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20 March 2011

समाचार News (1) 20.03.2011

मुख्य समाचार :

* कर्नल गद्दाफी ने कहा-विदेशी आक्रमण से लीबिया को बचाने के लिए नागरिकों को हथियार दिये जाएंगे, लीबिया पर सहयोगी देशों के हमले में ४८ मरे और १५० घायल।
* जापान की परमाणु सुरक्षा एजेंसी के अनुसार फुकुशिमा दाई इची परमाणु संयंत्र के एक रिएक्टर में दबाव फिर से बढ़ा ।
* तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में सीटों के बटवारे पर ए आई ए डी एम के और डी एम डी के के बीच मतभेद सुलझे। वाइको के नेतृत्व वाली पार्टी एम डी एम के तमिलनाडु और पुदुचेरी में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेगी। केरल में पार्टी उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस की उच्चस्तरीय चयन समिति की आज नई दिल्ली में बैठक।
* होली पर्व पर पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास।
* और क्रिकेट विश्व कप मेंरू कोलकाता में जिम्बाब्वे के ३०९ रन के लक्ष्य के सामने केन्या ने १० ओवर में ३ विकेट पर ४० रन बना लिये हैे और चेन्नई में वेस्टइंडीज के साथ मैच में भारत का टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला। वीरेन्द्र सहवाग के स्थान पर सुरेश रैना और आशीष नेहरा के स्थान पर आर. अश्विन टीम में शामिल।

लीबिया के नेता कर्नल गद्दाफी ने कहा है कि वे विदेशी आक्रमण से लीबिया को बचाने के लिए नागरिकों को हथियार देंगे। उन्होंने धमकी दी है कि लीबिया पर पश्चिमी देशों के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लीबिया के सैनिक भूमध्य सागर में पश्चिमी देशों के सैनिक और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाएंगे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में,लीबिया के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपायों के इस्तेमाल और लीबिया को उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने से संबंधित प्रस्ताव पास होने के बाद, पश्चिमी देशों ने ये हवाई हमले किए हैं। कर्नल गद्दाफी ने कहा कि वे संयुक्त राष्ट्र घोषणा पत्र के अनुच्छेद-५१ के अंतर्गत अपनी रक्षा के अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने अरब देशों, अफ्रीका के इस्लामी देशों, लैटिन अमरीकी और एशियाई देशों से अपील की कि वे लीबिया पर इस आक्रमण से निपटने में सहयोग करें।
कल रात अमरीकी और अन्य यूरोपीय देशों की नौसेना ने मिसाइलों और युद्धक विमानों से कर्नल गद्दाफी के सैन्य और हवाई ठिकानों पर हमले किए। इराक युद्ध के बाद पहली बार इतनी बड़ी अंतर्राष्ट्रीय सैन्य कार्रवाई की गई है। लीबिया टेलीविजन ने सैन्य कमान के हवाले से खबर दी है कि इन हमलों में ४८ लोग मारे गए और डेढ़ सौ घायल हुए हैं। इन हमलों से बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। अमरीकी और ब्रिटिश पोतों और पनडुब्बियों से बीस तटवर्ती ठिकानों पर एक सौ बारह टोमा हॉक मिसाइलें दागी गई। फ्रांसीसी लड़ाकू जैट विमानों ने इन हमलों में पहल की और विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी क्षेत्रों पर बमबारी की।
इस बीच त्रिपोली के बाब-अल-अजी+जया सैन्य शिविर में रह रहे कर्नल गद्दाफी की सुरक्षा के लिए सरकार समर्थक हजारों लोग जमा हो गए हैं।

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी पोलित व्यूरो ने नेटो सेनाओं द्वारा लीबिया पर वायु सेना और नौसेना की बमबारी की घोर निंदा की है। नई दिल्ली में आज जारी पार्टी विज्ञप्ति में इस बमबारी को आक्रमण की कार्रवाई और लीबिया की प्रभुसत्ता का घोर उल्लंघन बताया है। पार्टी ने सैन्य कार्रवाई रोके जाने और संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव की तुरंत समीक्षा की मांग की है।

जापान की परमाणु सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि त्सुनामी प्रभावित फुकुशिमा दाई इची परमाणु संयंत्र के एक रियेक्टर में फिर से दबाव बढ़ना शुरू हो गया है। सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि संयंत्र के तीसरे रियेक्टर में पानी डालने की कोशिश का कोई फायदा नहीं हुआ। अब संयंत्र संचालक रियेक्टर से रेडियोधर्मी गैस निकलने देंगे, ताकि रियेक्टर पर दबाव कुछ कम हो सके।

फुकुशिमा परमाणु बिजली के रिएक्टर नम्बर तीन को ठंडा करने की कोशिशों के बावजूद उसके अंदर गैस के दबाव को बड़ा हुआ बताया जा रहा है और इस बात की पुष्टि स्वयं जापान की परमाणु और औद्योगिक सुरक्षा एजेंसी ने कर दी है और उसने कहा है कि पहले कोशिश यह की जाएगी कि सप्रेशन कूल के जरिए गैस को बाहर निकाला जाए और अगर इसमें कामयाबी न मिले तो सीधे वैसल से गैस को बाहर किया जाएगा, लेकिन अगर ऐसा करना पड़ा तो हवा में रेडियो एक्टिव आयोडीन का स्तर बताया जा रहा सौ गुना तक बढ़ सकता है। कंटिनर वैसल को बचाना जरूरी है, क्योंकि किसी भी दुर्घटना की स्थिति में रेडियो एक्टिव पदार्थ जो है, उन्हें यहीं रोके रखता है और तोक्यों इलेक्ट्रिक पावर कंपनी का कहना है कि गैस छोड़ने से पहले उन तमाम कर्मचारियों को वहां से निकालने होगा, जो वहां बिजली की तारे बिछाने और पानी की बौछार करने के लिए गये हुए है। तोक्यो पावर इलेक्ट्रिक कंपनी और परमाणु एवं औद्योगिक सुरक्षा एजेंसी के बीच यह सहमति हो चुकी है कि रेडिएशन का स्तर बढ़ने के खतरे के बावजूद यह अब जरूरी हो गया है कि गैस को किसी तरह बाहर निकाला जाए।
इस बीच, जापान की राष्ट्रीय पुलिस एजेंसी ने बताया कि ११ मार्च को आए भूकंप और त्सुनामी की वजह से अब तक सात हजार सात सौ लोगों की मौत हो चुकी है और २० हजार से अधिक लोग लापता हैं।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने चेतावनी दी है कि जापान में आए भूकंप से प्रभावित परमाणु रियक्टरों के रेडियोधर्मी विकिरण से प्रदूषित खाद्य वस्तुओं से लोगों को जबर्दस्त खतरा है। जापान के स्वास्थ्य विभाग ने भी इसे स्वीकार किया है। उसका कहना है कि टोक्यो के पूर्वोत्तर क्षेत्र में ध्वस्त फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के आसपास, दूध और पालक में सामान्य से बहुत अधिक रेडियोधर्मी तत्व पाए गए हैं।

एआईएडीएमके और डीएमडीके ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीटों पर मतभेद सुलझा लिए हैं। १३ अप्रैल को होने वाले प्रदेश विधानसभा चुनाव में डीएमडीके पाटी के लिए ४१ सीटें दी जाएंगी। डीएमडीके पार्टी के अध्यक्ष पनरूत्ती रामचन्द्रन ने बताया कि उनकी पार्टी के संस्थापक और अभिनेता विजयकांत सीटों की नई सूची को मंजूरी देंगे और इसके बाद ही दोनों पार्टिंयां औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगी। एआईएडीएमके प्रमुख जयललिता के आवास पर उनसे बातचीत के बाद पत्रकारों से श्री रामचन्द्रन ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है।
यह घोषणा एआईएडीएमके गठबंधन के दूसरे प्रमुख घटक वायको की पार्टी एमडीएमके के तमिलनाडु और पुड्डुचेरी में चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा के बाद आया। वायको ने गठबंधन के बड़े दल पर सीट बंटवारे में नाइंसाफी का कथित आरोप लगाया है। यह फैसला आज सुबह पार्टी के जिला सचिवों की बैठक में लिया गया।

अगले महीने केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस की उच्चस्तरीय चयन समिति की आज शाम नई दिल्ली में बैठक हो रही है। कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की घोषणा कल करेगी और अपना घोषणा-पत्र मंगलवार को जारी करेगी। इस बीच, केरल कांग्रेस-एम आज अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली थी, लेकिन उसने अपना फैसला टाल दिया है।

असम में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए दाखिल पर्चों की जांच के बाद पांच सौ ९ नामांकन पत्र सही पाये गए हैं। नाम वापस लेने का आज अंतिम दिन है। पहले चरण के तहत राज्य के १३ जिलों में ६२ सीटों पर चार अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण के लिए ६४ सीटों पर ११ अप्रैल को मतदान होगा।

आंध्रप्रदेश में तेलंगाना राष्ट्र समिति ने हाल ही में विधान परिषद चुनाव में कथित रूप से क्रॉस वोटिंग करने वाले अपने तीन विधायकों को निलंबित करने का फैसला किया है। तेलंगाना समर्थकों के बढ़ते दबाव के बीच पार्टी के पोलित ब्यूरो ने कल शाम यह निर्णय लिया। पार्टी अध्यक्ष के. चन्द्रशेखर राव ने बताया कि विधायक-विद्यासागर राव, ई. रविन्द्र रेड्डी और के. समैया को निलंबित किया जा रहा है। इन विधायकों ने अपने त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष को दे दिये हैं। इनके त्यागपत्र आज विधानसभा उपाध्यक्ष को भेज दिये जाएंगे।

जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भारी बारिश और चट्टाने खिसकने के कारण कल बंद किया गया था, उसे आज सुबह फिर खोल दिया गया है।

मौसम की खराबी की वजह फरवरी और मार्च के महीने में १६ मरतबहा राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही मोअत्तर रही। मार्ग पर आज बेकन की तरफ से दक्षिण और पश्चिम को हटाने के साथ ही यातायात विभाग ने मार्च पर ऐसे यात्रियों और पर्यटनों को अपने-अपने मंजिलों की तरफ जाने की इजाजत दी। घाटी की पहाड़ी इलाकों में कल से ज्यादा हिमपात होने की वजह से सर्दी में भी इजाफा हुआ है।

रंगो और उमंगों का त्यौहार होली देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।

समूचा ब्रजमंडल होली की उमंग और रंगों की अबीर, गुलाल और टेसू के रंगों से सरावर हो रहा है। आज यहां सुबह से ही मथुरा, वृंदावन, नंद गांव, बरसाना, गोकुल और फतेह बाजार के मंदिरों में देश विदेश से आए श्रद्धालु अपने अराध्य श्री कृष्णा और राधा की होली का आनंद ले रहे हैं। बृज की कुंज गली कस्बों और नगरों में अपनी-अपनी टोलिया बनाकर लोग बैंड बाजों और नगाडों के साथ आज होली रे रसिया होली रे रसिया के गीत गाते गुनगुनाते रंग गुलाल घर-घर जाकर अबीर गुलाल लगाकर और गूंजिया पकवान बनाकर स्वागत कर रहे थे। ब्रज मंडल से मोहम्मद उमर कुरैशी, आकाशवाणी समाचार, मथुरा।
अयोध्या में होली का एक अलग ही उल्लास है। रंगभरी एकादशी से शुरू हुआ होली का पर्व आज चरम पर है।

अयोध्या में आज होली का उल्लास चमर पर है। वैसे तो रंगभरी एकादशी के दिन से ही अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में होली खेले रघुबीरा, अवध में होली खेले रघुबीरा जैसे फाग और कबीरा गूंजने लगे, पर आज होली के दिन तो अयोध्या की छटा ही निराली है। मंदिरों में शंख महानत और ग्राहक एक दूसरे के साथ रंग में रंग के अपने आराध्य से ऐसे होली खेल रहे हैं मानो रंगों के बीच भक्त धारा बह रही हो। होली के रंगा-बिरंगा समूचा माहौल जहा धार्मिकता का परवेश ओडे हैं, वहीं मानव, मानव के बीच प्रेम के रूप में होली के त्यौहार को स्थापित कर रहा है, साथ ही अन्य अवसरों की तरह हिंदु मुस्लिम और - मिलजुलकर होली त्यौहार मनाना भी अपने आप में साम्प्रदायिक त्यौहार की एक मिसाल है। ग्रामीण आंचलों में किसान परंपरागत गीतों के साथ गेहूं की बालियों को देख झूम-झूम कर खेत खलिहान से सुपोषण की कामना कर रहे हैं, तो मंदिरों में विश्व शांति और कल्याण की कामना की जा रही है।
दिल्ली में भी रंगों का त्यौहार होली हर्ष और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।

