22 जुलाई को अनाज मंडी ऐलनाबाद में जिला स्तरीय वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा
सिरसा, 21जुलाई। कल 22 जुलाई को अनाज मंडी ऐलनाबाद में जिला स्तरीय वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह के मुख्यातिथि सिरसा लोक सभा क्षेत्र के सांसद डा. अशोक तंवर होंगे।
यह जानकारी देते हुए जिला वन अधिकारी श्री नरेश रंगा ने बताया कि वन महोत्सव समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। समारोह मेंं किसान, स्कूली बच्चे, सरकारी विभागों के कर्मचारी, अधिकारी एवं स्वंय सेवी संस्थाओं के संस्थापक सहित गणमान्य व्यक्ति व जिलावासी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। इस मौके पर वन विभाग द्वारा मुफ्त पौधे भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वन महोत्सव समारोह से पूर्व एफ.डी.ए. स्कीम के तहत गवर्निंग बॉडी की वार्षिक बैठक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर वर्ष गवर्निंग बॉडी की दो मीटिंग करनी अनिवार्य होती हैं।
श्री रंगा ने बताया कि इस वर्ष जिला में वन मण्डल को 9.5 लाख पौधे किसानों, स्कूलों, सरकारी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को मुफ्त बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिले के विभिन्न गांवों में 16 नर्सरियां तैयार की गई है जिसमें भवदीन, रामनगरिया, डिंग, नहराना, डबवाली, खुईयां, रानियां, जीवननगर, ऐलनाबाद, दमदमा, केहरवाला, बाहिया, उमेदपुरा, कालांवाली, खेरकां, और दौलतपुर आदि शमिल है। इन नर्सरियों में हर तरह के जड़ी बूटियां के पौधे भी तैयार किए गए है जिसमें 31 लाख 71 हजार 430 पौधे अलग अलग प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हंै। इन नर्सरियों में किसी भी समय पौधे प्राप्त किए जा सकते है। उन्होंने बताया कि जुलाई मास पौधारोपण के लिए अति महत्वपूर्ण माना गया है।
जिला वन अधिकारी ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार 33 प्रतिशत वनों का होना, पर्यावरण संतुलन के तथा वातावरण शुद्ध करने के लिए अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ज्योग्राफिकली एरिया के अनुसार हरियाणा में वन भूमि सिर्फ 3.8 प्रतिशत है परंतु कुल ट्री कवर एरिया कृषि भूमि को मिलाकर 8.6 प्रतिशत ही है जो कि निर्धारित पर्यावरण संतुलन के लिए बहुत कम है। उन्होंने बताया कि इस विषय को गम्भीरता से देखते हुए हरियाणा सरकार ने हर वर्ष लगभग 5 करोड़ पौधे किसानों, स्कूलों, सरकारी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को मुफ्म वितरण करती आ रही है, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न गांवों में जड़ी बूटियों युक्त पौधे जैसे नीम, पिलखन, पापड़ी, बकैन, शीशम, सफेदा, गुलमोहर, केशिया, सामिया, चांदनी, कीकर, जण्ड, जामुन, अनार, आंवला,पोपलर, बी विलिया, फ्रांस, नींबू, बेल पत्थर आदि तरह के पौधे लगाने के लिए तैयार किए गए है।
श्री रंगा ने बताया कि भावदीन नर्सरी में 3 लाख 60 हजार , रामनगरिया में एक लाख 25 हजार, डिंग में 7 हजार 500, नहराना में एक लाख 73 हजार, डबवाली में एक लाख 80 हजार, खुईयां में 5 लाख 20 हजार, रानियां में दो लाख 11 हजार, जीवननगर में 2 लाख 60 हजार, ऐलनाबाद में एक लाख 51 हजार, दमदमा एक लाख, केहरवाला में दो लाख, उमेदपुरा में दो लाख 10 हजार, बाहिया में एक लाख , कालांवाली में 3 लाख 11 हजार 430, खेरेकां में एक लाख 50 हजार तथा दौलतपुर खेडा़ में 1 लाख 12 हजार विभिन्न प्रजातियों के पौधे इन नर्सरियों में तैयार किए गए है।
उन्होंने बताया कि जिला को हरा भरा बनाने के लिए तथा पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए जुलाई व अगस्त माह में वन विभाग द्वारा 31 लाख से भी अधिक विभिन्न प्राजातियों के जैसे नीम, पिलखन,पापड़ी, बकैन, शहतुत, शीशम, सफेदा, गुलमोहर, केशिया, सामिया, चांदनी, कीकर, जण्ड, जामुन, अनार, आंवला ,पोपलर, बी विलिया ,फ्रांस, नींबू, बेल पत्थर आदि के पेड़ पौधे लगाए जांएगे। विभाग द्वारा जिलावासियों को नि:शुल्क पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे।
विज्ञान सेमिनार का आयोजन प्रति वर्ष की भांति स्कूल स्तर, खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है
