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16 January 2011

Concept of Kisan Call Center


The challenges before Indian Agriculture are immense.  This sector needs to grow at a faster rate than in the past to allow for higher per capita income and consumption.  It is an accepted fact that the sound agricultural development is essential for the overall economic progress.  About two thirds of workforce directly or indirectly dependent on agriculture.  This sector generates about 28 percent of its GDP and over 15 percent of exports.  Rising consumer prosperity and the search by farmers for higher incomes will simultaneously drive crop diversification.  Export opportunities for agricultural products are also expected to continue to grow, provided India could meet the stability, quality and presentation standards demanded by foreign trade and consumers and maintain its comparative advantage as a relatively low cost producer.
Given its range of agro-ecological setting and producers, Indian Agriculture is faced with a great diversity of needs, opportunities and prospects.   The well endowed irrigated areas which account for 37 percent of the country's cultivated land currently contribute about 55 percent of agricultural production, whereas, rainfed agriculture which covers 63 percent accounts for only 45 percent of agricultural production.   In these less favorable areas, yields are not only low but also highly unstable and technology transfer gaps are much wider as compared to those in irrigated areas.
If it is to respond successfully to these challenges, greater attention will have to be paid to information-based technologies. Strengthened means of dissemination will be needed to transmit this information to farmers. Both technology generation and transfer will have to focus more strongly than ever before on the themes of optimization in the management of their available resources by producers, sustainability, coping with diversity by adapting technology more specifically to agro-ecological or social circumstances and raising the economic efficiency of agriculture.  To make information transfer more effective, greater use will need to be made of modern information technology and communication among researchers, extensionists and farmers. 
Public extension system requires a paradigm shift from top-down, blanket dissemination of technological packages, towards providing producers with the knowledge and understanding with which they solve their own location - specific problems.  Continuous two-way interaction among the farmers and agricultural scientists is the most critical component of Agricultural Extension. 
At present, the issues have been addressed by the Extension Systems of State Departments of Agriculture, State Agricultural Universities (SAUs), KVKs, NGOs, Private Extension Services through various extension approaches in transfer of technology. A limitation in Transfer of Technology (TOT) model continues to remain a challenge for the public and private extension systems.  With the availability of telephone and Internet, it is now possible to bridge this gap to quite a large extent by using an appropriate mix of technologies.
The Department of Agriculture & Cooperation, Ministry of Agriculture, Govt. of India has  launched Kisan Call Centers with a view to leverage the extensive telecom infrastructure in the country to deliver extension services to the farming community. The purpose of these Call Centers is mainly to respond to issues raised by farmers instantly in the local language, on continuous basis.

बुजुर्गों को फल बांटकर दिलाया भरोसा

सिरसा, 16 जनवरी। न्यायाधीश डॉ. शिवा शर्मा व नरेश सिंघल ने गत दिवस हिसार रोड स्थित कस्तूरबा गांधी वृद्धाश्रम का दौरा किया। उनके साथ आश्रम के सचिव सुरेंद्र भाटिया भी मौजूद थे। न्यायाधीशों ने आश्रम में रह रहे बुजुर्गों को फल व मिठाई बांटी तथा खीर खिलाई। वे काफी देर तक आश्रम में रूके तथा वहां रहने वाले सभी बुजुर्गों से बातचीत की। उन्होंने बुजुर्गों का हालचाल जाना और कहा कि उन्हें किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी। कुछ बुजुर्गों ने स्वास्थ्य जांच के लिए चिकित्सक भेजने की बात कही तो न्यायाधीशों ने उसी समय सिविल  सर्जन को आदेश दिया कि एक सप्ताह में चिकित्सकों की टीम आश्रम में भेजकर बुजुर्गों के स्वास्थ्य की जांच की जा जाए। े। न्यायाधीशों ने आश्रम में रह रहे बुजुर्गों को फल व मिठाई बांटी तथा खीर खिलाई। वे काफी देर तक आश्रम में रूके तथा वहां रहने वाले सभी बुजुर्गों से बातचीत की। उन्होंने बुजुर्गों का हालचाल जाना और किसी प्रकार की समस्या नहीं आने  देने का आश्वाशन दिया |

