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11 July 2011

local sirsa news सिरसा समाचार

विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार योजना-2011 के लिए आवेदन आमंत्रित किए
सिरसा
, 11 जुलाई।     विकलांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण हेतु राष्ट्रीय पुरस्कार योजना-2011 के लिए आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं। यह पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय विकलांगजन दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुरस्कार 3 दिसंबर 2011 को प्रदान किए जाएंगे। इसलिए 16 अगस्त तक आवेदन अनुभाग अधिकारी सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय कमरा नं. 242, ए विंग, द्वितीय तल, शास्त्री भवन, नई दिल्ली-110001 के पास पहुंच जाने चाहिए।
    यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि आवेदन पत्र निर्धारित प्रोफार्मा में (केवल हिंदी या अंग्रेजी)में विधिवत रूप से भरा होना चाहिए तथा इसके साथ नामांकित व्यक्ति के पासपोर्ट आकार के दो नवीनतम फोटो संलग्न होने चाहिए।  उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों/संघ राज्य क्षेत्र प्रशासनों/सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों में नियोजित सम्बद्ध व्यक्तियों के आवेदन मंत्रालय विभाग, राज्य सरकार, संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम के माध्यम से अग्रेषित किए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि ऐसे आवेदन जो अपूर्ण होंगे या जो निर्धारित अंतिम तारीख के पश्चात प्राप्त होंगे अथवा निर्धारित सक्षम प्राधिकारी द्वारा उनकी सस्तुति नहीं की गई होगी तो उन पर विचार नहीं किया जाएगा।
    डा. ख्यालिया ने बताया कि आवेदन पत्रों को शुरू में विभिन्न चयन समितियों द्वारा छटाई की जाएगी और बाद में राष्ट्रीय चयन समिति द्वारा पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का चयन किया जाएगा। चयनित पुरस्कारकर्ताओं को उनके निवास स्थान से नई दिल्ली में पुरस्कार प्राप्त करने हेतु आने और वापिस जाने के लिए प्रथम श्रेणी या ए.सी. 2 टायर के  भाड़े की प्रतिपूर्ति की जाएगी और उन्हें ठहरने के दौरान भोजन और आवास का प्रबंध भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए मंत्रालय की बेबसाइट www.socialjustice.nic.in  का अवलोकन कर सकते हैं या दूरभाष नं. 011-2338257 व फैक्स नं. 23384918 पर संपर्क कर सकते हैं।
    उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय पुरस्कार निम्रलिखित श्रेणियों के लिए प्रदान किए जाएंगे। सर्वश्रेष्ठ विकलांग, स्वनियोजित विकलांग जन उपश्रेणी में दृष्टिहीनता के लिए 25000 रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र, एक प्रमाण एवं धातु का एक पदक प्रदान किया जाएगा। इसी प्रकार अल्पदृष्टि, कुष्ठ रोग मुक्त, बधिर, चलन विकलांगता, प्रमस्तिष्क अंगघात, मानसिक मंदता, मानसिक व्याधि, स्व परायणता तथा बहुविकलांगता आदि को भी  25000 रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र, एक प्रमाण एवं धातु का एक पदक प्रदान किया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि इसके अलावा 10 और पुस्कार प्रदान किए जाएंगे जिसमें 15 हजार रुपए नकद, एक प्रशस्ति पत्र व एक प्रमाण पत्र एवं एक धातु का पदक शामिल होगा। सात पुरस्कार विकलांग महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। यदि कोई महिला पात्र नहीं पाई जाती है तो ये पुरस्कार पात्र चयनित पुरूष आवेदकों को प्रदान किए जाए। इस प्रकार इस श्रेणी में कुल 20 पुरस्कार होंगे। उन्होंने बताया कि सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता, स्थापन अधिकारी, अभिकरण के तहत उपश्रेणी सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता पुरस्कार की संख्या एक है उसे 50 हजार रुपए नकद, एक शील्ड, एक प्रशस्ति पत्र व एक प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा विकलांग व्यक्तियों के सर्वश्रेष्ठ नियोक्ता के वर्ग में पांच और पुरस्कार दिए जाएंगे जिसमें प्रत्येक को 15 हजार रुपए नकद, एक शील्ड, प्रशस्ति पत्र व प्रमाण पत्र दिया जाएगा। एक पुरस्कार विकलांग महिला के लिए भी आरक्षित है। यदि कोई महिला पात्र नहीं पाई जाती है तो यह पुरस्कार चयनित पुरूष आवेदक को प्रदान किया जाएगा।