सिरसा, 21 जुलाई। जिला उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि विज्ञान सेमिनार का आयोजन प्रति वर्ष की भांति स्कूल स्तर, खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है। स्कूल स्तर पर चयनित विद्यार्थी खंड स्तर के विज्ञान सेमिनार में निम्र अनुसार भाग लेंगे। 26 जुलाई को ऐलनाबाद, 27 जुलाई को रानियां, 28 जुलाई को सिरसा, 29 को नाथूसरी चौपटा, 1 अगस्त को बड़ागुढ़ा, 3 अगस्त को ओढां तथा आगामी 5 अगस्त को डबवाली में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जिला स्तर पर आगामी 8 अगस्त को आरएसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिरसा में विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
डा. ख्यालिया ने बताया कि उक्त सेमिनारों में कक्षा आठवीं से दसवीं तक के बच्चे भाग ले सकते हैं। विज्ञान सेमिनार का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र दिल्ली के सौजन्य से एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से प्रति वर्ष करवाया जाता है। जिला स्तर पर प्रथम चयनित विद्यार्थी राज्य स्तर के विज्ञान सेमिनार में भाग लेगा जोकि एस.सी.ई.आर.टी. गुडग़ांव में 13 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर प्रथम चयनित विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेगा। जोकि आगामी 30 सितंबर को दिल्ली के राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में आयोजित किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र दिल्ली के सौजन्य से एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से प्रतिवर्ष विज्ञान ड्रामा का आयोजन खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। 30 मिनट के विज्ञान ड्रामा में कक्षा दस तक के आठ बच्चे अपनी टीम के साथ ड्रामा तैयार करके भाग ले सकते हैं।
उपायुक्त ने आगे बताया कि जिला में छात्रों को साईंस विषय में दक्ष करने व उन्हें साईंस के प्रति प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा द्बठ्ठठ्ठ1शष्ड्डह्लद्बशठ्ठ स्ष्द्बद्गठ्ठष्द्ग श्चह्वह्म्ह्यह्वद्बह्ल द्घशह्म् द्बठ्ठह्यश्चद्बह्म्द्गस्र ह्म्द्गह्यद्गड्डह्म्ष्द्ध (इनस्पायर) नामक योजना चलाई गई है। इनस्पायर अवार्ड योजना के तहत जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन 20 से 22 जुलाई तक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खैरपुर में किया जा रहा है। प्रदर्शनी देखने का समय प्रात: 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है।
उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि उक्त योजना के तहत मॉडल तैयार करने हेतु प्रत्येक बच्चे को 5 हजार रुपए की राशि दी गई है। जिला के सातों खंडों से साईंस मॉडल तैयार करने के लिए कुल 289 छात्रों का चयन किया गया है। ये छात्र जिले के विभिन्न विद्यालयों से संबंध रखते हैं। आयोजित प्रदर्शनी में वे अपने मॉडल सहित भाग ले रहे हैं। इन बच्चों को मॉडल बनाने एवं परिवहन हेतु पांच हजार रुपए की राशि पहले से ही प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार से सिरसा जिला में इस योजना के तहत 14 लाख 45 हजार रुपए की राशि खर्च की जा रही है। यह योजना केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के माध्यम से प्रदेश में पहली बार एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने बताया कि उक्त योजना के तहत बच्चों द्वारा साईंस मॉडल तैयार करने के लिए जल संरक्षण, सौर ऊर्जा, ऊर्जा बचाओ जैसे विषय दिए गए हैं जिन पर छात्र साईंस अध्यापकों के निर्देशन में मॉडल तैयार करेंगे। मॉडल तैयार करवाने के लिए जिला के चुने हुए साईंस अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने बताया कि इनस्पायर नामक इस योजना के तहत खंडवार बच्चों की पहचान की गई है। इस योजना के तहत बड़ागुढ़ा खंड के 50, डबवाली के 9, नाथूसरी चौपटा के 65, सिरसा खंड के 44, रानियां के 42, ऐलनाबाद खंड से 27 व ओढंा खंड से 52 बच्चों का चुनाव किया गया जिन्हें उपरोक्त राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि साईंस मॉडल प्रतियोगिता के लिए दो श्रेणियां बनाई गई है। छठी से आठवीं तक के बच्चे पहली श्रेणी में रखे गए हैं और दूसरी से आठवीं तक के बच्चों को दूसरी श्रेणी में रखा गया है। पहले दोनों श्रेणियों में अलग-अलग जिला स्तरीय प्रतियोगिता होगी जो 20 जुलाई से 22 जुलाई को स्थानीय खैरपुर स्कूल में आयोजित की जा रही है। इसके बाद जो छात्र इस प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करेंगे उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा।
