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17 July 2011

local news सिरसा समाचार

कन्या भ्रूण हत्या करना व करवाना सबसे बड़ा पाप है
सिरसा,
17 जुलाई।  कन्या भ्रूण हत्या करना व करवाना सबसे बड़ा पाप है। यह सामाजिक बुराई के साथ-साथ कानूनी अपराध भी है। इस बुराई को खत्म करने के लिए गत सांय स्थानीय सामुदायिक केंद्र में बेटी बचाओ अभियान पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री प्रवीण मेहता ने सेमिनार में लिंग असमानता दूर करने व भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गांव, शहर स्तर पर लोगों को जागरूक करने के उद्ेदश्य से प्रशासन द्वारा चलाए गए अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं को भी शामिल होने की अपील की।
    उन्होंने पुलिस कर्मचरियों को निर्देश दिए कि शहर में भ्रूण हत्या पर पूर्णतया रोक लगाए तथा भ्रूण हत्या करने वाले तथा करवाने वाले पर सख्त कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार जिला में 1000 पुरूषों के पीछे 896 महिलाएं हैं जबकि 2001 में  882 महिलाएं थी। इस प्रकार से जिला में राज्य सरकार की योजनाओं एवं प्रयासों की बदौलत लिंग अनुपात में सुधार हुआ है।  उन्होंने कहा कि हमें  इस बुराई करे जड़ से खत्म करने के लिए अथक प्रयास करने चाहिए ।
    श्री मेहता ने कहा कि हमें हर वर्ग के नवविवाहित जोड़ों को ब्राह्मणोंं , पादरियों, मौलवी द्वारा शपथ दिलवाए  कि वे भ्रूण हत्या नहीं करवाएंगे। उन्होंने किन्नरों को कहा कि अगर किसी घर लड़की होती है तो वहां जाएं और उन्हें बधाई दे। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर इस बुराई को दूर करना चाहिए तथा लिंगानुपात में सुधार करें।  इस मौके पर कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

प्रशासनिक स्तर पर जिला में बाढ़ बचाव के सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं
रानियां
, 17 जुलाई।      हिसार डिवीजन के कमिश्नर श्री एम.पी. बांसल ने कहा कि प्रशासनिक स्तर पर जिला में बाढ़ बचाव के सभी आवश्यक प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं। श्री बांसल आज घग्घर नदी के तटबंधों का दौरा कर ओटू वीयर पर  पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उनके साथ उपमंडलाधिकारी ना. श्री रोशन लाल व अन्य अधिकारी भी थे।
    श्री बांसल ने कहा कि  फतेहाबाद और सिरसा जिला में घग्घर के दोनों ओर तटबंधों को पूरी तरह मजबूत किया गया है। फतेहाबाद और सिरसा में पडऩे वाले रंगोई व हिसार घग्घर ड्रेन की सफाई भी की गई है। इसके साथ-साथ सिरसा जिले में घग्घर की क्र ीक यानी मुख्य धार को और गहरा किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि गत वर्ष जहां-जहां से घग्घर में दबी पाइपों की वजह से रिसाव हुआ था उन सभी पाइपों को पक्का किया गया है और सिंचाई विभाग के डिजाइन अनुसार दबवाया गया है। इसलिए कहा जा सकता है कि बाढ़ बचाव के सभी प्रकार के प्रबंध पुख्ता हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम के दौरान घग्घर नदी में पानी बढ़ जाने और बाढ़ के एतिहातन प्रशासन द्वारा पर्याप्त मात्रा में किश्तियों, मोटर बोट और चप्पू आदि की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन के पास इस समय 11 किश्तियां, पांच मोटर बोट तथा 40 चप्पू उपलब्ध हैं जिनकी पूरी तरह से मरम्मत करवाकर तैयार रखा गया है। कई गांवों में घग्घर के आरपार जाने के लिए किश्तियां उपलब्ध करवाई गई हैं जिनमें पनिहारी, फरवाई, बुढ़ाभाणा सहित कई गांवों शामिल हैं।
    श्री बांसल ने बताया कि बाढ़ बचाव के लिए जिला में प्रशासन द्वारा सभी तरह के इंतजाम पुख्ता किए गए हैं और सभी संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जिला में विभिन्न जगहों पर पांच बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं जिनमें दूरभाष की सुविधा भी उपलब्ध है। सभी बाढ़ नियंत्रण कक्षों में इंचार्ज की नियुक्ति कर दी गई है। जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष में डीआरओ ओ.पी. वर्मा सिरसा को इंचार्ज बनाया गया  है जिनका नंबर 01666-248882 हैं। इसी प्रकार से तहसील कार्यालय सिरसा घग्घर डिवीजन के कार्यकारी अभियंता कार्यालय, तहसील कार्यालय डबवाली, तहसील कार्यालय ऐलनाबाद तथा रानियां के तहसील कार्यालय में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं।
