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10 January 2014


 स्वयंसेवकों ने की गौशाला की सफाई
ओढां-सतीश गर्ग

    नुहियांवाली के सीनियर सैकंडरी स्कूल में जारी सात दिवसीय एनएसएस कैंप में पांचवें दिन शुक्रवार को श्रमदान के तहत स्वयंसेवकों ने श्रीराम भगत हनुमान गौशाला में सफाई कार्य किया। इसके अलावा उन्होंने बाबा श्रीरामदेव जी मंदिर, श्रीहनुमान मंदिर तथा स्वास्थ्य केंद्र में भी सफाई की तथा स्कूल में पेड़ों और पटरी की ईंटों पर सफेदी की। वहीं दूसरी ओर स्वयंसेविकाओं ने स्कूल में साफ सफाई के साथ साथ सभी के लिए भोजन तैयार किया। कैंप प्रभारी बूटा सिंह ने स्वयंसेवकों को कहा कि परिश्रम के साथ साथ समाजसेवा का जज्बा होना भी जरूरी है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत जहां राधा, ममता व चंद्रकांता के ग्रुप ने देशभक्ति गीत ऐ मेरे वतन के लोगो प्रस्तुत किया वहीं अन्य अनेक स्वयंसेवकों ने लतीफे सुनाए। इस मौके पर प्रवीण कुमार, राजकुमार कस्वां, पवन देमीवाल, बूटा सिंह और माडूराम मौजूद थे।

छायाचित्र: खाना बनाती स्वयंसेविकाएं राधा, ममता, प्रमिला, पूजा व सपना।


पाप का धन मनुष्य की बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है : जयदेव दाधीच
ओढां-सतीश गर्ग

    गांव बनवाला में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में तीसरे दिन कथावाचक शास्त्री जयदेव दाधीच ने शुक्रवार को कहा कि पाप का धन मनुष्य की बुद्धि को भ्रष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि द्वापर युग के बीत जाने के बाद कलियुग आरंभ हुआ, उस समय राजा परीक्षित ने जरासंध का मुकुट पहना जिसके कारण उनकी बुद्धि भ्रष्ट हो गई और उन्होंने सामिक मुनि के गले में मरा हुआ सर्प डाल दिया था। उसी प्रकार आज कलियुग इतना बढ़ गया है कि अत्याचार, चोरी, ठगी व बेईमानी का धन प्राप्त करने के कारण मनुष्य को जीवन में शांति नहीं मिलती क्योंकि इस प्रकार से मिले हुए धन के कारण मनुष्य के जीवन से शांति समाप्त हो जाती है तथा रोग, संकट व व्याधि आदि से घिर जाता है। मनुष्य इस संसार में केवल बंद मुठ्ठी लेकर आता है और बुरे भले कार्य करके दिन प्रतिदिन अपना जीवन व्यर्थ गंवाकर खाली हाथ वापिस लौट जाता है। शास्त्री जी ने वामन अवतार की कथा सुनाते हुए कहा कि संसार को सुख देने तथा देवताओं के आग्रह पर भगवान ने वामन का रूप धारण कर राजा बलि के अभिमान को चूर किया। डूबते हुए गजराज की पुकार पर चतुर्भुज रूप धरकर आए और उसका उद्धार किया। उन्होंने कहा कि मनुष्य को भगवान की शरण लेनी चाहिए ताकि पूर्व में किए हुए पापों से छुटकारा मिले। इस अवसर पर इंद्राज राम, सुरजीत कुमार,साहबराम नंबरदार, देवीलाल, प्रेम कुमार, जगदीश, मोहन लाल, सुख महेंद्र, सुभाष, कौशल्या, कृष्णा, सुमित्रा, रेशमा, अलका, सरोज, कृष्णा, सुमन, सावित्री और शकुंतला सहित अनेक श्रद्धालु ग्रामीण मौजूद थे।

छायाचित्र: कथा का वाचन करते शास्त्री जयदेव दाधीच।


उच्च न्यायालय के निर्णय पर विचार विमर्श किया
ओढां-सतीश गर्ग

    राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक राजकीय प्राथमिक पाठशाला ओढां में जिला प्रधान शेषपाल सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में माननीय पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ के 2000 में नियुक्त जेबीटी अध्यापकों के संदर्भ में हाल ही में आए निर्णय पर विचार विमर्श किया गया। चेयरमैन दलबीर सिंह ओढां ने बताया कि संघ की राज्य कार्यकारिणी से संपर्क करकेव्यापक रणनीति बनाई जाएगी और समस्त अध्यापकों के सहयोग से संघर्ष को नया आयाम दिया जाएगा। बैठक सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि हरियाणा सरकार से मांग की जाएगी कि 14 वर्ष तक नौकरी करने के उपरांत इन अध्यापकों और इनसे जुड़े परिवारों की ओर ध्यान देते हुए आवश्यक कर्यवही की जाए तथा समस्त प्रक्रिया में मानवीय पहलू पर भी गौर किया जाए। उपस्थित सभी अध्यापकों ने इन अध्यापकों का पूर्ण रूप से साथ देने का निर्णय लिया। बैठक में खंड ओढां के प्रधान कुलवंत सोनी, खंड बड़ागुढ़ा के प्रधान रोहताश गोदारा, रानिया के प्रधान दलबीर गोदारा, संजीव भारद्वाज और राजेंद्र सिंह देसूजोधा सहित अनेक अध्यापक मौजूद थे।


सिख समुदाय के लागों ने चलाया सफाई अभियान
ओढां-सतीश गर्ग

    गांव घुकांवाली में सिख समुदाय के लागों ने ग्रामीणों के सहयोग से सफाई अभियान चलाया जिसमें पूरे गांव साफ सफाई की गई। अभियान के तहत गांव की गलियों से कुड़ा कर्कट उठाया गया व गांव के चारों ओर फिरनी व सड़क की सफाई की गई। इसके अलावा गांव की सार्वजनिक जगहों से कुड़ा हटाया गया है। गांव के गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब कमेटी के सदस्य सतनाम खानेका ने बताया 12 जनवरी को गांव के गुरुद्वारा साहिब से नगर कीर्तन रवाना होकर गांव की विभिन्न गलियों से गुजरेगा। जिसके लिए गुरुद्वारा कमेटी, ग्राम पंचायत द्वारा समस्त गांववासियों के सहयोग से सफाई अभियान चलाया गया है। इस मौके पर सुरजीत सिंह, सिमरजीत सिंह, बाबू सिंह, कुलदीप सिंह आदि मौजूद थे।