डा. ख्यालिया ने बताया कि स्कूली छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से ही जिला के सभी खंडों के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत 33 लाख 72 हजार रुपए की राशि खर्च करके साईंस म्यूजियम स्थापित किए जा रहे हैं। अभी तक जिला के तीन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में म्यूजियम से संबंधित उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं।
उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि प्रत्येक मॉडल स्कूल में लगभग पौने पांच लाख रुपए के साईंस उपकरण स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इनमें सैंकड़ों प्रकार के साईंस उपकरणों शामिल है। इन उपकरणों के माध्यम से मॉडल स्कूलों के छात्रों को साईंस की जानकारी देकर इस विषय की ओर प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन मुख्य उपकरणों में बीफोर एंड आफ्टर डैम, ब्लास्ट फरनेंस बॉडी लैस हैड, डीएनए, विंड मील, मिशन मार्स, आरकेमीडिज स्क्रयू, एसट्रोनोट आदि उपकरण शामिल हैं।
डा. ख्यालिया ने बताया कि पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिरसा में 4 लाख 85 हजार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐलनाबाद में 4 लाख 74 हजार, डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 72 हजारकी राशि से साईंस म्युजियम स्थापित किए गए है। इसके साथ साथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुडिय़ाखेड़ा में 4 लाख 77 हजार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली में 4 लाख 97 हजार, रानियां के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 90 हजार और रोड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 77 हजार रुपए के साईंस उपकरण स्थापित किए जाने है।
पेंशन प्राप्तकर्ताओं की समस्याओं को निपटाने व पेंशन पात्रों के शत-प्रतिशत बैंकों में खाते खोलने के उद्देश्य से जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया गया है
सिरसा, 21 जुलाई। जिला में विभिन्न योजनाओं के तहत पेंशन प्राप्तकर्ताओं की समस्याओं को निपटाने व पेंशन पात्रों के शत-प्रतिशत बैंकों में खाते खोलने के उद्देश्य से जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया गया है जिसके लिए स्थानीय नगराधीश को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि पेंशन पात्रों के खाते खुलवाने, स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए जिला स्तर पर स्थानीय यूथ हॉस्टल में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जिसमें समाज कल्याण विभाग, एक्सिस बैंक तथा फीनो कंपनी के अधिकारी बैठकर पूरी कार्य योजना तैयार करेंगे ताकि जिला में आगामी 31 जुलाई तक सभी पेंशन प्राप्तकर्ताओं के बैंकों में खाते खोले जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला में पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खोलने का कार्य अंतिम चरण में है अब तक जिला में 95 प्रतिशत से भी अधिक पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलवाए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ जिला में अब तक 1 लाख तीन हजार पेंशन प्राप्तकर्ताओं के स्मार्ट कार्ड भी बनाए जा चुके हैं। इस कार्य में सिरसा जिला राज्य के सभी जिलों से आगे चल रहा है। उन्होंने बताया कि खाते खुलवाने संबंधित व स्मार्ट कार्ड बांटने संबंधित प्रक्रिया के लिए संबंधित उपमंडलाधीशों को ओवरआल इंचार्ज बनाया गया है और खंडों में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाई गई है। इसके साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद व नगरपालिकाओं के कार्यकारी अधिकारियों और सचिवों की जिम्मेवारी सुनिश्चित की गई है। पहले से चल रहे कार्य में तेजी लाने के लिए फीनो कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सात मशीनों की और अतिरिक्त व्यवस्था करे ताकि शेष बचे पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खोलने एवं फिंगर प्रिंट लेने का कार्य बिना विलंब के पूरा हो सके। जिला में फीनो कंपनी के अधिकारियों, प्रतिनिधियों का सहयोग करने के लिए जिला साक्षरता समिति के सदस्यों व कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया है।