सड़कों, गलियों और रिहाशियों कोलोनियों में लोग रंगों की बौछार उड़ाते देखे जा रहे हैं। इस बार लोगों ने कृत्रिम रंगों के बजाए पलाश और टेसू के फूलों से बने प्राकृतिक रंगों को तरजीह दी है। शराब पीकर वाहन चलाने और छेडछाड़ जैसी घटनाओं को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। १०वीं और १२वीं कक्षाओं की चल रही परीक्षाओं के कारण इस बार होली के हुडदंग में छात्रों की संख्या कम दिखाई दे रही हैं। आज शाम को चांदनी चौक में महामूर्ख सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
हमारे संवाददाता के अनुसार दक्षिणी राजस्थान के जनजातीय बहुल डुंगरपुर जिले के बेहुडा गांव में होली खेलने की अनोखी परंपरा है।

यहां के बाशिंदे समूह बनाकर एक दूसरे पर गोहण से पत्थर फैंकते हैं, जिसमें की व्यक्ति लहुलुहान भी हो जाते हैं। यह परंपरा पिछले चार सौ सालों से चली आ रही हैं, वहीं जिले के कोकापुर गांव में वहां युवा नंगे पैर होलिका दहन स्थित अंगारों पर चलते हैं और सुखमय भविष्य की कामना करते हैं।

एक संसदीय समिति ने सरकार से आग्रह किया है कि वह देश में उपलब्ध पनबिजली संसाधनों की खोज कर उनका भरपूर इस्तेमाल करे। लघु और अति लघु पनबिजली परियोजनाओं के बारे में संसदीय स्थायी समिति की सोलहवीं रिपोर्ट में कहा गया है कि अरूणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में करीब छह हजार पांच सौ मेगावाट पनबिजली की क्षमता उपलब्ध है जिसमें से मात्र सात सौ ७२ मेगावाट बिजली ही प्राप्त की जा सकी है।
समिति ने कहा है कि अप्रयुक्त अपार संसाधनों के उचित उपयोग के लिए सरकार को ठोस कार्ययोजना बनाने की जरूरत है।

केरल में पनायीकुलम सिमी शिविर मामले में एक आरोपी निसार इब्राहिम को आज सुबह कोचीन अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पकड़ा गया। शारजाह से कोचीन पहुंचते ही इब्राहिम को हिरासत में ले लिया गया। कडनगल्लूर के अलुवा निवासी निसार इब्राहिम ने १५ अगस्त २००६ को पनायीकुलम में हैप्पी ऑडिटोरियम में प्रतिबंधित स्टुडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया के एक गुप्त शिविर में भाग लिया था।
इस मामले में दायर आरोप पत्र में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने इस बैठक को धार्मिक उन्माद पैदा करने, सरकार विरोधी और देशद्रोह के इरादे से बुलाई गई बताया है।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल सेक्युलर के प्रदेश अध्यक्ष एचडी कुमारास्वामी द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोप को खारिज कर दिया है। बैंगलुरू में आज एक पुस्तक लोकार्पण समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को आधारहीन बताया।
एचडी कुमारास्वामी ने कल आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के बेटे की कंपनी ने ऊपरी भद्र सिंचाई परियोजना में काम दिलाने के ऐवज में एक कंपनी से १३ करोड़ रुपये लिए हैं। जबकि, मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का कहना है कि प्रदेश में मिली-जुली सरकार के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री कुमारास्वामी ने ही इस परियोजना को मंजूरी दी थी।

जम्मू-कश्मीर के वित्तमंत्री अब्दुल रहीम राथर ने कहा है कि राज्य के पिछड़े क्षेत्रों में विकास गति तेज करने के उद्देश्य से बजट में एक सौ करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री राथर ने कहा कि सामान्य योजना के अंतर्गत वित्तीय व्यवस्था के अतिरिक्त ये रकम है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के तीनों क्षेत्रों के संतुलित सर्वांगीण विकास और खुशहाली के प्रति कटिबंद्ध है। पंचायतों को लोकतंत्र का बुनियादी स्तम्भ बताते हुए वित्तमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे सक्षम उम्मीदवारों को ही चुनें। बेरोजगारी की समस्या के समाधान के संबंध में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर देश का पहला राज्य है जिसने युवा रोजगार और कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत रोजगार सृजन की भावी योजना बनाई है।

और अब क्रिकेट विश्वकप से जुड़ी खबरें:-
क्रिकेट विश्वकप के ग्रुप-ए में कोलकाता में केन्या ने १४ वें ओवर में ५ विकेट पर ४८ रन बना लिए थे। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज+ी करते हुए जि+म्बाब्वे ने ५० ओवर में ३०८ रन बनाए।
ग्रुप-बी के मैच में इस समय चेन्नई में भारत का सामना वेस्टइंडीज+ से हो रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज+ी करते हुए भारत ने ३ ओवर में १ विकेट पर १७ रन बना लिए थे। सचिन तेंदुलकर २ रन बनाकर आउट हुए।

२३ मार्च से शुरू हो रहे नॉक आउट स्टेज से पहले भारतीय टीम मैनेजमैंट ने ऑफ-स्पिनर आर. अश्विन और सुरेश रैना के अंतिम ग्यारह में शामिल कर उन अटकलों पर विराम लगा दिया है कि टीम और बोर्ड के बीच कोई दरार है। इस बीच, वीरेन्द्र सहवाग और आशीष नेहरा आज के मैच में नहीं खेल रहे हैं। बहरहाल, नतीजों के लिहाज से इस मैच में हार और जीत से कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है क्योंकि कल दक्षिण अफ्रीका के हाथों बंगलादेश की हार के साथ ही टीम इंडिया पहले ही क्वार्टर-फाइनल में पहुंच चुकी है, वहीं वेस्टइंडीज+ का भी पहुंचना लगभग तय है। हां यह ज+रूर है कि जीतने पर टीम इंडिया ग्रुप में ९ अंक के साथ दूसरे नम्बर पर रहेगी और उसका सामना क्वार्टर-फाइनल में डिफैंडिंग चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया से होगा। वहीं हारने की सूरत में उसे श्रीलंका से भिड़ना पड़ेगा, जो किसी भी लिहाज+ से आसान नहीं होगा। थोड़ी मेहनत और किसमत के सहारे टीम भले ही अब क्वार्टर-फाइनल में पहुंच गई हो, लेकिन खिलाड़ियों के दावों और हौंसलों का असली इम्तिहान यकीनन क्वार्टर-फाइनल की बिग-बैटल में ही होगा।

जापान में इस सदी के सबसे बड़े भूकंप के बाद सुनामी की लहरों से हुई व्यापक विनाश के दृश्य सोमवार को अखबारों में नजर आए। फुकुशिमा और ओनागावा के परमाणु संयंत्रों से विकिरण के खतरे की आशंका से दैनिक जागरण ने सुर्खी दी - परमाणु खतरे के सामने खड़ा जापान। अमर उजाला और बिजनेस भास्कर ने जापान के प्रधानमंत्री के यह शब्द प्रकाशित किए कि यह दूसरे विश्व युद्ध के बाद की जापान की सबसे बड़ी आपदा है।
सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने से भारत की तैयारियों और भारत के परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा पर भी इसी बहाने चर्चा शुरू हुई। हिंदुस्तान ने बताया कि भारत के एटमी संयंत्रों की सुरक्षा की जांच होगी। नई दुनिया ने चिंता जताई कि भारत को परमाणु सुरक्षा प्रबंधन ठीक करना होगा।


THE HEADLINES:

* Libya will arm civilians to defend the country from colonial crusader aggression says, Moammar Gaddafi; Forty-eight people reported killed and 150 wounded in the allied assault.
* Japan's nuclear safety agency says, pressure is rising again in one of the reactors at Fukushima Dai-ichi power plant.
* AIADMK and DMDK settle differences on seat sharing in Tamil Nadu Assembly polls; Vaiko-led MDMK not to contest Tamil Nadu and Puducherry Assembly elections; High-level scrutiny committee of the Congress party to meet in Delhi to finalize candidates for the Kerala Assemly elections.
* Festival of Colours, Holi being celebrated with traditional fervour and enthusiasm.
* And in ICC World Cup: Zimbabwe have set a target of 309 for Kenya in their final Group-A match at the historic Eden Gardens in Kolkata. In the Final Group-B match, India to meet West Indies in Chennai, in a short while.

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Libyan leader Moammar Gaddafi has said, he will arm civilians to defend Libya from what he called colonial, crusader aggression. He threatened to attack military and civilian targets in the Mediterranean in retaliation for Western air and sea strikes on his country. Western forces launched air strikes on Libya after the UN Security Council passed a resolution authorizing a no-fly zone and the use of all necessary measures to protect civilians. Gaddafi' said, Libya will exercise its right to self defence under article 51 of the United Nations charter, adding that the Mediterranean and North Africa were now a battleground. He also called on Arab, Islamic, African, Latin American and Asian countries to "stand by the Libyan people to confront this aggression, which will only increase his people's strength, firmness and unity".

The US and European nations pounded Moammar Gaddafi's forces and air defenses last night with cruise missiles and airstrikes, launching the broadest international military effort since the Iraq war. Libyan TV quoted the armed forces command as saying 48 people were killed and 150 wounded in the allied assault. It said most of the casualties were children but gave no more details. The US military said, 112 Tomahawk cruise missiles were fired from American and British ships and submarines at more than 20 coastal targets to clear the way for air patrols to ground Libya's air force. French fighter jets fired the first salvos, carrying out several strikes in the rebel-held east.

President Barack Obama said, military action was not his first choice and reiterated that he would not send American ground troops to Libya. Mr. Obama said from Brazil, where he is starting a five-day visit to Latin America that his country cannot stand by idly when a tyrant tells his people there will be no mercy.

Meanwhile, thousands of regime supporters, packed into the sprawling Bab al-Aziziya military camp in Tripoli where Gadhafi lives to protect against attacks.

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Japan's nuclear safety agency says, pressure is rising again in one of the reactors at the tsunami-damaged Fukushima Dai-ichi nuclear power plant. Safety agency official said today that efforts to put water in the Unit 3 reactor might not have been working. Now, the plant operator will release some radioactive gas from the reactor to ease the pressure. He added that the action will raise radiation levels around the plant and may slow work on restoring power and cooling systems to the unit. Problems have been reported at all six of the Fukushima Dai-Ichi plant's reactors. Fire trucks have been focusing a near-constant stream of water on overheated reactors and nuclear fuel, helping to stabilize the situation. However, officials earlier acknowledged the gains could be temporary.

Japan raised the severity rating of the disaster from 4 to 5 on the 7-point international nuclear event scale. Level 5 signals an accident with wider consequences, including some release of radioactive material, with a high probability of significant public exposure.

The number of people confirmed dead or listed as missing has surpassed 20,000, nine days after the massive earthquake and tsunami struck. There were fears of a far higher death toll from the disaster. More than 360,000 people have been displaced from their homes and taken shelter in evacuation facilities in 15 prefectures.

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Light rain was forecast today near Japan's stricken nuclear plant and in the Tokyo area, leading the government to advise people to use umbrellas if they are worried about the radioactive fallout. In an interview with public broadcaster NHK, Deputy Chief Cabinet Secretary Tetsuro Fukuyama said, Government agencies had received calls from a number of people about contamination carried in raindrops.

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UN nuclear watchdog IAEA has warned of the risks to humans of ingesting contaminated food products, after Japan said it had detected abnormal levels of radioactivity in milk and spinach. Japan's health ministry had confirmed that the substance found in higher-than-usual doses in foods near the quake-damaged Fukushima No.1 plant northeast of Tokyo was radioactive iodine. The food contamination was measured between March 16 and 18, said the IAEA, which has been monitoring developments at the nuclear plant for the past week.

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The AIADMK and DMDK today settled their differences over constituencies as 41 seats were identified for DMDK to contest in the April 13 Tamil Nadu assembly polls. DMDK presidium chairman Panrutty Ramachandran said, his party founder and actor Vijayakant would approve the new list after which the two parties would sign a formal deal. Speaking to reporters outside the residence of AIADMK chief J Jayalalithaa after talks with her, Ramachandran said, the discussions have reached the final stage.

The fourteenth assembly elections in Tamilnadu are around the corner and the political parties are patching up for the battlefield. Candidates have started filing their nominations from Chennai and other districts. Regulations have been tightened to check violations. As the latest development the election commission has transferred top police officials. This week it will be very hectic for party leaders as they would start their campaign trail. For students it is the exam season and for politicians it is the election season and both would be awaiting results in the month of May.

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High level scrutiny committee of the Congress party is meeting in Delhi this evening to finalise party candidates for next month's assembly election in Kerala. The party will be announcing its candidates by tomorrow and the election manifesto will be released by Tuesday. AIR Correspondent reports, one of the main parties in the UDF fold, Kerala Congress (M) which was to announce its candidates today has postponed the decision.

In Kerala, just three weeks left for the assembly election, Congress led UDF is engaged in hectic efforts to sort out minor hurdles in constituency allotment. With final list of candidates and release of manifesto getting completed in coming days, UDF will be reaching out to voters in a big way. At the same time ruling LDF has intensified its campaign. Chief Minister VS Achuthanandan who is leading CPIM in the forthcoming poll attended a huge election convention at Kollam yesterday. While opposition UDF is more than sure of capturing power, LDF is equally confident of retaining it. BJP in its effort to open account in the 140 member Kerala assembly has further intensified election campaigning.

