प्रसार भारती
आकाशवाणी चण्डीगढ़
मुख्य समाचार:-
* राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत सब्जी पहल की शहरी कलैस्टर योजना
के प्रथम चरण में हरियाणा के 11 जिलों को कवर किया जाएगा।
* गुड़गॉव नगर निगम ने अतिक्रमण की सम्सायाओं को समाप्त करने हेतु भूमि
का उचित रिकार्ड तैयार करने के लिए अभिरूचि की अभिव्यक्तियां आमंत्रित
की है।
* हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्री की मध्यस्थता से कलच आटो कम्पनी के
मजदूरों की तीन जून से जारी हड़ताल आज समाप्त।
* हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधे जोजोबा का
शैशव अवस्था में लिंग पहचान करने में उपलब्धि हासिल की।
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत शुरू की गई सब्जी पहल की शहरी कलस्टर
योजना के प्रथम चरण में हरियाणा के 11 जिलों को कवर किया जाएगा।
बागबानी विभाग के एक प्रवक्ता ने आज चंडीगढ़ में बताया कि केंद्र सरकार ने
किसानों की आय एवं सब्जी उत्पादन तथा उपभोक्ताओं को सब्जियों की सुनिश्चित
आपूर्ति का एक नियमित चक्र स्थापित करने के लिए देश भर में सब्जी पहल के
क्रियान्वयन हेतु वर्ष 2011-12 के लिए 300 करोड़ रूपये के आवंटन को अनुमोदित
किया है। इस योजना के तहत प्रदेश के गुड़गांव, फरीदाबाद, पलवल, मेवात, रेवाड़ी,
झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल और कुरूक्षेत्र जिलों को कवर किया
जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा इस पहल को शुरू किये जाने का मुख्य उद्देश्य सब्जियों की
उत्पादकता को बढ़ाकर सब्जियों की बढ़ती मांग को पूरा करना है। इस योजना के
तहत सब्जियों की कास्त के लिए किसान संघ तथा सब्जी उत्पादकों के समूह गठित
किये जाएंगे।
उन्होंने कहा कि गठित किसान समूहों को सब्जियों की काशत के लिए एकत्रित की
गई भूमि के क्षेत्र के आधार पर सबसिडी भी उपलब्ध करवाई जाएगी। समूह में कम
से कम 20 किसान होने चाहिए और किसान समूह या संघ के पास कम से कम 20
हैक्टेयर भूमि होनी चाहिए। सब्जी की काशत के लिए प्रति चार हजार वर्ग मीटर के
लिए दो लाख दस हजार रूपये की सबसिडी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे समूह गठित करने के इच्छुक किसानों को जिला बागबानी
अधिकारी के पास आवेदन करना होगा तथा आवेदन करने की अंतिम तिथि 17 जून
निर्धारित की गई है।
गुड़गॉव नगर निगम ने अपनी भूमि पर अतिक्रमण को रोकने के लिए अपनी भूमि का
उचित रिकार्ड रखने का निर्णय लिया है। निगम के प्रवक्ता ने बताया कि निगम क्षेत्र
को चार जोन में बॉंटा गया है जिसके तहत रिहायशी, वाणिज्यिक और औद्योगिक
क्षे़त्र शामिल हैं लेकिन राष्ट्रीय राजधानी के नजदीक होने के कारण, गुड़गॉंव में
जमीनों के दाम बहुत उॅंचे हैं और ऐसी स्थिति में निगम की भूमि पर अतिक्रंमण की
सभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। उन्होने बताया कि जमीन की सुरक्षा और
उनके रिकार्ड के उचित रखरखाव के लिए फर्मो से अभिरूचि अभिव्यक्ति आमंत्रित की
गई हैं । उन्होने यह भी बताया कि अनधिकृत कब्जे तथा विवादित और न्यायाधीन
भूमि की भी विस्तृत सूची तैयार की जाएगी।
प््रादेश के श्रम एवं रोजगार मंत्री शिवचरणलाल शर्मा की मध्यस्थता से क्लच ऑटो
कम्पनी, फरीदाबाद की प्रबंधन समिति और मजदूरो के बीच जारी विवाद आज समाप्त
हो गया और अपने काम पर लौट गए है। कम्पनी के मजदूर पिछली तीन जून से
हड़ताल पर थे ।
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इस बाबत मजदूरों ने श्रम एवं रोजगार मंत्री से
मिलकर अपनी लम्बित मॉगें, उनके समक्ष रखी थीें और उनकी मध्यस्थता की अपील
