अलग होकर बनाई नई पंचायत, बहू को बनाया प्रधान
गांव में गंदगी के ढेर देखकर विचलित हो गई
मंगलवार को ग्रामीणों ने आपसी रजामंदी से ऋषिका चौहान (23) पत्नी भारू सिंह चौहान को प्रधान चुन लिया। कला वर्ग में स्नातक ऋषिका चौहान पांच साल पहले जब बहू बनकर गांव पहुंची तो गांव में गंदगी के ढेर देखकर विचलित हो गई।
कुछ दिनों के बाद ही ऋषिका ने सामाजिक कार्यों में भागीदारी निभानी शुरू कर दी। गांव के बड़ों-छोटों को सफाई के लिए जागरूक किया। गांव में पौधे लगाने शुरू किए। उनकी मेहनत रंग लाई और गांव में हरियाली नजर आने लगी।
ऋषिका के साहस, नेतृत्व क्षमता और कुछ कर गुजरने की ललक देखकर ग्रामीणों ने उसे गांव के विकास की जिम्मेदारी सौंप दी। ग्रामीणों का कहना है कि ऋषिका सभी की मदद करती है।
गांव के विकास और फिजूलखर्ची रोकने की बात आई तो सभी ने ऋषिका के नाम पर सहमति दी।
ऋषिका के पति भारू सिंह चौहान का कहना है कि ऋषिका परिवार का भली तरह ध्यान रखने के साथ सामाजिक कार्य करती है। मेरा उसे पूरा समर्थन है। भारू किसानी करते हैं। उनके एक बेटा और एक बेटी है।
ग्राम पंचायत एक नजर में
हाल ही में खाती ग्राम पंचायत से अलग होकर बनी आस्टा भुनौऊ ग्राम पंचायत में 24 परिवार हैं। गांव की वर्तमान जनसंख्या 340 हैं, जिसमें 221 वोटर हैं।
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