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20 January 2014

समाचार :

  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों का दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर नई दिल्ली में धरना।
  • गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा-श्री केजरीवाल को दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा कराई जा रही न्यायिक जांच की रिपोर्ट आने तक इंतजार करना चाहिए।
  • दिल्ली उच्चन्यायालय ने नर्सरी स्कूलों में दाखिले के बारे में सरकार के दिशा- निर्देशों पर रोक लगाने की निजी स्कूलों की याचिका खारिज की।
  • प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने पूर्वोत्तर राज्यों में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं और विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
  • अग्नि-४ मिसाइल का आज ओडिशा तट पर व्हीलर द्वीप से सफल परीक्षण।
  • शेयर बाजार में तीसरे पहर के कारोबार में लगभग ६० अंकों की बढ़त। रूपया डॉलर के मुकाबले पांच पैसे कमजोर, एक डॉलर की कीमत ६१ रूपये ५९ पैसे हुई।
  • ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में सानिया मिर्जा महिला डबल्स  और रोहन बोपन्ना मिक्स्ड डबल्स के क्वार्टर फाइनल में।
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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी नई दिल्ली में रेल भवन के पास धरना दे रहे हैं। ये लोग दिल्ली पुलिस के कुछ कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर गृह मंत्रालय के सामने धरना देना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने इस इलाके में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा १४४ लागू कर दी और श्री केजरीवाल को गृह मंत्रालय की तरफ जाने से रोक दिया। धरना स्थल पर अपने समर्थकों और मीडिया को संबोधित करते हुए श्री केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में दुष्कर्म की घटनाओं के लिए दिल्ली पुलिस को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।

हमने कहा कि उस एसएचओ को सस्पेंड किया जाए और उन दोनों एसपीस को संस्पेंड किया जाए जिन्होंने काम करने से मना कर दिया। तो किसी की तो जिम्मेदारी होनी चाहिए। चाहे वो बीट कांस्टेबल हो, चाहे वो एसएचओ हो। किसी के उपर तो जवाबदेही तय होनी चाहिए। लेकिन कुछ ये बीजेपी वालों ने, कांग्रेस वालों ने और मीडिया के कुछ लोगों ने यह कहना चालू किया कि सोमनाथ भारती को जो कि कानून मंत्री है रात को जनता के साथ उठ के नहीं जाना चाहिए था।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कुछ पुलिसकर्मी दिल्ली में अवैध गतिविधियां चलाने वाले लोगों के साथ हैं। श्री केजरीवाल ने कहा कि वे अपनी मांगें मनवाने के लिए दस दिन तक धरने पर बैठने को तैयार हैं। उन्होंने दोहराया कि राजधानी में कोई संवैधानिक संकट उत्पन्न होने पर केन्द्र सरकार जिम्मेदार होगी।  उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे धरने के दौरान शांति रखें।
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गृह मंत्री सुशील कुमारे शिंदे ने मीडिया से कहा कि न्यायिक जांच पूरी होने तक श्री केजरीवाल को इंतजार करना चाहिए।

ये ज्यूडीशियल इंक्वायरी हम करेंगे तो उस पर भरोसा रखना चाहिए। इंक्वायरी में सब आ जायेगा। कौन दोषी हैं कौन दोषी नहीं हैं। तभी कुछ उस पर कार्यवाही हो जाएगी।

दिल्ली के उपराज्यपाल ने न्यायिक जांच के आदेश दिया है। श्री शिंदे ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता जंतर-मंतर पर धरना दे सकते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार के अधीन नहीं लाया जा सकता।
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सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने अफ्रीकी महिलाओं के साथ आम आदमी  पार्टी के मंत्री के व्यवहार को अनुचित बताया है। श्री तिवारी ने टिवटर पर लिखा कि भारतीयों को अन्य देशों के लोगों के साथ वही संवेदनशीलता दिखानी चाहिए, जिसकी वे दूसरे राष्ट्रों से उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत-अफ्रीका संबंधों की जड़ें उपनिवेशवाद और नस्लवाद के खिलाफ संघर्ष से जुड़ी हैं।
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दिल्ली उच्चन्यायालय ने नर्सरी स्कूलों में दाखिले के बारे में सरकार के दिशा- निर्देशों पर रोक लगाने की निजी स्कूल संगठनों की याचिका खारिज कर दी है। इनमें २० प्रतिशत का प्रबंधक कोटा समाप्त करना भी शामिल है। न्यायमूर्ति एन वी रमना त्ंउंदं और न्यायमूर्ति राजीव सहाय की पीठ ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने इन दिशा-निर्देशों से कोई तात्कालिक नुकसान नहीं दिखाया है। पीठ ने मीडिया को आगाह किया कि इस मुद्दे पर फैसले से जुड़ी अपुष्ट खबरें प्रसारित न की जाए। न्यायालय ने स्पष्ट किया कि इस टिप्पणी से न्यायालय की एकल पीठ के सामने विचाराधीन याचिका के अंतिम परिणाम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। निजी स्कूल संगठनों ने उच्च न्यायालय के एकल जज के आदेश को बड़ी पीठ में चुनौती दी थी। एकल जज ने किसी तरह की अंतरिम राहत देने या अधिसूचना पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। इस याचिका में दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को चुनौती दी गई थी, जिसमें नर्सरी स्कूल के आसपास के इलाकों के बच्चों को दाखिले में प्राथमिकता देने और प्रबंधक कोटे का बीस प्रतिशत आरक्षण समाप्त करने को कहा गया है।
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प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज नई दिल्ली में पूर्वोत्तर क्षेत्र के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में इन राज्यों में बुनियादी ढांचा और विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इनमें से कई परियोजनाओं को पर्यावरण संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और कुछ परियोजनाओं की गति उग्रवाद के कारण धीमी है। प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर में बुनियादी ढ़ाचे के विकास पर विशेष ध्यान दिए जाने की बात कही।

पूर्वोत्तर में बुनियादी ढ़ाचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहां विकास की गति तेज+ करने और इस क्षेत्र को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने की नीति का यह महत्वपूर्ण हिस्सा है।  