    उन्होंने बताया कि जिला में उनकी अध्यक्षता में बाढ़ नियंत्रण समिति भी गठित की गई है जिनमें पुलिस अधीक्षक, स्वास्थ्य विभाग, सिंचाई, पशुपालन, लोक निर्माण विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है। इसके अलावा बाढ़ से संबंधित सभी प्रकार की अग्रिम सूचना लोगों तक पहुंचाने के लिए जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी को इंचार्ज बनाया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में बाढ़ से प्रभावित अढ़ाई दर्जन से भी अधिक गांवों की पहचान की गई है। इन गांवों में से 15 गांवों का विशेष प्रबंध के लिए चयन किया गया।  इन सभी गांवों को सैक्टरों में बांटा गया। एक सैक्टर में झोपड़ा, नेजाडेला कलां, फरवाई कलां, बुर्जकर्मगढ़, पनिहारी, मुसाहिबवाला गांव को शामिल किया गया है। इस सैक्टर में तहसीलदार सिरसा और सिंचाई विभाग के रोड़ी डिवीजन के कार्यकारी अभियंता को सैक्टर अधिकारी लगाया गया है। इसी प्रकार से सहारणी, नेजाडेला खुर्द, मल्लेवाला, बुढ़ाभाणा, किराडकोट, नागोकी, रंगा, लहंगेवाला और मत्तड़ गांव को दूसरे सैक्टर में शामिल किया गया है जिसमें सिरसा के उपमंडलाधिकारी नागरिक और सिंचाई विभाग के नहराना डिवीजन के कार्यकारी अभियंता को सैक्टर अधिकारी लगाया गया है। इसके साथ-साथ जिला की सीमा में बहने वाली घग्घर नदी पर निगरानी के लिए नदी को भी सैक्टरों में बांटा गया है। घग्घर मुसाहिबवाला से लेकर ओटू तक, ओटू वीयर से जीवननगर ब्रिज तक  तथा जीवननगर ब्रिज से राजस्थान कनाल साइफन तक तीन सैक्टर बनाए गए हैं जिनमें दो-दो अधिकारियों को सैक्टर अधिकारी लगाया गया है।
    उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिला में सभी नहरों, माइनरों और डिस्ट्रीब्यूटरों के अंतिम छोर यानी टेलों पर पूरा पानी पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि किसानों को सिंचाई के पानी की कमी न हो। करीवाला और ढुढियांवाली गांव के किसानों ने उनके समक्ष टेल पर पानी न पहुंचने की शिकायत रखी थी उन्होंने तुरंत विभाग अधिकारियों से कहा कि वे उनकी समस्या का तुरंत समाधान करें। उन्होंने अमृतसर कलां और जीवननगर के बीच गत वर्ष बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र का भी दौरा किया।

किसी भी डॉक्टर या अल्ट्रासोनोग्राफी ऑप्रेटर को बिना लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड कतई नहीं करने दिया जाएगा
सिरसा
,17 जुलाई।  जिला में किसी भी डॉक्टर या अल्ट्रासोनोग्राफी ऑप्रेटर को बिना लाइसेंस के अल्ट्रासाउंड कतई नहीं करने दिया जाएगा। यह बात जिला उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने स्थानीय लघु सचिवालय स्थित बैठक कक्ष में अल्ट्रासोनोग्राफी आप्रेटर, मालिकों और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों की कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कही। इस कांफं्रेस का आयोजन स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के उद्देश्य किया गया था। बैठक में सिरसा, डबवाली, ऐलनाबाद तीन दर्जनों से भी अधिक  डॉक्टर आल्ट्रासांउड, ऑप्रेटरों ने भाग लिया।
    इस बैठक में सभी डाक्टरों ने स्वयं आत्मिक भाव से भ्रूण जांच के उद्देश्य से आल्ट्रासाउंड व गर्भपात न करने की शपथ ली। कांफ्रेंस में उपस्थित सभी डॉक्टरों ने एकमत से स्वीकार किया कि कन्या भ्रूण हत्या पूरी तरह बंद होनी चाहिए और इसी में समाज व राष्ट्र की भलाई हैं। कांफेंस में मुख्य रूप से यह बात सामने आई की लिंग जांच करने वाले और कन्या भ्रूण हत्या के उद्देश्य से गर्भपात करने वाले डॉक्टरों और इससे सलिंप्त मामले में दम्पति व उनके परिजनों को पीएनडीटी एक्ट के तहत कड़ी सजा दी जानी चाहिए। इसके साथ साथ आमजन में लड़के व लड़की के भेद भाव मिटाने की जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। इसके लिए समाज स्तर पर प्रभावी प्रयास किए जाए।
    उपायुक्त डा. ख्यालिया ने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने  के उद्देश्य से विभाग द्वारा चाईल्ड एण्ड मदर ट्रेकी सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है जिससे जिला के सामान्य अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में अपलोड भी कर दिया गया है। इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से जिला में सभी गर्भवती महिलाओं, माताओं व बच्चों का पंजीकरण किया जाएगा जिसकी पूरी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय तक ऑनलाइन होगी। पंजीकरण के बाद संबंधित क्षेत्र की आशा वर्करों, एएनएम व  आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती महिलाओं पर नजर रखी जा सकेगी जिससे कन्या भ्रूण हत्या पर निश्चित रूप से अंकुश लगेगा और महिलाओं व बच्चों को विभिन्न बीमारियों से बचाव का टीकाकरण भी समय पर हो पाएगा।