उन्होंने ने बताया कि जिला में जिन पेंशनधारकों के पेंशन लेते समय फिं गर प्रिंटस का मिलान नहीं हो रहा है तथा जिनके कार्ड में नाम गलत हैं अथवा कार्ड गलत बने हुए हैं वे अपने कार्ड शैड्यूल अनुसार जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय सिरसा के बाहर स्टेट बैंक के पास खिड़की नं. 1 से सुबह 9 बजे से सायं 4 बजे तक ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने पेंशनधारकों से आग्रह किया कि जिनके कार्ड गलत हैं वे शीघ्र अति शीघ्र अपना कार्ड सही करवाकर समय पर पेंशन प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि एमसी सिरसा, सिरसा खंड के पेंशनधारक जिनके कार्ड गलत बने हैं या फिगर प्रिंटस से मिलान नहीं हो रहा है वे सोमवार के दिन प्रात: 9 बजे से सायं 4 बजे तक ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार ब्लॉक सिरसा व ब्लॉक नाथूसरी चौपटा के पेंशनधारक मंगलवार को, एमसी ऐलनाबाद व ब्लॉक ऐलनाबाद के पेंशनधारक बुधवार को, ब्लॉक ओढां, ब्लॉक बड़ागुढ़ा व एमसी कालांवाली के पेंशनधारक वीरवार को, ब्लॉक डबवाली व एमसी डबवाली के पेंशनधारक शुक्रवार को तथा ब्लॉक रानिया व एमसी रानियां के पेशनधारक शनिवार को जिनके कार्ड में नाम गलत है, कार्ड गलत बने हुए व फिंगर प्रिंटस का मिलान नहीं हो रहा वे उक्त शैड्यूल अनुसार ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलने में देरी होती है या नहीं खुल पाते हैं उस कार्य के लिए संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी जिम्मेवार होंगे। राज्य सरकार द्वारा पेंशन के कार्य की निगरानी करने के लिए सिरसा जिला में वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री माणिक बी सोनावणे को प्रशासनिक सचिव नियुक्त किया है जो आगामी एक सप्ताह तक सिरसा का दौरा भी कर सकते हैं और पेंशन संबंधित कार्य की समीक्षा भी कर सकते हैं।
डा. ख्यालिया ने पेंशन से संबंधित विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वे वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना एवं अन्य पेंशन योजनाओं के तहत लाभपात्रों के खातों में मुख्यालय से ही पेंशन की राशि डाली जाएगी जिसके बाद प्रत्येक व्यक्ति अपने खाते से स्मार्ट कार्ड के माध्यम से पेंशन प्राप्त कर सकेगा। यदि पेंशन की राशि खाते में डालने में देरी होती है तो उस स्थिति में पेंशन प्राप्तकर्ता को धनराशि का सेविंग अकाउंटस की दर से ब्याज भी दिया जाएगा।
उन्होंने सोशल नेटवर्किंग सर्विस योजना के तहत गठित की गई सीनियर सिटीजन कमेटी के सदस्यों से भी अपील की कि वे शहरी क्षेत्रों में पेंंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलवाने एवं स्मार्ट कार्ड आदि बटवाने में फीनो कंपनी के प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि कमेटी की कार्यकारिणी से कहा कि प्रत्येक मैम्बर संबंधित वार्डों में फीनो कंपनी के प्रतिनिधि से मिलकर कार्य को सुचारू रूप से चलाने में मदद करें।
युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को आसरा मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य में करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए गए हैं
सिरसा, 21 जुलाई। युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को आसरा मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य में करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए गए हैं जिनमें पूरे प्रदेश की विधवा व उनके आश्रितों जिनके यहां कोई कमाना वाला पुत्र न हो व कोई रिश्तेदार मदद करने की स्थिति में न हो, ऐसी महिलाएं जिनके पति क्षय रोग जैसी भयंकर बीमारी से पीडि़त हो को इन निराश्रित गृहों में प्रवेश दिया जाता है।
यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा राज्य में जिला करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि रोहतक व करनाल में महिला आश्रम के नाम से तथा फरीदाबाद में कस्तूरबा सेवा सदन के नाम से विधवा एवं निराश्रित गृहों की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को जिनके परिवार में कमाने वाला कोई पुत्र न हो व कोई रिश्तेदार मदद करने की स्थिति में न हो तथा ऐसी महिलाएं जिनके पति क्षय रोग जैसी भयंकर बीमारी से पीडि़त हो आदि को निराश्रित एवं विधवा गृहों में प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास द्वारा इन गृहों मेंं आवास, बिजली, पानी, शिक्षण, प्रशिक्षण की मुफ्त सुविधाओं के साथ-साथ 600 रुपए नकद, अंशदान