केन्द्र ने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला और बंगलादेश में अखौरा के बीच नई रेललाइन बनाने और चिटगांव अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह तक पहुंच के लिए फेनी नदी पर पुल बनाने का फैसला कर लिया है। हमारे संवाददाता ने बताया है कि असम, अरूणाचल प्रदेश, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों ने बैठक में हिस्सा लिया। केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, अजित सिंह और ऑस्कर फर्नांडिस के अलावा योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया भी बैठक में उपस्थित थे।
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रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा है कि भारत के लिए वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की आपूर्ति का ठेका हासिल करने के लिए रिश्वत देने में शामिल होने के कारण अगस्तावेस्टलैंड का पंजीकरण रद्द करने की कार्रवाई चल रही है। आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय कैडेट कोर के स्वाधीनता दिवस शिविर समारोह से अलग मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो और कानून मंत्रालय की रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। मुंबई के पास समुद्र में नौसेना के पनडुब्बी जहाज के फंसे होने की खबर पर रक्षा मंत्री ने कहा कि आरम्भिक सूचना के अनुसार जहाज लहरों के कारण कीचड़ में फंस गया है। इसे निकालने का प्रयास जारी है।
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रक्षा मंत्री ने बहादुरी और असाधारण सेवा के लिए इस मौके पर एनसीसी के दस कैडटों को रक्षा मंत्री पदक और तीन कैडटों को रक्षा मंत्री प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एम के नारायणन ने कहा है कि अलकायदा सरगना की मौत के बावजूद आतंकवाद दुनिया में शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है। नई दिल्ली में पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी दिवस के मौके पर राष्ट्रीय सुरक्षा और बढ़ते  आतंकवाद विषय पर अपने भाषण में उन्होंने कहा कि दुनिया के कई भागों में कट्टरवादी और उग्रवादी गुट फिर उभर रहे है। श्री नारायणन ने कहा कि धर्म और जातीयता के नाम पर नये-नये विवाद सामने आ रहे है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के आतंकवादी गुट देश के लिए खतरा बन गए है। राज्यपाल ने कहा कि भारत को पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कमजोर सरकारों के कारण विभिन्न आतंकी गुटों और आतंकवादी हमलों से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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असम में उग्रवादियों द्वारा हाल ही में आठ लोगों की हत्या के विरोध में कई संगठनों ने आज बंद की घोषणा की है। बंद का मिला जुला असर है। पुलिस महानिरीक्षक एल आर बिशनोई ने बताया कि बंद को देखते हुए बोडोलैंड टेरीटोरियल एरिया जिलों में कड़ी चौकसी की जा रही है। बंद के कारण सड़क यातायात पर असर पड़ा है और कुछ क्षेत्रों मे व्यापारिक प्रतिष्ठान और शिक्षा संस्थान बंद है। गुवाहाटी में जनजीवन पर बंद का असर नहीं पड़ा है। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि पिछले २४ घंटों के दौरान कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि चार शव बिहार में उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। उग्रवादियों ने कोकराझार जिले में शुक्रवार को पांच लोगों की हत्या कर दी थी।
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केरल में टीपी चन्द्रशेखरन हत्या मामले में फैसले को देखते हुए कोझिकोड और कन्नूर जि+लों के राजनीतिक रूप से संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लगा दी गई है। फैसला बुधवार को आना है। निषेधाज्ञा आज से अगले छह दिन तक लागू रहेगी। इसके तहत लोगों के इकट्ठा होने और जुलूस निकालने सहित शांति भंग करने वाली गतिविधियों, विस्फोटकों के भंडारण और लाने ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से अलग हो कर रेवोल्यूशनरी मार्क्सवादी पार्टी गठित करने वाले टीपी चन्द्रशेखरन की कोझिकोड में ४ मई, २०१२ को सात लोगों के गिरोह ने गला काटकर हत्या कर दी थी।
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उत्तर प्रदेश के लगभग सत्रह सौ परिवारों ने उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दाखिल कर मांग की है कि उनकी मौजूदा स्थिति की पुष्टि अदालत से नियुक्त स्वतंत्र आयोग से कराई जाए। इन परिवारों ने अपने राशनकार्ड की फोटो कॉपी अदालत में जमा कराई है। इनका कहना है कि चार हजार से ज्यादा परिवार अब भी मुजफ्‌फरनगर और शामली जिलों में सामाजिक संगठनों और मदरसों द्वारा चलाए जा रहे दो दर्जन से ज्यादा राहत शिविरों में रह रहे हैं। केवल चार राहत शिविर शामली जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे हैं।
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राज्य में हिंसा प्रभावित परिवारों के बच्चों को सुचारू रूप से विद्यालय भेजने के लिए प्राथमिक शिक्षा विभाग ने कदम उठाया है। विभाग ने मुजफ्‌फरनगर जिले में मुफ्‌त शिक्षा के लिए ३६ स्कूलों में तीन हजार ८६३ बच्चों का नामांकन किया है। मुजफ्‌फरनगर और शामली में दंगों के बाद ५० हजार से ज्यादा लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली थी।  वर्ष २०१३ के अंत तक मुजफ्‌फनगर में सभी राहत शिविर खाली करा लिए गए और अनके को घर लौटने के लिए कहा गया।
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मध्यप्रदेश में आतंकरोधी दस्ते-एटीएस ने स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया-सिमी के तीन भगोड़े सदस्यों को गिरफ्‌तार कराने वालों के लिए १५-१५ हजार रूपए के इनाम की घोषणा की है। इंदौर और उज्जैन जिलों के गुलरेज+, माजि+द और साजि+द की विस्फोटकों के मामले में तलाश है। ये विस्फोटक उज्जैन में हाल में छापे के दौरान बरामद किए गए थे।
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भारत ने ओडिशा के धामरा तट पर व्हीलर द्वीप से आज अग्नि-४ मिसाइल का सफल परीक्षण किया। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम यह  मिसाइल जमीन से जमीन पर चार हजार किलोमीटर तक के क्षेत्र में वार कर सकती है। इस  मिसाइल का परीक्षण आज सुबह दस बजकर बावन मिनट पर किया गया।
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कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा के पार मुजफ्‌फराबाद के रास्ते व्यापार में आये गतिरोध को सुलझाने की कोशिशें जारी है। हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से आ रहे एक ट्रक से एक सौ चौदह किलो ग्राम मादक पदार्थ बरामद किये जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच व्यापार में गतिरोध आ गया है। हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि मादक पदार्थ की इस बरामदगी से नियंत्रण रेखा के आर-पार  विश्वास बहाली के उपायों पर संकट आ गया है।

पाक अधिकृत कश्मीर प्रशासन की तरफ से उस वाहन के चालक को छोड़े जाने की शर्त लगाने से गतिरोध बढ़ा है, जिसमें ११४ किलोग्राम नशीली सामग्री पकड़ी गई थी। बारामुल्ला के डिप्टी कमीश्नर के अनुसार स्थानीय प्रशासन ने ४८ पाकिस्तानी ट्रकों को नहीं रोका है, जबकि वहां के प्रशासन ने उन २७ भारतीय ट्रकों को रोके रखा है जो कमानपुर के उस पार सामान लेकर गई थी। पाक अधिकारी कहते है कि नशीलें पदार्थ ले जाने के आरोप पर ट्रक चालकों को उनके हवाले किया जाना चाहिए ताकि उसके विरूद्ध कार्यवाही की जा सके। राज्य सरकार ने विदेश मंत्रालय से आग्रह किया है कि इस गतिरोध को दूर करने में वह हस्तक्षेप करें। मुश्ताक अहमद तांत्रे, आकाशवाणी समाचार, श्रीनगर।
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बम्बई शेयर बाजार के संवेदी सूचकांक में आज तीसरे पहर के कारोबार में ६० अंकों की बढ़त दर्ज की गई। शुरूआती कारोबार में यह ४५ अंक गिरकर २१ हजार १८ पर खुला। अब से कुछ देर पहले सेंसेक्स ८२ अंक बढ़कर २१ हजार १४६ हो गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी २४ अंक की वृद्धि के साथ ६ हजार २८६ पर था। अंतरबैंक विदेशी मुद्राबाजार में रूपया आज डॉलर के मुकाबले पांच पैसे कमजोर हुआ। एक डॉलर की कीमत ६१ रूपये ५९ पैसे बोली गई। शुरूआती कारोबार में आज शुक्रवार के मुकाबले १२ पैसे की गिरावट आई थी।
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मेलबर्न में चल रही ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला डबल्स में सानिया मिर्जा और जिम्बाब्वे की कारा ब्लैक क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई है। छठी वरीयता प्राप्त इस जोड़ी ने कनाडा की यूजनी बकार्ड और रूस की वेरा दुशेवेना को हराया। सेमीफाइनल के लिए सानिया और कारा का मुकाबला शीर्ष वरीयता प्राप्त इटली की सारा ईरानी और रॉबर्टा विंचि से होगा। मिक्सड डबल्स में रोहन बोपन्ना और स्लोवाकिया की केटरीना स्रेबोनिक ;ैतमइवजदपाद्ध ने ऑस्ट्रेलिया के जॉन पियर्स और एशलै बार्टी ;।ेीसमपही इंतजलद्ध को ७-६, ७-५ से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
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पाकिस्तान में आज सुबह रावलपिण्डी के आर ए बाजार इलाके में हुए आत्मघाती बम हमले में कम से कम १४  लोग मारे गये । पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बी बी सी को बताया कि मृतकों में छह सैनिक और आठ नागरिक हैं। यह हादसा पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय के पास एक व्यस्त बाजार में हुआ। घटना के बाद पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है। अभी तक किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
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अफगानिस्तान अगले तीन महीनें में विश्व व्यापार संगठन का सदस्य बन जाएगा। अफगान वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार अफगानिस्तान सरकार ने अमरीका के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर कर लिये हैं और अब वह यूरोपीय संघ तथा दो अन्य देशों के साथ इसी तरह के समझौते करने के लिए तैयारी कर रहा है जिसके बाद वह विश्व व्यापार संगठन का सदस्य बन जाएगा।
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NEWS


  • Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal and his cabinet colleagues hold dharna in New Delhi to seek action against some Delhi police personnel.
  • Home Minister Sushilkumar Shinde says Kejriwal should wait till the judicial inquiry ordered by Delhi Lt. Governor is complete.
  • Delhi High Court dismisses the plea of private schools bodies seeking stay on city government's nursery admission guidelines that included scrapping of 20 per cent management quota.
     