पैक्स कर्मचारियों ने मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करके की नारेबाजी
ओढां-सतीश गर्ग

    प्राथमिक सहकारी समिति ओढां के आगे पैक्स कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर लगातार 41वें दिन हड़ताल जारी रखते हुए विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन किया। धरने में ओढां, पन्नीवालामोटा, बिज्जूवाली व गोरीवाला पैक्स के कर्मचारियों ने भाग लिया। इस मौके कुलबिन्द्र सिंह, सुखदेव सिंह, महेंद्र सिंह, छोटू राम, मदनलाल, राजेश, प्रेम, राय सिंह सिहाग, शंकरलाल, दिलराज, बृजलाल, पालाराम, श्रीचंद, दुलीचंद, विनोद सिहाग आदि मौजूद थे।


जजल और सांई इलेवन की टीमें अगले दौर में पहुंची
नुहियांवाली 21 रनों तथा ताज इलेवन 11 रनों से पिछड़ी
ओढां-सतीश गर्ग

    ओढां स्कूल के मैदान में शहीद भगत सिंह युवा क्लब द्वारा करवाई गई क्रिकेट प्रतियोगिता में गुरुवार को अनेक रोचक मुकाबले हुए। गांव नुहियांवाली और जजल की टीमों के मध्य खेले गए एक मैच में जजल की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 8 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर कुल 79 रन बनाए। इन 79 रनों में मंदीप ने 2 छक्कों व 2 चौकों सहित 28 रनों तथा गुरमीत ने 2 चौकों सहित 17 रनों का योगदान दिया। नुहियांवाली के गेंदबाज मोहित ने 2 ओवरों में 25 रन देकर 2 विकेट तथा सुशील ने 2 ओवरों में 28 रन देकर 2 विकेट लिए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करते हुए नुहियांवाली की टीम 8 ओवरों में 9 विकेट खोकर 58 रन ही बना सकी जिसमें सुशील ने 3 छक्कों व 2 चौकों सहित 28 रनों का सहयोग दिया। जजल के गेंदबाज जसवंत ने 2 ओवरों में 18 रन देकर 4 विकेट तथा गुरप्रीत ने 2 ओवरों में 8 रन देकर 2 विकेट लिए। इस प्रकार जजल की टीम ने यह मैच 21 रनों से जीत लिया जिसका मैन आफ दी मैच जजल के बल्लेबाज मंदीप को मिला जिसने 28 रन बनाए। एक अन्य मैच में सांई इलेवन की टीम ने ताज इलेवन की टीम के खिलाफ टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 6 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर कुल 39 रन बनाए। इन 39 रनों में रवि ने 2 छक्कों व एक चौके सहित 7 गेंदों में 21 रनों लछमण ने 2 चौकों सहित 12 रनों का योगदान दिया। ताज इलेवन के गेंदबाज लखबीर ने 2 ओवरों में 14 रन देकर 2 विकेट तथा काकू ने एक ओवर में 6 रन देकर एक विकेट लिया। इसके जवाब में बल्लेबाजी करते हुए ताज इलेवन की टीम 6 ओवरों में 7 विकेट खोकर 28 रन ही बना सकी जिसमें दीपू ने 2 चौकों सहित 13 रनों का योगदान दिया। सांई इलेवन के गेंदबाज गुरमीत ने 2 ओवरों में 8 रन देकर 4 विकेट तथा अमनदीप 2 ओवरों में 11 रन देकर 2 विकेट लिए। इस प्रकार सांई इलेवन की टीम ने यह मैच 11 रनों से जीत लिया जिसका मैन आफ दी मैच 4 विकेट लेने वाले गेंदबाज गुरमीत को दिया गया। इस मौके पर स्वर्ण सिंह, देशराज शर्मा, राजपाल मल्हान, कुलवंत सरां, कुलदीप लेगा, सन्नी, पोलार्ड, बीरू सहित काफी संख्या में क्रिकेट प्रेमी गांववासी मौजूद थे।


लालेआना और बजीर इलेवन की टीमें अगले राऊंड में
ओढां-सतीश गर्ग

    गांव मिठडी में ग्राम पंचायत द्वारा करवाई जा रही क्रिकेट प्रतियोगिता में शुक्रवार को अनेक दिलचस्प मुकाबले हुए। गांव रामपुरा और लालेआना की टीमों के मध्य एक मैच में रामपुरा की टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 8 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर कुल 47 रन बनाए जिसमें पवन ने एक छक्के व एक चौके सहित 15 रनों तथा भूप ने एक चौके सहित 9 रनों का योगदान दिया। लालेआना के गेंदबाज सेवक ने 2 ओवरों में 8 रन देकर 3 विकेट तथा डिंपल ने 2 ओवरों में 11 रन देकर 2 विकेट लिए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करते हुए लालेआना की टीम ने 8 वें ओवर में 6 विकेट खोकर 50 रन बना लिए जिसमें काला ने 2 छक्कों व 2 चौकों सहित 24 रनों तथा जसू ने 4 चौकों सहित 18 रनों का योगदान दिया। रामपुरा के गेंदबाज भागीरथ ने 2 ओवरों में 15 रन देकर 4 विकेट तथा बंसी ने 2 ओवरों में 15 रन देकर एक विकेट लिया।  इस प्रकार लालेआना की टीम ने यह मैच 4 विकेट से जीत लिया जिसका मैन आफ दी मैच 24 रन बनाने वाले बल्लेबाज काला को मिला। एक अन्य मैच में बजीर इलेवन की टीम ने जिंदर इलेवन की टीम के खिलाफ टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 8 ओवरों में से मात्र 5 ओवरों में 3 विकेट पर 85 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। इन 85 रनों में बल्लेबाज गगी ने 4 छक्कों व 2 चौकों सहित 44 रनों तथा प्रगट ने एक छक्के व 2 चौकों सहित 15 रनों का योगदान दिया। जिंदर इलेवन के गेंदबाज सोनी ने एक ओवर में 19 रन देकर एक विकेट तथा अमनदीप ने एक ओवर में 20 रन देकर एक विकेट लिया। इसके जवाब में बल्लेबाजी करते हुए जिंदर इलेवन की टीम 8 ओवरों में 3 विकेट खोकर मात्र 36 रन ही बना सकी जिसमें जिंदर ने 12 गेंदों में 8 रनों का योगदान दिया। बजीर इलेवन के गेंदबाज निकू ने एक ओवर में 4 रन देकर 2 विकेट तथा ज्योति ने 2 ओवरों में 5 रन देकर एक विकेट लिया। इस प्रकार बजीर इलेवन की टीम ने यह मैच 49 रनों से जीत लिया जिसका मैन आफ दी मैच 44 रन बनाने वाले बल्लेबाज गगी को मिला। इस अवसर पर गिंदा मान, अमरीक सूच, गुरविंद्र मान, जसकरण सूच, पिंदर मान, गुरप्रीत सूच, गुरविंद्र सिंह, जगविंद्र मान और सीत सिंह सहित काफी संख्या में क्रिकेट प्रेमी गांववासी मौजूद थे।