    उन्होंने कहा कि कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ-साथ जिला के जिन 10 गांवों में लिंगानुपात में लड़कियों की संख्या में सबसे अधिक बढ़ौतरी होगी उन गांवों की पंचायतों को गांव के विकास के लिए 5-5 लाख रुपए की अतिरिक्त धन राशि मुहैया करवाई जाएगी।
    उन्होंने कहा कि जिला में कन्या भ्रूण हत्या पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के उद्देश्य से डिस्ट्रीक टॉस्क फोर्स कमेटी का गठन किया गया है जिसका नोडल ऑफिसर जिला के सिविल सर्जन को बनाया गया।  बैठक में लिंग असमानता दूर करने व भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गांव स्तर पर लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रशासन द्वारा गैर सरकारी समूहों को भी इस अभियान में जोडऩे का निर्णय लिया गया है तथा अल्टासाउंड केन्द्रों के निरीक्षण हेतु भी विशेष अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार जिला में 1000 पुरूषों के पीछे 896 महिलाएं हैं जबकि 2001 में  882 महिलाएं थीं। इस प्रकार से जिला में राज्य सरकार की योजनाओं एवं प्रयासों की बदौलत लिंगानुपात में सुधार हुआ है। 0 से 6 आयु वर्ग के बच्चों में भी गुणात्मक सुधार आया है। नए आंकड़ों यानी 2011 की जनगणना के अनुसार 0 से 6 आयु वर्ग के 1000 लड़कों के पीछे 852 लड़कियां हैं जबकि 2001 की जनगणना के अनुसार 817 लड़कियां थीं। इसी प्रकार से सात वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 1000 लड़कों के पीछे 901 लड़कियां हैं जबकि यह आंकड़ा 2001 में बहुत ही कम यानि 817 था।
    इस कांफ्रेंस में जिलाभर से आए सभी डॉक्टरर्स, अल्ट्रासोनोग्राफी, ऑप्रेटरर्स ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने से संबंधित अपने-अपने विचार रखे। आईएमए के प्रतिनिधि डा. वेद बैनीवाल ने एसोसिएशन की तरफ से आश्वासन दिया कि इस मामले में सभी डॉक्टर व एसोसिएशन के मैम्बर प्रशासन के साथ हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. चरणजीत कौर और डा. उषा कटारिया ने कहा कि भ्रूण हत्या रोकने के लिए बनाया गया पीएनडीटी एक्ट प्रभावी रूप से लागू होना चाहिए। डा. रूबी सिंगला व डा. मीनाक्षी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य कर रही नर्स और दाइयोंं पर भी पूरी नजर रखनी होगी ताकि वे किसी भी दंपति को भ्रूण जांच तक की सलाह भी न दें। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि गर्भपात के लिए प्रयोग होने वाली दवाई व गोली एम.टी.पिल्स किसी भी कैमिस्ट के पास उपलब्ध नहीं होनी चाहिए।
    कांफ्रेंस में डा. एम.एम. तलवार और डा. एचआर गोदारा ने कहा कि लिंग जांच और गर्भपात करवाने आने वाले दंपतियों की सूचना डॉक्टरों को तुरंत सक्षम अधिकारियों को देनी चाहिए। डा. अग्रिहोत्री ने कहा कि गर्भपात में संलिप्त डॉक्टरों, दंपतियों और अन्य संबंधित लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए। इसके साथ-साथ डा. पवन बंसल, डा. पूरी, डा. सतीश बंसल, डा. एमआर बंसल, डा. अशोक गुप्ता, डा. संजीव कौशल, डा. जीवन गर्ग, डा. योगेश सांगवान, डा. जीके अग्रवाल, डा. सतपाल नरूला, डा. अमनदीप धालीवाल ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने व लिंग जांच के इरादे से कराए जाने वाले अल्ट्रासाउंड जांच पर रोक लगाने की पूरजोर वकालत की। बैठक में सिविल सर्जन डा. दयानंद ने सभी डॉक्टरों का धन्यवाद किया और सभी को सलाह दी कि वे कानून नियमों के दायरे में ही अल्ट्रासाउंड का प्रयोग करें। इससे पहले डा. पीएल वर्मा ने सभी का स्वागत किया।

सार्वजनिक स्थानों जैसेे रेस्टोरेंट, कॉफी बार, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, सामान्य अस्पताल और होटलों आदि मेंं धूम्रपान पर पूर्णतया पाबंदी लगाना सुनिश्चित करें
सिरसा