  • Prime Minister Dr Manmohan Singh reviews progress of infrastructure and development projects in the northeast.
  • India  successfully test-fires nuclear-capable surface-to-surface Agni-IV missile with a range of about 4,000 km from Odisha coast.
  • Sensex gains over 60 points in afternoon trade; Rupee down by 5 paise at 61 rupees 59 paise against the dollar.
  • Sania Mirza in women's double and Rohan Bopanna in mixed Doubles entered Quarterfinals with their respective partners;  Maria Sharapova crashes out. 
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Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal and his cabinet colleagues are holding a dharna near Rail Bhavan in New Delhi after they were denied permission to proceed towards Home Ministry at North Block. They wanted to sit on a dharna in front of Home Ministry seeking action against some Delhi police personnel. However, the police has imposed prohibitory orders in the area to maintain law and order. Addressing his supporters and media at the protest venue, Mr. Kejriwal said Delhi Police has to be held responsible for growing incidents of rape in the capital. He sought action against the guilty police personnel who reportedly refused to take action ordered by Delhi Law Minister Somnath Bharati against the alleged sex and drug racket in a south Delhi locality. He alleged that a few Delhi police personnel are in collusion with the perpetrators of illegal activities in the city.
We asked for the suspension of the SHO and the two ACPs who refused to work, but some BJP and Congress people and also some media persons started saying that Somnath Bharti, who is the Law Minister,  shouldn't have gone with the people at night hours.
Kejriwal said he is ready to sit on a ten-day dharna to press for his demands. He reiterated that the Central Government will be responsible for any constitutional crisis in the capital. Kejriwal appealed to his supporters to maintain peace during the dharna.
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Home Minister Sushil kumar Shinde told media that Mr Kejriwal should wait till the judicial inquiry ordered by Delhi Lt. Governor is complete.
Being CM, he should trust the LG who has assured him of a judicial enquiry and he should co-operate.
Mr Shinde said that Aam Aadmi Party leaders can hold protest at Jantar Mantar. Replying to a question, he made it clear that Delhi Police cannot be brought under the control of Delhi government.                                             
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Information and Broadcasting Minister Manish Tewari has termed as  reprehensible the treatment meted out by the Aam Aadmi Party Minister to African ladies. In a tweet, Mr Tewari said, Indians should show the same sensitivity as they expect from other nations. He said, Indo-African Relationship are rooted in common struggle against colonialism and racism.
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The Delhi High Court today dismissed the plea of private school bodies seeking stay on city government's nursery admission guidelines that included scrapping of 20 per cent management quota. A bench, comprising Chief Justice NV Ramana and Justice Rajiv Sahai Endlaw, said that the appellants have not shown any immediate injury due to the guidelines.The bench cautioned the media against running unverified reports pertaining to its judgement on the issue.The court also made it clear that its observations have no bearing on the final outcome of the petition pending before a single judge bench. The private school bodies had moved the larger bench of the High Court against the order of its single judge, who had refused to grant them interim relief or stay the notification. The plea was filed challenging the nursery admission guidelines issued by the Lieutenant Governor, which included weightage to neighbourhood kids and abolition of 20 per cent management quota. It had sought setting aside of the 2014-15 guidelines on the ground that the Lieutenant Governor's office lacked the power to frame them. The Central government, the Directorate of Education and the office of LG were made party in the plea.
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Prime Minister Dr Manmohan Singh today reviewed progress of  infrastructure and development projects in the northeast at a meeting of Chief Minister of the region in New Delhi. Dr. Manmohan Singh said infrastructural development is critical element of development and growth in the North East.
Special importance in infrastructure development in the North-east region.  This is a critical element of the strategy to accelerate development and growth in the north-east and increase connectivity with rest of the country.
A number of projects  in the northeast are facing environmental hurdles while progress of some are slow due to insurgency problems. The Centre has already decided to set up a new railway line between Tripura capital Agartala and Akhaurah in Bangladesh and construct a bridge over river Feni to get access to Chittagong international port, 72 km away from Tripura's border town Sabroom, 135 km south of Agartala.Our correspondent reports, Chief Ministers of Assam, Arunachal Pradesh, Meghalaya, Nagaland, Manipur, Mizoram, Tripura and Sikkim attended the meeting. Union Ministers including Kapil Sibal, Ajit Singh and Oscar Fernandes were also present in the meeting besides Planning Commission deputy chairman Montek Singh Ahluwalia.
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In Assam, a bandh called by several organizations protesting the recent killing of eight persons by militants, evoked mixed response. IGP, L R Bishnoi said that strict vigil is being maintained at Bodoland Territorial Area Districts, BTAD area in the wake of bandh. Road traffic has been affected and business establishments and educational institutions are closed in some areas of the state. Normal life remains  unaffected in Guwahati city. Train movement has also not been affected in Lower Assam. No untoward incident has been reported during last 24 hours as operation has been intensified against militant groups.
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India today successfully test-fired nuclear-capable surface-to-surface Agni-IV missile with a range of about 4,000 km from the Wheeler Island in Dhamra off Odisha coast. The missile was test-fired at 10.52 this morning from launch complex number 4 of Integrated Test Range (ITR) of Wheeler Island. More from our correspondent:
Agni-IV is the fourth in the Agni series of missiles which was earlier known as Agni-II prime. This missile is one of its kind and represents a quantum leap in terms of missile technology. The missile is lighter in weight and has two stages of solid propulsion and a payload with re-entry heat shield.  The missile has already been tested thrice earlier. The two-stage missile weighs 17 tonnes and is 20 metres long and can carry a pay load of one tonne. While the Army has already deployed Agni-I, II and III missiles, all of which are strategic missiles carrying nuclear warheads, Agni-IV and Agni-V have not been inducted into the Army yet. The DRDO has achieved two consecutive successes including its debut flight with Agni-V, which can carry a nuclear warhead weighing one tonne over a distance of 5,000 km. The DRDO will fire Agni-V from a canister in the next two or three months. Prakash Dash. For AIR News, Bhubaneswar.
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Efforts are on to resolve the deadlock over cross LOC trade via Muzaffarabad road in Kashmir valley after recent seizure of 114 kg of narcotics from a goods truck coming from POK. Our Correspondent reports the seizure has threatened the biggest cross LOC confidence building measure.
The deadlock is over instance of Pak administration that the vehicle from which narcotics were recovered should be released first. Deputy commissioner Baramulla says district administration has not seized 48 vehicles coming from across the line of control but authorities across the line have detained 27 Kashmiri trucks that had crossed common post to deliver goods at chakoti post. Pak authorities say as per agreement Indian authorities are to handover the driver of vehicle from which narcotics were recovered to them for action as per law.  Meanwhile state home department is sending a communication to external affairs ministry to intervene and get matter resolved. Mushtaq Tantary/SRINAGAR.
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In Madhya Pradesh, the Anti Terrorist Squad-ATS has announced a reward of fifteen thousand rupees each on the arrest of three absconding members of the Students Islamic Movement of India-SIMI. Gulrez, Majid and Sajid, who hail from Indore and Ujjain districts, are wanted in connection with the case pertaining to recovery of explosives during a recent raid in Ujjain.
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West Bengal Governor and former National Security Advisor, M K Narayanan today said terrorism poses a  grave threat to peace and security in the world despit the demise of Al-Qaida Chief. Delivering a lecture on National Security- Expanding Terrorist Dynamics, on the occasion of first National Investigation Agency day in New Delhi, he said, fundamentalist and extremist groups are resurging in several parts of world.Mr Narayanan said new patterns of conflict are emerging involving religion and ethnicity. He said, terrorist groups in Pakistan and  Afghanistan are posing threat to India.
In Afghanistan and Pakistan a combination of state weakness and presence of myriad terrorist groups in both countries constitute a direct threat.  Taliban extremism in both countries shows no signs of muting itself.
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In Uttar Pradesh, about 1,700 families have filed a petition in the Supreme Court seeking verification of their present status by a court-appointed independent commission. They have submitted the photocopies of their ration cards to the court. The petitioners have said that more than 4,000 families are still staying in over two dozen relief camps being run by social organizations and Madarsas in Muzaffarnagar and Shamli districts, while only four camps are being run officially by Shamli district administration at present. Our Correspondent quoting activist and lawyer Asad Hayaat reports that the submitted  1,700 ration cards belong to families which were living in the villages, the government had declared as riot affected.
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Recovering from initial losses, the Sensex at the Bombay Stock Exchange rose 66 points, or 0.3 percent, to 21,130 in afternoon trade, a short while ago. But earlier in the morning, the Sensex had dropped 45 points, or 0.2 per cent, to 21,018 on sustained selling by funds and retail investors. The 30-share Sensex had lost over 225 points in the previous two trading sessions.
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The rupee trimmed its initial losses, but was still trading down by 5 paise at 61 rupees 59 paise against the dollar in late morning deals today. This was attributed to demand for the green currency on the back of higher dollar overseas.
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Sania Mirza and her Zimbabwean team-mate Cara Black today progressed into the quarterfinals of the Australian Open Tennis tournament at Melbourne. The sixth seeded Indo-Zimbabwean duo defeated the Canadian-Russian team of Eugenie Bouchard and Vera Dushevina, 6-4, 6-3. For a place in the semi-finals, Sania and Cara will take on top seeded Italian pair of Sara Errani and Roberta Vinci. In the Mixed Doubles, second seeds Rohan Bopanna and his Slovakian partner Katarina Srebotnik defeated the Aussie pair of John Peers and Ashleigh Barty, 7-6, 7-5, to book a quarterfinal berth. In the second round today, the Indo-Slovakian pair of Leander Paes and Daniela Hantuchova will clash with the pair of Mahesh Bhupathi and Russia's Elena Vesnina, while Sania Mirza and her Romanian team-mate Horia Tecau will meet the Aussie-British combination of Anastasia Rodionova and Colin Fleming. Earlier today, World Number Three Maria Sharapova made a shock exit from the first Grand Slam of the season. Sharapova lost to Slovakia's Dominika Cibulkova, 6-3, 4-6, 1-6. This is the second major upset of the tournament. World Number One Serena Williams had yesterday crashed out in the fourth round, after losing to Serbia's Ana Ivanovic. World Number Two Victoria Azarenka of Belarus today made it to the last-eight stage.
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China's economy, the world's second-largest, grew at its slowest pace in 14 years in 2013, latest figures show. Its gross domestic product (GDP) expanded 7.7 percent from a year ago, the slowest pace of growth since 1999.
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तुलसी से होगा स्‍तन कैंसर का इलाज, अमेरिकी विश्‍वविद्यालय में हो रहा शोध