गौशालाओं हेतू अनुदान पर स्ट्रारीपर देने के लिए दिशा निर्देश जारी
सिरसा, 10 जनवरी :
           कृषि विभाग हरियाणा द्वारा गौशालाओं हेतू अनुदान पर स्ट्रारीपर देने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इन आदेशानुसार सिरसा जिला में गौशालाओं हेतू 10 स्ट्रारीपर अनुदान पर दिए जाने हैं।
    यह जानकारी देते हुए सहायक कृषि अभियन्ता श्री जे एस चौहान ने बताया कि जिला की जो गौशाला स्ट्रारीपर लेने की इच्छुक हैं उनके प्रतिनिधि 24 जनवरी 2014 तक अपना आवेदन पत्र सहायक कृषि अभियन्ता कार्यालय में जमा करवाएं। उन्होंने बताया कि आवेदन लक्ष्य से अधिक प्राप्त होते हैं तो ड्रा के माध्यम से स्ट्रारीपर दिए जाएंगे। आर के वी वाई योजना के तहत 20 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा। स्ट्रारीपर प्राप्त करने की इच्छुक गौशाला प्रबन्धक को ट्रैक्टर की आरसी की फोटो प्रति साथ लगानी होगी। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर 35 हार्स पावर से अधिक नहीं होना चाहिए तथा आर सी 15 वर्ष से अधिक पुरानी न हो। गौशाला द्वारा स्ट्रारीपर की खरीद कृषि विभाग द्वारा प्राधिकृत फर्म से करनी होगी तथा सम्बन्धित फर्म के नाम पांच हजार रुपए की राशि का बैंक ड्राफ्ट भी आवेदन के साथ लगाना होगा।


मुख्यमंत्री 16 फरवरी को रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास करने डबवाली आएंगे
डबवाली,10 जनवरी।
  
              मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा 16 फरवरी को डबवाली-मलोट रोड पर प्रस्तावित रेलवे ओवरब्रिज का शिलान्यास करने डबवाली आएंगे। इसी सम्बंध में यहां आयोजित रेल पुल रैली को मुख्यमंत्री हरियाणा संबोधित करेंगे।
    यह जानकारी सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. अशोक तंवर ने चौटाला रोड स्थित एक निजी होटल में पार्टी कार्यकर्ताओं व लोगों को संबोधित करते हुए दी। सांसद डॉ. तंवर 13 जनवरी को गोरखपुर में प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आगमन पर होने वाली परमाणु बिजली रैली के संबंध में लोगों को न्यौता देने आए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सिरसा संसदीय क्षेत्र के लोगों को एक बहुत बड़ा तोहफा देने के लिए गोरखपुर में आएंगे। सांसद ने बताया कि अमेरिका के साथ भारत की परमाणु डील के बाद यह देश का पहला प्रोजेक्ट है जो सिरसा लोकसभा क्षेत्र में लगने जा रहा है। इस परियोजना से लाखों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा और रोजगार के अवसर मिलेंगे। इतना ही नहीं सामाजिक-आर्थिक विकास को भी पंख लगेंगे। सांसद ने बताया कि इस परियोजना के आने से शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी सुविधाएं भी इलाके में आएंगी जिनका लोगों को पीढ़ी दर पीढ़ी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह हरियाणा के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। इस परियोजना पर 23 हजार 540 करोड़ रुपए की भारी भरकम राशि खर्च होगी। सांसद ने कहा कि हरियाणा के इतिहास में सिरसा लोकसभा क्षेत्र में इतना विकास कभी नहीं हुआ।
    सांसद ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में सिरसा में रेलवे ओवरब्रिज बनाया गया। अब डबवाली में बनाया जा रहा है। ऐलनाबाद में कॉलेज की स्थापना रेल कनेक्टिविटी, रेलों के फेरे बढ़ाने सहित शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि हिसार से डबवाली में चारमार्गीय सड़क बनाने की महत्वाकांक्षी योजना है। यह 160 किलोमीटर मार्ग जल्दी ही बनना शुरू होगा।
    बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री के ओएसडी (मीडिया)डॉ. केवी सिंह ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस जैसी सरकार और हुड्डा जैसे मुख्यमंत्री पहले कभी नहीं मिले। मुख्यमंत्री ने अपने 9 साल के कार्यकाल में हरियाणा की जनता को विकास का रास्ता दिखाया है। कांग्रेस की नीति, नीयत और नेता तीनों अच्छे हैं जिनका भरपूर लाभ देश और प्रदेश की जनता को मिल रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि कांग्रेस के 128 साल के इतिहास में आम आदमी मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में परमाणु बिजली का संयंत्र लगना हमारे लिए गौरव और स्वाभिमान की बात है। उन्होंने कहा कि बठिंडा में रिफाइनरी लगने के बाद कितने लोगों को लाभ पहुंचा है। यह इस बात का सबूत है कि जब गोरखपुर में इतना बड़ा प्लांट लगेगा तो इससे लाखों लोग लाभान्वित होंगे।
    इस अवसर पर उनके साथ डबवाली ब्लॉक अध्यक्ष दरबारा सिंह, पवन गर्ग, जगसीर सिंह मिठड़ी, सूरजभान सिंगला, संदीप चौधरी, विनोद बंसल, नवरतन बंसल, आदराम गोरीवाला, मोहन लाल कौशिक, जगदीप सूर्या एमसी, रजोंद्र सिंह गंगा, वीर सहारण, अमित सोनी, कालुआना के सरपंच जगदेव सहारण, सावंतखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह सहित अनेक पार्टी कार्यकर्ता व डबवाली के लोग उपस्थित थे।