, 17 जुलाई।      पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों की अनुपालना में राज्य सरकार नेपत्र क्रमांक सीएम नं. 10523-इन-14597-ऑफ-2007 जारी कर सभी उपायुक्तों एवं सिविल सर्जनों को कहा है कि वे सार्वजनिक स्थानों जैसेे रेस्टोरेंट, कॉफी बार, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, सामान्य अस्पताल और होटलों आदि मेंं धूम्रपान पर पूर्णतया पाबंदी लगाना सुनिश्चित करें।
    उपरोक्त आदेशों व निर्देशों के संदर्भ में जिला उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने उक्त स्थानों पर कंसुमेशन और निकोटिन से संबंधित पदार्थों की बिक्री रोकने हेतु व कार्यवाही करने हेतु नगराधीश श्री सुरेश कुमार कसवां को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है जो स्थानीय सिविल सर्जन से चालान बुक का ब्यौरा रखेंगे और धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के चालान कर प्रत्येक सप्ताह उनके कार्यालयों में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।
    उन्होंने बताया कि बरनिंग बे्रन सोसायटी वी/एस यूनियन ऑफ इंडिया व अन्य के तहत तथा बर्निंग बे्रन सोसायटी चंडीगढ़ ने माननीय उच्च न्यायालय में पीआईएल डालकर कॉनसुमेशन एवं सेल ऑफ दी निकोटिन के बारे हरियाणा राज्य के कुछ शहरों का वर्णन किया गया है जहां निकोटिन की बिक्री हो रही है जिसको माननीय उच्च न्यायालय चंडीगढ़ ने बड़ी गंभीरता से लिया। इस संदर्भ में जिला प्रशासन ने नगराधीश को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। उन्होंने बताया कि नोडल अधिकारी सार्वजनिक स्थानों पर सिविल सर्जन से चालान बुक लेकर धूम्रपान निषेध के विरू द्ध चालान करके रिपोर्ट प्रत्येक सप्ताह उपायुक्त कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा पहले ही लघु सचिवालय परिसर को धुम्रपान मुक्त किया गया है सभी अधिकारियों धुम्रपान न करने के सख्त आदेश दिए गए है।
    डा. ख्यालिया ने बताया कि विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार तम्बाकू पूरे विश्व में मौत का दूसरा कारण है। तम्बाकू में दो निकोटीन व बेजोपायरिन निकोटीन नामक सबसे ज्यादा घातक तत्व होते हैं। ये दोनों तत्व कैंसर, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, सांस फूलना तथा रक्त प्रवाह में गड़बड़ी जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं। धूम्रपान करने वाला व्यक्ति स्वयं के साथ अपने आसपास मौजूद लोगों पर भी इसका बुरा प्रभाव डालते हैं। बच्चे, महिलाएं व बुजुर्ग इससे अधिक प्रभावित होते हैं। वैसे भी तम्बाकू के धुएं से मुक्त स्वच्छ हवा में सांस लेना हर व्यक्ति का अधिकार है। राज्य में सार्वजनिक स्थलों तथा सरकारी क ार्यालयों में धूम्रपान निषेध तथा दोषी पाए जाने पर धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को जुर्माना भी अदा करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों द्वारा तम्बाकू उत्पाद बेचना भी अपराध है इसलिए जनता से अनुरोध है कि वे जिला क ो तम्बाकू मुक्त बनाने में पूर्ण सहयोग दें।
    डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने जिलावासियों से आग्रह करते हुए कहा कि जिला को तम्बाकू मुक्त बनाकर स्वयं एवं दूसरों को स्वच्छ एवं दुर्गंधरहित हवा में सांस लेने का अवसर प्रदान करने में सहायक बनें। उन्होंने कहा कि जीवन एक वरदान है। मनुष्य जीवन बड़ा कीमती है। स्वस्थ शरीर मनुष्य की सबसे बड़ी दौलत है जिसके सामने दुनिया की सारी दौलत तुच्छ है। आधुनिक समय में मनुष्य यह सब जानते हुए भी स्वयं बीमारी और मौत को न्यौता देने में नही हिचकिचाते है। उन्होंने बताया कि तम्बाकू प्रयोग से होने वाले खतरों के प्रति जागरूक  रहना और आस पास के वातावरण को धूम्रपान मुक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना कर्तव्य समझना चाहिए।

डा. अशोक तंवर ने जिला के किसानों को गेहूं उत्पादन के मामले में देशभर में प्रथम रहने पर बधाई दी
सिरसा
,17 जुलाई।      सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने जिला के किसानों को गेहूं उत्पादन के मामले में देशभर में प्रथम रहने पर बधाई दी है। श्री तंवर आज स्थानीय थेड़ बाबा सावन सिंह और रामपुरा ढाणी में लोगों की समस्याएं सुनने के बाद ग्रामीणों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला जो प्रति हैक्टेयर गेहूं उत्पादन के मामले में देशभर में प्रथम रहा है वहीं कुल उत्पादन के मामले में भी प्रदेश में अव्वल रहा है। सिरसा जिला की बदौलत गेहूं उत्पादन के मामले में राज्य को सर्वश्रेष्ठ कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुआ है जिसे कल हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कृषि मंत्री श्री परमवीर सिंह ने देश के प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह से प्राप्त किया।
        उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की बदौलत आज हरियाणा प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में नंबर एक प्रदेश बन गया है। खाद्यान्न उत्पादन के साथ-साथ प्रति व्यक्ति पूंजीनिवेश के मामले में शिक्षा व भूमि अधिग्रहण नीति लागू करने के मामले में प्रदेश आज एक नंबर पर है। इसका श्रेय प्रदेश की जनता के साथ-साथ राज्य सरकार की कल्याणकारी नीतियों को जाता है जो राज्य सरकार द्वारा प्रदेश हित में शुरू की गई है।
        डा. तंवर ने कहा कि सिरसा जिला जो आज से तीन-चार दशक पहले टिब्बों के जिले के रूप में जाना जाता था आज वहीं जिला खाद्यान्न उत्पादन में देश का सिरमोर जिला बना है। उन्होंने फिर किसानों को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि न केवल गेहूं के मामले में बल्कि कपास उत्पादन के मामले में भी जिला ने एक नई पहचान बनाई है। कपास और गेहूं के अधिक उत्पादन के कारण तो सिरसा जिला में कृषि के क्षेत्र में राज्य के राजस्व में बढ़ौतरी करने का सबसे अधिक योगदान दिया है क्योंकि गेहूं और कपास की अधिक बिक्री होने से सिरसा जिला से 56 करोड़ रुपए से भी अधिक मार्किट फीस के रूप में आय अर्जित हुई है जिससे प्रदेश के विकास को और गति मिली है।
        उन्होंने कहा कि उक्त दोनों गांवों मेें आने वाले तीन वर्षों में उनके सांसद अनुदान निधि योजना से 10-10 लाख रुपए की राशि विकास कार्यों के लिए दी जाएगी। इसके साथ-साथ आज उन्होंने थेड़ बाबा सावन सिंह में क्लब को एक लाख रुपए की राशि दी। उन्होंने ग्रामीणों द्वारा रखी गई सभी मांगों के बारे में आश्वासन दिया कि प्राथमिकता के तौर पर उनकी समस्याओं को दूर करवाया जाएगा। इस अवसर पर लालचंद कम्बोज, भूपेश मेहता, सुरजीत भावदीन, दलीप कुमार, डा. राज सिंह, तेजभान पनिहारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

हरियाणा सरकार ने पंचायतों को पूरे अधिकार देकर प्रजातंत्र में पंचायतों की भूमिका को और महत्वपूर्ण बनाया है
ऐलनाबाद
,17 जुलाई।          हरियाणा सरकार ने पंचायतों को पूरे अधिकार देकर प्रजातंत्र में पंचायतों की भूमिका को और महत्वपूर्ण बनाया है। राज्य सरकार ने अब 10 लाख रुपए तक की धनराशि खर्च करने के लिए पंचायतों को स्वतंत्र अधिकार दिया है। यह पूरे देश के लिए एक उदाहरण है। पंचायतों को दिए अधिकार से जहां प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में विकास की गंगा बहेगी वहीं भाईचारा और सद्भाव भी कायम होगा। यह बात हरियाणा के मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिल्लांखेड़ा ने भुर्टवाला गांव में स्वर्गीय भागवंती देवी और उनकी पुत्रवधू उर्मिला देवी की याद में लगाए गए रक्तदान शिविर का उद्घाटन करने के पश्चात लोगों को सम्बोधित करते हुए कही। श्रीमती स्वर्गीय भागवंती श्री राजाराम खोड़ की धर्मपत्नी थी। इस मौके पर पूर्व विधायक लालचंद खोड़, अनिल खोड़, विजय खोड़, हेतराम खोड़, डा. वेद बेनीवाल, सुरेश मेहता, कन्नीराम साहू सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। खोड़ परिवार द्वारा आयोजित इस रक्तदान शिविर में 225 से भी अधिक लोगों ने रक्तदान किया।
        श्री गिल्लांखेड़ा ने रक्तदान को एक महादान बताया और कहा कि एक आदमी के रक्तदान करने से तीन आदमियों को जीवन मिलता है इसलिए सभी को अपने जीवन में रक्तदान करना चाहिए। उन्होंने स्वयं भी 14 बार रक्तदान किया है। सिरसा जिला रक्तदान के मामले में वैसे भी दुनिया में एक नंबर का जिला बन चुका है क्योंकि यहां स्वैच्छिक रक्तदाताओं की संख्या पूरी दुनिया में सबसे अधिक है। जिला में प्रतिवर्ष 80 हजार यूनिट रक्त एकत्रित कर उत्तर भारत के विभिन्न मैडिकल कॉलेजों में भेजा जा रहा है जिससे हजारों लोगों को जिंदगी मिल रही है।