ब्लाक स्तरीय नामचर्चा का आयोजन

सिरसा। निकटवर्ती गांव शाहपुर बेगू स्थित राजकीय उच्च विद्यालय में आज सिरसा ब्लाक की साध संगत द्वारा ब्लाक स्तरीय नामचर्चा का आयोजन किया गया। डेरा सच्चा सौदा की दूसरी पातशाही परमपिता शाह सतनाम ङ्क्षसह जी महाराज के पावन जन्ममाह को समर्पित नामचर्चा कार्यक्रम में सिरसा ब्लाक के विभिन्न गांवों से सैंकड़ों की संख्या में डेराप्रेमियों ने शिरकत की। नामचर्चा में डेराप्रेमी भजनों पर झूमझूम कर नाचे तथा जन्ममाह की खुशियां मनाई।
    शाहपुर बेगू स्थित राजकीय उच्च विद्यालय के प्रांगण में आयोजित नामचर्चा कार्यक्रम को लेकर भव्य सजावट की गई थी। मंच संचालन ब्लाक भंगीदास कस्तुर इन्सां ने किया। कविराज भाइयों ने मधुरवाणी में सतगुरूजी की महिमा का गुणगान किया। 'जनवरी महीना भागों वाला , 'जनवरी छाई बहार के इसमें आए सृजनहार, जन्मदिन आया है  , 'सतगुरू का जन्मदिन आ गया, सुन संगते , 'जलालआणे की धरती सजदा करो कबूल हमारा,'जलालआणं आए जलाल जीओ इत्यादि भजनों पर पंडाल में उपस्थित महिला व पुरूष श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर झूमने लगे। इस अवसर पर पंद्रह मैम्बर मनोहर लाल इन्सां ने समस्त साध संगत को शाह सतनाम ङ्क्षसह जी महाराज के पावन जन्ममाह की शुभकामनाएं देते हुए आह्वान किया कि वे मानवता भलाई कार्यों में यूं ही अग्रणी बनी रहे। इस मौके पर सात मैम्बर जीत इन्सां , अमरजीत इन्सां , सतीश इन्सां , पंद्रह मैम्बर मीनू इन्सां, वीणा इन्सां, नीलम इन्सां, वीणा इन्सां, भंगीदास नटार जितेंद्र इन्सां, रमेश मोडिया, कमल सुखचैन, रमेश बेगू, नरेश डिंग, कपिल चत्तरगढ पट्टी, कश्मीर रंगडीखेड़ा, जोनी, विक्रमजीत, राजेंद्र, राजेश, गुलशन, सूरज, विक्की, सुशील, दवेंद्र, गुरदयाल, कृष्ण सहित अनेक  गणमान्य लोग उपस्थित थे।

अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के परिवारों की वार्षिक आय सीमा बढाई गयी

सिरसा, 16 जनवरी। सरकार ने पोस्टमैट्रिक योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के परिवारों की वार्षिक आय सीमा एक लाख रुपये बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दी है। यानि अब दो लाख रुपये वार्षिक आय वाले परिवारों के बच्चे भी पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति योजना का लाभ उठा सकेंगे।
    यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि विद्यार्थियों के लिए सभी चार ग्रुप्स के लिए मासिक रख-रखाव भत्ते की दरें भी बढ़ाई गई हैं। उन्होंने कहा कि गु्रप प्रथम व द्वितीय के डे-स्कॉलर्ज को अब 330 रुपये के स्थान पर क्रमश: 550 रुपये और 530 रुपये मासिक रखरखाव भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि डे-हॉस्टलर्ज को 740 रुपये और 510 रुपये के स्थान पर क्रमश: 1200 रुपये प्रतिमास और 820 रुपये प्रतिमास भत्ता दिया जाएगा। इसी प्रकार ग्रुप 3 और 4 के डे-स्कालर्ज को अब 185 रुपये तथा 140 रुपये के स्थान पर क्रमश: 300 रुपये और 230 रुपये मासिक रखरखाव भत्ता दिया जाएगा तथा इनके डे-हॉस्टलर्ज को भी 355 रुपये और 235 रुपये के स्थान पर क्रमश: 570 रुपये प्रति मास और 380 रुपये प्रतिमास मासिक रखरखाव भत्ता दिया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि जिन विद्यार्थियों के माता-पिता और अभिभावकों की वार्षिक आय 2 लाख रुपये या 2 लाख रुपये से कम है, वे पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए अपने विश्वविद्यालय या कॉलेज, संस्थान या जिला कल्याण अधिकारी के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

रोड की मरम्मत करने के लिए राज्य सरकार ने 34 करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति प्रदान की