माघ कृष्ण पक्ष ४, कलियुग वर्ष ५११५
 
वाशिंगटन : अमेरिका के एक विश्‍वविद्यालय में आनुवांशिक प्रोद्यौगिकी का उपयोग कर तुलसी के औषधीय गुण बढ़ाने पर शोध किया जा रहा है । शोध से जुड़े वैज्ञानिकों के अनुसार इससे स्‍तन कैंसर की दवा विकसित की जा सकती है ।
यह शोध भारतीय और अमेरिकी वैज्ञानिकों की एक टीम कर रही है । विश्‍वविद्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, वेस्टर्न केन्टकी विश्‍वविद्यालय के प्लांट मॉलिकुलर बायोलाजी के सहायक प्रोफेसर चंद्रकात इमानी और उनके छात्र आनुवंशिक प्रोद्यौगिकी से तुलसी से स्तन कैंसर की दवा पर अनुसंधान कर रहे हैं ।
इमानी कहते हैं, 'तुलसी के पत्तों को पीसने पर जो मिश्रण तैयार होगा उसे 'इयूजिनोल' कहा जाता है । उसे एक प्लेट पर रखी रसोली कोशिकाओं पर लगाने से कोशिकाओं के विकास को रोका जा सकता है ।' इमानी ने दावा किया कि इससे पहले भी इसकी प्रमाणिकता के कई प्रमाण मिल चुकें है । यह कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की दवा साबित हो सकती है ।

आज से नहीं चलेगी रोडवेज!

Roadways buses blockade for four days
आज से अगले चार दिनों तक कहीं जाने का कार्यक्रम है तो रोडवेज की बसों पर निर्भर न रहें। ऐसे में आपको मुसीबत झेलनी पड़ सकती है। रोडवेज की तालमेल कमेटी ने 20 से 23 तारीख तक चक्का जाम की घोषणा की है।

रोडवेज यूनियन पिछले लंबे समय से 14 सूत्री मांगपत्र पर सरकार को घेर रही है। इससे पहले भी तीन बार कर्मचारी हड़ताल कर चुके हैं। हड़ताल की अधिकतम सीमा दो दिन रही है।

इस बार चार दिन की हड़ताल� के कारण यात्रियों को खासी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। यूनियन ने हड़ताल को सफल बनाने की पूरी तैयारी कर ली है। उधर, पुलिस-प्रशासन भी हड़ताल के मद्देनजर अलर्ट है। �

क्या है यूनियन की तैयारी?
गुड़गांव प्रधान ओमप्रकाश यादव ने बताया कि सभी चालक-परिचालक रात के समय डिपो में जुट जाएंगे। सुबह से सभी रूटों की सेवाएं रोक दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि कुल 14 मांगों पर यूनियन क सरकार से टकराव है। इनमें निजी ऑपरेटर के परमिट रद्द करने और कच्चे चालक-परिचालकों को पक्का करना प्रमुख है। लंबे समय से यूनियन इनके खिलाफ संघर्ष कर रही है। लेकिन सरकार हर बार झूठा आश्वासन देकर अपनी जिम्मेदारी से बच रही है। 

कैसे हैं सुरक्षा के बंदोबस्त?
पुलिस और प्रशासन ने भी सभी तैयारियां पूरी ली है। उपायुक्त ने बस अड्डा, डिपो, हरियाणा रोडवेज इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन के आसपास 500 मीटर परिधि में धारा 144 लगाई है। डिपो से लेकर सभी खंड के बस अड्डों पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।� सभी प्रमुख सड़कों व चौक-चौराहों पर पुलिस तैनात रहेगी।

बस अड्डा, डिपो, राष्ट्रीय राजमार्ग आठ और एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस आयुक्त आलोक मित्तल ने कहा कि शहरवासियों को परेशानी से बचाने के सभी प्रबंध किए गए हैं। बिजली घरों में भी पुलिस टीम तैनात रहेगी। 

क्यों हो गई दो चरणों की वार्ता विफल?
हड़ताल से पूर्व सरकार ने यूनियन के साथ दो चरण की वार्ता रखी। लेकिन दोनों ही बार वार्ता विफल हो गई। शनिवार को यूनियन नेताओं के साथ रोडवेज के प्रमुखों की बातचीत हुई। उक्त वार्ता विफल होने के बाद पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला ने मोर्चा संभाला। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह और परिवहन मंत्री आफताब अहमद भी वार्ता में शामिल रहने को कहा गया। लेकिन यूनियन नेता निजी ऑपरेटर के परमिट रद्द करने पर अड़ रहे। 

क्यों बैठक में नहीं पहुंचे परिवहन मंत्री?
कर्मचारी हड़ताल आमादा हैं। वहीं, परिवहन मंत्री अपने गृहक्षेत्र में अभिनंदन समारोह में व्यस्त रहे। रविवार को अहम वार्ता के लिए गठित कमेटी में परिवहन मंत्री आफताब अहमद प्रमुख कड़ी के तौर पर शामिल किए गए थे। लेकिन वह बैठक में नहीं पहुंचे।