एवं 150 रुपए कपड़ा भत्ता प्रतिमाह प्रति सदस्य भी प्रदान किया जाता है। इसके अलावा विभाग द्वारा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती है। इन गृहों में वर्तमान में क्षमता से काफी कम संवासी रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि योजना की विस्तृत जानकारी के लिए अधीक्षक महिला आश्रम रोहतक, करनाल एवं अधीक्षक कस्तूरबा सेवा सदन फरीदाबाद से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बेघरों के लिए आवास योजना के तहत सरकार द्वारा भवनों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आवास बोर्ड हरियाणा के मकानों, फ्लैटों में महिला आवेदकों के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि सिरसा में आवास कॉलोनी हेतु हुड्डा विभाग से 32 एकड़ जमीन खरीदी गई है जिस पर आर्थिक रूप पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए 2932 मकानों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिसार, बावल, बरही व करनाल में 802 मकानों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा महिला शक्ति सदन के नाम से राज्य के प्रत्येक गांवों में चरणबद्ध तरीके से महिला चौपालें भी बनाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुपोषित बच्चों की संख्या घटाने के लिए जिला स्तर पर न्यूट्रीशन अवार्ड दिया जाता है जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय अवार्ड क्रमश: दो लाख रुपए, एक लाख रुपए तथा 50 हजार रुपए प्रति वर्ष है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2008-09 के लिए यह पुरस्कार यमुनानगर, पंचकुला, नारनौल तथा वर्ष 2009-10 के लिए सिरसा, भिवानी तथा जींद उक्त इनाम प्राप्त कर चुके हैं।
राणा बिरट बने आदर्श युवा कल्ब के प्रधान
बिज्जूवाली, 21 जुलाई ( हेमराज बिरट )। आज गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में आदर्श युवा कल्ब की बैठक आयोजन किया गया। बैठक में सर्वसम्पति से कल्ब की नई कार्यकारिणी का गठन किया। जिसमें प्रधान राणा बिरट, उपप्रधान संजय छापौला, सचिव पंकज सुखीजा, कोषाध्यक्ष शीशपाल कैथ, महासचिव धर्मपाल, खेलसचिव राजेश कुमार बैरवाल, सांस्कृतिक सचिव राजेश कुमार, व्यवसायिक सचिव अजय कुमार, सह सचिव रामदास वर्मा, सदस्य सुरेन्द्र वर्मा, हैप्पी सरदाना को सर्वसम्पति से चुना गया। प्रधान ने बताया कि पिछले लंबे समय से आदर्श युवा कल्ब बंद पड़ा था, उसी के मध्यनजर उन्होंने गांव से जागरूक युवा चुनकर दौबारा कल्ब चलाने का निर्णय लिया है। प्रधान ने बैठक में उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें किसी जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करने व सांझे कार्यों के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि कल्ब के जरीए हम युवा वर्ग का शारिरिक, आर्थिक शेषणिक, सामाजिक, नैतिक व सांस्कृतिक विकास कर सकते हैं, सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में मदद करना जैसे दहेज प्रथा, नशाबंदी, बाल विवाह, कन्या भु्रण हत्या को रोकना, हर प्रकार की राजनिति व हर स्तर से मुक्त रहकर सिर्फ सामाजिक कार्यों में सहयोग करना। साथ ही राणा बिरट ने बताया कि कार्यकारिणी का कार्यकाल समय 3 वर्ष तक का होता है, किन्तु जब तक नई कार्यकारिणी का निर्वाचन नहीं होता जब तक अधिक से अधिक 6 माह तक वही कार्यकारिणी प्रभावशाली रहेगी।
उत्तरी भारत की प्रथम न्यूज एजेंसी द्वारा लॉच दि प्रैसवार्ता डॉट कॉम, जिसे लाखों लोगों द्वारा पसंद किया जा चुका है
सिरसा, 21 जुलाई। उत्तरी भारत की प्रथम न्यूज एजेंसी द्वारा लॉच दि प्रैसवार्ता डॉट कॉम, जिसे लाखों लोगों द्वारा पसंद किया जा चुका है, को अब नए अंदाज में लॉच किया जा चुका है। उपरोक्त जानकारी वेबकॉम के डाईरैक्टर मनमोहित ग्रोवर ने दी है। उन्होने बताया कि पाठकों की बढ़ती मांगों के मद्देनजर इस वेबकॉम के पुराने डिजाईन में फेरबदल कर इस वेबकॉम को नया लुक दिया जा चुका है। उन्होने बताया कि इस वेबकॉम को नया लुक देते ही एक लाख 25 हजार 984 लोगों द्वारा हिटस् वेबकॉम को किया जा चुका है, जो संपूर्ण पत्रकारिता जगत के लिए गर्व की बात है।
प्रमोद रिसालिया
