- कुल आबादी 121 करोड़
- कुल 62 करोड़ पुरुष और 58 करोड़ महिलाएं
- गत दस वर्षों में भारत की जनसंख्या में 17.6 प्रतिशत बढ़ोतरी
- पिछले दस वर्षों में लिंगानुपात 933 से बढ़कर 940 हो गया
- लेकिन बच्चो का लिंगानुपात स्वतंत्र भारत के सबसे निचले स्तर पर
- कुल जनसंख्या में बच्चो का प्रतिशत 3 फीसदी घटा
- भारत में साक्षरता की दर साल 2001 के मुकाबले करीब 10 फीसदी बढ़ी
- पिछले दस वर्षों में पुरुषों से 5 प्रतिशत ज़्यादा महिलाएं साक्षर हुई
- जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य
भारत की 15वीं जनगणना के पहले और दूसरे चरण के प्रारंभिक आंकड़े गुरुवार को दिल्ली में जारी किए गए. भारत के जनगणना आयुक्त सी चंद्रमौली ने एक पत्रकार वार्ता में बताया कि भारत की मौजूदा आबादी एक अरब 21 करोड़ है. इनमें 62 करोड़ पुरुष और 58 करोड़ महिलाएं हैं. दशक की बढ़ोतरी का आंकड़ा ब्राज़ील की आबादी से थोड़ा ही कम है. यानी दस साल में भारत की आबादी में एक ब्राज़ील जुड़ गया है. अब भारत की आबादी अमरीका, इंडोनेशिया, ब्राज़ील, पाकिस्तान, बांग्लादेश और जापान की कुल आबादी के बराबर है. गत दस वर्षों में भारत की जनसंख्या में 17.6 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है. इस दौरान कुल जनसंख्या में 18 करोड़ का इज़ाफ़ा हुआ है. दुनिया के सबसे ज़्यादा आबादी वाले देश चीन और भारत के बीच का फासला भी घटा है. 2001 में 23.8 करोड़ से 2011 में अब ये 13 करोड़ हो गया है. 15वीं जनसंख्या के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक़ पिछले दस वर्षों में भारत का कुल लिंगानुपात 933 से बढ़कर 940 हो गया है, जो वर्ष 1961 के बाद सर्वाधिक है. लेकिन बच्चों का लिंगानुपात 927 से घटकर 914 हो गया है. ये स्वतंत्र भारत का सबसे निचला स्तर है.पत्रकार वार्ता में मौजूद भारत के गृह सचिव जी के पिल्लई से जब पूछा गया कि इन आंकड़ों के सामने आने पर क्या लिंगानुपात से जुड़ी नीतियों पर विचार किया जाएगा, तो उन्होंने कहा कि, "हमें इन नीतियों को एक बार फिर देखना होगा और इनकी पूरी तरह से समीक्षा करनी होगी." आंकड़ों के मुताबिक साल 2001 में कुल जनसंख्या का करीब 16 फीसदी बच्चे थे, लेकिन साल 2011 में ये कम होकर करीब 13 फीसदी हैं. जनगणना आयुक्त सी चंद्रमौली ने कहा कि ये भारत में घटती उर्वरता का सूचक है. पंद्रहवी जनसंख्या के प्रारंभिक आंकड़ों के मुताबिक भारत में साक्षरता की दर साल 2001 के मुकाबले करीब 10 फीसदी बढ़ी है. भारत में अब 82.1 फीसदी पुरुष और 65.5 फीसदी महिलाएं साक्षर हैं. जनगणना आयुक्त ने बताया कि पिछले दस वर्षों में ज़्यादा महिलाएं (5 फीसदी) साक्षर हुई हैं. अरुणाचल प्रदेश और बिहार में सबसे कम साक्षरता है. हालांकि मध्य प्रदेश के अलीराजपुर और छत्तीसगढ़ के बीजापुर, देश के सबसे कम साक्षर ज़िले हैं. केरल और लक्षद्वीप में सबसे ज़्यादा 93 और 92 प्रतिशत साक्षरता है. जनसंख्या के आधार पर भारत की राजधानी में प्रति वर्ग किलोमीटर सबसे ज़्यादा आबादी, 11,297 लोग रहते हैं. इसमें भी राजधानी के उत्तर-पूर्व ज़िले में सबसे ज़्यादा 37,346 लोग प्रति वर्ग किलोमीटर में रहते हैं. उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है. इसकी आबादी ब्राज़ील देश से भी ज़्यादा है.
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