आप की 'राष्ट्रव‌िरोधी' नीत‌ि के ख‌िलाफ BJP


प्रदेश भाजपा आम आदमी पार्टी के खिलाफ शुक्रवार को राजघाट पर धरना देगी। दिल्ली भाजपा का कहना है कि ‘आप’ की नीतियां राष्ट्र और जनविरोधी हैं।

संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रदेशाध्यक्ष विजय गोयल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और प्रदेश महासचिव शिखा राय ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर जनमत संग्रह का समर्थन करना, बाटला हाउस मुठभेड़ पर संदेह करना और अब दिल्ली के कांग्रेसी नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाना अवसरवाद का साक्ष्य प्रस्तुत करता है।

गोयल ने कहा दिल्ली सरकार कांग्रेस के मंत्रियों और मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार पर पर्दा डाल रही है। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुख्तार अब्बास नकवी और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर हर्षवर्धन शामिल होंगे।

मोदी के ‘मिशन 272’ को पूरा करेगी 'स्पेशल 60'


भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी का मानना है कि सोशल मीडिया में ऐसी मुहिम चलाई जानी चाहिए जिसके तहत लोग यह बात जाहिर कर सकें कि उन्हें क्या और किस तरह के काम करने में गर्व महसूस होता है।

‘मिशन 272’ के तहत पार्टी से जुड़े दो लाख लोगों में से चुने गए 60 युवकों से मुलाकात के दौरान मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने की भी जरूरत है।

पढ़ें, PM सही बोले, अच्छे दिन आ रहे हैं: मोदी
भाजपा की सूचना व प्रौद्योगिकी सेल ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े इन 60 लोगों की बृहस्पतिवार को यहां पार्टी मुख्यालय में मोदी से मुलाकात कराई।

पार्टी ने सोशल मीडिया के जरिये अपना जनाधार बढ़ाने के लिए पिछले दिनों ‘मिशन 272’ शुरू किया था। इसमें भाजपा की नीतियों व कार्यक्रमों के प्रचार को लेकर सबसे ज्यादा सक्रिय रहने वाले लोगों की मोदी से मुलाकात कराने का वादा किया गया था।

भाजपा का दावा है कि इस मिशन से अब तक दो लाख लोग जुड़ चुके हैं। मोदी से मुलाकात करने वाले सभी 60 लोग अब लोकसभा की सियासी जंग में सोशल मीडिया पर भाजपा की ओर से मोर्चा संभालेंगे। इस मौके पर इन लोगों ने मोदी को सोशल मीडिया को लेकर अपने अनुभव भी बताए।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने राहुल को बताया पार्टी में पीएम पद का एकमात्र दावेदार
राहुल की पीएम उम्मीदवारी पर दुविधा
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। 
            राहुल गांधी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस नेताओं में दुविधा के सुर सुनाई देने लगे हैं। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का मानना है कि लोकतंत्र में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार पहले से घोषित नहीं होना चाहिए। इससे निर्वाचित सांसदों और विधायकों से अपना नेता चुनने का अधिकार छिन जाता है। हालांकि बाद में उन्होंने पलटते हुए कहा कि इसका फैसला कांग्रेस अध्यक्ष को करना है।
दिग्विजय ने साथ ही यह भी कहा है कि उन्हें लगता है कि मीडिया में पीएम पद की उम्मीदवारी की चर्चा होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि इस बारे में विचार किया जाएगा। इसलिए अब पार्टी और पार्टी अध्यक्ष को इस संबंध में फैसला करना है। जबकि इससे पहले भोपाल में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए। वहीं विदेश मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा है कि राहुल गांधी के अलावा पार्टी में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर कोई और दावेदार नहीं है। चर्चा है कि 17 जनवरी को कांग्रेस की बैठक में राहुल को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। इससे पहले 16 जनवरी को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में इस मसले पर अंतिम फैसला लिए जाने की संभावना है। विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित होने के बाद सोनिया गांधी ने कहा था कि पार्टी उचित समय पर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करेगी। भाजपा पहले ही नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। वहीं, आठ बड़े शहरों में हुए एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि 58 प्रतिशत लोग मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। जबकि 25 फीसदी लोग आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को आैर सिर्फ 14 फीसदी लोग राहुल गांधी को पीएम के रूप में देखना चाहते हैं।
दिग्विजय ने पहले कहा, राहुल को पीएम उम्मीदवार नहीं बनना चाहिए
फिर पलटे, बोले कांग्रेस अध्यक्ष को लेना है फैसला
विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया
              मनोहर मैमोरियल शिक्षण महाविद्यालय में आज विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसका शीर्षक राष्ट्रभाषा ’हिन्दी का वर्तमान स्वरूप’ (दशा व दिशा) रहा। प्रतियोगिता का संचालन हिन्दी विभाग की प्रवक्ता सुमन बिश्नोई ने किया।
              प्रतियोगिता में डी.एड़ व बी.एड़ के 50 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी विद्यार्थियों ने ष्हिन्दी भाषा के वर्तमान स्वरूपष् पर अपने विचारो की लेखनी के माध्यम से व्यक्त किया। प्राचार्या डा. पूनम मिगलानी ने सभी प्रतियाभागियों को हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं दी और आह्वान किया कि वे अपने समाज में हिन्दी के प्रसार व प्रचार में अपना अहम योगदान दें ताकि एकता के सत्र में पिराने वाली हमारी हिन्दी भाषा का गौरव बढ़ाया जा सके। इस अवसर पर निर्णायक की भूमिका कालेज प्राध्यापिका गुंजन बजाज, डा. सैन कुमार व श्रीमति सुनीता तलवाड़ ने निभाई। इस अवसर पर बी.एड़ व डी.एड़ का स्टाफ सदस्य मौजूद रहें।