        उन्होंने लोगों को सम्बोधित करते हुए राज्य सरकार की नीतियों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि हरियाणा की भूमि अधिग्रहण नीति जिसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। पूरे देश में श्रेष्ठ नीति है और इसी नीति के आधार पर केंद्र सरकार भी भूमि अधिग्रहण नीति तैयार करने के लिए संसद में बिल लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अपने मुखारबिंद से स्वयं हरियाणा की भूमि अधिग्रहण नीति की प्रशंसा की है। इसके साथ-साथ प्रदेश में हर क्षेत्र में विकास कार्यों की झड़ी लगी हुई है। सिरसा जिला तो बल्कि विकास के मामले में अन्य जिलों से सवाया है।
        श्री गिल्लांखेड़ा ने सिरसा जिला के किसानों को गेहूं व कपास उत्पादन के मामले में नंबर एक स्थान पाने पर बधाई दी और कहा कि यह सब किसानों की हिम्मत, हौसले और सरकार की किसान हितैषी नीति के चलते हो पाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में किसानों व व्यापारियों के साथ-साथ प्रत्येक वर्ग के लोगों के लिए खुशहाली का दौरा शुरू हुआ है जिससे हरियाणा देश का नंबर वन राज्य बना है।

होशियारी लाल शर्मा ने शिव परिवार व ब्रह्माजी की मूॢतयों के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की
सिरसा
, 17 जुलाई :   गांव बुढ़ाभाणा में बाबा रामदेव मंदिर परिसर में नए बनाए गए शिव मंदिर में  हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि होशियारी लाल शर्मा ने शिव परिवार व ब्रह्माजी की मूॢतयों के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। मंदिर में माथा टेककर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर गिरधारी सहारण, संगीत कुमार, सोमप्रकाश गंडा, धर्मपाल श्योराण, जोगेंद्र श्योराण, अजीत श्योराण सहित अनेक लोग मौजूद थे। होशियारी लाल शर्मा ने कहा कि सावन के पावन माह में गांव के इस मंदिर में शिव परिवार की स्थापना अत्यंत कल्याणकारी है। शर्मा ने कहा कि भगवान शिव कल्याण स्वरूप हैं और  वे साधक की थोड़ी साधना से ही प्रसन्न होकर उसे हर प्रकार की खुशियां प्रदान करने वाले हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक कामकाज के साथ-साथ ईश्वर का भी हमेशा ध्यान करना चाहिए और मंदिर इसके लिए अच्छा स्थान होता है। कोई भी व्यक्ति जब मंदिर के पास से निकलता है तो उसके मन में स्वत: ही भगवान का स्मरण होने लगता है। इसलिए मंदिरों की स्थापना हमेशा से मानव के लिए कल्याणकारी रही है। उन्होंने मंदिर प्रबंधन समिति को 11 हजार रुपए की सहयोग राशि भी प्रदान की।

धाॢमक कार्यक्रमों में स्वेच्छा से डयूटियां लगाने वाले सभी 710 सेवकों का हाॢदक आभार प्रकट किया
सिरसा
, 17 जुलाई (): श्री तारा बाबा कुटिया के मुख्य सेवक गोङ्क्षबद कांडा ने शिवरात्रि के उपलक्ष्य में कुटिया परिसर में आयोजित किए जाने वाले धाॢमक कार्यक्रमों में स्वेच्छा से डयूटियां लगाने वाले सभी 710 सेवकों का हाॢदक आभार प्रकट किया। श्री कांडा आज कुटिया परिसर में तारा बाबा भक्तों की एक बैठक को संबोधित कर रहे थे। श्री कांडा ने कहा कि 20 जुलाई से 29 जुलाई तक चलने वाले धाॢमक कार्यक्रमों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिरकत करेंगे। पिछले एक दशक से कुटिया परिसर में इसी प्रकार विशाल धाॢमक आयोजन होते आए हैं। श्री कांडा ने कहा कि ग्रामीण और आस-पास के राज्यों से भक्तगणों को लाने ले जाने के लिए वाहनों की समुचित व्यवस्था की गई है। इस बार कलकत्ता से आए हुए कारीगरों द्वारा भव्य मूॢतयां बनाई गई है जो शिवरात्रि पर्व पर देखने लायक होंगी। इसके अलावा माता कणकेश्वरी अपने मुखारङ्क्षवद से 20 से 28 जुलाई तक श्रीराम कथा का वाचन करेंगी और 29 जुलाई को विशाल भजन संध्या में प्रसिद्ध कव्वाल हमसर हयात, लखङ्क्षवद्र ङ्क्षसह लक्खा व अन्य विश्व प्रसिद्ध भजन गायक बाबा तारा की महिमा का गुणगान करेंगे। इस अवसर सूरत सैनी, नेमी चंद गुज्जर, रमेश मेहता पार्षद, कृष्ण मुंजाल, रानी रंधावा, चेतराम फुटेला, विजेश फुटेला, हनुमान अग्रवाल, भूपेश गोयल, गुरदयाल सैनी, कृष्ण सैनी, पूजा बांसल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।

अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति द्वारा लोगों में जागृति लाने के लिए शुरू की गई शिव संकल्प रथयात्रा का शुभारंभ आज सिरसा के नेहरूपार्क से किया गया
सिरसा,