कैथल के पीडब्लूडी के रेस्ट हाउस में हुई बैठक में रणदीप सुरजेवाला और राव नरेंद्र सिंह ने यूनियन नेताओं के गुस्से का सामना किया। माना जा रहा था कि रणदीप अपने पुराने नुस्खों से कर्मचारियों को खुश करने में सफल होंगे। पर ऐसा नहीं हो पाया। सुरजेवाला परिवहन मंत्री रह चुके हैं और उन्हें कर्मचारी हितैषी होने के तौर पर देखा जाता है।

उनके कार्यकाल में ऐसी नौबत कभी नहीं आई थी। इसीलिए सरकार ने उन्हें आगे कर हड़ताल असफल कराने का प्रयास किया। आफताब अहमद के मंत्री बनने तीन महीने के भीतर यह दूसरी हड़ताल है। पिछली बार भी उन्होंने कर्मचारियों से दूरी बनाए रखी। जिससे कर्मचारी उनसे खासा नाराज हैं।

हरियाणा में आज से रोडवेज का चक्का जाम

Haryana, Roadways strike
हरियाणा में सोमवार के चक्का जाम करने का ऐलान कर चुके रोडवेज कर्मचारी संगठन और प्रदेश सरकार के बीच चौथे दौर की वार्ता भी विफल हो गई। 

रोडवेज कर्मचारी संगठन निजी परमिटों के विरोध पर अड़े रहे वहीं मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने साफ कर दिया है कि प्रदेश में निजी बसों को दिए 3500 परमिट रद्द नहीं होंगे। 

बैठक में कोई नतीजा निकलने के कारण अब प्रदेश में सोमवार से जहां रोडवेज कर्मचारी बसों का चक्का जाम करेंगे वहीं हरियाणा कर्मचारी तालमेल कमेटी के आह्वान पर अन्य विभागों के सरकारी कर्मचारी 21 जनवरी से 72 घंटे की हड़ताल शुरू करने जा रहे हैं। 

राज्य सरकार ने प्रदेश में धारा-144 लगाते हुए सभी विभागाध्यक्षों को हड़ताल न होने देने के निर्देश जारी किए हैं वहीं हरियाणा कर्मचारी तालमेल कमेटी ने हड़ताल को विफल करने के लिए धारा-144 लगाए जाने की निंदा करते हुए इसे अलोकतांत्रिक कदम बताया है। 

कर्मचारियों ने 20 जनवरी को सभी जिलों और ब्लॉकों में विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। 

हरियाणा कर्मचारी तालमेल कमेटी के सदस्य धर्मबीर सिंह फोगाट, राजसिंह दहिया, सुभाष लांबा और अमर सिंह यादव ने दावा किया है कि हड़ताल को विफल करने की सरकार की सभी कोशिशें बेकार होंगी। 

72 घंटे की हड़ताल अभूतपूर्व और ऐतिहासिक होगी, जिसमें सभी सरकारी, अर्द्ध सरकारी, बोर्डों, निगमों, नगर निगमों, विश्वविद्यालयों, नगर पालिकाओं, नगर परिषदों और केंद्र सरकार द्वारा संचालित विभिन्न परियोजनाओं में कार्यरत लाखों कर्मचारी और शिक्षक भाग लेंगे।� 

कमेटी के नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की न्यायोचित और मानी हुई मांगों को लागू करने की बजाए टकराव का रास्ता अपना रही है और कर्मचारियों में फूट डालने का प्रयास कर रही है। 

उन्होंने बताया कि हड़ताल में चंडीगढ़ स्थित सचिवालय और चंडीगढ़-पंचकूला निदेशालयों के कर्मचारी भी शामिल होंगे। 
मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान
हरियाणा मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन ने सरकार की अपील को ठुकराते हुए कहा है कि प्रदेश में पंजाब के समान वेतनमान लागू किया जाए। अफसरशाही पर अब और भरोसा नहीं किया जा सकता। राज्य महासचिव सतीश सेठी ने कहा कि मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा। कर्मचारी हड़ताल पर अडिग हैं।

हरियाणा में बंपर भर्ती, 19 फरवरी तक करें आवेदन

Recruitment in Haryana, Application on February 19
हरियाणा में विभिन्न विभागों में 8672 पदों को भरने का फैसला राज्य सरकार ने लिया है। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा इन पदों को भरा जाएगा।

इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 फरवरी है। जबकि शुल्क जमा करवाने की अंतिम तारीख 21 फरवरी है।

राज्य के विभिन्न विभागों, बोर्ड और निगमों में क्लर्कों के 6783 पदों को भरा जाएगा। इसी प्रकार, स्टेनो टाइपिस्ट (हिंदी) के 297 पद, स्टेनो टाइपिस्ट (अंग्रेजी) के 349 पद, स्टेनो टाइपिस्ट (द्विभाषी) के 311 पद, जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर (अंग्रेजी) के 23 पद, जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर (हिंदी) के 12 पद, जूनियर स्केल स्टेनोग्राफर (द्विभाषी) के 85 पद, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर (अंग्रेजी) के 13 पद, सीनियर स्केल स्टेनो ग्राफर (हिंदी) के दो पद, सीनियर स्केल स्टेनोग्राफर (द्विभाषी) के 54 पदों को भरने के लिए हरियाणा राज्य कर्मचारी चयन आयोग ने विज्ञापित किया है।

प्रदेश के विभिन्न विभागों, बोर्डों और निगमों में ड्राइवर (लाइट ट्रांसपोर्ट वाहन) के 379 पद, ड्राइवर (हैवी ट्रांसपोर्ट वाहन) के 341 पद, शहरी स्थानीय निकाय विभाग में ट्रैक्टर ड्राइवर के 13 पद, बागवानी विभाग में चार और राज्य सैनिक बोर्ड में छह पदों को भरा जाएगा।

इन पदों के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवार को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा।

सामान्य श्रेणी के पुरुष उम्मीदवार को 100 और 150 रुपये की फीस जमा करनी होगी। जबकि महिला उम्मीदवार को फीस में 50 फीसदी की छूट देते हुए 50 और 75 रुपये देनी होगी।

इसी प्रकार एससी/बीसी/एसबीसी/इवीपीजी के हरियाणा के पुरुष उम्मीदवारों को 25 और 35 रुपये की अदायगी करनी होगी।

जबकि इसी श्रेणी की महिला उम्मीदवारों को 13 और 18 रुपये की फीस जमा करानी होगी। हरियाणा के निशक्त और भूतपूर्व सैनिकों को इन पदों के आवेदन करने के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी।

157 साल बाद आजाद होंगे 282 शहीद

282 Soldiers found freedom after 157 years
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 के दौरान शहीद हुए 282 भारतीय सैनिकों को 157 साल बाद आजादी मिलेगी। तहसील अजनाला के एक कुएं में दफन इन शहीदों की अस्थियों को बाहर निकाला जाएगा। अस्थियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया 28 फरवरी से शुरू होगी।

गुरुद्वारा शहीद गंज प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने ही शहीदों की अस्थियों को बाहर निकालने का निर्णय लिया है। इस मामले में कमेटी को जिला प्रशासन की ओर से भी अनुमति मिल चुकी है। मुगलई ईंटों से बने इस कुएं के 11.5 फीट नीचे शहीदों की अस्थियां होने की पृष्टि कर ली गई है।

गुरुद्वारा शहीद गंज प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह सरकारिया, महासचिव काबल सिंह शाहपुर तथा कोषाध्यक्ष हरभजन सिंह नेपाल ने बताया कि देश की सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक संस्थायों व देशवासियों की उपस्थिति में 28 फरवरी से शहीदों की अस्थियों को कुएं से बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अलावा अजनाला में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। साथ ही अस्थियों को श्री गोइंदवाल साहिब तथा हरिद्वार स्थित गंगा में प्रभावित किया जाएगा।