सिरसा, 16 जनवरी। 
         सिरसा जिला के मुसाहिबवाला वार्डर से ऐलनाबाद रोड -हनुमानगढ़-टिब्बी सड़क राजस्थान बार्डर तक को मजबूत एवं मरम्मत करने के लिए राज्य सरकार ने 34 करोड़ रुपये की राशि की स्वीकृति प्रदान की है, जिससे इस रोड की मरम्मत एवं मजबूत किया जाएगा और जिला के लोगों को यातायात के लिए और ज्यादा सुविधा होगी।
    उक्त जानकारी देते हुए उपायुक्त श्री सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि राज्य सरकार ने इस सड़क की मजबूती और मरम्मत के लिए धनराशि की स्वीकृति कई खण्डों में दी है। उन्होंने बताया कि 10.08 किलोमीटर से 25.13 किलोमीटर राजस्थान बॉर्डर तक सरदूलगढ़-सिरसा-ऐलनाबाद-हनुमानगढ़-टिब्बी सड़क के लिए 226 लाख रुपये, 25.13 किलोमीटर से 29 किलोमीटर राजस्थान बॉर्डर तक सरदूलगढ़-सिरसा-ऐलनाबाद-हनुमानगढ़-टिब्बी सड़क के लिए 425 लाख रुपये, 29 किलोमीटर से 34.80 राजस्थान बॉर्डर तक सरदूलगढ़-सिरसा-ऐलनाबाद-हनुमानगढ़-टिब्बी सड़क के लिए 704 लाख रुपये, 34.80 किलोमीटर से 44.80 किलोमीटर राजस्थान बॉर्डर तक 7 लाख रुपये, 44.80 किलोमीटर से 69.19 किलोमीटर राजस्थान बॉर्डर तक सरदूलगढ़-सिरसा-ऐलनाबाद-हनुमानगढ़-टिब्बी सड़क के लिए 1285 लाख रुपये, 70.76 किलोमीटर से 78.76 किलोमीटर राजस्थान बॉर्डर तक 60 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है।
    उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की विभिन्न सड़कों की मरम्मत की स्वीकृति भी प्रदान की गई है, जिन पर कुल 183.46 करोड़ रुपये की राशि खर्च होगी, जिसमें करनाल, जींद, फतेहाबाद, भिवानी और हिसार जिले की सड़कें शामिल हैं।

आरोपी ट्रक चालक ट्रक सहित काबू

 ओढ़ां न्यूज.
    ओढ़ां पुलिस ने गांव मिठडी के निकट स्कूटर सवार युवकों को कुचलकर फरार हुए ट्रक चालक को ट्रक सहित गिरफ्तार कर लिया है। यह जानकारी देते हुए एसआई धर्मबीर ने बताया कि गांव मिठडी के निकट हुई सड़क दुघर्टना जिसमें दो युवक मारे गए थे के आरोपी ट्रक चालक  को ट्रक सहित गिरफ्तार कर लिया है और जिसे रविवार को अदालत में पेश किया जाएगा। ट्रक चालक की पहचान 40 वर्षीय मघर सिंह पुत्र प्यारा सिंह निवासी बड़ागुढ़ा के रुप में हुई है।

पुलिस अधीक्षक ने किया घटनास्थल का मुआयना

 ओढ़ां न्यूज
    बुधवार को गांव मिठडी के निकट हुई सड़क दुघर्टना जिसमें दो युवक मारे गए थे और एक घायल हो गया था। घटनास्थल का मुआयना करने शुक्रवार की शाम पुलिस अधीक्षक सतिंद्र कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे। इस अवसर पर उनके साथ ट्रैफिक थाना प्रभारी दलजीत सिंह, जिला निरीक्षक और ओढ़ां थाना के एसआई धर्मबीर, एएसआई ओमप्रकाश दलाल सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे। दुघर्टना की जानकारी लेने के बाद उन्होंने उपस्थित कर्मचारियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि सड़क यातायात के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए और किसी भी दोपहिया वाहन पर दो से ज्यादा सवारी होने और बिना हैल्मेट होने पर उसका चालान किया जाए तथा ट्रैफिक पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए और दुघर्टनाग्रस्त क्षेत्रों पर खास तौर पर नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि रात के समय बिना रिफ्लेक्टर व ज्यादा वजन वाले वाहन न चलने दिए जाएं। इस मौके पर उनके साथ सीन आफ क्राइम की टीम भी उपस्थित थी।