जब वह पुरुष एक दिन अचानक लड़की बन गया


सुनकर आप थोड़े हैरान हो सकते हैं। लेकिन बात पक्की है कि वह पुरुष पहुंच गया अनजाने में उस जंगल में और बन गया लड़की।

कथा आज की नहीं बल्कि पुरानी और इसका उल्लेख पुराणों में है। कथा के अनुसार वैवस्वत मनु के पुत्र थे राजा इल। इल एक बार शिकार खेलने वन में गए। अनजाने में ही वह अम्बिका नामक वन में पहुंच गए।

अम्बिका वन भगवान शिव द्वारा शापित था। एक बार शिव और पार्वती इस वन में विहार कर रहे थे उसी समय ऋषियों का एक समूह वन में आ पहुंचा। इससे पार्वती शर्मा गईं। शिव जी को ऋषियों का अचानक वन में प्रवेश करना अच्छा नहीं लगा और उन्होंने शाप दे दिया कि, शिव परिवार के अलावा अम्बिका वन में जो भी प्रवेश करेगा वह स्त्री बन जाएगा।

भगवान शिव के शाप के कारण राज इल स्त्री बन गये। अपने बदले हुए रूप को देखकर इल बहुत दुःखी हुए। वन से बाहर निकलने पर उनकी मुलाकात बुध ग्रह से हुई। बुध राज इल के स्त्री रूप पर मोहित हो गए। इल ने अपना नाम ईला रख लिया और बुध से विवाह कर लिया।

ईला और बुध से पुरुरवा का जन्म हुआ। पुराणों में बताया गया है कि पुरुरवा बड़े होकर राजा बने, इनकी राजधानी गंगा तट स्थित प्रयाग थी।

राजा पुरुररवा को एक दिन माता ईला ने दुःखी होकर अपने स्त्री बनने की कथा बताई। इसके बाद पुरुरवा ने निश्चय किया कि वह अपनी माता को वास्तविक रुप में लाने की कोशिश करेंगे। इसके लिए पुरुरवा ने गौतमी गंगा यानी गोदावरी तट पर शिव की उपासना की।

पुरुरवा की उपासना से प्रसन्न होकर शिव और पार्वती प्रकट हुए और वरदान मांगने के लिए कहा। पुरुरवा ने शिव से कहा कि उनकी माता ईला पुनः राजा इल बन जाए।

इस पर भगवान शिव ने वरदान दिया कि गौतमी गंगा में स्नान करने से ईला पुनः इल बन जाएगी। ईला ने गौतमी गंगा में स्नान किया और पुनः राज इल बन गए।

फिर क्या हुआ जब बुद्घ ने कहा वह चार महीने बाद मर जाएंगे


भगवान बुद्ध ने जब बता दिया कि चार महीने बाद वह परिनिर्वाण प्राप्त कर लेंगे, तो विहार में रहने वाले भिक्षु व्यथित हो उठे। सभी की आंखों में आंसू थे। धम्माराम नामक भिक्षु न व्यथित हुआ और न रोया। वह उसी समय से गहरे ध्यान में खोया रहने लगा।

सबसे मिलना-जुलना बंद कर एकांतवास करने लगा। भिक्षु उससे पूछते, सुस्त क्यों हो? वह उनकी बात का उत्तर नहीं देता। साथी भिक्षुओं को लगा कि साधना के अभिमान में धम्माराम उनकी उपेक्षा कर रहा है। भिक्षुओं में सुगबुगाहट होने लगी। कुछ गौतम बुद्ध के पास पहुंचे और उनको धम्माराम के अपमानजनक व्यवहार के बारे में बताया।

भगवान बुद्ध ने धम्माराम से स्नेह से पूछा, तुमने अन्य भिक्षुओं से बात करना बंद क्यों कर दिया? धम्माराम ने कहा, भगवन, आपके परिनिर्वाण का पता चलते ही मुझे लगा कि यदि आपके रहते मैं मुक्ति की साधना पूरी नहीं कर पाया, तो दूसरी दिव्य ज्योति कहां से खोज पाऊंगा?

मैं अपना एक पल भी आंसू बहाने या बातचीत में नहीं गंवाना चाहता। इसलिए हमेशा ध्यान कर मुक्त होने की कला साधना चाहता हूं।

भगवान बुद्ध ने यह सुना, तो हतप्रभ रह गए। उन्होंने कहा, भिक्षुओ! धम्माराम ने मेरे उपदेश के इस सार को हृदयंगम कर लिया है कि जो जन्म लेता है, उसे अवश्य मरना पड़ता है। यह मेरी मृत्यु को याद कर क्यों रोए? यही सच्चा भिक्षु है।

क्यों किसी चीज से डरते हैं आप, जानकर चौंक जाएंगे


आपने देखा या सुना होगा कि कुछ लोग पानी से डरते हैं। कुछ लोगों को ऊंचाई से डर लगता है तो कुछ किसी अनजाने भय से घबराए रहते हैं। यह डर यूं ही हमें नहीं डराते हैं। इस डर का कारण पिछले जन्म की यादों में छुपा होता है जो हमारे अवचेतन मन में कहीं दबा हुआ होता है।

एक टेलीविजन चैनल पर कुछ समय पहले एक धारावाहिक दिखाया जा रहा था जिसका नाम था 'राज पिछले जन्म का'। इस धारावाहिक में कई ऐसी घटनाओं को दिखाया गया जिसमें मेडिटेशन के द्वारा पूर्व जन्म की घटनाओं की जांच पड़ताल करके व्यक्ति का उपचार किया गया।

मेडिकल साइंस भले ही इस बात को स्वीकार करने में हिचकता हो कि पुनर्जन्म होता है लेकिन इस बात को वह भी स्वीकार करते हैं कि मेडिटेशन के द्वारा मन में बसे अवचेतन यादों को उभार कर डर और दूसरे कई रोगों का उपचार संभव है।