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Chief Minister of Karnataka B S Yeddyurappa has stoutly denied the allegation of graft made against him by former Chief Minister H D Kumaraswamy. Speaking on the sidelines of a book release programme in Bangalore today, the Chief Minister termed the allegations as baseless. Mr. Kumaraswamy alleged yesterday that firms managed by Chief Minister’s sons had received thirteen crore rupees from an infrastructure company as a favour for receiving works in Upper Bhadra irrigation project.

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The festival of colours, Holi is being celebrated in several parts of the country today with traditional fervour and enthusiasm. The festival, which marks the end of winter and onset of the spring season, was celebrated in some parts of the country yesterday. In Delhi, people came out of their houses spraying colours on each other and dancing to the beat of drums. The services of DTC buses and Metro Rail have been suspended till 2:00 PM.

"There is splash of colours on roads, streets and residential colonies and people were seen dancing with joy. The people are preferring herbal colours made from Tesu and Palash flowers keeping in view the harmful effects of synthetic colours. Heavy deployment of police and paramilitary forces have been made. The Delhi police has made special arrangement to check the drunken driving. The students were seen less in number due to ongoing exams. Holi Milan have begun since last evening. Maha Murkh Sammelan is being organised this evening at Chandni Chowk.

AIR Lucknow correspondent reports, good weather has encouraged the people to celebrate Holi in traditional way. Musical and literary programmes are also being held at evening hours at many places to mark the festival.

Youngsters both girls and boys are being seen at various places playing with colours and dancing to the tune of folk and filmy songs. Children are being seen with colourful stylish Pichkaris. The Holi spirit was high among them who throw water balloons on passers-by in streets and on the main roads. Examination season has not dampened their festival spirit. In Mathura Holi festivities reached at its peak in Braj Bhumi with lakhs of pilgrims thronged to celebrate the festival in the land of Lord Krishna. In most of the districts festivity of Holi begins from Basant Panchamai and gets momentum after Rang Bhari Eakadashi.

In Jharkhand, the prevailing drought conditions have failed to dampen the Holi festivity. However, people are celebrating the festival of colours without water which they call Tilak Holi or dry holi. In Jammu and Kashmir, Central Reserve Police Force CRPF organised a Holi function at its 117 battalion headquarters at Wazir Bagh for those jawans who were not able to go home on leave. Border Security Force also organised a similar function at Humhama Subsdiary Training Institute of the force while Army jawans celebrated Holi at the Badamibagh cantonment in Srinagar.

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A parliamentary panel has urged the government to tap the full potential of Hydro Electric resources available in the country. The Parliamentary Standing Committee in its sixteenth report on Small and Mini Hydel Projects says that about 6500 Megawatt potential is available in Arunachal Pradesh, Uttarakhand, Himachal Pradesh and Jammu and Kashmir; of which only 712 megawatt has been tapped so far.

The committee urged the government to come out with a concrete action plan to exploit the huge untapped potential at a faster pace. It has observed that the government has been able to achieve only 62 percent of the installation target of Hydel projects and the remaining target of 11th Five-Year Plan should be executed at a faster pace.

On Micro Hydel Projects and Water Mills, the committee has appreciated the government's move to promote production of efficient water mills and has recommended their mass scale production and to highlight the subsidy component to attract entrepreneur for its production.

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The Union Government has banned two drugs which are likely to have certain risks to human beings. Invoking section 26A of the Drugs and Cosmetics Act, the Government has prohibited manufacture, sale and distribution of Gatifloxacin and Tegaserod with immediate effect. The government said that the safe and suitable alternative drugs are available.

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In Kerala, an accused in the Panayikulam SIMI camp case, Nissar Ibrahim was nabbed at the Cochin International Airport this morning. He was taken into custody on his arrival at the airport on a flight from Sharjah. Nissar Ibrahim, belonging to Kadangallur in Aluva, had participated in the secret camp organised by the banned Students Islamic Movement of India at the Happy Auditorium at Panayikulam on August 15, 2006.

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In Jammu and Kashmir, the Jammu-Srinagar National Highway is reopened for traffic from early this morning. Border Roads Organisation authorities cleared the 300-km long highway affected with landslides at Painthal, Digdol and other few places. AIR Correspondent reports that light snow-fall occurred in the upper reaches in the Pir Panchal Range last night.

Meanwhile, the State Government will embark on a multi-pronged strategy to develop and showcase the tourism potential of the state both at domestic and international level. This was disclosed by State Minister for Tourism and Culture Nawang Rigzin Jora in Jammu. AIR correspondent reports that over 315 crore rupees centrally-funded projects are under execution to boost tourism.

Mr. Rigzin Jora said that an amount of 222 crore rupees has been incurred on development of tourism infrastructure under the state plan during the last two years and 53 villages across the state will be developed as tourist villages to boost rural tourism for which the Centre has agreed to provide requisite funds. He said that the government has identified two mega tourist projects for development at a cost of 100 crore rupees in the State. Mr. Jora said that opening of new tourism destinations is the top priority of the government. He said 36 new tourism projects have been prioritized and Centre is expected to sanction 100 crore rupees for these projects and development work amounting to about 21 crore rupees are apace in two tourism circuits, including Jammu-Rajouri-Poonch.

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At least three miners were killed and over 50 trapped following a series of blasts this morning, in a coal mine in Quetta, the capital city of Balochistan province in southwest Pakistan. The accident took place when the gas accumulated due to poor ventilation in a mine in Sorang area of Quetta and prompted three blasts. The death toll could further rise as more than 50 miners were stranded inside the mine. A rescue operation has already been launched to bring out the trapped workers.

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At Chepauk in Chennai, India have elected to bat after winning the toss against the West Indies in their final Group 'B' league match of the ICC Cricket World Cup.

A win will help India retain the second spot in the Group standings. At the present, the co-hosts have seven points from their five games. The West Indies occupy the fourth place with six points after playing the same number of matches.

In the penultimate league match of the tournament at Eden Gardens, Kolkata, Zimbabwe have set a victory target of 309 for Kenya. Electing to bat in the Group 'A' fixture, they made 308 for six in the stipulated 50 overs. Chasing the target, Kenya were 26 for 2 in the 7th over, a short while ago.

The result of the match is of only academic interest, as both the teams are out of reckoning for the last eight stage.

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India's Famous women

समाचार News (2) 19.03.2011

मुख्य समाचार : -
  • गद्दाफी समर्थक सेना के टैंको का बैंगाजी में प्रवेश। लीबिया पर सैन्य कार्रवाई पर विचार के लिए फ्रांस में महत्वपूर्ण बैठक।
  • त्रिपुरा में मिजोरम के 15 रियांग ब्रू शरणार्थी आग में झुलस कर मरे।
  • आरक्षण के मुद्दे पर जाट नेताओं की केन्द्र से बातचीत में कोई नतीजा नहीं।
  • मिस्र में संसदीय चुनाव के लिए संविधान संशोधन के लिए जनमत संग्रह।
  • जापान में फुकुशिमा परमाणु संयंत्र के रियेक्टरों के लिए बिजली आपूर्ति बहाल।
  • रंगों के त्यौहार होली पर धार्मिक और उल्लास का माहौल।
  • क्रिकेट विश्वकप के ग्रुप-बी में बांगलादेश, दक्षिण अफ्रीका से हारकर र्क्वाटर फाइनल की दौड़ से बाहर। ऑस्ट्रेलिया के 177 रन के लक्ष्य के जवाब में पाकिस्तान के 26वें---ओवर में 4 विकेट पर 118 रन।

लीबिया पर सैनिक कार्रवाई के बारे में विचार के लिये आज फ्रांस में एक शिखर बैठक हो रही है। इसमें यूरोपिय संघ और अरब लीग के नेताओं के अलावा अमरीकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन भी भाग लेंगी। लीबिया पर होने वाले संभावित हवाई हमले में ब्रिटेन, फ्रांस और कुछ अरब देशों के भाग लेने की आशा है। संयुक्त राष्ट्र में फ्रांस के राजदूत ने कहा है कि इस बैठक के कुछ घंटों के भीतर ही सैनिक हस्तक्षेप शुरू हो सकता है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरॉन ने कहा कि लड़ाकू विमानों को इस क्षेत्र के अड्डों की ओर भेजा जा रहा है।
इससे पहले अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि कर्नल गद्दाफी की वफादार सेनाएं विद्रोही इलाकों में हमला तुरंत रोकें वरना उन्हें सैनिक कार्रवाई का सामना करना होगा।
इस बीच कर्नल गद्दाफी के समर्थक सैनिक दस्ते बैंगाजी में प्रवेश कर गए हैं और उन्होंने विद्राहियों पर टैंको से हमला किया है। खबरों के अनुसार संघर्ष विराम और संयुक्त राष्ट्र द्वारा लीबिया को उड़ान वर्जित क्षेत्र घोषित करने के बावजूद एक जेट विमान को मार गिराया गया है।
विद्रोही नेता मुस्तफा अब्दुल जलील ने कहा है कि बेन्गाजी के सभी जिलों में तोपों और राकेटों से बमबारी की जा रही है, अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों पर अमल नहीं करता तो भारी नरसंहार हो सकता है। लेकिन लीबिया सरकार के प्रवक्ता ने दावा किया है कि बेन्गाजी पर कोई हमला नहीं किया गया है। उनका कहना है कि संघर्षविराम का पूर्णरूप से पालन किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक चाहें तो आकर यह देख सकते हैं।

उधर, बहरीन के शाह ने अंतर्राष्ट्रीय दबावों को देखते हुए देश में सुधार लाने का वचन दिया है। बहरीन की सरकारी समाचार एजेन्सी के अनुसार शाह ने कहा है कि वो सुधार प्रक्रिया में कोई रूकावट नहीं आने देंगे। सुधार की यह प्रक्रिया उनके सत्तारूढ़ होने के साथ ही शुरू हो गई थी।
इस बीच, बहरीन में कफ्‌र्यू की अवधि घटाकर चार घंटे कर दी गई है। इस बीच, मनामा में एक महीने से लोकतंत्र के समर्थन में चल रहे आंदोलन के दौरान बुधवार को की गई कार्रवाई में लापता व्यक्ति की मौत की पुष्टि हो गई है। जेल में बंद विपक्षी नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में बहरीन को अंतर्राष्ट्रीय दबाव का सामना करना पड़+ रहा है।

ईरान ने बहरीन में सैनिक हस्तक्षेप को क्षेत्रीय सुरक्षा और विश्व शांति के लिये गंभीर खतरा बताया है।

मिस्र में पुराने संविधान में बदलाव के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनमत संग्रह हो रहा है। पिछले महीने होस्नी मुबारक के सत्ता से बेदखल होने के बाद संविधान को निलंबित कर दिया गया था। हमारे संवाददाता ने बताया है कि प्रस्ताव में राष्ट्रपति का कार्यकाल और आपात लगाने के राष्ट्रपति के अधिकार को सीमित करने और चुनावों को पारदर्शी बनाने के मुद्दे शामिल हैं।
जनमत संग्रह अपने वोटर 9 सुधारों के एक पैकेज पर निर्णय ले रहे हैं। आधे से ज्यादा सुधार चुनाव कराने के बारे में हैं जबकि एक सुधार स्वतंत्र उम्मीदवारों को राष्ट्रपति चुनाव लड़ना आसान करेगा और दूसरा चुनाव की देखरेख न्यायपालिका द्वारा करना सुरक्षित करेगा। सुधारों को एकमुश्त स्वीकार करना या रद्द करना जरूरी है। मिस्र के सुधारवादी नेता अलबरदायी अरब लीग वर्तमान अध्यक्ष उमरमुसा और युवा आंदोलनकारी इसका विरोध कर रहे हैं जबकि मुस्लिम ..समर्थन में खड़ी है।

जापान के ईबाराकी जिले में आज फिर भूकम्प के झटके महसूस किए गए। इसे रिक्टर पैमाने पर छह दशमलव एक मापा गया। मौसम विभाग के अनुसार त्सुनामी की चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप से टोक्यो में भी इमारतें हिलने लगीं, लेकिन फिलहाल किसी नुकसान की खबर नहीं है। नरिता हवाई अड्डे पर विमानों को सुरक्षा जांच के लिए अस्थाई तौर पर रद्द किया गया है। एनएचके जापान रेडियो की प्रतिनिधि लोचनी अस्थाना ने आकाशवाणी को बताया है कि फुकुशीमा संयंत्र के परमाणु रिएक्टरों के लिए बिजली आपूर्ति बहाल हो गई हैं।