    उपायुक्त ने बताया कि इसी प्रकार इसी श्रेणी में कुल छह पुरस्कार होंगे उपश्रेणी सर्वश्रेष्ठ स्थापन अधिकारी को 25 हजार रुपए नकद, एक शील्ड, प्रशस्ति पत्र व प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ नियोजन अधिकारी, संस्था के वर्ग में 3 और पुस्कार प्रदान किए जाएंगे जिसमें प्रत्येक को 15 हजार रुपए नकद दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विकलांग व्यक्तियों के लिए कार्यरत सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति और संस्था के लिए भी 4 पुरस्कार है जिसमें सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति को 1 लाख तथा अन्य को 25 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। उपश्रेणी में सर्वश्रेष्ठ को 1 लाख व अन्य पांच पुरस्कार विजेताओं को 25 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी।  उन्होंने बताया कि प्रेरणा स्रोत पुरस्कार में उपश्रेणी रोल माडल के पांच पुरस्कार जिन्हें 50-50 हजार रुपए और इसी वर्ग में दो पुरस्कार पात्र महिलाओं के  लिए आरक्षित हैं।
    डा. ख्यालिया ने बताया कि विकलांग व्यक्तियों के जीवन में सुधार लाने के उद्देश्य से अनुपयुक्त अनुसंधान, अभिनय, उत्पाद विकास के लिए भी पुस्कार प्रदान किए जाएंगे। इसी प्रकार विकलांग व्यक्तियों के लिए बाधामुक्त वातावरण निर्मित करने हेतु तीन पुरस्कार रखे गए। पुनर्वास सेवाएं प्रदायी सर्वश्रेष्ठ जिला के लिए एक पुरस्कार, राष्ट्रीय न्यास की सर्वश्रेष्ठ स्थानीय समिति, राष्ट्रीय  विकलांग वित्त एवं विकास निगम, उत्कृष्ट सृजनशील वयस्क विकलांग व्यक्ति, सर्वश्रेष्ठ सृजनशील विकलांग बालक-बालिका, सर्वश्रेष्ठ ब्रेल प्रेस आदि के लिए एक-एक पुरस्कार रखे गए हैं जबकि सर्वश्रेष्ठ विकलांगजन अनुकूल वेबसाइट के लिए तीन पुरस्कार रखे हैं।

सरकार की जन हितैषी नीतियों के कारण प्रदेश में 2011 में जनसंख्या वृद्धि की दर में गुणात्मक कमी आई है
सिरसा,
11 जुलाई।     राज्य सरकार द्वारा जनसंख्या नियंत्रण हेतु चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और सरकार की जन हितैषी नीतियों के कारण प्रदेश में 2011 में जनसंख्या वृद्धि की दर में गुणात्मक कमी आई है। 1991-2001 में जहां प्रदेश की जनसंख्या की वृद्धिदर 28.43 थी जो 2011 की जनगणना के आंकड़ों में 19.90 प्रतिशत हुई है। इस प्रकार से यह वृद्धिदर 8.57 फीसदी कमी दर्ज की गई है। सरकार के जनसंख्या नियंत्रण के कार्यक्रमों के प्रभावी असर के चलते सिरसा जिला में 2001 से 2011 तक जनसंख्या वृद्धि की दर 15.98 रही है जबकि 2001 की जनगणना के अनुसार जिला में जनसंख्या वृद्धि दर 23.59 रही थी। परिणामस्वरूप सिरसा जिले की कुल आबादी ताजा आंकड़ों के अनुसार 12 लाख 95 हजार 114 हैं जिनमें 6 लाख 83 हजार 242 पुरूष और 6 लाख 11 हजार 872 महिलाएं हैं।
    उक्त आंकड़ों का खुलासा आज सिरसा के सामान्य अस्पताल में विश्व जनसंख्या दिवस पर आयोजित कार्यक्रम मेें हुआ। इस कार्यक्रम में सिविल सर्जन डा. दयानंद मुख्यातिथि थे। जनसंख्या नियंत्रणों को लेकर कार्यक्रम में पोस्टर मेकिंग, भाषण व निबंध प्रतियोगिता का भी प्रबंध किया और नर्सिंग स्कूल की छात्राओं द्वारा रैली भी निकाली गई जो शहर की विभिन्न स्लम बस्तियों से होकर  गुजरी।
