों का त्यौहार होली धूमधाम से मनाया गया। मुंबई में एक सौ ४० से ज्यादा लोग जहरीले रंग से बीमार। इनमें अधिकांश बच्चे।
  • ऑस्ट्रेलिया ने तीन देशों की एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला जीती। एडिलेड में तीसरे और निर्णायक मैच में श्रीलंका को १६ रन से हराया।
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चुनाव के नतीजे आने के बाद पांच राज्यों की राजधानियों में नई सरकारें बनाने के लिए राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गइर्ं हैं। पंजाब में प्रकाश सिंह बादल को आज शिरोमणि अकाली दल विधायक दल का नेता चुना गया।
हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि शिरोमणि अकाली दल और भाजपा विधायकों की एक संयुक्त बैठक कल चण्डीगढ़ में होगी और बाद में यह गठबंधन नई सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। शिरोमणि अकाली दल और भाजपा ने राज्य की ११७ सदस्यीय विधानसभा में ६८ सीटें जीती हैं।
उत्तरप्रदेश में शनिवार को लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक के बाद पार्टी सरकार बनाने का अपना दावा औपचारिक रूप से पेश करेगी। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि पार्टी ने मुलायम सिंह को अगला मुख्यमंत्री बनाना तय कर लिया है।


राज्य में १६वीं विधानसभा के गठन के लिए अधिसूचना राज्यपाल ने जारी कर दिया है। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा लागू आदर आचार संहिता को भी उठा लिया गया है। इसके पहले मुख्य निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने नव-निर्वाचित सदस्यों की सूची राज्यपाल को सौंपी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के नैतिक जिम्मेदारियां लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। समाजवादी पार्टी के नव-निर्वाचित विधायकों की बैठक शनिवार को लखनऊ में पार्टी मुख्यालय पर बुलाई गई है। इसमें विधायक दल के नेता का चुनाव किया जाएगा। पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में अगले मुख्यमंत्री के तौर पर मुलायम सिंह यादव के नाम पर निर्णय लिया गया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी के एक महासचिव किरण महिन्दा ने भी कहा है कि अगले मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ही होंगे। पार्टी सरकार बनाने का औपचारिक दावा विधायकों की बैठक के बाद ही प्रस्तुत करेगी। सुनील शुक्ल, आकाशवाणी समाचार, लखनऊ।
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मणिपुर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दोनों पर्यवेक्षकों ने प्रदेश इकाई के नेताओं और नवनिर्वाचित विधायकों के साथ विचार-विमर्श किया। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि नई सरकार का गठन होली के पांच दिन के उत्सव के बाद होगा।
कांग्रेस के दो केंद्रीय पर्यवेक्षक लूई जिनो फलेरो और हेमेंत विश्वशर्मा मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकरम इबोबी सिंह, प्रदेश पार्टी अध्यक्ष और नव-निर्वाचित कांग्रेस विधायकों से मिलने के बाद आज नई दिल्ली लौट गए। नई दिल्ली में कांग्रेस पर्यवेक्षक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपनी रिपोर्ट सौपेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि मणिपुर में कांग्रेस विधायक दल के नेता के नाम पर अंतिम निर्णय सोनिया गांधी ही लेंगी। हालांकि नव वर्तमान मुख्यमंत्री राज्य विधानसभा चुनावों में पार्टी को तीसरी जीत दिलाने वाले ओकर इबोबी सिंह को विधायक दल के नेता चुने जाने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। इंफाल से राजीव रस्तोगी।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के खंडित जनादेश को देखते हुए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी, दोनों ही नवनिर्वाचित निर्दलीय तथा बहुजन समाज पार्टी विधायकों का समर्थन पाने के प्रयासों में जुटे हुए हैं।
कांगे्रस ७० सदस्यीय विधानसभा में ३२ सीटें लेकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है और भारतीय जनता पार्टी को एक सीट कम मिली है।
प्रदेश कांगे्रस इकाई के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धसमाना ने दावा किया है कि एक हते के अन्दर सरकार बन जायेगी।
उन्होंने कहा है कि तीन निर्दलीय उम्मीदवार समर्थन के लिए आगे आ गये हैं और सरकार बनाने के लिए समर्थन हासिल करने के लिए यूकेडी-पी के साथ बातचीत अंतिम चरण में है।
