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16 April 2017

ग्रामीणों ने रोका गेहूं ले जा रहे ट्रकों का पहिया, जाम

ग्रामीण बोले ट्रकों के चलने से उडऩे वाली धूल से होती है फसल खराब
ओढ़ां
गांव पन्नीवाला मोटा में स्थित हैफेड़ के गोदाम में गेहूं लेकर जाने वाले ट्रकों व ट्रालों को पन्नीवाला मोटा के ग्रामीणों ने आज जाने से रोक दिया तथा हैफेड़ के खिलाफ रोष भी व्यक्त किया।

जाम लगने की सूचना पाकर थाना प्रभारी ओढ़ां बलवंत जस्सू अपने दल के साथ मौके पर पहुंचे तथा उन्होंने ग्रामीणों को शांत करते हुए समझाने का प्रयास किया। थाना प्रभारी के समझाने पर भी जब ग्रामीणों ने रास्ता नहीं खोला तो थाना प्रभारी ने बताया कि हैफेड के अधिकारी मौके पर पहुंच रहे हैं।
रोष व्यक्त करने वाले ग्रामीणों जयमल सिंह डुडी, सतबीर सिंह, सहीराम, गिरधारी लाल, ओमप्रकाश और राजकुमार आदि ने बताया कि पन्नीवाला मोटा से होकर गुजरने वाले भागसर से घुकांवाली रोड़ तक गोदाम को जाने वाला मार्ग कच्चा है। मार्ग कच्चा होने के कारण ट्रकों व ट्रालों के चलने से उडऩे वाली धूल उनकी फसलों को खराब कर देती है तथा इसी बात को लेकर उन्होंने ट्रकों व ट्रालों का आवागमन रोक दिया है। उन्होंने बताया कि वे अपनी इस समस्या को हर वर्ष हैफेड़ के अधिकारियों के सामने रखते हुए इस मार्ग को पक्का करने की मांग करते हैं लेकिन हैफेड के अधिकारियों पर इस बात का कोई असर नहीं होता।
मौके पर पहुंचे हैफेड के जनरल मैनेजर मनजीत पूनिया ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि अब से इस रास्ते पर पानी का छिड़काव करने के बाद ही ट्रक या ट्राले चलाए जाऐंगे ताकि फसलों को नुकसान ना पहुंचे। उनके इस आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना रोष प्रदर्शन समाप्त कर दिया।

पन्नीवाला मोटा के एक परिवार को अज्ञात लोगों ने पीटा

ओढ़ां
एक आल्टो गाड़ी में सवार होकर आए चार अज्ञात लोग गांव पन्नीवाला मोटा की एक ढाणी निवासी तीन लोगों को बुरी तरह पीटने के बाद उनके मोबाइल लेकर फरार हो गए। पन्नीवाला मोटा निवासी 45 वर्षीय ओमप्रकाश अपनी पत्नी 42 वर्षीय कमलेश व 18 वर्षीय पुत्र मुकेश के साथ ढाणी में था कि आल्टो गाड़ी में आए चार लोगों ने उनकी पिटाई करते हुए दो फायर भी किए तथा उनके मोबाईल लेकर चले गए।
बताया जाता है कि उक्त लोग जींद के गांव कपोली से आए थे, क्योंकि ओमप्रकाश का साला गांव गीगोरानी निवासी सुरेश गांव कपोली से एक लड़की को लेकर भाग गया था तथा उक्त लोगों को शक था कि सुरेश अपने बहनोई ओमप्रकाश के यहां छुपा होगा। ओमप्रकाश के कहने पर भी वे नहीं माने और उनके परिवार की पिटाई करते रहे। हमलावरों के जाने के बाद पड़ोसियों ने तीनों घायलों को ओढ़ां अस्पताल पहुंचाया जहां से उन्हें सिरसा रैफर कर दिया गया। इस घटना की जानकारी ओढ़ां पुलिस को दे दी गई है।
इस विषय में पूछे जाने पर थाना प्रभारी ओढ़ां बलवंत जस्सू ने बताया कि उन्होंने मौके पर जाकर मुआयना किया है। उन्होंने बताया कि आगे की कार्रवाई घायलों के बयान के आधार पर की जाएगी।