17 जुलाई। अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति द्वारा लोगों में जागृति लाने के लिए शुरू की गई शिव संकल्प रथयात्रा का शुभारंभ आज सिरसा के नेहरूपार्क से किया गया। इस शुभ अवसर पर श्रीमद्जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज जी, महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज व अखिल भारतीय पंचनंद स्मारक समिति के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पंजाब केसरी दिल्ली के मुख्य संपादक श्री अश्विनी कुमार जी चोपड़ा विशेष रूप से उपस्थित हुए व लोगों को अपना शुभ संदेश देकर इस यात्रा की सिरसा से शुरूआत की। अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अश्विनी कुमार जी को सिरसा पहुंचने पर युवा इकाई द्वारा मोटरसाइकिलों की अगुवाई करके खुली जीप में हुड्डा चौक से नेहरूपार्क तक लाया गया।
                            इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए डा. अशोक तंवर ने कहा कि हमें संतों के दिखाए हुए रास्ते पर चलना चाहिए और संत समाज हमें जो राह दिखा रहा है वह रास्ता देश की उन्नति व तरक्की की ओर जाता है। उन्होंने कहा कि समाज को नई दिशा देने के लिए  हमें इनके दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र में बनाए जाने वाले पंजाबी धाम के लिए अगर सिरसावासी किसी से आगे नहीं रहेंगे तो किसी से पीछे भी नहीं रहेंगे। हर तरह का सहयोग व समर्थन सिरसावासियों का पंचनद स्मारक समिति के साथ है।
                                   नेहरूपार्क में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्रीमद्जगतगुरू रामानंदाचार्य स्वामी हंसदेवाचार्य महाराज जी ने कहा कि अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति का मुख्य उद्देश्य लोगों में एक अलख जगाना है जिससे कि उन्हें अपने पुरखों द्वारा दी गई कुर्बानियों का सदैव अहसास होता रहे। उन्होंने कहा कि पंचनद का अर्थ पांचों दरियों की संस्कृति है और पंचनद में केवल पंजाबी ही नहीं बल्कि 36 बिरादरियों के लोग आते हैं। उन्होंने कहा कि पंचनद के प्रयासों से ऐतिहासिक कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं और लोगों में जागृति लाने के लिए हर वर्ष हमारा यह प्रयास रहता है कि इस तरह की रथयात्रा निकाली जाए।
                                                उन्होंने कहा कि यह रथ यात्रा आज सिरसा से शुरू होकर पूरे हरियाणा प्रदेश में होते हुए आगामी 26 जुलाई को कुरूक्षेत्र पहुंचेगी व उसके बाद उत्तरप्रदेश व उत्तरांचल के हर शहर से होती हुई यह रथयात्रा आगामी 25 सितम्बर को सर्वपितृ श्रद्धांजलि एवं तर्पण में हरिद्वार पहुंचेगी जहां देशभर के पंजाबी इकट्ठा होकर अपने शहीद हुए पुरखों को श्रद्धांजलि देंगे। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र में बनने वाले पंजाबी धाम के लिए हर पंजाबी कम से कम ढाई गज जमीन जरूर दे ताकि पुरखों की याद में बनने वाले इस पंजाबी धाम को विशाल रूप दिया जा सके।
                                                     इस मौके पर बोलते हुए अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अश्विनी कुमार जी ने कहा कि मेरा आपसे आग्रह है कि आप जितने भी लोग यहां एकत्रित हुए हैं घर-घर जाकर पंचनद का संदेश पहुंचाए कि पंचनद एक जाति विशेष या समुदाय के लिए नहीं बनी है। इसमें समाज का हर वर्ग अपना योगदान देकर देश हित के लिए कार्य कर सकता है और इसलिए हम जगह-जगह लोगों में जागृति लाने के उद्देश्य से इस तरह के आयोजन संतों के मार्गदर्शन में करवाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि देश के विभाजन के समय जब लाखों लोग शहीद हुए तब मरने वालों में अकेले पंजाबी नहीं थे हर जाति के लोग उस वक्त शहीद हुए थे। लेकिन यह भी एक बहुत बड़ सच्चा है कि विभाजन के समय शहीद होने वालों की संख्या ज्यादातर पंजाबियों की थी जिन्होंने अपने परिवार की कुर्बानियां दी। उन्होंने कहा कि संतों के आशीर्वाद से हम यह प्रयास कर रहे हैं कि पुरखों की याद को बनाए रखे और इसी लिए हर वर्ष कुरूक्षेत्र में उनका श्रद्धा कर रहे है।
                                             श्री अश्विनी कुमार जी ने कहा कि हम सभी ने एक फैसला लिया कि हम एक ऐसी जगह बनाएंगे जो हमारे पुरखों की याद को ताजा रखे और हमारी आने वाली पीढ़ी को भी यह पता चले कि हमारे पुरखों ने इस देश के लिए क्या कुर्बानियां दी थी। हमने फैसला लिया कि हम कुरूक्षेत्र में अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के तहत पंजाबी धाम बनाएंगे जिसके लिए मैंने मुख्यमंत्री से दो बार जगह के लिए बात की लेकिन उन्होंने कहा कि देखेंगे इतने में संत समाज ने कहा कि हमारा पंजाबी समुदाय बहुत ताकतवर है हम खुद जमीन खरीद सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसीलिए स्मारक बनाने के उद्देश्य से कुरूक्षेत्र में 20 एकड़ भूमि खरीदी गई है। यहां ओर ज्यादा भूमि खरीद कर एक विशाल पंजाबी धाम की स्थापना की जाएगी जो कि सभी पंजाबियों के सहयोग से ही हो पाएगा।                                                           