इस समय की बड़ी खबर यह है कि फुकुशिमा परमाणु बिजली घर के पहले और दूसरे रिएक्टर तक बाहर से बिजली पहुंचाने में कामयाबी मिल गई है जिससे रिएक्टरों को ठंडा करने वाली प्रणाली फिर चालू होने की उम्मीदें बढ़ गई है। रिएक्टर नम्बर 4 में भी कल तक बिजली आपूर्ति बहाल करने कोशिश हो रही है। लेकिन अब भट्टियों को ठंडा करने वाली प्रणाली को पानी भेजने वाले पम्पों और मोटरों की जांच के बाद ही इन्हें चालू किया जा सकेगा। इस बीच, फुकुशिमा और इसके पड़ौसी..ईबारॉकी में ताजे दूध और पालक में मान्य मात्रा से ज्यादा विकिरण मिला है। सरकार इनके नमूने की फिर से जांच कर रही है।

इस बीच, जापान में भूकंप में लापता लोगों की खोजबीन जारी है। सात हजार तीन सौ 48 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। दस हजार 947 लोग लापता हैं। बर्फबारी की वजह से बुरी तरह प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों में रूकावट आ रही है।

केन्द्र के साथ जाट नेताओं की आज बातचीत बेनतीजा रही, क्योंकि जाट नेताओं ने अन्य पिछड़ा वर्ग श्रेणी के तहत नौकरियों में आरक्षण पर सरकार को फैसला लेने के लिए और समय देने से इंकार कर दिया। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक ने दावा किया कि केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदम्बरम के साथ नई दिल्ली में एक घंटे की बैठक में केन्द्र ने उनकी मांगों को उचित बताया, लेकिन स्पष्ट रूप से कोई आश्वासन नहीं दिया गया। श्री मलिक ने कहा कि इस मुद्दे को अनिश्चित अवधि के लिए छोड़ा नहीं जा सकता। वे इसके लिए एक निश्चित समय सीमा चाहते हैं।
उधर, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कड़े निर्देश के बाद जाट आंदोलनकारियों ने उत्तरप्रदेश के काफुरपुर स्टेशन पर रेल पटरियों पर धरना समाप्त कर दिया है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि लखनऊ, दिल्ली रेलमार्ग पर रेल यातायात शीघ्र ही सामान्य हो जायेगा। मामूली परिवर्तनों के तहत गाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है। उधर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के नेता यशपाल मलिक का कहना है कि उन्होंने इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेशों के सम्मान में रेल पटरियों से अपना धरना हटाया है लेकिन उनका आंदोलन जारी है। इस बीच पुलिस ने रेल पटरियों पर धरना देने और यातायात को बाधा पहुंचाने के आरोप में लगभग डेढ़ हजार जाट आंदोलकारियों के विरूद्व मुकदमा दर्ज किया है।

त्रिपुरा में मिजोरम के 15 रियांग बू्र शरणार्थी आग में झुलस कर मारे गये हैं। आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। पुलिस उप महानिरीक्षक नेपाल दास ने बताया कि यह दुर्घटना उत्तरी त्रिपुरा के शिविर में हुई।

केन्द्रीय कानून और न्याय मंत्री वीरप्पा मोइली ने वोट के बदले नोट मुद्दे से संबंधित विकीलीक्स के खुलासे को भारतीय लोकतंत्र को अस्थिर करने के इरादे से सोच-समझकर छपवाई गई खबर बताया है। आज बंगलौर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी और वाम दलों पर देशविरोधी तत्वों के हाथों में खेलने का आरोप लगाया।
पूर्व मुख्य न्यायधीश दिनाकरण के बारे में श्री मोइली ने कहा कि उनके खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई संसद के मानसून सत्र में की शुरू की जा सकती है।

राज्यसभा द्वारा बनाई गई समिति ने सिक्किम उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति पी. डी. दिनाकरण पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के सोलह आरोप लगाए हैं। उच्चतम न्यायालय ने आरोप-पत्र जारी करते हुए न्याययूर्ति दिनाकरण को अगले महीने की 9 तारीख तक इसका जवाब देने को कहा है।

पश्चिम बंगाल में लालगढ़ के पास संयुक्त सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड होने की खबर है। यह मुठभेड पश्चिमी मेदिनीपुर जिले के बीनपुर के जंगलों में हुई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मारे गये माओवादी नेता शशाधर महतो की पत्नी सुचित्रा महतो की अगुवाई में कुछ माओवादियों के बीनपुर में अमरकुली के पास मौजूद होने की खबर मिलने पर सुरक्षा बलों को वहां रवाना किया गया था। माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों को देखते ही उन पर हमला कर दिया। सुरक्षा बलों को मजबूरन जबावी कार्रवाई करनी पड़ी। माओवादी बाद में, हथियार, गोला-बारूद और माओवादी साहित्य छोड़कर वहां से भाग गये।

उच्चतम न्यायालय ने नोएडा के आरूषि हत्याकांड में राजेश और नुपुर तलवार के खिलाफ निचली अदालत में चल रही सभी कार्यवाही पर रोक लगा दी है। दोनों से अपने पासपोर्ट सोमवार तक न्यायालय में जमा कराने के लिये कहा गया है।


केरल, तमिलनाडु और केन्द्र शासित पुदुचेरी विधानसभा चुनाव के लिए आज अधिसूचना जारी होने के साथ, नामांकन भरने का काम शुरू हो गया है। 26 मार्च तक नामांकन पत्र दाखिल किये जा सकते हैं। 28 मार्च को इनकी जांच होगी। तीस मार्च तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। इन तीनों विधानसभाओं के चुनाव के लिए 13 अप्रैल को वोट डाले जायेंगे।

निर्वाचन आयोग ने केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री एम. के. अलागिरी को आज निर्देश दिया कि हाल की तमिलनाडु की उनकी यात्रा चुनाव आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है, इसलिए उसका सारा व्यय उन्हें सरकार को लौटाना होगा। डी एम के. के इस वरिष्ठ नेता को भविष्य में अधिक सतर्क रहने की हिदायत देते हुए आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि दिल्ली से चेन्नई आने-जाने के हवाई खर्च, चेन्नई से मुदरई तक के सड़क परिवहन का खर्च और यात्रा के दौरान ठहरने तथा खाने-पीने के लिए खर्च की गई राशि सरकार को लौटानी होंगी।

असम में निर्वाचन आयोग ने 17 उम्मीदवारों को तीन वर्ष के लिए चुनाव लड़ने के अयोग्य ठहराया है, क्योंकि उन्होंने पिछले चुनाव के दौरान अपने खर्च का ब्यौरा नहीं दिया।

कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में अपने सहयोगी दल तृणमूल कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर बने मतभेदों को हल करने के लिए और समय मांगा है। तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बैनर्जी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रणब मुखर्जी के बीच इस गतिरोध को दूर करने के लिए एक दो दिन में फिर से बातचीत होगी।

केरल में कांग्रेस पार्टी सोमवार को अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर सकती है।

रंगों का त्यौहार होली कल देश भर में हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जायेगा। आज होलिका दहन है। राष्ट्रपति, प्रतिभा देवी सिंह पाटिल, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देशवासियों की होली के शुभ अवसर पर बधाई दी है।

क्रिकेट विश्व कप के ग्रुप ए में कोलंबो में ऑस्टे्रलिया के साथ मैच में पाकिस्तान ने ताजा समाचार मिलने तक .28............. ओवर में .4..... विकेट पर...126............ रन बना लिए थे।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 46 ओवर. 4 गेंदो में 176 रन पर आउट हो गयी।
एक अन्य मैच में ंग्रुप बी मे मीरपुर मे दक्षिण अफ्रीका ने बांग्लादेश को 206 रन से हराकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया।
टॉस जीतकर साउथ अफ्रीका के बनाए 284 रन के जवाब में बांग्लादेश का 28 ओवर में सिर्फ 78 रन पर सिमट जाना थोड़ा अफसोसनाक जरूर रहा। मजे की बात यह रही कि कप्तान शकीबुल हसन के 30 रन के अलावा बाकी खिलाड़ी दहाई के आंकड़े को भी नहीं पार कर सके। अब सुरतहाल यह है कि बांग्लादेश के इस हार के साथ ही भारत और इंग्लैण्ड की टीम क्वार्टर फाइनल में पहुंच गयी हैं, जबकि वेस्टइंडीज का भी पहुंचना लगभग तय है। ग्रुप बी से फिलहाल साउथ अफ्रीका पहले, भारत दूसरे, इंग्लैण्ड तीसरे और वेस्टइंडीज चौथे पायदान पर है। वहीं गु्रप ए से श्रीलंका, पाकिस्तान, न्यूजीलैण्ड और ऑस्ट्रेलिया पहले ही क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुका है। कल लीग मुकाबलों का अंतिम दिन होगा, जहां चेन्नई में भारत, वेस्टइंडीज के साथ खेलेगा। जबकि कोलकाता में जिम्बाम्वे का सामना केन्या से होना है। भारत कल के मैच में आर. अश्विन और सुरेश रैना को अंतिम 11 में मौका दे सकता है। जबकि चोट की वजह से वीरेन्द्र सहवाग के खेलने की संभावना थोड़ी कम है। बहरहाल, नतीजों से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन भारत की कोशिश ग्रुप में टॉप टू में जगह बनाने की होगी। भारत और वेस्टइंडीज के बीच कल चेन्नई में खेले जाने वाले मैच का आंखों देखा हाल आकाशवाणी से दिन में दो बजे से प्रसारित किया जाएगा।

टेलीविजन और फिल्मों के जाने-माने कलाकार नवीन निश्चल का आज सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वे 65 वर्ष के थे।

जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में आज जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भारी बारिश और चट्टाने खिसकने के कारण बंद रहा। विभिन्न स्थानों पर लगभग डेढ़ सौ वाहन फंसे हुए हैं।