बुढ़ापा मानव के जीवन का आखिरी चरण है। यह वो समय है जब मनुष्य की बचपन की लापरवाही और जवानी की मौज-मस्ती सदा के लिए समाप्त हो जाती है। बूढ़े होना एक प्राकृतिक प्रकिया है और उम्र के बढऩे से हर व्यक्ति बूढ़ा होता है। मगर यह जरूरी नहीं कि हर बुढ़ापा बुजुर्ग बन जाए। जब कोई व्यक्ति बूढ़ा होने के बाद भी अपने मन के अडिय़ल घोड़े को लगाम नहीं डाल सकता। काम हमेशा क्रोध का गुलाम बनकर रहता है। व्यक्ति अंहकार और जिद्द का त्याग नहीं कर सकता और लोभ-लालच के चक्कर में फंसा रहता है तो वह बुजर्ग का पद नहीं पा सकता। बुजुर्ग बनने के लिए तो मन को मोडऩा और अंहकार को तोडऩा पड़ता है। इसके पीछे कारण यह है कि बुजुर्ग अवस्था मांग करती है सूझ -बूझ की, सब्र और शांति की, संयम और सहनशीलता की और दिमाग की। ना कि सडऩे व ईर्ष्या करने की। समझदार परिवार बुजुर्गो को अपनी शान समझतें है। बुजुर्ग लोग जहां दिशा प्रदान करते है वही अपनी सझदारी से परिवार की शांति बनाए रखतें है। घर में बैठा बुजुर्ग चाहे वह माता-पिता के रूप में, चाहे वह दादा-दादी, नाना-नानी या किसी अन्य रूप में हो। वो घर की छत की तरह होते है। सारे परिवार के लिए शांति और सुरक्षा का एहसास होता है। बच्चो के लिए तो दादा-दादी से अच्छा मित्र हो ही नहीं सकते। बुजुर्गो का मान-सम्मान सबसे अच्छी पूजा, उनकी सेवा-सम्भाल सबसे अच्छा तीर्थ और उनका आशीर्वाद परमात्मा की कृपा माने जाते है। उन्होने अपने जीवन में सभी रंग देखे होते है। सुख-दु:ख और लाभ-हानि सहन किए होते है। इस अनुभव के कारण ही उनकी हर सलाह अधिक वजनदार और व्यवहारिक होती है और उनका सुक्षाव वेकार नहीं जाता है। कितने दु:ख की बात है कि आज इस स्वार्थवादी और तेज़ रफ्तार युग में बुजर्गों के प्रति लापरवाही बर्ती जा रही है, बल्कि उनको कबाड़ समझा जा रहा है। यह सोचने की कोशिश ही नहीं की जाती कि जिन्होने हमें जन्म दिया और जिन्होने हमारी परवरिश की है उनकी देखभाल कौन करेगा ? लालची और स्वार्थी होकर बच्चे उनकी जमीन अथवा जायदाद को जल्द से जल्द हड़पना चाहते है। मगर उन्हे सम्भालेगा कौन ? इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते। और तो और बुजुर्गों के पास बैठकर सुख-दु:ख के लिए समय भी नहीं निकाल सकते । बहुत लाड-प्यार और मुश्किलों से पाले गए बच्चे ही उनसे बेगानों जैसा व्यवहार करते है। कुछ लोग पीछा छुड़वाने के लिए उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ देते है या कहीं और दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर देते है। शायद वह यह भूल जाते है कि एक दिन वह भी बूढ़े होगें और उनके साथ भी उनके बच्चे ऐसा ही व्यवहार कर सकतें है। हमारे लिए यह समझ लेना जरूरी है कि जिन घरों में बुजगों का निरादर किया जाता है वह तहज़ीब और मान-मर्यादा से वंचित होते है और उसको अपनों में भी सुख-शांति प्राप्त नहीं होगी। इसलिए तो कहा जाता है कि जिस घर में बुजुर्गों का सम्मान नहीं वहां जवानी को भी जीने का अधिकार नहीं। कई बार बड़ी उम्र या किसी शारिरीक अथवा मानसिक पीड़ा के कारण बुजुर्ग चिड़चड़े हो जातें है। पर यह उनकी मज़बूरी होती है। ऐसी अवस्था मे हमारा अथवा बच्चों का फर्ज बनता है कि वह संयम और सहनशीलता से काम लेते हुए उनको खुश और संतुष्ट रखने का प्रयास करें। मनोविज्ञानिक कहते है कि एक बुजुर्ग को सबसे अधिक खशी उस समय महसूश होती है जब उसका परिवार उस के साथ खुल कर बातें करें। हम अपने घर में बुजुर्ग के सम्मान की ही नहीं अपितु उन सभी बुजुर्गो के सम्मान की बात करतें है जिनसे समाज में रहते हुए सम्पर्क रहता है और उनको बनता सम्मान देना हमारा पहला फर्ज बनता है।
लेखक टीवी पत्रकार है
भगवान शिव के भक्तों यानी कावडिय़ों का जत्था सिरसा के चतरगढ़ पट्टी से हरिद्वार से कावड़ लाने के लिए रवाना हुआ
सिरसा, 21 जुलाई। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भगवान शिव के भक्तों यानी कावडिय़ों का जत्था सिरसा के चतरगढ़ पट्टी से हरिद्वार से कावड़ लाने के लिए रवाना हुआ। इस कावडिय़ों के दल को इनेलो के प्रैस प्रवक्ता कृष्ण गुम्बर ने हरी झंडी देकर रवाना किया। इस मौके पर सभी भक्तों का हौसला बढ़ाते हुए गुम्बर ने कहा कि भगवान शिव सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते है। उन्होंने कहा कि शिव की भक्ति की शक्ति कितनी अपार है, यह पंद्रह दिनों तक चलने वाली इस कावड़ यात्रा के अपार उत्साह और संयम को देखकर पता चल जाता है। इस यात्रा में गरीबों की अधिक भागीदारी देखकर लगता है कि शिव भोले भंडारी हैं, वे सबका ध्यान रखते हैं, वे औघड़ दानी हैं और उनकी भक्ति सबसे सस्ती है, बस जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कावड़ सचमुच समरसता और समानता का वातावरण बनाती है, साथ ही अपनी शक्ति और अखंड भारत की एकता का प्रदर्शन भी करती है। उन्होंने कहा कावड़ कोरा लोकाचार नहीं, हमारी संस्कृति की अनुपम धरोहर है जिसको सहेज कर रखना बहुत जरूरी है। युवाओं का इस अनूठी यात्रा में चरम उत्साह देखकर लगता है हमारी संस्कृति को अभी कोई खतरा नहीं है। इस मौके पर पार्षद राम निवास भोंमरा, राजकुमार, हरिश कुमार, वेद प्रकाश, प्रदीप, रमन सहित मौहल्ले के अनकों सदस्य मौजूद थे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर सभा ने बेगू रोड स्थित अंबेडकर भवन के निर्माण हेतु सहयोग राशि देने के लिए सांसद अशोक तंवर का आभार व्यक्त किया
सिरसा, 21 जुलाई। डॉ. भीमराव अंबेडकर सभा ने बेगू रोड स्थित अंबेडकर भवन के निर्माण हेतु सहयोग राशि देने के लिए सांसद अशोक तंवर का आभार व्यक्त किया है। सांसद को लिखे अपने पत्र में सभा के प्रधान आत्म प्रकाश मेहरा व अन्य कार्यकारिणी सदस्यों ने भवन के अंदर रमाबाई अंबेडकर हाल के निर्माण हेतु 21 लाख रुपए की राशि देने पर उनका धन्यवाद प्रेषित किया और कहा कि दलित एवं पिछड़े समाज के लोग इस सहयोग के लिए सदैव उनके आभारी रहेंगे। सांसद डॉ. अशोक तंवर ने 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि समारोह में पहुंचकर अपने सांसद कोटे से सभा को 21 लाख रुपए की राशि मुहैया करवाने का आश्वासन दिया था। गत दिवस एक प्रतिनिधिमंडल सांसद के निवास पर पहुंचा और सांसद का धन्यवाद किया। इस प्रतिनिधिमंडल में सभा के प्रधान आत्मप्रकाश मेहरा, महासचिव बलदेव मराड़़, ओमप्रकाश केहरवाला, तेजभान पनिहारी सहित सभा के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
फोटो विवरण: सांसद अशोक तंवर को धन्यवाद पत्र भेंट करते अंबेडकर सभा के पदाधिकारी।
डॉ. अशोक तंवर कल 22 जुलाई को प्रात: 9 बजे अपने निवास स्थान पर संसदीय क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेंगे
सिरसा, 21 जुलाई। सिरसा लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ. अशोक तंवर कल 22 जुलाई को प्रात: 9 बजे अपने निवास स्थान पर संसदीय क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। यह जानकारी सांसद के निजी सचिव परमवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सांसद तंवर प्रात: 11 बजे ऐलनाबाद की अनाज मंडी में आयोजित वन महोत्सव का शुभारंभ करेंगे व साथ ही ऐलनाबाद हलका के लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका निराकरण करेंगे। ऐलनाबाद दौरे के दौरान सांसद तंवर वार्ड नंबर 17 में धानक धर्मशाला में समाज के लोगों से मिलेंगे और उसके बाद वे चौ. मनीराम झोरड़ राजकीय महाविद्यालय व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ पार्टी के अन्य नेतागण भी मौजूद रहेंगे।
साम्प्रदायिक हिंसा करने वालों को संरक्षण तथा हिंसा के शिकार हिंदु समाज व इसके लिए आवाज उठाने वाले हिंदु संगठनों का दमन करने की तैयारी कर रही है
सिरसा, 21 जुलाई। साम्प्रदायिक हिंसा रोकने की आड़ में केन्द्र सरकार साम्प्रदायिक और लक्षित हिंसा अधिनियम 2011 के विधेयक माध्यम से साम्प्रदायिक हिंसा करने वालों को संरक्षण तथा हिंसा के शिकार हिंदु समाज व इसके लिए आवाज उठाने वाले हिंदु संगठनों का दमन करने की तैयारी कर रही है। इस विधेयक को किसी भी कीमत पर पारित नहीं होने दिया जाएगा। यह बात बजरंग दल के सह जिला संयोजक कपिल जोशी ने प्रैस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा इस विधेयक को बनाए जाने का मंसूबा पूरी तरह तैयार कर लिया है। इसके विरोध में 24 जुलाई रविवार को बजरंग दल व विश्व हिंदु परिषद द्वारा संयुक्त रूप से प्रात: 10:30 बजे बड़े स्तर पर सुभाष चौक सिरसा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में बजरंग दल के प्रांत संयोजक सुरेश वत्स भारती व विश्व हिंदु परिषद के विभागाध्यक्ष बृज मोहन शर्मा प्रदर्शनकारियों को संबोधित करेंगे और सरकार द्वारा हिंदुत्व को कुचलने के लिए बनाए जा रहे साम्प्रदायिक और लक्षित हिंसा अधिनियम 2011 विधेयक की खामियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
संपर्क सूत्र: कपिल जोशी मो. 92155-13135
ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीणों ने किया शोर शराबा