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि वह भी सरकार बनाने की दौड़ में है और गैर कांगे्रसी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए बातचीत जारी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता भगत सिंह कोशियारी ने कहा है कि निर्दलीय और अन्य विधायक सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी को समर्थन देंगे।
गोवा में मनोहर पर्रिकर को कल शाम पांच बजे राज्यपाल के० शंकरनारायणन पणजी में कम्पाल के एस०ए०जी० ग्राउंड में शपथ दिलायेंगे। भाजपा-एमजीपी गठबंधन के कुछ मंत्रियों को भी कल शपथ दिलायी जायेगी।

गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के शपथग्रहण समारोह में पार्टी की अनेक बड़ी हस्तियों के पहुंचने की उम्मीद है। पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी के अलावा वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज भी आने की संभावना है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री डी.पी. सुधारन गौडा भी समारोह में उपस्थित रहेंगे। भाजपा नेताओं की और समर्थकों की कल जुटने वाली संख्या को देखते हुए एक विशाल पेंडर लगाया गया है। पर्रिकर के मुख्यमंत्री बनने से गोवा की जनता को उम्मीद है कि अवैध खनन पर रोक लगने के साथ राज्य मे ंपर्यावरण की रक्षा होगी तथा पर्यटक के विकास को बढ़ावा मिलेगा। बालाजी प्रभगंवाकर, आकाशवाणी, पणजी।
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कांग्रेस ने मध्यावधि चुनाव की संभावना से इंकार किया है। पार्टी नेता और केंद्रीय मंत्री जयंती नटराजन तथा राजीव शुक्ला ने कहा कि यूपीए सरकार पूरी तरह स्थिर है और लोकसभा चुनाव, २०१४ में ही होंगे। श्रीमती नटराजन ने कहा कि कांग्रेस के अपने सभी सहयोगियों के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पहले ही कह चुकी हैं कि सभी सहयोगी दलों के साथ सम्पर्क जारी रहेंगे और यूपीए सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। श्री शुक्ला ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रदर्शन का लोकसभा चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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रेल मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता दिनेश त्रिवेदी ने आज पुरजोर शब्दों में कहा कि तृणमूल कांगे्रस यूपीए सरकार को नहीं गिरायेगी। उन्होंने मध्यावधि चुनाव के बारे में अपनी टिप्पणी को यह कहते हुए खारिज किया कि वह एक मंच पर महज विचारों का आदान-प्रदान था। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसे किसी और संदर्भ में नहीं लिया जाना चाहिए।
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मध्य प्रदेश में मुरैना जिले के बाडमौर इलाके में आज अवैध खनन माफिया ने आई पी एस अधिकारी नरेन्द्र कुमार की हत्या कर दी। इलाके में अवैध खनन की जानकारी मिलने पर एस.डी.ओ. नरेन्द्र कुमार ने वहां अवैध तरीके से पत्थर ले जा रही टे्रक्टर ट्राली को रोकने की कोशिश की, तभी ट्राली चालक ने उन्हें कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल नरेन्द्र कुमार को ग्वालियर ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गयी। चालक को गिरफ्‌तार कर लिया गया है। राज्य के गृहमंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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केरल में राज्य विधानसभा की समिति ने पाया है कि पूर्व मुख्यमंत्री वी एस अच्युतानंदन ने अपने बेटे वी. ए. अरूण कुमार को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी अकादमी का निदेशक नियुक्त करके अपने पद और अधिकार का दुरूपयोग किया। रिपोर्ट आज सदन में पेश की गई। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इससे पहले बिना पूरी योग्यता और अध्यापन अनुभव के श्री कुमार को मानव संसाधन विकास संस्थान में नियुक्ति किया गया और उन्हें पदोन्नति दी गई।
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जम्मू-कश्मीर में सीमावर्ती शहर राजौरी में एक धार्मिक जुलूस पर पत्थर फैंकने के बाद तनाव पैदा होने और बाद में आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद आज कर्यू लगा दिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, कर्यू एहतियात के तौर पर लगाया गया। शांति बनाए रखने के लिए शहर के संवेदनशील इलाकों में और सुरक्षा दस्ते तैनात किए गए हैं। किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। जुलूस में शामिल लोग रविवार को विश्व हिंदू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया की टिप्पणियों का विरोध कर रहे थे।