की थी । प्रवक्ता के अनुसार, श्री शर्मा के आश्वासन पर कम्पनी प्रबंधकों ने मजदूरों
की मॉंगे स्वीकार कर ली है।
ठस बीच यूनियन के अध्यक्ष सतपाल सिंह यादव ने बताया कि मजदूरों की मुख्य
मॉगो में वेतन वृद्धि, अवकाश, एल टी ए व आकस्मिक अवकाश का पैसा दिलाने की
मॉगें भी शामिल थी।
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण पौधो का शैशव अवस्था
में लिंग पहचान करने में एक बड़ी उपलब्धि दर्ज की है। यहां ऐसी तकनालोजी
विकसित की गई है जिसकी सहयाता से तैलीय गुण वले होहोबा के एक माह के पौधे
का लिंग पहचाना जा सकता है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ के एस खोखर ने यह जानकारी देते हुए बताया कि
होहोबा आर्थिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण पौधा है। इस पौधे के बीज में 40 से 60
प्रतिशत मात्रा में तेल पाया जाता है जिसकी बहुत ज्यादा व्यावसायिक महत्ता है। तेल
का सौंदर्य प्रसाधनों, साबुन, क्रीम, ल्यूब्रीकैंट आदि में प्रयोग होता है।
उन्होंने बताया कि होहोबा में नर व मादा पौधें की पहचान बीज अंकुरण से तीन चार
साल बाद पौधे पर पहली बार फूल खिलने पर ही हो पाती है परंतु इस विश्वविद्यालय
के बायोटैकनोलोजी एंड मोलीक्यूलर बायोलोजी विभाग के एस एस सी के छात्र सुरेंद्र
ने पॉलिमिरेज चेन रिक्शन आधारित स्कार मार्कर तैयार किए है जिनके द्वारा होहोबा
के एक माह के पौधे का लिंग निर्धारण करना संभव है।
डॉ खोखर के अनुसार होहोबा में लिंग निर्धारण के लिए इस प्रकार की तकनीक विश्व
में पहली बार विकसित की गई है।
प्रदेश की विभिन्न आठ लघु रेत खानों की बोली 18 जून को सुबह 11 बजे पानीपत
स्थित भूविज्ञान विभाग कार्यालय में होगी। प्रत्येक खान का रिजर्व मूल्य 4-4 करोड़
रूपए रखा गया है।
पानीपत के सहायक खनन अभियन्ता आर एस ठाकरान ने बताया कि सभी आठ लघु
रेत खान करनाल जिले में स्थित है। सरकार निर्धारित मापदण्ड के अनुसार प्रत्येक
लघु रेत खान का आकार साढ़े चार हैक्टेयर से अधिक नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि करनाल जिला के गढ़ी बीरबल, कुंजपुरा, कलसोरा, नगलामेघा,
लालूपूरा, मुण्डी गढ़ी, फरीदपुर, दखवाला की खाने शामिल है।
हिसार मिनी सचिवालय के निकट गैर जाट संगठन के सदस्यों और पुलिस के बीच
आज हुए संघर्ष में कुछ पुलिस कर्मियों समेत कई लोग घायल हो गए जबकि दस
लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया जिनमें दो महिलाएॅं भी शामिल है।
उपायुक्त डा अमित कुमार अग्रवाल और पुलिस अधीक्षक हनीफ कुरैशी ने बताया कि
प्रदर्शनकारियों ने धारा 144 का उल्लंघन करके, बैरीकेड तोड़ दिए और पुलिस पर
पत्थरबाजी भी की, जिससे देखते हुए पुलिस ने उनके खिलाफ यह कार्रवाई की।
उन्होने बताया कि इससे पूर्व, पुलिस ने प्रदकर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की,
लेकिन उन्होने संगठन के नेता वेदपाल तंवर की अगुवाई में घेरा तोड़कर मिनी
सचिवालय परिसर में प्रवेश करने का प्रयास किया। उन्होने बताया कि एक घायल
महिला को उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। उपायुक्त ने
यह भी बताया कि मिर्चपुर के परिवारों को न्यायालय के आदेशानुसार सभी जरूरी
चीजें उपलब्ध करवा दी गई हैं और मनरेगा के तहत भी रोजगार दिया गया है।
उपायुकत ने यह भी बताया कि गैर जाट संगठन के सदस्यों की मॉग पर विचार करने
के लिए गत दिवस उनके एक प्रतिनिधि मण्डल से बात चीत हुई थी और सभी
प्रतिनिधि, इस बैठक से संतुष्ट थे लेकिन इसके बावजूद लोग, वेद पाल तंवर के
भड़काए जाने पर धारा 144 का उल्ल्ंघन करके लघु सचिवालय में धरना देने के लिए
एकत्र होने लगे।
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