पढ़ें, इन लोगों ने मरने से पहले ही बता दिया था कब मरने वाले हैं


रिग्रेशन थैरेपिस्ट उन कारणों का पता लगा सकते हैं कि व्यक्ति किसी चीज के प्रति अधिक संवदेनशील और भय क्यों प्रकट करता है। ‘हीलिंग पास्ट लाइफ थ्रू ड्रीम्स’ के लेखक जे डी ने लिखा है कि बचपन से ही उन्हें हाथ पांव सिकोड़ कर बैठने से डर लगता था।

इस डर की वजह वह समझ नहीं पा रहे थे। लेकिन एक रात उन्होंने ऐसा सपना देखा जिसमें उन्हें अपने डर का कारण पता चल गया। एक लड़के को कुछ लोगों ने हाथ पैर बांधकर कंबल में लपेट दिया था और उसकी पिटाई कर रहे थे। लोगों ने उसे एक अंधेरे कुएं में ढकेल कर मरने के लिए छोड़ दिया। जे डी देखा वह लड़का कोई और नहीं वह खुद थे।

उन्हें लगा कि यह उनके पूर्वजन्म की घटना थी। इसी घटना के कारण वह था कि वह पांव सिकोड़ कर बैठने से डरते थे। जब पूर्व जन्म का रहस्य पता चल गया तो उनका डर दूर हो गया। इन्होंने माना कि अवचेतन मन में बसी पूर्व जन्म की यादें ही इस जन्म में डर की वजह होती हैं।

लंका में हनुमान जी ने महिलाओं को ऐसे देखा, आप शर्मा जाएंगे


सीता की तलाश करते हुए हनुमान जी लंका पहुंच गए। इस कथा का वर्णन तुलसी दास जी ने रामचरित मानस में किया है। तुलसीदास जी से पहले महर्षि बाल्मिकी ने भी इस घटना का उल्लेख अपने रामायण में किया है।

तुलसी और बाल्मिकी के अलावा भी जितने रामायण हैं उनमें इस घटना का उल्लेख किया गया है लेकिन एक घटना ऐसी है जिसका उल्लेख सिर्फ महर्षि बाल्मिकी ने अपने रामायण में किया है।

पढ़ें, क्या आप जानते हैं हनुमान ही का विवाह हुअा था कैसे


बाल्मिकी रामयण में लिखा, जब हनुमान जी लंका में पहुंचे तो गुप्त रुप से सीता की तलाश करने लगे। उस दौरान वह रात में छुपकर पूरी लंका नगरी में घूमे।

लंका में भ्रमण करते हुए हनुमान जी ने देखा कि वहां की कुछ महिलाएं आपस में यौन क्रियाएं करती थीं। महिलाओं की यौन क्रीड़ा में लंका का राजा रावण भी भाग लेता था।

मोदी के प्रशंसकों की लिस्ट में जुड़ा इनका भी नाम


नरेंद्र मोदी के प्रशंसकों की लिस्ट में एक और नाम जुड़ गया है। किरण बेदी ने ट्विटर पर मोदी की महिमा का बखान किया तो राजनीति में हलचल मच गई।

किरण ने लिखा कि मोदी स्थिर, जवाबदेह और अच्छी सरकार दे सकते हैं। बेदी ने ट्विटर पर मोदी को वोट देने की घोषणा कर दी।

मोदी की तारीफ तक बात रुक जाती तो गनीमत थी, किरण ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि देश को स्थिरता और अनुभव की जरूरत है।

इस पर सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा है कि हमें किरन बेदी और पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह को बीजेपी में शामिल होने का न्योता देना चाहिए।

गौरतलब है कि पिछले काफी दिनों से इस तरह की खबरें आ रही हैं कि वीके सिंह और किरण बेदी बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं।

नौकरी

5 हजार से ज्यादा नौकरी, जल्द करें आवेदन

नौकरी का इंतजार कर रहे बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है। रेलवे में 5,679 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

खुशखबरीः इस सेक्टर में मिलेगी सबसे ज्यादा नौकरियां

साल 2014 में अगर आप नौकरियों का इंतजार कर रहें हैं तो ध्यान रखे इस सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां आने वाली हैं।

पुलिस में 622 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

पुलिस में 622 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 9300-34800 व ग्रेड पे 3600 रुपए है।

बंपर भर्ती, 21 हजार पदों पर नियुक्ति

यूपी में शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 21 हजार भाषा शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।

इंतजार खत्म, टीईटी के लिए पंजीकरण की तिथियां घोषित

टीईटी 2013 का इंतजार खत्म हो गया है। 22 और 23 फरवरी को होने वाली परीक्षा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो जाएगी।

क्लर्क के पदों पर भर्ती, करें आवेदन

एलडीसी और आशुलिपिक के पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 2400 रुपए है।

डीयू में गैर शिक्षक पदों पर भर्ती, करें आवेदन

दिल्ली विश्वविद्यालय में गैर शिक्षण पदों को भरने के लिए विभिन्न पदों पर कुल 312 रिक्तियों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

40 जूनियर कोच होंगे भर्ती, दोबारा निकलेगा विज्ञापन

खो-खो और कबड्डी के जूनियर कोच के 40 पदों को भरने के लिए पूर्व में जारी विज्ञापन वापस ले दो महीने के अंदर नया विज्ञापन जारी किया जाएगा।

700 से ज्‍यादा पदों पर भर्ती, करें आवेदन

भारतीय इस्पात प्राध‌िकरण लि. (सेल) में 710 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

बनिए रेलवे में टीटीई, 2500 पदों पर भर्ती

नव वर्ष 2014 में भारतीय रेलवे ने भी बेरोजगारों के लिए नौकरी का पिटारा खोल दिया है।

अफसरों के 263 पदों के लिए करें आवेदन

मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वि‌भिन्न पदों को भरने के लिए कुल 263 रिक्तियां जारी की हैं।

सेना में विशेष भर्ती, करें आवेदन

भारतीय सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत विशेष भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

यूपी में बनिए प्रिंसिपल, 599 पदों पर भर्ती

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रिंसिपल की नौकरी के लिए आवेदन तिथि घोषित कर दी है।

PGT-TGT के 7000 पदों के लिए मौका

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड, इलाहाबाद ने पीजीटी-टीजीटी के 7,140 पदों के लिए आवेदन मंगाए हैं।