अज्ञात वाहन ने एक व्यक्ति को कुचला

ओढ़ां न्यूज.
    जीटी रोड पर कालूआना माइनर के पुल पर शुक्रवार की रात को कोई अज्ञात वाहन एक व्यक्ति को कुचलकर फरार हो गया। ओढ़ां पुलिस ने सालमखेड़ा निवासी ढाबा मालिक अशोक कुमार मेहता की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने व जान से मारने का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरु कर दी है। अशोक कुमार ने पुलिस को बताया कि शनिवार की सुबह जब वो अपने ढाबे से सैर करते हुए पुल के पास पहुंचा तो वहां पर एक व्यक्ति का बुरी तरह कुचला हुआ शव देखा जिसके ऊपर से न जाने कितने वाहन गुजर गए थे। उसने ओढ़ां पुलिस को सूचित किया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और मांस के लोथड़ों के रुप में शव को समेटकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया तथा जिसकी अब तक कोई पहचान नहीं हो पाई है।

छतरियां को हराकर रोहिडांवाली ने कब्जाई ट्राफी

विजेता टीम ट्राफी लिए मुख्यातिथि व अन्यों के साथ
ओढां न्यूज.
    खंड के गांव रोहिडांवाली में स्थित श्रीगोगा मैड़ी स्टेडियम में रॉयल क्रिकेट क्लब द्वारा समस्त गांववासियों के सहयोग से आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता शनिवार को सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गई। गांव के सरपंच मास्टर बनवारी लाल सांई की अध्यक्षता में आयोजित समापन समारोह में मुख्यातिथि के रुप में उपस्थित रानियां के वन राजिक अधिकारी मोहन लाल ने अपनी ओर से 5100 रुपए की सहयोग राशी प्रदान करते हुए प्रतियोगिता की विजेता टीम रोहिडांवाली सीनियर को ट्राफी के साथ 6100 रुपए एवं उपविजेता टीम छतरियां को 4100 रुपए का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर खिलाडिय़ों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खेल को हमेशा खेल की भावना से खेलना चाहिए ताकि खेल की गरिमा बरकरार रहे और इसमें आपसी द्वेष अथवा भेदभाव का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
    इससे पूर्व प्रतियोगिता के फाइनल मैच में छतरियां की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 12 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर कुल 76 रन बनाए जिसमें संजय ने 2 छक्कों सहित 19 रन और विकास ने एक चौके सहित नाटआऊट 13 रन का योगदान दिया। रोहिडांवाली के गेंदबाज देव भांभू ने 3 ओवरों में 13 रन देकर 2 विकेट, सुधीर ने 3 ओवरों में 14 रन देकर 2 विकेट, भीमसैन ने 3 ओवरों में 17 रन देकर एक विकेट और प्रवीण जाखड़ ने 3 ओवरों में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी गांव रोहिडांवाली की सीनियर टीम ने 10.3 ओवरों में 5 विकेट खोकर 77 रन बनाते हुए यह मैच 5 विकेट से जीत लिया जिसमें देव भांभू ने 2 छक्कों व एक चौके सहित 22 रन और सुनील मान ने एक छक्के व 2 चौकों सहित नाटआऊट 18 रन का योगदान दिया। छतरियां के गेंदबाज संजय ने 3 ओवरों में 39 रन देकर 2 विकेट और सूरज सिंह ने 3 ओवरों में 20 रन देकर 2 विकेट लिए। इस प्रकार रोहिडांवाली की टीम ने मैच के साथ-साथ ट्राफी भी जीत ली। इस मैच का मैन आफ दी मैच का खिताब रोहिडांवाली के देव भांभू को मिला जिसने 22 रन बनाने के साथ-साथ 2 विकेट भी लिए।
    इस प्रतियोगिता का मैन आफ दी सीरीज का खिताब सुधीर गोदारा और बेस्ट फील्डर का खिताब सुनील मान व हरपाल सिंह को दिया गया। फाइनल मैच में अंपायरिंग ख्योवाली के रवि श्योराण व अनिल कुमार ने की। बेस्ट स्कोरर बृजलाल गोदारा रहे और कमेंट्री सुनील बाना, सतनाम भंगु, माही गोदारा, राजू खीचड़, सुधीर गोदारा व मांगेराम मान ने की। इस अवसर पर भोला सिंह पूनियां, सुल्तान गोदारा, गुरदेव सिंह, रणजीत सिंह पूनियां, बृजलाल गोदारा, महेंद्र भांभू, बलवंत मान, धनपत मईया और माही गोदारा सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।