THE HEADLINES:
  • France says allied air-force planes have gone into action in Libya.  French planes now started flying over Libya on reconnaissance mission. Pro-Gaddafi tanks enters the Libyan town of  Benghazi.
  • At least 15 Reang-Bru refugees from Mizoram killed in a major fire in Tripura.
  • Centre's talk with Jat leaders on OBC job quota remain inconclusive.
  • Egypitians are voting now for constitutional amendments for new Parliamentary Poll.
  • After a week long battle, Japnese engineers successfully connect power  to the tsunami-crippled Fukushima Nuclear Power Plants.
  • Festival of colours 'Holi' is being celebrated tomorrow.
  • And in ICC Wold Cup Cricket: South Africa beat Bangladesh by 206-runs; Australia set a target of 177 for Pakistan in Colombo.
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As the leaders from the countries committed to enforcing no-fly zone over Libya meet in Paris, French planes are already in action.  The French President Nicolas Sarkozy said, French military jets are preventing forces loyal to Libyan leader Col Muammar Gaddafi from attacking the rebel-held city of Benghazi.   It is believed to be the first act of intervention since the UN voted on Thursday for a no-fly zone over Libya. Reports say, hours earlier, Pro-Gaddafi forces launched an assault on the Libyan rebel stronghold of Benghazi. However, the Libyan government has denied it is attacking. Reports from Benghazi suggest hundreds of cars packed with people were fleeing eastwards as fighting spread.
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Egyptians are voting today on constitutional amendments, which will be over by 10-30 PM Indian time. In their first election after ouster of Hosni Mubarak, Egyptians are voting “yes” or “no” for a package of proposed amendments that would set the stage for parliamentary elections in June and presidential election in September.
 The referendum is being seen as a major test for Egypt's transition to democracy in which voters are deciding on a package of nine amendments. About half of amendments deal with the conduct of elections, one would make it easier for independent candidates to run for president; another would re-establish judicial oversight of elections. The amendments must be approved or rejected as a bloc. Former IAEA chief Mohamed ElBaradei, outgoing Arab League chief Amr Moussa and the youth activists that drove Egypt's revolution have decided to oppose the amendments while Muslim Brotherhood is supporting it.
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Syrian security forces have fired tear gas to disperse crowds at the funeral of two people killed in anti-government protests yesterday. Thousands had gathered for the funeral in the southern city of Deraa, and began chanting anti-government slogans. A rights activist that several had been injured as the protesters struggled to run away from the security forces and at least one mourner was arrested by secret police.  They were killed by security forces as protesters demanded political freedom.
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In Yemen, 13 people were wounded today when police stormed a protest camp in the southern port city of Aden. Reports from Capital Sanaa says, police fired live rounds and tear gas as President Ali Abdullah Saleh's crackdown on dissent continued.  The attack was followed by clashes after thousands of people surrounded the al-Mualla police station trying to break in. But police were holding them off, firing in the air.
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After a week long heroic battle, Japanese engineers managed to connect power to the tsunami-crippled Fukushima Daiichi nuclear plants.  Lochni Asthana of Japanese Public Broadcaster NHK told AIR from Tokyo that the engineers succeeded in connecting power to No 1 and 2 of the Fukushima Daiichi plants. This will help them to operate the coolant pumps and contain the rising temperature  at the plants. They made it possible by bringing power from outside and laying cables inside the crippled plant. They are now trying to connect power to the other plants - No 3 and 4. Japan was shaken by another  strong 6.1 magnitude earthquake today rattling Ibaraki Prefecture. The prefecture is  south of the stricken Fukushima No 1 nuclear plant.
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The Centre's talk with Jat leaders remained inconclusive today as the Jat leaders refused to give further time to the government to decide on Job quota in OBC category. The leader of Akhil Bhartiya Jat Arakshan Sangharsh Samiti Yashpal Malik claimed after an hour long meeting with Union Home Minister P. Chidambaram in New Delhi that the Centre has termed their demand as justified but has given no clear cut assurance. Malik said the issue can not be left open for an indefinite period and they want a definite time frame to implement the quota. AIR correspondent reports that the agitators had cleared the Railway track at Kafurpur station in Jyotiba Phule Nagar of Uttar Pradesh after strictures from the High Court.
In Uttar Pradesh railway authorities have said that trains have started moving with minor changes in timings but running of most of the trains will be normal till next day. President of the All India Jat Aarakshan  Sangharsh Samiti Yashpal Malik has that their agitation is continuing. They allowed movement of trains following Allahabad High court order. Jat protesters removed their belongings from the railway tracks.  Meanwhile police has lodged FIR against about 1500 Jat agitators for sitting on dharna at Kafurpur railway station and disrupting train services for 15 days. The Allahabad High Court and its Lucknow bench have issued separate stern directives to clear the tracks immediately and ensure the restoration of rail services disrupted due to Jat community agitation.
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In Tripura, at least 15 Reang-Bru refugees from Mizoram   were killed in a major fire in their camp today. Other reports have put the death toll at 19. The fire broke out  around noon in their Naisingpara camp in northern Tripura and soon gutted about 3000 houses. Those killed in the fire include women and children. The Naisingpara camp is one of the six Reang Bru refugee camps in Tripura and the biggest of all. According to the police the fire broke out from a kitchen and soon spread in the camp with 3500 Houses. Fire tenders from all over North Tripura were rushed to the spot and the blaze was brought under control. Officials have rushed to the spot. Relief and rescue work is on.
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The Election Commission today directed Union Chemicals and Fertilisers Minister M K Alagiri to reimburse the expenditure incurred on his recent visit to poll-bound Tamil Nadu in violation of the Model Code of Conduct.  Cautioning the senior DMK leader to be more careful in future, the Commission said in its order that the expenditure on airfare from Delhi to Chennai and back, road transport, boarding and lodging availed by him during his visits to Chennai and Madurai be reimbursed to the government. The Commission  said that the minister himself admitted that he combined his official visit to Chennai with a personal visit to Madurai for political activities, which amounted to violation of Model Code. The Commission has nevertheless taken into consideration the submission made by him that as a first time MP, he was not aware of all the nitty-gritty of the procedure and that such lapses will not happen in future. The Commission said it was not satisfied with his reply. The Election Commission had issued a show cause notice to Alagiri for violating the Model Code in this regard.
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In Assam, the Election Commission has disqualified 17 candidates from contesting the polls for three years for their failure to submit the expenditure of the last elections they had fought. Congress today said it has sought more time to resolve the differences with its ally Trinamool Congress over seat sharing for West Bengal Assembly elections. Congress Working Committee member-in charge for West Bengal Shakeel Ahmad said that fresh talks would be held between TMC chief and senior Congress leader Pranab Mukherjee in a day or two to break the impasse. In Kerala, filing of nomination papers begins with the issuance of notification today for next month's assembly elections. Nomination can be filed till 26th of this month and  scrutiny will be done on 28th. Last date for withdrawal is 30th. Filing of nominations for the fourteenth assembly began in Tamilnadu today. Speaking to newsmen in Chennai today, the Chief Electoral officer Mr. Praveen Kumar said that the returning officers will be receiving the applications everyday till 26th. Filing of nomination for the assembly election in the union territory of Puducherry began today, even as uncertainty continues over seat sharing among various parties. Filing of nominations will continue till the 26th.
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The Supreme Court has stayed all proceedings in the trial court against dentist couple Rajesh and Nupur Talwar in Aarushi murder case.  The apex court, however, asked the couple to surrender their passport before the trial court by Monday.
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Yesteryear’s Bollywood actor Navin Nischol died of a massive heart attack today in Mumbai. The sixty-five year old actor suffered the attack today morning when he had started from Mumbai with the intention of going to Pune with his actor friend Randhir Kapoor. Nischol complained of uneasiness sometime after starting for the journey and suffered the attack even before they could leave the city. He was immediately rushed to the nearby Sion hospital in central Mumbai where he was declared dead. The funeral took place this evening in the presence of family members and friends from the film industry.
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In West Bengal, there was an exchange of fire between Joint Forces and Maoists  near Lalgarh today. Reports from Jhargram  says the gunfight  took place  in the forests of Binpur in West Midnapore district. Additional Superintendent of Police of Jhargram Mukesh Kumar said that  acting on a tip-off that a Maoist squad led by Suchitra Mahato, wife of slain Maoist leader Sasadhar Mahato, was camping at Amarkuli in Binpur, the Joint Forces launched an operation early today. He said as soon as the Joint Forces reached the area, Maoists fired at them, forcing the Joint Forces to retaliate. Later, the Maoists fled the area leaving behind arms, ammunition, medical preion and Maoist literature. The police suspect the Maoist leader Suchitra Mahato may be sick. Combing Operation is going on in the area, with the Joint Forces assisted by the COBRA force of CRPF and state police.
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Nuclear Power Corporation Limited Chairman Dr. S K Jain has ruled out slowing down Nuclear Power Expansion Programme because of Fukushima incidents in Tsunami stricken Japan. Addressing a press conference in Hyderabad today, he said there is no need to drift away from the nuclear power path of India as there is no alternative to fulfill the power needs of the country. He said no single nuclear plant in the country was tripped due to earth quake in the past four decades due to the fool proof safety measures taken.
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In the Group 'A' World Cup match at the Premadasa Stadium in Colombo,  chasing a modest target of 177 runs against Australia, Pakistan were 139 for 5 in 32 overs, a short while ago. Earlier, Pakistan produced a clinical bowling display to bundle out the defending champions for just 176 in 46.5 overs, after Rickey Ponting chose to bat after winning the toss.  Both teams have already qualified for the quarter-finals. But today's result will decide who top the group. Earlier, in a Day encounter at Mirpur, South Africa registered a comprehensive 206-run victory over Bangladesh.  While the Proteas finished the league phase with 10 points, the co-hosts bowed out of the mega event following their second worst net run-rate among the seven teams.
The month long cricket party has virtually ended for the Bangladesh cricket fans with their team buckling under pressure in their last do or die group match against South Africa. Chasing a daunting target of 285 runs, the Bangladesh top order were sent back to the pavilion by Tsostsobe and Robin Peterson for just twenty one runs. The Bangladesh batsmen made the score keeper’s job look like a Kindergarten student’s exercise with ten of the Bangladesh batsmen scoring just under eight runs while Skipper Shakib al Hasan managed to score thirty. The quiet and empty streets outside the Sher-E-Bangla stadium reflected the disappointment of the Bangladesh cricket fans who were desperately hoping to see their team progress to the quarterfinal stage of the tournament.
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The festival of colours 'Holi' will be celebrated across the country tomorrow. The President, Vice President and the Prime Minister  have greeted the people on Holi and hoped that the festival of colours will strengthen the spirit of unity and harmony among the people.
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The moon has moved closest to Earth in more than 18 years. What is dubbed as the Supermoon, it will appear 14 percent larger and 30 percent brighter at its peak.
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होली का त्यौहार Holi :Festivel of India

होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय त्योहार है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। रंगों का त्योहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते है। दूसरे दिन, जिसे धुरड्डी, धुलेंडी, धुरखेल या धूलिवंदन कहा जाता है, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं, और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं।

राग-रंग का यह लोकप्रिय पर्व वसंत का संदेशवाहक भी है। राग अर्थात संगीत और रंग तो इसके प्रमुख अंग हैं ही, पर इनको उत्कर्ष तक पहुँचाने वाली प्रकृति भी इस समय रंग-बिरंगे यौवन के साथ अपनी चरम अवस्था पर होती है। फाल्गुन माह में मनाए जाने के कारण इसे फाल्गुनी भी कहते हैं। होली का त्योहार वसंत पंचमी से ही आरंभ हो जाता है। उसी दिन पहली बार गुलाल उड़ाया जाता है। इस दिन से फाग और धमार का गाना प्रारंभ हो जाता है। खेतों में सरसों खिल उठती है। बाग-बगीचों में फूलों की आकर्षक छटा छा जाती है। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और मनुष्य सब उल्लास से परिपूर्ण हो जाते हैं। खेतों में गेहूँ की बालियाँ इठलाने लगती हैं। किसानों का ह्रदय ख़ुशी से नाच उठता है। बच्चे-बूढ़े सभी व्यक्ति सब कुछ संकोच और रूढ़ियाँ भूलकर ढोलक-झाँझ-मंजीरों की धुन के साथ नृत्य-संगीत व रंगों में डूब जाते हैं। चारों तरफ़ रंगों की फुहार फूट पड़ती है।


इतिहासकारों का मानना है कि आर्यों में भी इस पर्व का प्रचलन था लेकिन अधिकतर यह पूर्वी भारत में ही मनाया जाता था। इस पर्व का वर्णन अनेक पुरातन धार्मिक पुस्तकों में मिलता है। इनमें प्रमुख हैं, जैमिनी के पूर्व मीमांसा-सूत्र और कथा गार्ह्य-सूत्र। नारद पुराण औऱ भविष्य पुराण जैसे पुराणों की प्राचीन हस्तलिपियों और ग्रंथों में भी इस पर्व का उल्लेख मिलता है। विंध्य क्षेत्र के रामगढ़ स्थान पर स्थित ईसा से ३०० वर्ष पुराने एक अभिलेख में भी इसका उल्लेख किया गया है। संस्कृत साहित्य में वसन्त ऋतु और वसन्तोत्सव अनेक कवियों के प्रिय विषय रहे हैं।

सुप्रसिद्ध मुस्लिम पर्यटक अलबरूनी ने भी अपने ऐतिहासिक यात्रा संस्मरण में होलिकोत्सव का वर्णन किया है। भारत के अनेक मुस्लिम कवियों ने अपनी रचनाओं में इस बात का उल्लेख किया है कि होलिकोत्सव केवल हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मनाते हैं। सबसे प्रामाणिक इतिहास की तस्वीरें हैं मुगल काल की और इस काल में होली के किस्से उत्सुकता जगाने वाले हैं। अकबर का जोधाबाई के साथ तथा जहाँगीर का नूरजहाँ के साथ होली खेलने का वर्णन मिलता है। अलवर संग्रहालय के एक चित्र में जहाँगीर को होली खेलते हुए दिखाया गया है। शाहजहाँ के समय तक होली खेलने का मुग़लिया अंदाज़ ही बदल गया था। इतिहास में वर्णन है कि शाहजहाँ के ज़माने में होली को ईद-ए-गुलाबी या आब-ए-पाशी (रंगों की बौछार) कहा जाता था। अंतिम मुगल बादशाह बहादुर शाह ज़फ़र के बारे में प्रसिद्ध है कि होली पर उनके मंत्री उन्हें रंग लगाने जाया करते थे। मध्ययुगीन हिन्दी साहित्य में दर्शित कृष्ण की लीलाओं में भी होली का विस्तृत वर्णन मिलता है।

इसके अतिरिक्त प्राचीन चित्रों, भित्तिचित्रों और मंदिरों की दीवारों पर इस उत्सव के चित्र मिलते हैं। विजयनगर की राजधानी हंपी के १६वी शताब्दी के एक चित्रफलक पर होली का आनंददायक चित्र उकेरा गया है। इस चित्र में राजकुमारों और राजकुमारियों को दासियों सहित रंग और पिचकारी के साथ राज दम्पत्ति को होली के रंग में रंगते हुए दिखाया गया है। १६वी शताब्दी की अहमदनगर की एक चित्र आकृति का विषय वसंत रागिनी ही है। इस चित्र में राजपरिवार के एक दंपत्ति को बगीचे में झूला झूलते हुए दिखाया गया है। साथ में अनेक सेविकाएँ नृत्य-गीत व रंग खेलने में व्यस्त हैं। वे एक दूसरे पर पिचकारियों से रंग डाल रहे हैं। मध्यकालीन भारतीय मंदिरों के भित्तिचित्रों और आकृतियों में होली के सजीव चित्र देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए इसमें १७वी शताब्दी की मेवाड़ की एक कलाकृति में महाराणा को अपने दरबारियों के साथ चित्रित किया गया है। शासक कुछ लोगों को उपहार दे रहे हैं, नृत्यांगना नृत्य कर रही हैं और इस सबके मध्य रंग का एक कुंड रखा हुआ है। बूंदी से प्राप्त एक लघुचित्र में राजा को हाथीदाँत के सिंहासन पर बैठा दिखाया गया है जिसके गालों पर महिलाएँ गुलाल मल रही हैं।