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ओबीसी कोटे में जाटों को आरक्षण के मुद्दे पर आज भी हरियाणा में विरोध जारी रहा। आंदोलनकारियों ने मय्‌यर में एक फैक्ट्री को नष्ट कर दिया और फतेहाबाद में गाजुवाला में पुलिस पर पत्थर फेंके। गाजुवाला में स्थिति तनावपूर्ण बतायी जाती है। हिसार के उपायुक्त अमित कुमार अग्रवाल के अनुसार भैनीमियाखुर्द में एक मार्ग को छोड़कर सभी राष्ट्रीय राजमार्ग खोल दिये गये है। उन्होंने कहा कि यातायात सामान्य ढंग से शुरू हो गया है तथा कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है।
इस बीच, खाप नेताओं ने आरक्षण मुद्दे पर भावी रणनीति तय करने के लिए कल जींद में बैठक बुलाई है।
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रंगों का त्यौहार होली आज देश भर में पारंपरिक श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी। वृंदावन के इस्कॉन मंदिर के होली कार्यक्रमों में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों ने भाग लिया। वहीं मथुरा के बरसाने में होली की धूम रही। देश के अन्य हिस्सों से भी होली मनाए जाने की खबर है। विदेशों में भी होली पर कई रंगा-रंग कार्यक्रम आयोजित किए गए।
लेकिन मुम्बई में होली के रंग उस समय फीके पड़ गए, जब बच्चों सहित एक सौ ४० से अधिक लोग जहरीले रंग के इस्तेमाल से बीमार पड़ गए, उनमें से अनेक लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि यह घटना धारावी के शास्त्रीनगर इलाके में हुई।

सभी को नजदीकी लोकमान्य तिलक जनरल अस्पताल के सूत्रों ने बताया है कि भर्ती किए गए लोगों में नौ से दस साल के बच्चे अधिक संख्या में शामिल हैं। रंगों में मिश्रित टाक्सिन की वजह से इन मरीजों में उल्टी तथा चक्कर आने की शिकायत दर्ज की गई है। उन्होंने ये भी बताया है कि गंभीर रूप से ्र्रप्रभावित मरीजों की हालत उपचार के बाद सामान्य हुई है। मुंबई से देवप्रिय भट्टाचार्य।
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ऑस्ट्रेलिया ने तीन देशों की एकदिवसीय क्रिकेट श्रृंखला का खिताब जीत लिया है। एडिलेड में बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स के तीसरे और निर्णायक मैच में मेजबान टीम ने श्रीलंका को १६ रन से पराजित किया। दो सौ ३२ रन के लक्ष्य के जवाब में श्रीलंका की टीम ४९वें ओवर में २१५ रन पर आउट हो गई। इससे पहले, बल्लेबाजी के लिए बुलाए जाने पर ऑस्ट्रेलिया की टीम ने २३१ रन बनाए।
क्लिंट मैके को मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया, श्रीलंका के सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान को मैन ऑफ द सीरीज+ चुना गया।
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ए एफ सी चैलैंज कप फुटबॉल टूर्नामेंट आज से काठमांडू में शुरू हो गया है। आज ग्रुप- ए में फलस्तीन ने मेजबान नेपाल को २-० से हराया। एक अन्य मैच में तुर्कमेनिस्तान ने मालदीव को ३-१ से पराजित किया। कल ग्रुप-बी में पिछली बार की चैंपियन भारतीय टीम का सामना ताजिकिस्तान से होगा, जबकि दूसरे मैच में उत्तर कोरिया और फिलिपींस की टीमें आमने-सामने होंगी।
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लंदन में ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में महिला सिंगल्स के दूसरे दौर में आज चौथी वरीयता प्राप्त भारत की सायना नेहवाल का सामना फ्रांस की होंग्यान पाई से होगा। महिलाओं के डबल्स के दूसरे दौर में भारत की ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी का मुकाबला दूसरी वरीयता प्राप्त चीन की क्विंग तियान और युन लेई झाओ की जोड़ी से होगा।
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आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। महिलाओं के प्रति असामाजिक व्यवहार के बारे में जागरूकता पैदा करने और उन्हें अधिकार दिलाने के उद्देश्य से आज यह दिवस दुनियाभर में मनाया जाता है। इस अवसर पर देश-विदेश में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का विषय है- ÷लड़कियों को जोड़ें, भविष्य संवारें'।
 2100 HRS                               
08-03-2012
NEWS AT NINE.