    उन्होंने बताया कि सिरसा जिला में 2011 की जनसंख्या के आंकड़ों के अनुसार जनसंख्या घनत्व पूरे प्रदेश में सबसे कम है। नए आंकड़ों के अनुसार सिरसा जिला में जनसंख्या घनत्व 303 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है जबकि सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व फरीदाबाद जिले में 2298 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। सिरसा के बाद सबसे कम जनसंख्या घनत्व 341 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर भिवानी जिला में है। भिवानी के बाद जनसंख्या घनत्व मामले में फतेहाबाद जिले का नंबर आता है जिसमें प्रति वर्ग किलोमीटर में 371 व्यक्ति निवास करते हैं।
    डा. दयानंद ने बताया कि प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण हेतु राज्य सरकार द्वारा कई कार्यक्रम व योजनाएं संचालित की जा रही हैं। परिवार नियोजन से संबंधित नलबंदी और नसबंदी योजना शामिल हैं। इन योजनाओं के तहत नलबंदी करने वाले व्यक्तियों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन के रूप में धनराशि उपलब्ध करवाई जाती है उन्होंने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्टेर्लाजेशन के साथ-साथ कोपरटी, आईयूडी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ निरोध भी उपलब्ध करवाए जाते हैं जिसके पूरे प्रदेश में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और विभाग द्वारा रखे गए लक्ष्य से भी ऊपर उठकर पुरूष व महिलाएं नलबंदी और नसबंदी करवाने के लिए आगे आए।  उन्होंने बताया कि सिरसा जिला में जहां पहले बाल मृत्युदर 11 प्रति हजार थी जो अब घटकर 8.2 प्रति हजार हो गई है। इसी तरह से माता मृत्युदर 13.07 से घटकर 11.15 प्रति लाख हो गई है। स्वास्थ्य योजनाओं के चलते यह सब हो पाया है। विभाग का प्रयास है कि इस दर में भविष्य में और अधिक कमी आएगी और जिसके चलते जनसंख्या वृद्धि में भी कमी होगी।
    उन्होंने बताया कि राज्य में महिलाओं के स्वास्थ्य हेतु राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत व सरकार की अन्य योजनाओं के तहत कई कार्यक्रम शुरू किए गए हैं जिससे राज्य में मातृत्व, शिशु मृत्यु दर में भी गुणात्मक कमी आई है।  प्रदेश में जननी सुरक्षा योजना और जच्चा बच्चा योजना के साथ-साथ संस्थागत प्रसुति को बढ़ावा दिया गया है। प्रदेश में संस्थागत प्रसुति दर बढ़कर अब 71 प्रतिशत हो गई है। उपरोक्त योजनाओं व कार्यक्रमों के चलते अब गरीब परिवारों की दंपतियों ने भी कम संतान पैदा करने में विश्वास कर लिया है जिससे जनसंख्या की वृद्धिदर में काफी कमी आई है। प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा प्रति व्यक्ति औसतन 442.08 रुपए प्रतिवर्ष स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किए जा रहे हैं जबकि हरियाणा बनने के समय 1966-67 में एक व्यक्ति के स्वास्थ्य पर केवल मात्र एक रुपया 90 पैसे की राशि खर्च की जाती थी। चालू वित्तवर्ष में भी राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में स्वास्थ्य योजनाओं को संचालित करने के लिए 1443.61 करोड़ रुपए की धनराशि का प्रावधान किया गया है। सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए सुधारों की वजह से भी जनसंख्या वृद्धिदर में कमी आना प्रमाणित है। 2011 की जनगणना के आंकड़ों को देखा जाए तो प्रदेश में साक्षरता के तहत 70.64 प्रतिशत है जबकि 2001 में साक्षरता दर 67.9 प्रतिशत थी। वहीं सिरसा जिला में महिलाओं की साक्षरता दर में 12 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है। सिरसा जिले की कुल साक्षरता दर इस समय 70.4 है जबकि 2001 में साक्षरता दर 60.6 थी। साक्षरता दर में निरंतर बढ़ौतरी से जनसंख्या वृद्धि पर काबू पाया जा सका है।