होली के पर्व से अनेक कहानियाँ जुड़ी हुई हैं। इनमें से सबसे प्रसिद्ध कहानी है प्रह्लाद की। माना जाता है कि प्राचीन काल में हिरण्यकशिपु नाम का एक अत्यंत बलशाली असुर था। अपने बल के दर्प में वह स्वयं को ही ईश्वर मानने लगा था। उसने अपने राज्य में ईश्वर का नाम लेने पर ही पाबंदी लगा दी थी। हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद ईश्वर भक्त था। प्रह्लाद की ईश्वर भक्ति से क्रुद्ध होकर हिरण्यकशिपु ने उसे अनेक कठोर दंड दिए, परंतु उसने ईश्वर की भक्ति का मार्ग न छोड़ा। हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को वरदान प्राप्त था कि वह आग में भस्म नहीं हो सकती। हिरण्यकशिपु ने आदेश दिया कि होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठे। आग में बैठने पर होलिका तो जल गई, पर प्रह्लाद बच गया। ईश्वर भक्त प्रह्लाद की याद में इस दिन होली जलाई जाती है। प्रतीक रूप से यह भी माना जता है कि प्रह्लाद का अर्थ आनन्द होता है। वैर और उत्पीड़न की प्रतीक होलिका (जलाने की लकड़ी) जलती है और प्रेम तथा उल्लास का प्रतीक प्रह्लाद (आनंद) अक्षुण्ण रहता है।

प्रह्लाद की कथा के अतिरिक्त यह पर्व राक्षसी ढुंढी, राधा कृष्ण के रास और कामदेव के पुनर्जन्म से भी जुड़ा हुआ है। कुछ लोगों का मानना है कि होली में रंग लगाकर, नाच-गाकर लोग शिव के गणों का वेश धारण करते हैं तथा शिव की बारात का दृश्य बनाते हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन पूतना नामक राक्षसी का वध किया था। इसी खु़शी में गोपियों और ग्वालों ने रासलीला की और रंग खेला था।

होली के पर्व की तरह इसकी परंपराएँ भी अत्यंत प्राचीन हैं, और इसका स्वरूप और उद्देश्य समय के साथ बदलता रहा है। प्राचीन काल में यह विवाहित महिलाओं द्वारा परिवार की सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता था और पूर्ण चंद्र की पूजा करने की परंपरा थी। । वैदिक काल में इस पर्व को नवात्रैष्टि यज्ञ कहा जाता था। उस समय खेत के अधपके अन्न को यज्ञ में दान करके प्रसाद लेने का विधान समाज में व्याप्त था। अन्न को होला कहते हैं, इसी से इसका नाम होलिकोत्सव पड़ा। भारतीय ज्योतिष के अनुसार चैत्र शुदी प्रतिपदा के दिन से नववर्ष का भी आरंभ माना जाता है। इस उत्सव के बाद ही चैत्र महीने का आरंभ होता है। अतः यह पर्व नवसंवत का आरंभ तथा वसंतागमन का प्रतीक भी है। इसी दिन प्रथम पुरुष मनु का जन्म हुआ था, इस कारण इसे मन्वादितिथि कहते हैं।

होली का पहला काम झंडा या डंडा गाड़ना होता है। इसे किसी सार्वजनिक स्थल या घर के आहाते में गाड़ा जाता है। इसके पास ही होलिका की अग्नि इकट्ठी की जाती है। होली से काफ़ी दिन पहले से ही यह सब तैयारियाँ शुरू हो जाती हैं। पर्व का पहला दिन होलिका दहन का दिन कहलाता है। इस दिन चौराहों पर व जहाँ कहीं अग्नि के लिए लकड़ी एकत्र की गई होती है, वहाँ होली जलाई जाती है। इसमें लकड़ियाँ और उपले प्रमुख रूप से होते हैं। कई स्थलों पर होलिका में भरभोलिए जलाने की भी परंपरा है। भरभोलिए गाय के गोबर से बने ऐसे उपले होते हैं जिनके बीच में छेद होता है। इस छेद में मूँज की रस्सी डाल कर माला बनाई जाती है। एक माला में सात भरभोलिए होते हैं। होली में आग लगाने से पहले इस माला को भाइयों के सिर के ऊपर से सात बार घूमा कर फेंक दिया जाता है। रात को होलिका दहन के समय यह माला होलिका के साथ जला दी जाती है। इसका यह आशय है कि होली के साथ भाइयों पर लगी बुरी नज़र भी जल जाए। लकड़ियों व उपलों से बनी इस होली का दोपहर से ही विधिवत पूजन आरंभ हो जाता है। घरों में बने पकवानों का यहाँ भोग लगाया जाता है। दिन ढलने पर ज्योतिषियों द्वारा निकाले मुहूर्त पर होली का दहन किया जाता है। इस आग में नई फसल की गेहूँ की बालियों और चने के होले को भी भूना जाता है। होलिका का दहन समाज की समस्त बुराइयों के अंत का प्रतीक है। यह बुराइयों पर अच्छाइयों की विजय का सूचक है। गाँवों में लोग देर रात तक होली के गीत गाते हैं तथा नाचते हैं।

होली से अगला दिन धूलिवंदन कहलाता है। इस दिन लोग रंगों से खेलते हैं। सुबह होते ही सब अपने मित्रों और रिश्तेदारों से मिलने निकल पड़ते हैं। गुलाल और रंगों से सबका स्वागत किया जाता है। लोग अपनी ईर्ष्या-द्वेष की भावना भुलाकर प्रेमपूर्वक गले मिलते हैं तथा एक-दूसरे को रंग लगाते हैं। इस दिन जगह-जगह टोलियाँ रंग-बिरंगे कपड़े पहने नाचती-गाती दिखाई पड़ती हैं। बच्चे पिचकारियों से रंग छोड़कर अपना मनोरंजन करते हैं। सारा समाज होली के रंग में रंगकर एक-सा बन जाता है। रंग खेलने के बाद देर दोपहर तक लोग नहाते हैं और शाम को नए वस्त्र पहनकर सबसे मिलने जाते हैं। प्रीति भोज तथा गाने-बजाने के कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।

होली के दिन घरों में खीर, पूरी और पूड़े आदि विभिन्न व्यंजन पकाए जाते हैं। इस अवसर पर अनेक मिठाइयाँ बनाई जाती हैं जिनमें गुझियों का स्थान अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। बेसन के सेव और दहीबड़े भी सामान्य रूप से उत्तर प्रदेश में रहने वाले हर परिवार में बनाए व खिलाए जाते हैं। कांजी, भांग और ठंडाई इस पर्व के विशेष पेय होते हैं। पर ये कुछ ही लोगों को भाते हैं। इस अवसर पर उत्तरी भारत के प्रायः सभी राज्यों के सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहता है, पर दक्षिण भारत में उतना लोकप्रिय न होने की वज़ह से इस दिन सरकारी संस्थानों में अवकाश नहीं रहता ।

भारत में होली का उत्सव अलग-अलग प्रदेशों में भिन्नता के साथ मनाया जाता है। ब्रज की होली आज भी सारे देश के आकर्षण का बिंदु होती है। बरसाने की लठमार होली काफ़ी प्रसिद्ध है। इसमें पुरुष महिलाओं पर रंग डालते हैं और महिलाएँ उन्हें लाठियों तथा कपड़े के बनाए गए कोड़ों से मारती हैं। इसी प्रकार मथुरा और वृंदावन में भी १५ दिनों तक होली का पर्व मनाया जाता है। कुमाऊँ की गीत बैठकी में शास्त्रीय संगीत की गोष्ठियाँ होती हैं। यह सब होली के कई दिनों पहले शुरू हो जाता है। हरियाणा की धुलंडी में भाभी द्वारा देवर को सताए जाने की प्रथा है। बंगाल की दोल जात्राचैतन्य महाप्रभु के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। जलूस निकलते हैं और गाना बजाना भी साथ रहता है। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र की रंग पंचमी में सूखा गुलाल खेलने, गोवा के शिमगो में जलूस निकालने के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन तथा पंजाब के होला मोहल्ला में सिक्खों द्वारा शक्ति प्रदर्शन की परंपरा है। तमिलनाडु की कमन पोडिगई मुख्य रूप से कामदेव की कथा पर आधारित वसंतोतसव है जबकि मणिपुर के याओसांग में योंगसांग उस नन्हीं झोंपड़ी का नाम है जो पूर्णिमा के दिन प्रत्येक नगर-ग्राम में नदी अथवा सरोवर के तट पर बनाई जाती है। दक्षिण गुजरात के आदिवासियों के लिए होली सबसे बड़ा पर्व है, छत्तीसगढ़ की होरी में लोक गीतों की अद्भुत परंपरा है और मध्यप्रदेश के मालवा अंचल के आदिवासी इलाकों में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है भगोरिया, जो होली का ही एक रूप है। बिहार का फगुआ जम कर मौज मस्ती करने का पर्व है और नेपाल की होली, में इस पर धार्मिक व सांस्कृतिक रंग दिखाई देता है। इसी प्रकार विभिन्न देशों में बसे प्रवासियों तथा धार्मिक संस्थाओं जैसे इस्कॉन या वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में अलग अलग प्रकार से होली के शृंगार व उत्सव मनाने की परंपरा है जिसमें अनेक समानताएँ और भिन्नताएँ हैं।

प्राचीन काल के संस्कृत साहित्य में होली के अनेक रूपों का विस्तृत वर्णन है। श्रीमद्भागवत महापुराण में रसों के समूह रास का वर्णन है। अन्य रचनाओं में 'रंग' नामक उत्सव का वर्णन है जिनमें हर्ष की प्रियदर्शिका व रत्नावली[क] तथा कालिदास की कुमारसंभवम् तथा मालविकाग्निमित्रम् शामिल हैं। कालिदास रचित ऋतुसंहार में पूरा एक सर्ग ही 'वसन्तोत्सव' को अर्पित है। भारवि, माघ और अन्य कई संस्कृत कवियों ने वसन्त की खूब चर्चा की है। चंद बरदाई द्वारा रचित हिंदी के पहले महाकाव्य पृथ्वीराज रासो में होली का वर्णन है। भक्तिकाल और रीतिकाल के हिन्दी साहित्य में होली और फाल्गुन माह का विशिष्ट महत्व रहा है। आदिकालीन कवि विद्यापति से लेकर भक्तिकालीन सूरदास, रहीम, रसखान, पद्माकर[ख] , जायसी, मीराबाई, कबीर और रीतिकालीन बिहारी, केशव, घनानंद आदि अनेक कवियों को यह विषय प्रिय रहा है। महाकवि सूरदास ने वसन्त एवं होली पर 78 पद लिखे हैं। पद्माकर ने भी होली विषयक प्रचुर रचनाएँ की हैं। इस विषय के माध्यम से कवियों ने जहाँ एक ओर नितान्त लौकिक नायक नायिका के बीच खेली गई अनुराग और प्रीति की होली का वर्णन किया है, वहीं राधा कृष्ण के बीच खेली गई प्रेम और छेड़छाड़ से भरी होली के माध्यम से सगुण साकार भक्तिमय प्रेम और निर्गुण निराकार भक्तिमय प्रेम का निष्पादन कर डाला है। सूफ़ी संत हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया, अमीर खुसरो और बहादुर शाह ज़फ़र जैसे मुस्लिम संप्रदाय का पालन करने वाले कवियों ने भी होली पर सुंदर रचनाएँ लिखी हैं जो आज भी जन सामान्य में लोकप्रिय हैं। आधुनिक हिंदी कहानियों प्रेमचंद की राजा हरदोल, प्रभु जोशी की अलग अलग तीलियाँ, तेजेंद्र शर्मा की एक बार फिर होली, ओम प्रकाश अवस्थी की होली मंगलमय हो तथा स्वदेश राणा की हो ली में होली के अलग अलग रूप देखने को मिलते हैं। भारतीय फ़िल्मों में भी होली के दृश्यों और गीतों को सुंदरता के साथ चित्रित किया गया है। इस दृष्टि से शशि कपूर की उत्सव, यश चोपड़ा की सिलसिला, वी शांताराम की झनक झनक पायल बाजे और नवरंग इत्यादि उल्लेखनीय हैं।