THE HEADLINES:
  • Manohar Parrikar to be sworn in as new Chief Minister in Goa tomorrow and Prakash Singh Badal in Punjab on Wednesday.
  • Samajwadi Legislature party meets on Saturday in Lucknow to elect its leader.
  • Uncertainty continues in Uttarakhand following split verdict in the assembly polls.
  • IPS Officer Narendra Kumar killed by mining mafia in Morena district of Madhya Pradesh.
  • Former Kerala Chief Minister Achuthanandan indicted by State Assembly committee for showing favour in his son's posting.
  • Festival of colour, Holi celebrated across the country; Over 140 people mostly children in Mumbai suffer colour poisoning.
  • Australia wins the tri-series ODI Cricket in the deciding final against Sri Lanka by 16 runs in Adelaide.
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After the poll verdicts, Political activities have picked up in the five state capitals on the formation of new governments. Prakash Singh Badal will be sworn in as Punjab Chief Minister next Wednesday and Manohar Parrikar in Goa tomorrow. Newly elected Samajwadi Party MLAs will meet in Lucknow on Saturday to elect their leader with the Party's parliamentary Board already approving Mulayam Singh Yadav for the Chief Minister post. Some members suggested his son Akilesh singh Yadav for the post.
Congress members of the new Manipur Assembly have left the choice of selecting the Chief Minister to party chief Sonia Gandhi though star campaigner and state Chief Minister Okram Ibobi Singh cannot be ruled out for the slot again. In Uttarakhand, uncertainty continues over formation of a new government following a split verdict in the state with Congress claiming the support of Independents as also the BJP to form the Government.
Prakash Singh Badal was elected leader of the Shiromani Akali Dal Legislature Party in Punjab at a meeting in Chandigargh today. Addressing a rally of SAD workers after paying obeisance at Takhat Sri Kesgarh Sahib at Anandpur Sahib, he announced free education for all girl students up to MA. Earlier, the scheme was upto graduation. Badal also announced extension of free bicycle scheme to girl students of 9th and 10th class.
Our Correspondent reports that a joint meeting of Shiromani Akali Dal and BJP Legislators will be held at Chandigarh tomorrow and the alliance will stake its claim later to form the new government.
In Uttar Pradesh, Samajwadi Party will formally stake its claim to form the next government after a meeting of the newly elected MLAs on Saturday in Lucknow. More from AIR correspondent:
Notification for constitution of 16th Assembly has also been issued by the Governor BL Joshi this evening. Model code of conduct imposed by the commission during assembly elections has also been lifted with immediate effect with the issuance of notification. Earlier chief electoral officer of the state handed over complete list of newly elected members to the state assembly to the governor. The Bharatiya Janata Party state unit President Surya Pratap Shahi has resigned from his post after dismal performance of his party in just concluded assembly elections. Sunil Shukla, AIR News, Lucknow.
In Manipur, AICC observers Luizinho Faleiro and Hemant Biswa Sarma had consultations with the state unit leaders and the newly elected legislators today. AIR correspondent says, the new government of the Congress is likely to be formed only after the five day long Holi festival.
The two AICC observers Luizinho Faleiro and Hemant Biswa Sarma have left this afternoon for New Delhi today after meeting the newly elected party legislators and its state unit leaders including the Chief Minister Okram Ibobi Singh. They will submit their report to Congress President Sonia Gandhi for a final decision on the issue of who will be the next Congress Legislature Party leader. Ibomcha Sharma, AIR News, Imphal.