कुएं के संबंध में शोध कार्य से जुड़े सुरिंदर कोछड़ ने बताया कि वर्ष 1857 के ‘सैनिक विद्रोह’ के दौरान 30 जुलाई 1857 को लाहौर की मियां मीर छावनी में ईस्ट इंडिया कंपनी के विरुद्ध बगावत की गई थी। इस दौरान बंगाल नेटिव इंफैंट्री की 26 रेजीमेंट के 500 के करीब हिन्दुस्तानी बे-हथियार सिपाही भाग निकले। गांव के लोगों की गद्दारी के चलते उन्हें पकड़ लिया गया था। उन सैनिकों में से 200 से करीब सिपाहियों की 31 जुलाई को अजनाला में रावी नदी के पास गांव डड्डीयां में हत्या कर दी गई थी।

इसके अलावा शेष बचे 282 सैनिकों को अमृतसर का डिप्टी कमिश्नर फ्रेडरिक हेनरी कूपर रस्सों से बांधकर अजनाला ले आया।� कोछड़ के अनुसार उनमें से 237 सिपाहियों को अगली सुबह गोली मार कर हत्या करने के बाद शवों को कुएं में फेंक दिया गया था।

इतना ही नहीं शेष बचे 45 सैनिकों को शवों के साथ भी जिंदा कुएं में फेंक दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस नरसंहार के 157 वर्ष बीत जाने के बाद भी राज्य या केंद्र सरकार ने कुएं में दफन 282 भारतीय सैनिकों के शवों या अस्थियों को निकालने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।

शहीद स्मारक के निर्माण की मांग 
गुरुद्वारा शहीद गंज प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह सरकारिया ने पंजाब सरकार से मांग की है कि शहीदों के संस्कार के लिए जल्द ही अजनाला में उचित जगह उपलब्ध कराई जाय। साथ ही वहां शहीदों की याद में स्मारक का निर्माण कराया जाय।

हिमाचल की एक झील, जिसमें गड़ा है अरबों का खजाना

kamrunag lake himachal myths
देवभूमि हिमाचल में एक ऐसा झील है जिसमें गड़ा है अरबों का खजाना। अगर आप यह सोच रहे हैं कि इस खजाने को चुरा लेंगे या किसी तरह हथिया लेंगे तो यह बात मन से निकाल दीजिए।

क्योंकि यह खजाना उस झील में है जिसके विषय में यह कहा जाता है कि झील का अंत सीधा पाताल में जाकर होता है और तो और इस झील के खजाने की रक्षा नाग देवता करते हैं क्योंकि खजाना देवताओं का है।

आपके मन में यह बात उठने लगी होगी कि आखिर ऐसा चमत्कारी और धनवान झील कौन सा है। तो आपको बता दें कि इस झील का नाम है कमरुनाग झील।

हर साल 14 और 15 जून को बाबा कमरुनाग का दर्शन भक्तों को प्राप्त होता है। इनके दर्शन के लिए लोग रोहांडा नामक स्थान से 8 किलोमीटर घने जंगल और पहाड़ों की कठिन चढ़ाई पूरी करके आते हैं। रोहांडा हिमाचल प्रदेश के मण्डी नामक स्थान से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है।

कमरुनाग झील के विषय में मान्यता है कि इसमें सोना, चांदी गहना और धन कुछ भी अर्पित करने से मनोकामना पूरी होती है। इसलिए लोगों को गहने और धन चढ़ते हुए यहां देखा जा सकता है। लोगों की यह भेंट सीधे देवताओं तक पहुंच जाती है। वर्षों से लोगों द्वारा चढ़ाए गए धन और गहने झील की गर्त में यानी देवताओं के खजाने में रखे हुए हैं

कितना काम आएगा कांग्रेस का ब्रह्मास्त्र

How useful congress's Brahmastra
हम राजनीतिक पंडित भी न कभी-कभी फिजूल का हंगामा मचा देते हैं। यह बात सच न होती, तो न करते इतना हल्ला पिछले हफ्ते एक ऐसी बात को लेकर, जो वे लोग भी जानते हैं, जिनको राजनीति से कोई वास्ता नहीं। यानी कि कांग्रेस (किसी चमत्कार के हो जाने से) अगला लोकसभा चुनाव अगर जीत जाती है, तो इस देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे राहुल गांधी। मीडिया को एक इंटरव्यू क्या दे दिया युवराज साहिब ने कि देश के वरिष्ठ राजनीतिक पंडितों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया टीवी पर...राजी हो गए, राजी हो गए, युवराज साहिब अपनी विरासत संभालने के लिए राजी हो गए। मेरी नजरों में हंगामा फिजूल का इसलिए था, क्योंकि जब से राहुल जी ने राजनीति में पहला कदम रखा दस साल पहले, तभी तय था कि वह एक मामूली सांसद या छोटे-मोटे मंत्री बनने नहीं आए हैं।

अमेठी से जब जीतकर आए 2004 के लोकसभा चुनाव के बाद, तभी से उनके भावी प्रधानमंत्री होने की बातें शुरू हो गई थीं। उस समय नए थे, राजनीति की जानकारी कम थी, शासन चलाने का अनुभव बिल्कुल नहीं था, सो उनकी माता जी ने देश की बागडोर थमा दी डॉक्टर मनमोहन सिंह के हाथों में।

जब सोनिया जी के नेतृत्व में कांग्रेस दूसरी बार सत्ता में आई 2009 के चुनाव के बाद, तो तय था कि बिहार और उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के बाद राहुल गांधी बन जाएंगे प्रधानमंत्री। बन भी गए होते, अगर इन दोनों राज्यों में कांग्रेस बुरी तरह हारी न होती। बिहार का गम शायद बर्दाश्त कर लेते राहुल जी और उनके चाहने वाले, लेकिन जब उत्तर प्रदेश के लोगों ने बेवफाई की उस परिवार के वारिस से, जो उनका अपना शाही परिवार माना जाता है, तो राहुल जी थोड़ी देर के लिए राजनीति से दूर हो गए।

ऐसे बीता तकरीबन पूरा 2012, फिर वापिस सक्रिय हुए राहुल जी राजनीति में पिछले साल, जब जयपुर के कांग्रेस सम्मेलन में उनको उपाध्यक्ष बनाया गया। इस जिम्मेदारी को उन्होंने जहर समझकर स्वीकार किया और हमने इसका मतलब यह समझा कि राहुल जी वास्तव में राजनीतिक जीवन से दूर रहना चाहते हैं। राजनीति में हैं अगर, तो सिर्फ इसलिए कि वह इसको अपनी मजबूरी समझते हैं। ऐसा न था। अपनी माता जी की तरह वह दूर रहना चाहते थे किसी चीज से अगर, तो उत्तरदायित्व से। सो, कांग्रेस का उपाध्यक्ष बन जाने के बाद खूब अफवाहें फैलीं दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय से कि राहुल जी खुद प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, बल्कि किसी और को यह जिम्मेदारी सौंपना पसंद करेंगे। कई नामों को लेकर अटकलें लगनी शुरू हो गईं, लेकिन यह सब चल ही रहा था कि नरेंद्र मोदी आ टपके राष्ट्रीय राजनीति के मंच पर धमाकेदार अंदाज में।

उन्हीं के कारण अब कांग्रेस राहुल गांधी का नाम सामने रखकर तैयारी कर रही है अगले चुनाव की। किसी को अगर कोई शक है कि राहुल जी नंबर वन हैं हमारे सबसे पुराने राजनीतिक दल में, तो कांग्रेस के नए पोस्टरों पर जरा नजर डालें, जिनमें राहुल जी की सारी तस्वीरों के साथ दिखेंगे आपको ये शब्द, राहुल जी के नौ हथियार, दूर करेंगे भ्रष्टाचार। इन शब्दों के नीचे आप पढ़ सकेंगे उन नए-नए कानूनों के बारे में, जिनके तहत राहुल जी भ्रष्टाचार दूर करना चाहते हैं।