    सिविल सर्जन डा. दयानंद ने बताया कि जनसंख्या नियंत्रण को लेकर आगामी 22 जुलाई तक जिला के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा जिनमें स्त्री पुरूषों के स्टेर्लाजेशन के ऑप्रेशन किए जाएंगे और कोपटिव तथा आईयूडी ओरलपील्स की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके साथ-साथ स्थानीय सिविल अस्पताल में यह सुविधा आगामी 22 जुलाई तक हर रोज मुहैया होंगी। उन्होंने बताया कि आज और 18 जुलाई को चौपटा में, 12 व 19 जुलाई को ऐलनाबाद में, 13, 16 को डबवाली में, 14 व 21 को ओढां में तथा 15 व 22 जुलाई को रानियां में शिविर आयोजित होगा। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे इन शिविरों में पहुंचकर कार्यक्रमों का लाभ उठाए।
    इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डा. जीएस सोमानी, डा. विरेश भूषण, डा. पीएल वर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

पंचायती राज संस्थाओं को और अधिक अधिकार देकर न केवल उनका सशक्तिकरण किया है बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपने को भी साकार किया है
सिरसा
,11 जुलाई:     हरियाणा सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थाओं को और अधिक अधिकार देकर न केवल उनका सशक्तिकरण किया है बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपने को भी साकार किया है।
    उक्त विचार सिरसा लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव डा. अशोक तंवर ने आज यहां जारी एक बयान में व्यक्त किए। श्री तंवर ने राज्य सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थानों के सशक्तिकरण तथा सत्ता में जनभागीदारी को बढ़ाने की दिशा में उठाए गए महत्त्वपूर्ण कदम की सराहना की है। सांसद तंवर ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपनों को साकार करते हुए ग्राम पंचायतों को पहले से अधिक अधिकार देकर उन्हें और सशक्त करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि स्व. राजीव गांधी जी का सपना था कि भारत गांवों में बसता है और जब तक ग्रामीण संस्थाओं को मजबूत नही किया जाता तब तक भारत मजबूत नही होगा। उन्होनें कहा कि राज्य सरकार द्वारा ग्राम पंचायतों को अपने क्षेत्र में सभी विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति के अधिकार तथा सभी निधियों एवं अनुदानों की राशि को सीधे ग्राम पंचायतों के बैंक खातों में देने की घोषणा की है। इससे गांव में विकास की गंगा बहेगी और पंचायती राज संस्थाओं की मजबूती बढेगी।
    सांसद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पंचायती राज संस्थानों को प्रजातंत्र की और भी सशक्त इकाइयाँ बनाने तथा विकास कार्यों में आम जनता की भागीदारी को बढ़ाने के लिये अनेक बड़े फैसले लिये हैं, जिनसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी के सपने साकार होगें। उन्होंने कहा कि हरियाणा ग्रामीण विकास निधि, गलियों के फुटपाथीकरण, वैट पर सरचार्ज, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति निर्मल बस्ती योजना, विशेष विकास कार्यों, राज्य वित्त आयोग निधि तथा केन्द्रीय वित्त आयोग निधि जैसी सभी योजनाओं की निधियों तथा अनुदानों की राशि अब ग्राम पंचायतों को आर जी टी एस प्रणाली द्वारा सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जायेगी। जिससे ग्रामीण विकास को बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि अपने क्षेत्र में होने वाले सभी विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति देने का अधिकार भी अब पंचायतों के पास होगा तथा इसके लिये कोई सीमा नहीं निर्धारित की गई है।
    उन्होंने कहा कि  जिला परिषद एवं पंचायत समितियों के सदस्यों को अपने-अपने वार्डों में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण का अधिकार होगा तथा पंचायती राज विभाग का इन्जीनियरिंग विंग पंचायती संस्थानों के लिये कार्य करेगा।
    उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों के पास यह फैसला करने का अधिकार होगा कि वे 10 लाख रुपये तक के विकास कार्यों को स्वयं या स्थानीय ठेकेदार द्वारा अथवा पंचायती राज इन्जीनियरिंग विंग से करवायें, जबकि इससे अधिक राशि के कार्यों को वे पंचायती राज इन्जीनियरिंग विंग अथवा विंग द्वारा आयोजित निविदा प्रक्रिया द्वारा करवा पायेंगे।
    उन्होंने कहा कि विकास कार्यों सम्बन्धी ग्राम पंचायतों के फैसले ग्राम पंचायतों द्वारा सामूहिक रूप से प्रस्ताव पारित करके लिये जायेंगे। पंचायत के फैसलों पर ग्राम सरपंच का एकाधिकार नहीं होगा तथा ग्राम पंचों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि भुगतान बैंकों के माध्यम से किया जाएगा जिससे पारदॢशता आएगी।
   
मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक ऐसे सशक्त एवं मजबूत नेता हैं
सिरसा,
11 जुलाई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा एक ऐसे सशक्त एवं मजबूत नेता हैं, जिन्होंने अपनी जनकल्याणकारी कार्यप्रणाली और चहुंमुखी विकास कार्यों के बलबूते पर हरियाणा की देश के मानचित्र पर एक प्रगतिशील राज्य के रूप में एक अलग पहचान बनाई है तथा प्रदेश को विकास की बुलंदियों पर पहुंचाया है।
यह बात कांग्रेस जिला प्रधान मलकीत सिंह खोसा ने एक बयान जारी करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हुड्डा के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश सहित जिला फरीदाबाद के हर क्षेत्र में तेजी से चहुंमुखी विकास कार्य करवाने के साथ-साथ लोगों को विभिन्न जनकल्याणकारी नीतियों का लाभ पहुंचाकर लाभांवित किया गया है।
उन्होंने उत्तरप्रदेश में किसान महापंचायत में राहुल गांधी के समर्थन में किसानों के एकजुट होने से यह साबित हो गया है कि वहां की वर्तमान सरकार से किसान बेहद खफा है और राहुल गांधी के रूप में उन्हें एक उम्मीद की किरण नजर आई है।
खोसा ने कहा कि हरियाणा का किसान बेहद भाग्यशाली है, जिसे भूपेंद्र ंिसह हुड्डा जैसा मुख्यमंत्री मिला है, जो छत्तीस बिरादरियों के हितों के साथ-साथ प्रत्येक वर्ग के संपूर्ण विकास के लिए कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की भूमि अधिग्रहण की नीति को जहां पूरे देश में सराहा जा रहा है वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी ने भी अलीगढ़ व उसके आसपास के गांवों में अपनी पदयात्रा के दौरान हरियाणा भूमि अधिग्रहण नीति की जमकर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री हुड्डा ने ग्राम पंचायतों को अपने क्षेत्र में सभी विकास कार्यों की प्रशासनिक स्वीकृति के अधिकार तथा सभी निधियों एवं अनुदानों की राशि को सीधे ग्राम पंचायतों के बैंक के खातों में देने की घोषणा करके एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। खोसा ने लोगों को विश्वास दिलाया कि वे जल्द ही मुख्यमंत्री श्री हुड्डा से मिलकर उनकी समस्याओं को निराकरण करने का भरसक प्रयास करेंगे।

उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन में वार्ड 6 के लोगों ने अहम भूमिका निभाई
सिरसा
11  जुलाई। इनेलो के प्रैस प्रवक्ता कृष्ण गुम्बर ने कहा है कि इनेलो जिलाभर के बुर्जुर्गों को साथ लेकर जिला उपायुक्त कार्यालय पर एक जोरदार प्रदर्शन में वार्ड 6 के लोगों ने अहम भूमिका निभाई है और बुजुर्गों के हकों की लड़ाई में उनके कंधे से कंधे मिलाकर उनके साथ खड़े हुए है इसके लिए वे धन्यावाद के पात्र है। उन्होंने कहा कि चौ.देवीलाल द्वारा बुर्जुर्गों को पैंशन के रूप में दिए जाने वाले सम्मान को कांग्रेस सरकार अपमान में बदलकर उन्हें धक्के खाने के लिए मजबूर कर रही है। लेकिन इनेलो बुर्जुर्गों के सम्मान को ठेस नहीं पहुुंचने देगी।
    उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार बुर्जुर्गों व विधवाओं की पैंशन को बंद करने का षडयंत्र रच रही है। उन्होंने इनेलो के सभी पदाधिकारियों, नगर पार्षदों व कार्यकर्ताओं को भी इस प्रदर्शन में अधिक से अधिक संख्या में बुर्जुर्गों के साथ पहुुंचने के लिए आभार व्यक्त किया है।

पितृ स्मृति में दान किए पंखे
सिरसा
(११ जुलाई 2011): निकटवर्ती गांव अरनियांवाली स्थित गऊशाला को दान देने के लिए समाजसेवी आगे आ रहे हैं। इसी कड़ी में गांव के समाज सेवी बृजलाल सुथार ने आज दो पंखे गौशाला को दान स्वरूप भेंट किए। श्री बृजलाल सुथार ने बताया उन्होंने अपने पूज्य पिताजी स्व. श्री हुणता राम सुथार की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी याद में दान दिए हैं। उन्होंने बताया कि गौ सेवा के लिए समाज के सभी वर्गों को हिस्सा लेना चाहिए।

शाह सतनाम जी ब्वॉयज कॉलेज ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में लहराया परचम
सिरसा
- शाह सतनाम जी ब्वॉयज महाविद्यालय के बी$ए$ मास कम्यूनिकेशन के तृृृतीय वर्ष के 2 विद्यार्थियों ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की टॉप टेन वरियता सूची में स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय का नाम प्रदेश भर में रोशन किया है। इसके इलावा इसी विभाग के 10 विद्यार्थियों ने मैरिट हासिल की है। इस विश्वविद्यालय के अन्तर्गत आने वाले विभिन्न महाविद्यालयों में से शाह सतनाम जी छात्र महाविद्यालय के छात्रों ने पिछले लगातार पांच वर्षों से विश्वविद्यालय की टॉप टेन वरियता सूची में स्थान प्राप्त किया है।
गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी मास कम्यूनिकेशन विभाग के तृृृतीय वर्ष के 2 विद्यार्थियों साहबराम और रविन्द्र कुमार ने विश्वविद्याालय की टॉप टेन वरियता सूची में क्रमश प्रथम व नोवां स्थान हासिल किया है। इसके अतिरिक्त विशाल बिशनोई, रमन कोशिक, पुरुषोतम, हरीश, बेगराज, रामकुमार व राहुल शर्मा ने मेरिट प्राप्त की।
महाविद्यालय के प्राचार्य दिलावर सिंह व जनसंचार विभाग के अध्यक्ष अनिल बेनिवाल तथा प्राध्यापक सतीश ठाकण ने छात्रों की इस श्रेष्ठ उपलब्धि पर बधाई प्रेषित की है। प्राचार्य दिलावर सिंह ने बताया की बी$ए$ मास कम्यूनिकेशन फाइनल के 30 विधार्थियों में से 26 विधार्थियों ने प्रथम श्रेणी प्राप्त की है।

विभिन्न विषयों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गई
ओढ़ां
-माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां में हिंदी व अंग्रेजी विभाग में कक्षा पहली से दसवीं तक के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न विषयों पर प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। कक्षा पहली व दूसरी के लिए कविता गायन प्रतियोगिता, तीसरी से पांचवीं के लिए लेखन प्रतियोगिता तथा कक्षा छठी से दसवीं के विद्यार्थियों में रचना कौशल अभिवृद्धि की दृष्टि से कहानी लेखन प्रतियोगिता करवाई गई। स्कूल के सभी बच्चों ने दोनों भाषओं में बढ़ चढ़कर उत्साहपूर्वक भाग लिया। कहानी लेखन में विद्यार्थियों वर्तमान भारत की ज्वलंत समस्याओं तथा देश में गिर रहे सामाजिक स्तर, अपराध, भ्रष्टाचार तथा महंगाई की मार पर अपनी पीड़ा व्यक्त की। विद्यार्थियों के दृष्टिकोण का अवलोकन करने पर पाया गया कि विद्यार्थियों में नैल्सन मंडेला व महात्मा गांधी की सच्चाई, अहिंसा व ईमानदारी के भाव विद्यमान हैं। विद्यार्थियों ने लेखन के माध्यम से अपने मुक्त सुविचार प्रस्तुत किए। स्कूल की कॉरडीनेटर विजय वाधवा ने विद्यार्थियों को अधिक से अधिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने को प्रेरित किया। अंग्रेजी व हिंदी विभाग के वरूण बजाज व विजयलक्ष्मी ने बताया कि समय समय पर वे स्कूल में विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे जैसे भाषण, कवितापाठ, संवाद व नाट्य आदि।