                               उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज ने कहा कि संत जहां-जहां से निकलते हैं वहां-वहां का अंधेरा खत्म करते जाते हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा से पंचनद रथयात्रा की शुरूआत हो रही है और यह रथयात्रा 25 सितम्बर को हरिद्वार पहुंचेगी और आप सभी अवश्य हरिद्वार में पहुंचकर अपने पुरखों का श्राद्ध अवश्य करें। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को इकट्ठा करने के उद्देश्य से ही अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति का गठन किया गया था और हम लगातार इस उद्देश्य में अपने आपको सफल होता देख रहे हैं।
                                                  लोगों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के राष्ट्रीय सचिव श्याम बजाज ने कहा कि हमें संतों ने आशीर्वाद दिया और यहां आकर हमारा मान बढ़ाया उसके लिए मैं आप सब का तहेदिल से आभारी हूं और जब-जब भी हमारी जो भी डयूटी लगाई जाएगी हम उसे तन मन धन से निभाने की कोशिश करेंगे।
                                               लोगों को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष सुधा ने कहा कि हरियाणा में संतों के आगमन पर मैं उनका तहेदिल से स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा कि पहली बार जब कुरूक्षेत्र में सर्वपितृ सम्मेलन हुआ तो लाखों की तादाद में लोग पहुंचे जिसे देखकर यह नहीं कहा जा सकता कि पंजाबी अलग-थलग हैं जबकि पंजाबियों को एकत्रित होने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने पंचनद स्मारक समिति के 300 ट्रस्टी बना दिए हैं और एक ट्रस्टी का ट्रस्टी शुल्क एक लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति की जितनी गुंजाईश है वह अपनी कमाई का उतना हिस्सा अपने पुरखों के नाम पर बनने वाले इस स्मारक के लिए अपना योगदान अवश्य दे।
                                     इस मौके पर  डेरा बाबा भूमणशाह के गद्दीनशीन संत बाबा ब्रह्मदास जी,समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. राम आहुजा, युवा जिलाध्यक्ष भीम भूडी,  अश्विनी बठला, विजेश फुटेला, इंद्र बजाज, विशम्बर चुघ, दीपक गुम्बर, बंटी अरोड़ा, राजू चावला, भगवान दास गंडा, सुरेंद्र खुलर, केवल कृष्ण कटारिया, कमलेश आहुजा, प्रदीप सचदेवा, बीना सचदेवा, उत्तम चंद ग्रोवर , बलजीत कथूरिया, देवेंद्र टक्कर, सुरेदं्र सचदेवा आदि ने भी अपने विचार रखे।
इस मौके पर अखिल भारतीय पंचनद स्मारक समिति द्वारा आए हुए अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।


बरसात लेट होने से किसानों की चिंता बढ़ी
ओढ़ां
-ओढ़ां क्षेत्र में जुलाई माह आधे से ज्यादा महीना बीत जाने के बाद भी बरसात न होने के कारण किसानों में चिंता बढ़ रही है। किसान बहादुर राम, भूप सिंह, रामकुमार भाकर, प्रभुराम, पप्पू राम, प्रदीप कुमार, इंद्र जाखड़ और बलराम आदि का कहना है कि बरसात आने की संभावना को लेकर किसान खेतों में नरमा व कपास की फसलों से खरपतवार निकालने में लगे हैं और अनेक किसान इंद्रदेव को प्रसन्न करने हेतु हवन यज्ञ आयोजित करने की सोच रहे हैं ताकि बरसात आ जाए। किसानों का कहना है कि गर्मी की अधिकता के कारण फसलें झूलस रही हैं क्योंकि बरसात न आने के कारण और नहर के पानी की कमी के कारण उन्हें अपनी फसल बचाने हेतु नलकूपों का सहारा लेना पड़ रहा है जो काफी महंगा पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस बार किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है क्योंकि बिजाई के समय आंधी के कारण फसलें नष्ट हो गई थी जिस कारण बिजाई दोबारा करनी पड़ी तथा अब बरसात न होने के कारण फसलों को बचाना कठिन हो रहा है।
    कृषि विकास अधिकारी सुभाष गोदारा ने बताया कि कपास व नरमा की फसल को अब पानी की सख्त जरूरत है, अगर जल्द ही बरसात न हुई तो पैदावार कम होगी।

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