लंबे अरसे से देश पर राज करने के बाद कांग्रेस पार्टी जानती है कि जनता को बेवकूफ बनाया जा सकता है, सो अगले चुनाव का खास संदेश यही होगा कि बेशक यूपीए-2 सरकार पर दाग है भ्रष्टाचार का, लेकिन इससे राहुल जी का कोई वास्ता नहीं। न वह प्रधानमंत्री थे, न मंत्री यानी उनको एक नया राजनेता, नौजवानों का हृदय सम्राट समझकर वोट दीजिए। इस बात को सच साबित करने के लिए पहली बार राहुल गांधी खुद पत्रकारों और आम लोगों से मिलने की कोशिश कर रहे हैं, और यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनकी बहन, प्रियंका, राजनीति में नहीं आने वाली हैं। यह स्पष्ट करना जरूरी हो गया था, क्योंकि कुछ ही दिन पहले छिड़ गई थी बात प्रियंका का कांग्रेस का ब्रह्मास्त्र होने की। अब ब्रह्मास्त्र हैं अगर बाकी कांग्रेस के पास, तो उस ब्रह्मास्त्र का नाम है राहुल गांधी। क्या यह ब्रह्मास्त्र नरेंद्र मोदी और आम आदमी पार्टी का नाश कर पाएगा? इस सवाल का जवाब कुछ ही महीनों में देगी इस देश की जनता।

चाहे कोई गालियां हजार दे

Encourage your daughter
जब हम पढ़ाई कर रहे थे, उस समय का समाज आज के मुकाबले कम जागरूक था। तब अमूमन लड़कियां अपने पैरों पर खड़े होने के लिए नहीं, बल्कि शादी की तैयारी के लिए पढ़ती थीं। घर वालों की भी लड़कियों के बारे में ऐसी ही सोच थी। लेकिन हमारे घर में ऐसी सोच नहीं थी। मेरी मां में गजब का साहस था, वह पढ़ाई के मामले में किसी की नहीं सुनती थीं। उन्होंने खुद ग्रेजुएट तक की पढ़ाई की थी। उनके पास ऐसे-ऐसे तर्क होते थे कि सामने वाला चुप हो जाता था। मैं खुद स्कूल और कॉलेज में डिबेट में हिस्सा लेती थी। मां भी कभी-कभी मुझे सुनने आ जाया करती थीं। 

ऐसी ही एक स्पर्धा में वह मुझे सुनने आई थीं। वहां उन्होंने किसी प्रतियोगी को यह कहते हुए सुना कि, हाथ की रेखाएं बदलने के लिए हाथों को घिसना पड़ता है। मां ने उसे अपनी जिंदगी का सार बना लिया। हम दो बहन और एक भाई हैं। मां ने हम तीनों की बराबरी के माहौल में परवरिश की। ऐसा साहस हरेक माता-पिता में होना चाहिए, तभी स्थिति बदलेगी। व्यक्तिगत अनुभव से कह सकती हूं कि अगर माता-पिता बिना किसी भेदभाव के बच्चों की परवरिश करते हैं, तो बच्चे चुनौतीपूर्ण स्थितियों में भी कभी नहीं घबराते और हमेशा बेहतर करते हैं। मेरी मां हर वक्त मेरी प्रेरणा रही हैं।

एक बार जमीन पर कब्जा करने के इरादे से मेरे पिता पर कुछ लोगों ने कचहरी में खुरपी जैसे हथियार से हमला कर दिया था। उन्हें काफी दिन तक अस्पताल में भरती रहना पड़ा। तब मैं स्कूल में पढ़ रही थी। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा कायम करने के लिए मुझे दर-दर जाना पड़ा और मां अमृतसर के अस्पताल में पिता की देखभाल करती रहीं। इस हमले के बाद हम काफी मुश्किल में पड़ गए। वह किल्लत का दौर था। हमारी जमीन चली गई थी।

ऐसे हालात में बाद में मैं कॉलेज की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गई। कई बार मां ने अपने गहने बेचकर पढ़ाई का खर्च उठाने की कोशिश की। एक बार मुझे जब इसके बारे में पता चला, तो मैंने मना किया। पर मां ने कहा, सोना तो बाद में भी आ जाएगा, पहले पढ़ाई जरूरी है। उन्हीं दिनों मैंने अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने की कोशिश की। तब श्रीमती इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं। उनके घर पर जनता से मिलने के लिए दरबार लगता था। वहां जाकर मैंने श्रीमती गांधी को अर्जी दी। बाद में प्रधानमंत्री की तरफ से पंजाब सरकार को एक चिट्ठी भेजी गई। कुछ दिन बाद चंडीगढ़ के चीफ सेक्रेटरी ने मुझे मिलने के लिए बुलवाया। मैंने वहां उस वक्त के गवर्नर से भी मुलाकात की। तब जाकर मामला कायम हो सका और मेरे पिता पर हमला करने वाले भाड़े के हमलावरों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन वे लोग नहीं पकड़े जा सके, जिन्होंने उन पर हमला करवाया था। इसी दौरान मुझे पुलिस को करीब से देखने का मौका मिला।

असल में हमारे हालात हमेशा ऐसे नहीं थे। मेरे दादा ने दूसरी शादी कर ली थी और हमें घर से बाहर निकाल दिया था। हम अपने अस्तित्व के जूझ रहे थे, हम पर मुश्किलें आई थीं। बाहर के माहौल से हमारा बहुत ताल्लुक नहीं था। तब हम काफी छोटे थे। हमें शादी वगरैह में जाने में एक तरह की हिचक होती थी, क्योंकि हमारे पास एकाध ही अच्छी फ्रॉक होती थी।

हम अपनी समस्याओं से जूझ रहे थे और मां हमारा संबल बनी रहीं। वह गुजरावालां से एक अच्छे घर से आई थीं। लेकिन हालात बदलने पर उन्होंने कभी शिकायत नहीं की। वह बहुत मेहनती थीं। घर का सारा काम करती थीं। ठंड में सुबह वह जुराबें पहनकर कोयला तोड़ती थीं, ताकि अंगीठी जलाई जा सके। उन्हीं दिनों मां एक गीत गाती थीं, चाहे कोई गालियां हजार दे, मस्त राम बन के जिंदगी के दिन गुजार दे...। हम सब उनका साथ देते थे। पिता जी भाई को कंधे पर बिठा लेते थे और हम दोनों बहनें पीछे-पीछे कदमताल करती उनके साथ गाने लगती थीं।

दिल्ली में पढ़ाई पूरी करने के बाद जब मेरा चयन सिविल सर्विसेज में हो गया, तो मुझे पुलिस में जाने का विकल्प मिला। तब मुझे लगा कि मैं दूसरों को न्याय दिला पाऊंगी। आज मैं देखती हूं, तो महसूस होता है कि महिलाओं की स्थिति काफी बदली है। बैंकों और आईटी सेक्टर से लेकर संसद तक महिलाओं की कामयाबी की कहानियां दिखाई देती हैं। मगर यह सब व्यक्तिगत स्तर पर मिली कामयाबी की कहानियां हैं।

महिलाएं तरक्की जरूर कर रही हैं, मगर उन्हें कंज्यूमेरिज्म से भी जोड़ दिया गया है। महिलाओं को ऑबजेक्ट की तरह देखा जाता है। जब तक महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिलेगा, यह सब होता रहेगा। महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध इसी गैरबराबरी का नतीजा हैं। इसे बदलने में महिलाओं की, खासतौर से मां की, बड़ी भूमिका हो सकती है। हर मां को खुद में और अपनी बेटी में इस हालात को बदलने का जज्बा पैदा करना चाहिए। बेटियों को सही माहौल मिले, तो वे साबित कर सकती हैं कि वे भी किसी से पीछे नहीं हैं।

शनि महाराज को इन बातों से आता है गुस्सा, देते हैं दंड

lal kitab shani dosha
शनि महाराज के विषय में कहा जाता है कि इनकी दृष्टि वक्र है। यानी हर किसी पर शानि की दृष्टि रहती है, यह हर किसी के आगे-पीछे हर काम पर नजर रखते हैं। इसका कारण यह भी है क्योंकि भगवान शिव ने शनि महाराज को न्यायाधीश का पद दिया है जो व्यक्ति के गलत कार्यों का दंड देते हैं और खुश होने पर ईनाम भी देते हैं।