    प्रतियोगिता परिणाम इस प्रकार रहे कविता गायन प्रतियोगिता में कक्षा पहली में कोमल ने प्रथम, अमरजीत ने द्वितीय और मोहक ने तृतीय एवं कक्षा दूसरी में प्रिया ने प्रथम, अमरजीत ने द्वितीय और गरिमा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लेखन प्रतियोगिता में कक्षा पांचवीं की रूपेंद्र ने प्रथम, कक्षा तीसरी की पूजा शर्मा ने द्वितीय और पांचवी के हरीश व तीसरी के अंकित ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंग्रेजी कहानी लेखन प्रतियोगिता में कक्षा छठी की अनमोल दीप ने प्रथम, नौवीं की पूनम ने द्वितीय और आठवीं के साहिल व नौवीं की रवींद्र ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। अंग्रेजी लेखन प्रतियोगिता में पांचवीं ए की आंचल ने प्रथम, पांचवी बी की रूपेंद्र कौर ने द्वितीय और तीसरी ए की निकिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। हिंदी कहानी लेखन प्रतियोगिता में कक्षा सातवीं बी की एकता ने प्रथम, सातवीं ए की गुरपाल ने द्वितीय और आठवीं ए के तीर्थपाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर नीना शेरगिल, हिंदी अध्यापिका कमलेश, शिशपाल, भावना, तमन्ना और आशीष शर्मा सहित सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।

जनसंख्या वृद्धि विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया
ओढ़ां
-विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर ओढ़ां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जनसंख्या वृद्धि विषय पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया और एमएसडी नर्सिंग कॉलेज कालांवाली की छात्राओं ने पूरे गांव में जागरूकता रैली निकाली। रैली के दौरान छात्राओं ने अपने हाथों में बैनर उठा रखे थे और वे नारे लगा रही थीं। इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित सीएचसी के इंचार्ज डॉ. सुमित जैन ने चार्ट और बैनर प्रतियोगिताओं का अवलोकन किया। इस अवसर पर जनसंख्या वृद्धि विषय पर वादविवाद प्रतियोगिता में कॉलेज की दो टीमों ने भाग लिया और फिर इसी विषय पर भाषण और कविता प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को डॉ. सुमित जैन व एमएसडी नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य वेद शर्मा ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। बैनर प्रतियोगिता में गुरमीत कौर ने प्रथम, चार्ट प्रतियोगिता में तृतीय वर्ष की जसविंद्र कौर ने प्रथम, भाषण प्रतियोगिता में अंग्रेज कौर ने प्रथम, कविता प्रतियोगिता बलजिंद्र कौर ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य निरीक्षक श्यामलाल बांसल, पीएचएन सरोज बाला, प्राध्यापिकाएं मोनिका शर्मा, किरण कौर, मनप्रीत कौर, अमनदीप कौर और एनआर नेहरा आदि ने भी अपने विचार रखे।

नील गाय से टकराने पर मोटरसाइकिल सवार की मृत्यु
ओढ़ां
-गांव पन्नीवाला मोटा और पीरखेड़ा के मध्य मोटरसाइकिल के आगे नील गाय आ जाने के कारण मोटरसाइकिल सवार की मृत्यु हो गई। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी रवि खुंडिया ने बताया कि रविवार की शाम को 48 वर्षीय हरचरण सिंह पुत्र शेर सिंह निवासी दारियावाला थाना रानियां जो कि शराब का ठेकेदार था और अपने दोस्त जयमल डुडी से मिलने पन्नीवाला मोटा आया था। जब वो वापिस जा रहा था तो गांव पीरखेड़ा के निकट उसके मोटरसाइकिल के सामने एक नील गाय आ गई तथा मोटरसाइकिल नील गाय से टकराने से हरचरण सिंह घायल हो गया जिसे घायलावस्था में सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां सोमवार की सुबह उसकी मृत्यु हो गई। ओढ़ां पुलिस ने उसके दोस्त पन्नीवाला मोटा निवासी जयमल सिंह के बयान पर शव का पोस्टमार्टम करवा शव उनके परिजनों को सौंप दिया।

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