भारतीय शास्त्रीय, उपशास्त्रीय, लोक तथा फ़िल्मी संगीत की परम्पराओं में होली का विशेष महत्व है। शास्त्रीय संगीत में धमार का होली से गहरा संबंध है, हाँलाँकि ध्रुपद, धमार, छोटे व बड़े ख्याल और ठुमरी में भी होली के गीतों का सौंदर्य देखते ही बनता है। कथक नृत्य के साथ होली, धमार और ठुमरी पर प्रस्तुत की जाने वाली अनेक सुंदर बंदिशें जैसे चलो गुंइयां आज खेलें होरी कन्हैया घर आज भी अत्यंत लोकप्रिय हैं। ध्रुपद में गाये जाने वाली एक लोकप्रिय बंदिश है खेलत हरी संग सकल, रंग भरी होरी सखी। भारतीय शास्त्रीय संगीत में कुछ राग ऐसे हैं जिनमें होली के गीत विशेष रूप से गाए जाते हैं। बसंत, बहार, हिंडोल और काफ़ी ऐसे ही राग हैं। होली पर गाने बजाने का अपने आप वातावरण बन जाता है और जन जन पर इसका रंग छाने लगता है। उपशास्त्रीय संगीत में चैती, दादरा और ठुमरी में अनेक प्रसिद्ध होलियाँ हैं। होली के अवसर पर संगीत की लोकप्रियता का अंदाज़ इसी बात से लगाया जा सकता है कि संगीत की एक विशेष शैली का नाम ही होली हैं, जिसमें अलग अलग प्रांतों में होली के विभिन्न वर्णन सुनने को मिलते है जिसमें उस स्थान का इतिहास और धार्मिक महत्व छुपा होता है। जहां ब्रजधाम में राधा और कृष्ण के होली खेलने के वर्णन मिलते हैं वहीं अवध में राम और सीता के जैसे होली खेलें रघुवीरा अवध में। राजस्थान के अजमेर शहर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर गाई जाने वाली होली का विशेष रंग है। उनकी एक प्रसिद्ध होली है आज रंग है री मन रंग है,अपने महबूब के घर रंग है री। इसी प्रकार शंकर जी से संबंधित एक होली में दिगंबर खेले मसाने में होली कह कर शिव द्वारा श्मशान में होली खेलने का वर्णन मिलता हैं। भारतीय फिल्मों में भी अलग अलग रागों पर आधारित होली के गीत प्रस्तुत किये गए हैं जो काफी लोकप्रिय हुए हैं। 'सिलसिला' के गीत रंग बरसे भीगे चुनर वाली, रंग बरसे और 'नवरंग' के आया होली का त्योहार, उड़े रंगों की बौछार, को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं।

होली रंगों का त्योहार है, हँसी-खुशी का त्योहार है, लेकिन होली के भी अनेक रूप देखने को मिलते है। प्राकृतिक रंगों के स्थान पर रासायनिक रंगों का प्रचलन, भांग-ठंडाई की जगह नशेबाजी और लोक संगीत की जगह फ़िल्मी गानों का प्रचलन इसके कुछ आधुनिक रूप हैं। लेकिन इससे होली पर गाए-बजाए जाने वाले ढोल, मंजीरों, फाग, धमार, चैती और ठुमरी की शान में कमी नहीं आती। अनेक लोग ऐसे हैं जो पारंपरिक संगीत की समझ रखते हैं और पर्यावरण के प्रति सचेत हैं। इस प्रकार के लोग और संस्थाएँ चंदन, गुलाबजल, टेसू के फूलों से बना हुआ रंग तथा प्राकृतिक रंगों से होली खेलने की परंपरा को बनाए हुए हैं, साथ ही इसके विकास में महत्वपूर्ण योगदान भी दे रहे हैं। रासायनिक रंगों के कुप्रभावों की जानकारी होने के बाद बहुत से लोग स्वयं ही प्राकृतिक रंगों की ओर लौट रहे हैं। होली की लोकप्रियता का विकसित होता हुआ अंतर्राष्ट्रीय रूप भी आकार लेने लगा है। बाज़ार में इसकी उपयोगिता का अंदाज़ इस साल होली के अवसर पर एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठान केन्ज़ोआमूर द्वारा जारी किए गए नए इत्र होली है से लगाया जा सकता है।

Holi, or Holli (Hindi: होली), is a spring religious festival celebrated by Hindus. It is primarily observed in India, Nepal, Sri Lanka,and countries with large Indic diaspora populations, such as Suriname, Malaysia, Guyana, South Africa, Trinidad, United Kingdom, United States, Mauritius, and Fiji. In West Bengal and Orissa of India it is known as Dolyatra (Doul Jatra) (Bengali: দোলযাত্রা), or Basanta-Utsav ("spring festival")(Bengali: বসন্তোৎসব), . The most celebrated Holi is that of the Braj region, in locations connected to the god Krishna: Mathura, Vrindavan, Nandagaon, and Barsana. These places have become tourist destinations during the festive season of Holi, which lasts here to up to sixteen days.
The main day, Holi, also known as Dhuli Vandana in Sanskrit, also Dhulheti, Dhulandi or Dhulendi, is celebrated by people throwing coloured powder and coloured water at each other. Bonfires are lit the day before, also known as Holika Dahan (burning of Holika) or Chhoti Holi (little Holi). The bonfires are lit in memory of the miraculous escape that young Prahlad accomplished when Demoness Holika, sister of Hiranyakashipu, carried him into the fire. Holika was burnt but Prahlad, a staunch devotee of god Vishnu, escaped without any injuries due to his unshakable devotion. Holika Dahan is referred to as Kama Dahanam in South India.

Holi is celebrated at the end of the winter season on the last full moon day of the lunar month Phalguna (February/March), (Phalgun Purnima), which usually falls in the later part of February or March. In 2009, Holi (Dhulandi) was on March 11 and Holika Dahan was on March 10. In 2010, Holi was on March 1 and Holika Dahan was on February 28.

In 2011, Holi was on March 20 and Holika Dahan was on March 19.

Rangapanchami occurs a few days later on a Panchami (fifth day of the full moon), marking the end of festivities involving colours.


In Vaishnava Theology, Hiranyakashipu is the great king of demons, and he had been granted a boon by Brahma, which made it almost impossible for him to be killed. The boon was due to his long penance, after which he had demanded that he not be killed "during day or night; inside the home or outside, not on earth or in the sky; neither by a man nor an animal; neither by astra nor by shastra". Consequently, he grew arrogant and attacked the Heavens and the Earth. He demanded that people stop worshipping Gods and start praying him.

Despite this, Hiranyakashipu's own son, Prahlada, was a devotee of Lord Vishnu. In spite of several threats from Hiranyakashipu, Prahlada continued offering prayers to Lord Vishnu. He was poisoned but the poison turned to nectar in his mouth. He was ordered to be trampled by elephants yet remained unharmed. He was put in a room with hungry, poisonous snakes and survived. All of Hiranyakashipu's attempts to kill his son failed. Finally, he ordered young Prahlada to sit on a pyre on the lap of his demoness sister, Holika, who could not die because she also had a boon which would prevent fire from burning her. Prahlada readily accepted his father's orders, and prayed to Vishnu to keep him safe. When the fire started, everyone watched in amazement as Holika burnt to death, while Prahlada survived unharmed, the burning of Holika is celebrated as Holi.
Radha and the Gopis celebrating Holi, with accompaniment of music instruments

Later Lord Vishnu came in the form of a Narasimha (who is half-man and half-lion) and killed Hiranyakashipu at dusk (which was neither day nor night), on the steps of the porch of his house (which was neither inside the house nor outside) by restraining him on his lap (which is neither in the sky nor on the earth) and mauling him with his claws (which are neither astra nor shastra).

In Vrindavan and Mathura, where Lord Krishna grew up, the festival is celebrated for 16 days (until Rangpanchmi) in commemoration of the divine love of Radha for Krishna. Lord Krishna is believed to have popularized the festival by playing pranks on the gopis here. Krishna is believed to have complained to his mother about the contrast between his dark skin complexion and Radha's (Shakti or energy that drives the world) fair skin complexion. Krishna's mother decided to apply colour to Radha's face. The celebrations officially usher in spring, the celebrated season of love.

There is alternative story detailing the origin of Holi. This story is about Kamadeva, a god of love. Kama's body was destroyed when he shot his weapon at Shiva in order to disrupt his meditation and help Parvati to marry Shiva. Shiva then opened his third eye, the gaze of which was so powerful that Kama's body was reduced to ashes. For the sake of Kama's wife Rati (passion), Shiva restored him, but only as a mental image, representing the true emotional and spiritual state of love rather than physical lust. The Holi bonfire is believed to be celebrated in commemoration of this event.

Though there has been references to a festival like this in sanskrit texts like ratnavali where people sprayed coloured waters using bamboo syringes,the origin of the modern holi festival has been traced to ancient Bengal. It was a gaudiya vaishnav festival, in accordance to Vaishnaviya Tantra. People went to Krishna temples, applied red colour to the idol and then distributed the red coloured powder or Abir along with malpua prasad to family and friends. Red signified the colour of passion and Lord Krishna is the king of desires. The ritual signified that all our desires should be diverted for the attainment of Krishna and for the well being of society.

In some cultures though,the ritual of burning wood and leaves on the full moon night already existed. This ritual was to signify the end of winter and full advent of spring. Old wood and leaves that had fallen were burnt to signify that it is time for new leaves and flowers.People later smeared their bodies with ash. Later, however, the story of Holika Dahan has been asociated with this ritual.
The earliest textual reference to the celebration of Holi is found in the 7th century Sanskrit drama, Ratnavali.Certainly there are perennial rituals attached to Holi: the first is smearing of coloured powder on each other, and throwing coloured and scented water at each time
Regional rituals and celebrations

Dol-Purnima, the festival of colour is celebrated with great festivity and joy. On this day, people come out wearing pure white clothes and gather together in a common place where they play it with gay abandon.
 India
Lath mar Holi being played in Barsana, Uttar Pradesh

Uttar Pradesh

See also: Lath mar Holi

Barsana is jaiprakash the place to be at the time of Holi. Here the famous Lath mar Holi is played in the sprawling compound of the Radha Rani temple. Thousands gather to witness the Lath Mar holi when women beat up men with sticks as those on the sidelines become hysterical, sing Holi Songs and shout Sri Radhey or Sri Krishna. The Holi songs of Braj mandal are sung in pure Braj Bhasha.

Holi played at Barsana is unique in the sense that here women chase men away with sticks. Males also sing provocative songs in a bid to invite the attention of women. Women then go on the offensive and use long staves called lathis to beat men folk who protect themselves with shields.

In Mathura, the birth place of Lord Krishna, and in Vrindavan this day is celebrated with special puja and the traditional custom of worshipping Lord Krishna, here the festival last for sixteen days. All over the Braj region and its nearby places like Hathras, Aligarh, Agra the Holi is celebrated in more or less same way as in Mathura, Vrindavan and Barsana.

In Gorakhpur, the northeast district of Uttar Pradesh, this day is celebrated with special puja in the morning of Holi day. This day is considered to be the happiest and colorful day of the year promoting the brotherhood among the people. This is known as "Holi Milan" in which people visit every house and sing holi song and express their gratitude by applying colored powder (Abeer). Holi is also considered as the end of the year as it occurs on the last day of last Hindu calendar month Phalgun. People also kickoff for the next year planning with new year Hindu calendar (Panchang) at the evening of Holi.
Holi celebrations, Pushkar, Rajasthan.

Kumaon, (Uttarakhand)

Main article: Kumauni Holi

The uniqueness of the Kumaoni Holi of the Kumaon region in Uttarakhand lies in its being a musical affair, whichever may be its form, be it the Baithki Holi, the Khari Holi and the Mahila Holi which starts from Basant Panchmi. The Baithki Holi and Khari Holi are unique in that the songs on which they are based have touch of melody, fun and spiritualism. These songs are essentially based on classical ragas. No wonder then the Baithki Holi is also known as Nirvan Ki Holi.

The Baithki Holi (बैठकी होली) begins from the premises of temples, where Holiyars (होल्यार), (the singers of Holi songs) as also the people gather to sing songs to the accompaniment of classical music.

Kumaonis are very particular about the time when the songs based on ragas should be sung. For instance, at noon the songs based on Peelu, Bhimpalasi and Sarang ragas are sung while evening is reserved for the songs based on the ragas like Kalyan, Shyamkalyan and Yaman etc.

The Khari Holi (खड़ी होली), is mostly celebrated in the rural areas of Kumaon. The songs of the Khari Holi are sung by the people, who sporting traditional white churidar payajama and kurta, dance in groups to the tune of ethnic musical instruments like the Dhol and Hurka.

The Holika made is known as Cheer (चीर) which is ceremonically made in a ceremony known as Cheer Bandhan (चीर बंधन) fifteen days before Dulhendi. The Cheer is a bonfire with a green Paiya tree branch in the middle. The Cheer of every village and mohalla is rigorously guarded as rival mohallas try to steal the others cheer.

Dulhendi known as Charadi (छरड़ी), in Kumaoni (from Chharad (छरड़), or natural colours made from flower extracts, ash and water) is celebrated with great gusto much in the same way as all across North India.[4]

Bihar

Holi being played in Hindustan College,Agra, Uttar Pradesh

Holi is celebrated with the same fervour and charm in Bihar as in rest of north India. It is known as Phagwa in the local Bhojpuri dialect. Here too, the legend of Holika is prevalent. On the eve of Phalgun Poornima, people light bonfires. They put dung cakes, wood of Araad or Redi tree and Holika tree, grains from the fresh harvest and unwanted wood leaves in the bonfire. Following the tradition people also clean their houses for the day.

At the time of Holika people assemble near the fire. The eldest member or a purohit initiates the lighting. He then smears others with colour as a mark of greeting. Next day the festival is celebrated with colours and lot of frolic.