In Uttarakhand, the Congress and the Bharatiya Janata Party are scrambling to win the crucial support of newly elected independent and Bahujan Samaj Party MLAs. While Congress has emerged as the single largest party with 32 seats in the 70-member House, BJP finished with one seat less in a cliff-hanger contest for the state assembly polls.
Claiming to form the Government with in a week state Congress Vice president Surya Kant Dhasman said three independents have come to their support and talks with UKD-P are in final stage to secure their support to form the government. The BJP on the other hand also claimed that it was in the race and talks are on with non-Congress lawmakers to win their support.
In Goa, Manohar Parrikar will be sworn in as chief Minister by state Governor, K. Sankaranarayanan at SAG Grounds at Campal in Panaji at 5.00 p.m.tomorrow amidst tight security. The first batch of cabinet ministers of the BJP-MGP combine Government will also be sworn in tomorrow. AIR correspondent has filed this report:
Hectic preparations are on in Panaji for tomorrow's swearing in of Goa's new Chief Minister at Sports Authority Grounds at Campal in the capital city. A huge pandal is being erected to accommodate the swelling crowd of the party's supporters and well wishers. Elaborate security arrangements are made for smooth conduct of the function. Several national leaders of the party have already started arriving in the state to grace the occasion. For 56 year old Manohar Parriker, an IIT graduate in metallurgy, it will be the third stint as Chief Minister of Goa. Prabhugaonkar, AIR News, Panaji, Goa.
The Congress has ruled out mid term polls. Party leaders and Union Ministers Jayanthi Natarajan and Rajeev Shukla said the UPA government is very much stable and the Lok Sabha elections will take place only in 2014. Natarajan said Congress has very good relationship with all its allies.
The Congress president Sonia Gandhi has already said that they will continue to engage with all allies and that the government will last its full term.
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Railway Minister and Trinamool Congress leader Dinesh Trivedi today asserted that Trinamool will not rock the UPA Government and dismissed his remark on mid term poll as just an idea exchanged in a forum. He said it is not his views as a minister or a Trinamool Congress member. He emphatically said that it should not be taken in any other context. He said it is not a statement on the present political situation. Trivedi said as a student of politics, he was analysing the political situation and giving his opinion as an individual, not as a minister or a Trinamool Congress member.
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In Madhya Pradesh, mining mafia killed an IPS officer Narendra Kumar in Banmore area of Morena district today. After getting a tip off about illegal mining in the area, Sub Divisional Officer of Police, Banmore Narendra Kumar went there and tried to stop a tractor-trolley illegally carrying stones.
The Driver of the tractor-trolley crushed the young police officer by overturning the tractor-trolley over him. Narendra Kumar was seriously injured in the incident and he was referred to Gwalior where he succumbed to injuries. Narendra Kumar was an IPS officer of 2009 batch.
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In Haryana, the protest for reservation for Jats in OBC turned violent in Narnound this evening. The administration has deployed Rapid Action Force in some pockets of Narnound. The force took flag march to control the situation.
Educational institutions in Narnound will remain closed tomorrow. The Police has registered a case against the RAF jawan at Hansi Police station, who had fired and killed a young boy of Mayyer village on Tuesday during clash between police and protesters.
The agitators destroyed a factory at Mayyer and pelted stones on Police at Gajuwala in Fatehabad. The situation is said to be tense at Gajuwala. The agitators also jammed link roads and national highways at Panipat, Jind and Hisar including Rohtak-Panipat road.
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In Jammu and Kashmir, Curfew was today imposed in border town of Rajouri district in Jammu Division following communal tension after stone-pelting on a religious procession and subsequent tear gas shelling. According to police sources curfew was imposed in Rajouri border town this morning as a precautionary measure because of the tension. Additional security personnel have been deployed in sensitive areas of the town to maintain peace and tranquility. No report of any untoward incident has been reported so far.
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In Kerala, the Committee constituted by the State Assembly has found that former Chief Minister V S Achuthanandan has misused his office and authority in facilitating posting to his son V A Arun Kumar as Director of the Information and Communication Technology Academy. The report placed in the House today notes that earlier without enough qualification and teaching experience he also got posting and promotion in the Institute of Human Resource Development, IHRD.