नौकरी: SSC में 20 से 25 हजार रिक्तियां

ग्रेजुएट के पास नौकरी का मौका होगा। कर्मचारी चयन आयोग का नए साल के लिए प्लान तैयार है।

सेल में भर्ती, जल्‍द करें आवेदन

भारतीय इस्पात प्राध‌िकरण लि के बोकारो प्लांट में विभ‌िन्‍न श्रेणियों के अंतर्गत 132 टेक्न‌िश‌ियन ऑपरेटर प्रश‌िक्षुओं(ट्रेनी) की भर्ती के लिए विज्ञप्त‌ि जारी की गई है।

बैंक में नौकरी का मौका, जल्द करें आवेदन

ग्रामीण बैंक में विभिन्न श्रेणियों के तहत अध‌िकारी स्तर के पदों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

1206 पदों पर भर्ती, जल्द करें आवेदन

रेलवे में 1206 पदों पर खुली भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन भेजने की अंतिम ‌तारीख 24 जनवरी है।

खुशखबरीः साल 2014 मिलेगी 8.5 लाख लोगों को नौकरी

नौकरी की चाहत रखने वालों के लिए खुशखबरी। नए साल में इस साल की तुलना में अधिक नौकरियों का आकलन है।

10वीं पास युवाओं के लिए रेलवे में बंपर भर्ती

रेलवे में 5,775 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 1800 रुपए है।

खुला नौकरी का पिटारा, जल्द करें आवेदन

ग्रामीण बैंक में 871 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इन पदों के लिए वेतनमान 7200-19300 रुपए है।

2014 में होगी 4 लाख पदों पर नियुक्ति

राजस्थान के ग्रामीण विकास मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि खाली पड़े 4 लाख सरकारी पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया नए साल में पूरी कर ली जाएगी।

रेलवे में 4517 पदों पर भर्ती

रेलवे में 4517 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 5200-20200 व ग्रेड पे 1800 रुपए है।

3300 पदों पर होगी भर्ती, 19 तक करें आवेदन

इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 जनवरी है। शुल्क जमा करवाने की अंतिम तिथि 22 जनवरी है।

बंपर भर्ती, 917 पदों के ‌लिए करें आवेदन

रेलवे में 917 पदों के ‌लिए आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 5200-20200 और ग्रेड पे 1800 रुपए है।

6 हजार से ज्यादा नौकरी, करें आवेदन

ह‌रियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा विभिन्न विभागों में कुल 6204 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

खुशखबरीः 4,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती

शिक्षा विभाग में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए जल्द ही 4,000 से अधिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी।

यूपी ग्रामीण बैंक में भर्ती, करें आवेदन

यूपी ग्रामीण बैंक में 250 से ज्यादा पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। वेतनमान 14500-25700 रुपए है।

बैंक में नौकरी का मौका, करें आवेदन

ग्रामीण बैंक में 300 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।

यह कंपनी देगी 16 हजार नौकरियां

नया साल अभी कुछ दूर है, लेकिन खुशखबरी आ गई है। यह खबर न्यू ईयर के बड़े तोहफे से कम नहीं है।

बनिए अपर निजी सचिव, 176 पदों पर भर्ती

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं की तैयारी में जुटे प्रतियोगियों को एक और बड़ी भर्ती का मौका मिला है।

बैंक में 542 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

ग्रामीण बैंक में 542 पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इनके लिए वेतनमान 14500-25700 रुपए है।

पशुपालन विभाग में नौकरी का सुनहरा मौका

पशुपालन विभाग में बंपर भर्ती निकली है। 1,198 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।

ग्रामीण बैंक में बंपर भर्ती, करें आवेदन

ग्रामीण बैंक में 700 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए भारतीय नागर‌िकों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।

रेलवे में 388 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

उत्तर मध्य रेलवे में कुल 388 पदों पर अप्रैन्टिस प्रशिक्षुओं की भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

खुशखबरी! रेलवे में 2.5 लाख से भी अधिक पद रिक्त

रेलवे के सभी जोनों के विभिन्न विभागों में ढाई लाख से अधिक पद रिक्त हैं।

सीआरपीएफ में भर्ती, 10वीं पास करें आवेदन

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में 700 से ज्‍यादा पदों के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

हरियाणा में 20,000 शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ

हरियाणा में 20000 टीचर भर्ती करने का रास्ता साफ हो गया है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने आज इस संबंध में दायर जनहित याचिका रद्द कर दी है।

अकाशवाणी में 10 हजार पद रिक्त

देश के सबसे बड़े सार्वजनिक प्रसारक आकाशवाणी में विभिन्न श्रेणियों में दस हजार से अधिक पद रिक्त हैं।

न्यायालय में नौकरी का मौका, करें आवेदन

सिविल जज (जूनियर डिविजन)' के रिक्‍त पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

यूपीः 192 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

उत्तर प्रदेश में विभिन्न पदों पर कुल 192 रिक्तियों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी की गई है।

120 पदों पर भर्ती, करें आवेदन

पंजाब लोक सेवा आयोग (पीपीएससी) द्वारा विभिन्न पदों को भरने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं।

300 से ज्यादा पदों पर भर्ती, करें आवेदन

हिमाचल प्रदेश अधिनस्‍थ सेवा चयन बोर्ड ने विभिन्न 306 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की है।

5,775 पदों पर भर्ती, 10वीं पास को मौका

इन पदों के लिए वेतनमान 5200 से 20200 रुपये ग्रेड पे 1800 रुपये निर्धार‌ित है।

भारतीय मानक ब्यूरो में नौकरी का मौका

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) में 100 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

डाटा एंट्री ऑपरेटर की भर्ती, करें आवेदन

भारत सरकार टकसाल द्वारा डाटा एंट्री ऑपरेटर सहित विभिन्न पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।

ग्रामीण बैंक में नौकरी पाने का नया मौका

ग्रामीण बैंक में 200 से ज्‍यादा पदों की भर्ती के ‌लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं।

बंपर भर्ती: 1200 पदों पर जल्द होंगी नियुक्तियां

बेरोजगारों के लिए अच्छी खबर है। छोटे-बड़े पदों पर करीब 1200 पदों पर भर्ती का मौका है।