ज्योतिषशास्त्र के एक ग्रंथ लाल किताब में बताया गया है कि शनि कुण्डली में अनुकूल होने पर भी यह नहीं सोचना चाहिए कि शनि आपको शुभ फल ही देंगे आैर अशुभ स्थिति में होने पर जरुरी नहीं कि आपको कष्ट ही देंगे। व्यक्ति जैसा काम करता है उसके अनुसार शनि के फल बदलते भी रहते हैं।

लाल किताब कहता है कि अगर कुण्डली में शनि शुभ फलदायी भी है तो पांच काम ऎसे हैं जिनसे शानि नाराज हो जाते हैं और दंड देते हैं। पहला काम यह है कि अगर आप किसी मजदूर से काम करवाते हैं तो उसे उसकी पूरी मजदूरी दें। लालच में आकर मजदूर का शोषण न करें। अगर आप व्यापार करते हैं तो अपने यहां काम करने वाले को उचित पारिश्रमिक दें।

अगर कोई आपको लोहा अथवा चमड़े का सामना उपहार में दे या दान दे तो उसे लेने से इंकार कर दें। अगर लेना ही हो तो वस्तु का कुछ मूल्य जरुर चुका दें। जब शनि की दशा चल रही हो उस समय भूल कर भी मांस और मदिरा के सेवन से बचना चाहिए। अगर शराब पीते हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसी दूसरे के पैसे से शराब बिलकुल न पीएं।

जिनकी कुण्डली में शनि अनुकूल नहीं है उनके लिए तो इन नियमों का पालन अधिक आवश्यक हो जाता है। क्योंकि नाराज होकर शनि विभिन्न प्रकार के दंड देते हैं।

इस साल शादी की है तैयारी तो जानें कब है शुभ मुहूर्त

2014 auspicious muhurta for marriage
14 दिसंबर 2013 को सूर्य के धनु राशि में आने के बाद से मलमास शुरु हो गया था। इस कारण से शादी ब्याह और शुभ कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ था। 14 जनवरी को सूर्य मकर राशि में पहुंच चुका है और मलमास समाप्त हो चुका है।

लेकिन शुक्र के अस्त होने की वजह से शादी ब्याह का योग नहीं बन रहा था। 18 जनवरी को शुक्र के उदय होने पर शादी की शहनाईयां फिर गूंजने लगेगी।

पंडित रमाशंकर बताते हैं कि 18 जनवरी को शुक्र तारे के उदय होते ही शादी विवाह का योग बन जाएगा। 15 जनवरी से 10 मार्च तक शादी-विवाह के लिए 50 से अधिक शुभ मुहूर्त आएंगे।

20 जनवरी को गणेश चतुर्थी, 26 जनवरी को रवि दशमी, दो फरवरी गौरी तृतीया, चार फरवरी वसंत पंचमी, आठ फरवरी शनि नवमी, 14 फरवरी माघी पूर्णिमा, 15 फरवरी फाल्गुन प्रतिपदा, 18 फरवरी वसंत ऋतु दिवस और तीन मार्च को फैलेरा दूज ये ऐसे मुहूर्त हैं, जिनमें सबसे अधिक शुभ कार्य होंगे।

दस मार्च के बाद होलाष्टक प्रारंभ होने से शुभ कार्य फिर से बंद हो जाएंगे, लेकिन 17 अप्रैल से दोबारा समय शुभ योग बनेगा।

मरने के 45 मि‍नट बाद जी उठा सांप और लि‍या ऐसा बदला कि...

 

Man bitten by snake 45 minutes after killing it
कुछ समय हमने आपको एक वीडि‍यो दि‍खाया था जि‍समें एक मरे हुए सांप की हरकतें कैद थीं। मरने के बावजूद वो पूरे जोर से लकड़ी के टुकड़े पर दांत लगाने की कोशि‍श कर रहा था।

पर इस बार मामला लकड़ी के टुकड़े का नहीं बल्‍कि एक शख्‍स का है। क्रेजी न्‍यूज की खबर के अनुसार, ऑस्‍ट्रेलि‍या में एक शख्‍स ने जि‍स सांप को 45 मि‍नट पहले दो टुकडों में काट दि‍या था, उसी ने उसे डस लि‍या।

दरअसल हुआ कुछ यूं कि 66 वर्षीय जेक थॉमस घास साफ कर रहे थे। तभी उन्‍हें ये वि‍षैला सांप नजर आया। उन्‍होंने सोचा कि ये वहां आने वालों को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलि‍ए उन्‍होंने उसे दो टुकड़े कर दि‍या।

इसके बाद वो दोबारा अपना काम करने लगे। काम नि‍पटाने के बाद जब उन्‍होंने सांप को कहीं दूर फेकने के इरादे से उठाया तो उसने जेक का हाथ ही मुंह में दबा लि‍या।

काफी जतन के बाद जब वो उसे हटाने में सफल रहे तो उन्‍होंने देखा कि उनके हाथ पर सांप के दांत के दो नि‍शान हैं।

उसके तुरंत बाद उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया जहां उन्‍हें वि‍षरोधी दि‍या गया। वो बताते हैं कि घटना के एक सप्‍ताह बाद तक उनके हाथ में सूजन रही।

जेक इतने डर गए हैं कि कहते हैं अब वो कभी भी सांप के पास नहीं जाएंगे, चाहे वो जि‍न्‍दा हो या मरा।

वि‍शेषज्ञों की मानें तो सांप मारे जाने के करीब एक घंटे तक सक्रीय रहता है।

नहीं देखा होगा माफिया और पुलिस का ऐसा याराना!

23 truck catches in illegal mining
अवैध खनन के खिलाफ पिछले एक सप्ताह से चल रहे अभियान के तहत रविवार सुबह बालू ले जा रहे 23 ट्रकों का काफिला पकड़ा गया।

सेक्टर-39 थाना क्षेत्र के गांव नगला-नगली के पास एयरफोर्स और यूपी पुलिस के संयुक्त अभियान में ये ट्रक पकड़े गए। फोर्स देखकर चालक अपने ट्रकों को छोड़कर भाग खड़े हुए।

हरियाणा के असालदपुर क्षेत्र से रविवार सुबह अवैध खनन कर बालू ले जा रहे ट्रकों का काफिला नगला-नगली के पास से गुजर रहा था। काफिले में एक ट्रक पुलिया के पास गड्ढे में फंस गया।

जिससे पीछे आ रहे अन्य ट्रकों को निकलने का रास्ता नहीं मिला। यहां पर एयरफोर्स का कैंप भी है। यमुना किनारे कैंप क्षेत्र में सुबह छह बजे एयरफोर्स की पेट्रोलिंग टीम यहां से गुजर रही थी।

अवैध खनन की सूचना पर एयरफोर्स और सेक्टर-39 थाना पुलिस नगला-नगली के पास इन्हें पकड़ने पहुंची। फोर्स आती देख सभी चालक ट्रक छोड़कर रफूचक्कर हो गए।

क्यों ठनी हरियाणा-यूपी पुलिस में?
सूत्रों के अनुसार ट्रकों के पकड़ने के बाद हरियाणा और यूपी पुलिस में मामला दर्ज करने के लिए ठनी रही। जानकारी के अनुसार दोनों प्रदेशों की पुलिस करीब नौ घंटे तक सीमा विवाद को लेकर एक-दूसरे का क्षेत्र बताते रहे।

अधिकारियों के हस्तक्षेप के� बाद नोएडा पुलिस की ओर से मामला दर्ज कराया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि थाना सेक्टर-39 पुलिस की खनन माफिया से मिलीभगत के चलते यमुना खादर में हर रात अवैध खनन हो रहा है।

पुलिस से शिकायत करने पर उन्हें ही डरा धमका का खामोश किया जा रहा है।