Children and youths take extreme delight in the festival. Though the festival is usually played with colours at some places people also enjoy playing holi with mud. Folk songs are sung at high pitch and people dance to the tune of dholak and the spirit of Holi.

Intoxicating bhang is consumed with a variety of mouth watering delicacies such as pakoras and thandai to enhance the mood of the festival. Vast quantities of liquor are consumed alongside ganja and bhang, which is sometimes added to foodstuffs.

Bengal

On the Dol Purnima day in the early morning, the students dress up in saffron-coloured clothes and wear garlands of fragrant flowers. They sing and dance to the accompaniment of musical instruments like ektara, dubri, veena, etc. Holi is known by the name of 'Dol Jatra', 'Dol Purnima' or the 'Swing Festival'. The festival is celebrated in a dignified manner by placing the idols of Krishna and Radha on a picturesquely decorated palanquin which is then taken round the main streets of the city or the village. The devotees take turns to swing them while women dance around the swing and sing devotional songs. During these activities, the men keep spraying coloured water and coloured powder, abir, at them.

The head of the family, observes fast and prays to Lord Krishna and Agnidev. After all the traditional rituals are over, he smears Krishna's idol with gulal and offers "bhog" to both Krishna and Agnidev.

In Shantiniketan, Holi has a special musical flavor.

Traditional dishes include malpoa, kheer sandesh, basanti sandesh (saffron), saffron milk, payash, and related foods.

Orissa

The people of Orissa celebrate Holi in a similar manner but here the idols of Jagannath, the deity of the Jagannath Temple of Puri, replace the idols of Krishna and Radha.

Goa

Holi is a part of Goan or Konkani spring festival known as Śigmo or शिगमो in Koṅkaṇī. One of the most prominent festivals of the Konkani community in Goa, and the Konkani diaspora in the state of Karnataka, Maharashtra and Kerala. Śigmo is also known as Śiśirotsava and lasts for about a month. The color festival or Holi is a part of entire spring festival celebrations.
Holi festivities(but not Śigmo festivities), include:Holika Puja and Dahan,Dhulvad or Dhuli vandan,Haldune or offering yellow and saffron colour or Gulal to the deity.
Main article: Shigmo

Gujarat

Holi is celebrated with great fanfare in the Indian state of Gujarat. Falling on the full moon day in the month of Phalguna, Holi is a major Hindu festival and marks the agricultural season of the Rabi crop.

A bonfire is lit in the main squares of the villages and colonies. People gather around the bonfire and celebrate the event with singing and dancing, which is symbolic of the victory of good over evil. Tribals of Gujarat celebrate Holi with great enthusiasm and also dance around the fire.

In Western India, Ahmedabad in Gujarat, a pot of buttermilk is hung high on the streets and young boys try to reach it and break it by making human pyramids. The girls try to stop them by throwing colored water on them to commemorate the pranks of Krishna and cowherd boys to steal butter and 'gopis' while trying to stop the girls. The boy who finally manages to break the pot is crowned the Holi King. Afterwards, the men, who are now very colorful men, go out in a large procession to "alert" people of the Krishna's possible appearance to steal butter from their homes.

In some places, there is a custom in the undivided Hindu families that the women of the families beat their brother-in-law with her sari rolled up into a rope in a mock rage as they try to drench them with colours, and in turn, the brothers-in-law bring sweetmeats to her in the evening.

Maharashtra

In Maharashtra, Holi is mainly associated with the burning of Holika. Holi Paurnima is also celebrated as Shimga. A week before the festival, youngsters go around the community, collecting firewood and money. On the day of Holi, the firewood is arranged in a huge pile at a clearing in the locality. In the evening, the fire is lit. Every household makes an offering of a meal and desert to the fire god. Puran Poli is the main delicacy and children shout "Holi re Holi puranachi poli". Shimga is associated with the elimination of all evil. The color celebrations here traditionally take place on the day of Rangapanchami, unlike in North India where it is done on the second day itself.During this festival, people are supposed to forget about any rivalries for the day.

Manipur

Manipuris celebrate Holi for six days. Here, this holiday merges with the centuries-old festival of Yaosang. Traditionally, the festival commences with the burning of a thatched hut of hay and twigs. Young children go from house to house to collect money, locally known as nakadeng (or nakatheng), as gifts on the first two days. The youths at night perform a group folk dance called 'thaabal chongba' on the full moon night of Lamta (Phalgun) along with folk songs and rhythmic beats of the indigenous drum. However, this moonlight party now has modern bands and fluorescent lamps. In Krishna temples, devotees sing devotional songs, perform dances and play with aber (gulal) wearing traditional white and yellow turbans. On the last day of the festival, large processions are taken out to the main Krishna temple near Imphal where several cultural activities are held. Since the past few decades Yaoshang, a type of Indian sport, has become common in many places of the valley, where people of all ages come out to participate in a number of sports that are somewhat altered for the holiday.

Kerala

Holi celebrations at College of Engineering, Adoor Kerala

In the Mattancherry area of Kochi, there are 22 different communities living together in harmony. The Gaud Sarawat Brahmins (GSB) who speak Konkani also celebrate Holi in Cherlai area of West Kochi instead of in theior own community. It is locally called Ukkuli in Konkani or Manjal Kuli in Malayalam. It is celebrated around the Konkani temple called Gosripuram Thirumala temple. Holi is also celebrated at some colleges in south.

Karnataka, Andhra Pradesh

Holi is celebrated with much fervor here. Unlike in the other Indian communities, it is also here a school holiday. There is also a tradition followed in rural Karnataka where children collect money and wood for weeks prior to Holi, and on Kamadhana night all the wood is put together and lit. The festival is celebrated for two days. People in north Karnataka prepare special food on this day. In Andhra Pradesh Holi is celebrated along with Basnata Panchami. In the Telangana region,especially the capital city of Hyderabad, Holi is a major festival, and the festivities and color starts appearing at least a day before the actual holiday.

Jammu & Kashmir

In Kashmir, the Kashmiris and Hindus alike celebrate Holi. Holi celebrations here pretty much fit the general definition of Holi celebrations: a high-spirited festival to mark the beginning of the harvesting of the summer crop, is marked by the throwing of colored water and powder and singing and dancing. Holi is also celebrated in great fervor in Jammu.
Holi celebrations by the India Student Association at University of New Mexico

Haryana, Rural Delhi & West UP

This region has its own variety of Holi. The festival is celebrated with great jest and enthusiasm. Dhampur is a city and a municipal board in the Bijnor district in the state of Uttar Pradesh of India. The Holi celebration in Dhampur is famous throughout the whole of Western UP.

Punjab

There is a Sikh festival of Hola Mohalla, simply Hola takes place on the first of the lunar month of Chet which usually falls in March. This, by a tradition established by Guru Gobind Singh, follows the Hindu festival of Holi by one day; Hola is the masculine form of the feminine sounding Holi. The word "Mohalla" is derived from the Arabic root hal (alighting, descending) and is a Punjabi word that implies an organized procession in the form of an army column. But unlike Holi, when people playfully sprinkle colored powder, dry or mixed in water, on each other, the Guru made Hola Mohalla an occasion for the Sikhs to demonstrate their martial skills in simulated battles.
Dhampur

In Dhampur holi—holi hawan jaloos have been organized for the last 60 years. The festival involves almost 10,000 people, including lots of bands and Jhakhi, which represent the cultural values of Holi and India.
[edit] Indian diaspora

Over the years, Holi has become an important festival in many regions wherever Indian diaspora had found its roots, be it in Africa, North America, e and closer to home in South Asia. Nepal
Holika Dahan, Kathamandu, Nepal.

In Nepal, Holi is regarded as one of the greatest festivals, as important as Dashain (also known as Dussehra in India) and Tihar or Dipawali (also known asDiwali in India). Since more than 80% of people in Nepal are Hindus, Holi, along with many other Hindu festivals, is celebrated in Nepal as a national festival and almost everyone celebrates it regardless of their religion, e.g., even Muslims celebrate it. Christians may also join in, although since Holi falls during Lent, many would not join in the festivities. The day of Holi is also a national holiday in Nepal.

People walk down their neighbourhoods to celebrate Holi by exchanging colours and spraying coloured water on one another. A popular activity is the throwing of water balloons at one another, sometimes called lola (meaning water balloon).Also a lot of people mix bhang in their drinks and food, as also done during Shivaratri. It is believed that the combination of different colours played at this festival take all the sorrow away and make life itself more colourful.
 Traditional Holi
Flowers of Dhak or Palash are used to make traditional colours

The spring season, during which the weather changes, is believed to cause viral fever and cold. The playful throwing of natural coloured powders has a medicinal significance: the colours are traditionally made of Neem, Kumkum, Haldi, Bilva, and other medicinal herbs prescribed by Āyurvedic doctors.

A special drink called thandai is prepared (commonly made of almonds, pistachios, rose petals, etc.), sometimes containing bhang (Cannabis indica). For wet colours, traditional flowers of Palash are boiled and soaked in water over night to produced yellow coloured water, which also had medicinal properties. Unfortunately the commercial aspect of celebration has led to an increase in the use of synthetic colours which, in some cases, may be toxic.


As the spring-blossoming trees that once supplied the colors used to celebrate Holi have become more rare, chemically produced industrial dyes have been used to take their place in almost all of urban India. In 2001, a fact sheet was published by the groups Toxics link and Vatavaran based in Delhi on the chemical dyes used in the festival. They found safety issues with all three forms in which the Holi colors are produced: pastes, dry colors and water colors.

Their investigation found some toxic chemicals with some potentially severe health impacts. The black powders were found to contain lead oxide which can result in renal failure. Two colors were found to be carcinogenic: silver, with aluminium bromide, and red, with mercury sulphide. The prussian blue used in the blue powder has been associated with contact dermatitis, while the copper sulphate in the green has been documented to cause eye allergiese, puffiness of the eyes, or temporary blindness.A Natural Holi in Pune, an alternative to synthetic colors

The colorant used in the dry colors, also called gulals, was found to be toxic, with heavy metals causing asthma, skin diseases and temporary blindness. Both of the commonly used bases—asbestos or silica—are associated with health issues.
They reported that the wet colors might lead to skin discolouration and dermatitis due to their use of color concentrate gentian violet.

Lack of control over the quality and content of these colours is a problem, as they are frequently sold by vendors who do not know their origin.

The report galvanized a number of groups into promoting more natural celebrations of Holi. Development Alternatives, Delhi and Kalpavriksh,[Pune, The CLEAN India campaign and Society for Child Development, through its Avacayam Cooperative Campaign  have both launched campaigns to help children learn to make their own colours for Holi from safer, natural ingredients. Meanwhile, some commercial companies such as the National Botanical Research Institute have begun to market "herbal" dyes, though these are substantially more expensive than the dangerous alternatives. However, it may be noted that many parts of rural India have always resorted to natural colours (and other parts of festivities more than colours) due to availability reasons.
Environmental impact

An alleged environmental issue related to the celebration of Holi is the traditional Holika Dahan bonfire, which is believed to contribute to deforestation. A local tabloid had a view published that 30,000 bonfires each burning approximately 100 kg of wood are lit in one season. Several methods of preventing this consumption of wood have been proposed, including the replacement of wood with waste material or lighting of a single fire per community, rather than multiple smaller fires. However, the idea of lighting waste material antagonizes large sections of a certain community who take it as a Western attack to their cultures and traditions citing several examples of similar festivities elsewhere. There is also concern about the large scale wastage of water and water-pollution due to synthetic colors during Holi celebration.
Influence on popular culture

In the music video for their song "The Catalyst.", American rock band Linkin Park incorporated scenes of band members throwing powdered color at one another. The videos director, band turntablist Joe Hahn, identifies Holi as a direct influence on the visual style of the video. Hahn states that "The irony of making the video was that the inspiration for the colors came from the Color Festival in India called Holi." Mr Hahn further elaborates on the religious significance of the colors, "People collect these pigments throughout the year to release them in this festival as a celebration of life and tribute to Vishnu."
The holi festival was featured as a RoadBlock challenge in the popular CBS reality television show The Amazing Race 13, episode 7.

The Ke$ha music video for the song "Take It Off" features powdered colored dyes similar to those used to celebrate Holi.
On May 31, 2007, the independent film, Outsourced, premiered at the Seattle International Film Festival. The plot of the film details the story of Todd Anderson, an American call center novelty products salesman (Josh Hamilton) as he heads to India to train his replacement after his entire department is outsourced to a new, much cheaper call center in Gharapuri, India. Todd soon discovers that in order to successfully train his new charges, he must first learn about the culture of the workers. Among the many customs and traditions Todd encounters in his education of India is the celebration of Holi. The film beautifully captures the spirit of joy and playfulness that surrounds this colorful celebration of life and the onset of Spring.
The March 17th, 2011 episode of the NBC series based on the film of the same name, Outsourced, entitled "Todd's Holi War", takes a more sitcom-oriented approach to the holiday, marking Holi's first appearance on American network television.