ग्रामीण बैंक में 300 से ज्यादा नौकरी

बैंकों में नौकरी करने के इच्छुक युवाओं से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। अंतिम तिथि 12 दिसंबर है।

पाइए बैंक में नौकरी, करें ऑनलाइन ‌आवेदन

सरकारी बैंक में नौकरी की इच्छा रखने वाले बेरोजगार शिक्षित युवाओं से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।
उच्च शिक्षा के साथ मजाक कब तक
राष्ट्रपति ने बीते वर्ष अपने विभिन्न दीक्षांत भाषणों में इस बात पर विशेष चिंता व्यक्त की थी, कि इतने बड़े राष्ट्र में किसी एक विश्वविद्यालय की भी गणना विश्व के प्रमुख 200 विश्वविद्यालयों में नहीं की जाती। प्रधानमंत्री भी इसी बात को दोहरा रहे हैं। आजादी के बाद हम किसी एक भी ऐसे भारतीय को जन्म नहीं दे सके, जिसने भारत की ही संस्थाओं में कार्य करते हुए नोबल पुरस्कार प्राप्त किया हो, जबकि 1913 में भारत के रवींद्रनाथ ठाकुर नोबल पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रथम गैर यूरोपीय व्यक्ति थे। वर्ष 1930 में वैज्ञानिक सी वी रमण को भारतीय संस्थानों में ही कार्य करते हुए नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके अतिरिक्त जगदीश चंद्र बसु, मेघनाथ साहा, सत्येन बोस, जदुनाथ सरकार, सुनीति कुमार चटर्जी एवं डॉ राधाकृष्णन जैसे अनेक विद्वानों के नाम गिनाए जा सकते हैं, जिनकी विश्व में प्रतिष्ठा किसी नोबल पुरस्कार विजेता से कम नहीं थी।
आज स्थिति पूरी तरह बदल गई है। नोबल पुरस्कार और विश्व स्तर के विश्वविद्यालय बनना तो बहुत दूर की बात है, जमीनी स्थिति यह है कि शोध के नाम पर इस समय जो कुछ यहां चल रहा है, वह राष्ट्र को शर्मसार कर देता है। जब उच्च शिक्षा की गुणवत्ता की चर्चा की जाती है, तो हमारा ध्यान केवल आईआईटी, आईआईएम, कुछ शोध संस्थानों और कुछ गिने-चुने केंद्रीय विश्वविद्यालयों के आगे नहीं बढ़ता। देश में इस समय 400 से अधिक विश्वविद्यालय और 20,000 के आसपास महाविद्यालय हैं। सभी विश्वविद्यालय तथा अधिकांश पोस्ट ग्रेजुएट महाविद्यालयों में विद्यार्थी शोध के लिए कार्य करते हैं, जबकि 90 प्रतिशत उच्च शिक्षा केंद्रों में शोध के लिए बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। क्या इसकी सुध लेने वाला कोई है? बाजार की संस्कृति ने शिक्षक का ऐसा समुदाय पैदा कर दिया है, जो शोध में प्रवेश करवाने, शोध लिखने आदि की पूरी जिम्मेदारी स्वयं लेकर पैसे बटोर रहा है। ऐसे शिक्षकों की संख्या अधिक नहीं होगी, पर इनके कार्यों से संपूर्ण शिक्षक समाज कलंकित हो रहा है।
स्थिति बिगड़ने का ही यह परिणाम है कि उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के अधीन अधिकांश विश्वविद्यालयों ने यह आवश्यक समझा कि जो कुछ इस समय हो रहा है, उसे रोकने का एक ही उपाय है, कि फिलहाल शोध डिग्रियों में प्रवेश बंद कर गुणवत्ता लाने के लिए नए नियम बनाए जाएं। लगभग चार-पांच वर्षों से इन विश्वविद्यालयों में प्रवेश रुका हुआ है। उत्तर प्रदेश सहित अनेक राज्यों में सेवानिवृत्त अध्यापकों के रिक्त स्थानों को नहीं भरा जा रहा है। उच्च शिक्षा के प्रति राज्य सरकारों की इतनी बेरुखी क्यों? कहने को छठे वेतन आयोग ने शिक्षकों का वेतन और सुविधाएं बढ़ाई हैं। प्रोफेसरों को एक लाख रुपये से भी अधिक मिल रहा है। पर आपको यह जानकर आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए, कि उच्च शिक्षा में आज शिक्षण कार्य इनके बल पर नहीं चल रहा है। उच्च शिक्षा आज उन शिक्षकों के बल पर चल रही है, जिनका मासिक वेतन मात्र पांच से बारह हजार के भीतर है। स्ववित्तपोषित निजी संस्थाओं की स्थिति तो और भी अधिक बदतर है। कुछ ऐसे शिक्षक भी हैं, जो पिछले 20 वर्षों से कार्य कर रहे हैं। आयु भी 50 वर्ष से ऊपर हो चुकी है। डॉक्टरेट की डिग्री है और नेट भी उत्तीर्ण हैं, पर वेतन मात्र वही आठ से दस हजार के बीच। आखिर क्या थी उनकी मजबूरी। एक दैनिक मजदूर के बराबर आय। ऊपर से प्रबंधकों की जी हुजूरी की मानसिक यातना। जैसा परिदृश्य आज है, क्या उसे देखकर 21वीं शताब्दी का एक मेधावी नवयुवक उच्च शिक्षा को अपना व्यवसाय चुनने के लिए उत्साहित हो सकता है?
विश्वविद्यालयों से आशा की जाती है कि वे समाज को नई रोशनी देकर परिवर्तन को जन्म देंगे, पर हो रहा है ठीक उल्टा। देने के बजाय, जो कुछ गंदा समाज और राजनीति में व्याप्त है, हमारे परिसर उसे ग्रहण कर रहे हैं। भारत यदि ताकतवर देशों के समक्ष एक चुनौती बनकर खड़ा होना चाहता है, तो उसे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त बनना ही होगा, अन्यथा हम भारत को महान बनाने की आशा छोड़ दें।
उच्च शिक्षा आज उन शिक्षकों के बल पर चल रही है, जिनका वेतन मात्र पांच से बारह हजार रुपये है।
शिक्षा व्यवस्था
उदय प्रकाश अरोड़ा
edit@amarujala.com