Addressing a press conference, Chairman of the Committee V D Satheesan said that the committee came to the conclusion after analysing 5000 page records. He said that present opposition leader V S Achuthanandan and former Education minister M A Baby gave conflicting reports before the Committee. The allegation against V A Arun Kumar was one of the main political issues during the last assembly elections in Kerala.
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Former Karnataka Chief Minister BS Yeddyurappa has asked for reinstating him as Chief Minister after the High Court has quashed the FIR against him in the illegal mining case . He said in Bangalore today, that he has faxed the court order to Party President Nitin Gadkari and other leaders in Delhi. He hoped that they will take a suitable decision.
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Holi, the festival of colour was celebrated today with a riot of colour and revelers thronging lanes and by-lanes dancing to the accompaniment of drums in several parts of the country.
However, the festivities were marred in Mumbai as more than 140 people, mostly children, suffered colour poisoning and many were hospitalized. The incident occurred in Shastrinagar area of Dharavi this afternoon where several people developed allergic reaction to the colours and rushed to the Lokmanya Tilak municipal general hospital at Sion. Our correspondent quoting hospital sources says that 144 cases of colour poisoning came to the hospital and 50 people were admitted.
The Hospital sources informed that toxins in the colour are said to be the cause of the infection. The officials informed that patients reportedly suffered from dizziness and vomiting. The officials stated that the affected persons mostly were children aged 9 -10 are now stable after treatment. With Nivedita D.P.Bhattacharje, AIR News, Mumbai
Elsewhere in the country, gusto and bonhomie marked the festival of fun and frolic which passed off peacefully as police kept a hawk-eye vigil. The main celebration was in Mathura, with thousands of people including foreign tourists assembling in several temples at Mathura and Vrindavan, mainly in Banke Bihari and Dwarkadheesh temples, for celebrating Holi.
In Punjab, lakhs of devotees have gathered at Sri Anand Pur Sahib to celebrate the three day festival, which began yesterday.
In West Bengal also,large number of people have gathered in Shantiniketan to witness the Vasanta Utsav started by Gurdev Rabindranath Tagore.
President Pratibha Patil, Vice-President Hamid Ansari and Prime Minister Manmohan Singh greeted the people on the occasion.
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Pakistan's Supreme Court today directed Prime Minister Yousuf Raza Gilani to ask Swiss authorities to revive graft cases against President Asif Ali Zardari and to submit a report on the issue on March the 21st. The apex court said in an order that Gilani should write a letter to the Swiss authorities without waiting to seek the advice of his legal experts. It asked him to file a report giving details of the action taken by him at the next hearing.
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Osama Bin Laden's three widows have been charged by Pakistan with illegally entering the country. Pakistan's interior Minister Rehman Malik said the women, reported to be two Saudis and a Yemeni, had been charged but did not say when the hearing took place. The wives and about 10 children were taken into custody last May when US commandos raided their safe house. A Pakistani legal expert says that the maximum term the women could get is five years.
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Australia have won the tri-nation ODI series. They defeated Sri Lanka by 16 runs in the third of the best of three finals in Adelaide today. Chasing a target of 232, Sri Lanka were all out for 215 in 48.4 overs. Earlier, Sri Lanka won the toss and sent the Australians into bat.
Scores: Australia    231
Sri Lanka                215
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India's star cricketer Rahul Dravid has called a press conference in Bangalore tomorrow, prompting speculation that he may announce his retirement from international cricket. Though there has been no official word from him the speculation was fuelled by the fact that the BCCI president N Srinivasan will be present at the press conference. The 39-year-old Dravid has been playing International cricket for over 15 years. He took 210 catches mostly in the slip cordon.
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International Women's Day was observed today across the world to create awareness about anti social practices against women and strengthen their rights. This year the theme is 'Connecting Girls - Inspiring Futures'. Several programmes including screening of films, documentaries and seminars were organised across the country to mark economic, political and social achievements of women.
International Women’s day is being celebrated in Afghanistan with great enthusiasm today. In a message on this occasion the UN Secretary General Ban Ki Moon has emphasized the importance of empowering rural women.