ओढ़ां-गांव सालमखेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में बीआरजीएफ के तहत ग्राम सभा की बैठक का आयोजन सरपंच अवतार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में ग्रामीणों ने मनरेगा की मजदूरी न मिलने, वृद्धावस्था पैंशन चार महीनों से न मिलने, सौ सौ गज के प्लाट न मिलने तथा गांव में सफाई व्यवस्था को लेकर काफी शोर शराबा किया। मौके पर मौजूद एबीपीओ सुनील कंबोज ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याएं शीघ्र ही दूर कर दी जाएंगी। इस बैठक में गांव में सिलाई सैंटर और पंचायतघर का भवन बनाने, एससी बस्ती में पानी पहुंचाने हेतु पाइप लाइन डालने, जलघर और स्कूल में सफाई करवाने, पांच एकड़ से कम भूमि वाले किसानों की भूमि समतल करने, बाग लगाने तथा पानी पहुंचाने हेतु पाइप लाइन डालने और खालों के साथ मिट्टी लगाने आदि कार्यों से संबंधित प्रस्ताव डाले गए। इस अवसर पर क्रिड के जिला अधिकारी जगजीत सिंह, ग्राम सचिव जसविंद्र सिंह, पूर्व सरपंच जयदयाल मेहता, मेजर सिंह, नंबरदार दलजीत सिंह, वीएलडीए अनिल कुमार, कृषि विकास अधिकारी कृष्ण लाल, पंच बीरा सिंह, रमेश कुमार, करनैल सिंह, गुरदयाल कौर तथा आंगनबाड़ी वर्कर जसपाल कौर व कुलवंत कौर सहित अनेक गांववासी उपस्थित थे।
सरपंच ने की सफाई अभियान की शुरूआत
ओढ़ां-गांव ख्योवाली में सरपंच श्रीमती रीना बिरट ने गांव में सफाई अभियान की शुरूआत की जिसके तहत गलियां व नालियों की सफाई की गई। इस अवसर पर रीना बिरट ने सभी गांववासियों को सहयोग देने और गांव में साफ सफाई रखने की अपील करते हुए कहा कि इस कार्य में सहयोग देने वाले सभी गांववासियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे वातावरण शुद्ध रहता है और बीमारियां नहीं फैलती। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से पूर्व गांव में स्थित सभी सरकारी भवनों की सफाई की जाएगी और उनमें रंग रोगन किया जाएगा। इस अवसर पर महिला पंच असमानी देवी, कृष्णा देवी, सरस्वती देवी, मंजू बाला, कुलबीर रोलण, राम सिंह, कृष्ण कुमार, नंबरदार तनसुख राम, कुंभा राम फौजी सहित अनेक गांववासी उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत व शिक्षा समिति ने किया स्कूल का दौरा
ओढ़ां-ग्राम पंचायत ओढ़ां और शिक्षा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने गुरुवार को राजकीय कन्या उच्च
विद्यालय का दौरा करते हुए मिड डे मील का निरीक्षण किया और निर्देश दिए बच्चों को समय पर और सही ढंग से मिड डे मील दिया जाए तथा यदि कोई परेशानी आती है तो इस विषय में उन्हें अवगत करवाया जाए। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को वर्दियां व बूट आदि शीघ्र वितरित करने बारे विचार विमर्श किया। इस अवसर पर सरपंच नरेंद्र मल्हान, प्रधान छिंद्र कौर, पंच अवजीत सिंह, जीवी रानी, बलजीत कौर, आत्मा सिंह बैनिवाल, रमेश बाटू और जोगेंद्र सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
तीसरी राज्य स्तरीय रोप जंप प्रतियोगिता 23-24 जुलाई को
ओढ़ां-आगामी 23-24 जुलाई को लार्ड शिव कॉलेज सिरसा में तीसरी राज्य स्तरीय रोप जंप प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें राज्य भर के खिलाड़ी भाग लेंगे। यह जानकारी देते हुए माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां की वाइस प्रिंसिपल श्रीमती विजय वधवा ने बताया कि इस प्रतियोगिता पर कब्जा करने हेतु स्कूल के विद्यार्थियों को कोच राजकुमार वर्मा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विश्व जनसंख्या दिवस मनाया
ओढ़ां-विश्व जनसंख्या पखवाड़ा के अंतर्गत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओढ़ां में आयोजित कार्यक्रम में आशा वर्कर, एएनएम और जागरूक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज डॉ. सुमित जैन ने उन्हें जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने हेतु सरकार द्वारा चलाई विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 11 से 26 जुलाई तक ओढ़ां में नलबंदी व नसबंदी के आप्रेशन किए जा रहे हैं और जो भी आशा वर्कर, एएनएम या स्टाफ सदस्य किसी का आप्रेशन करवाएंगे उन्हें भी सहयोग राशी दी जाएगी। इस बैठक को एलएचवी कृष्णा देवी, एएनएम शकुंतला देवी व सरोज बाला ने भी संबोधित किया।
सिरसा, 21जुलाई। कल 22 जुलाई को अनाज मंडी ऐलनाबाद में जिला स्तरीय वन महोत्सव समारोह का आयोजन किया जाएगा। समारोह के मुख्यातिथि सिरसा लोक सभा क्षेत्र के सांसद डा. अशोक तंवर होंगे।
यह जानकारी देते हुए जिला वन अधिकारी श्री नरेश रंगा ने बताया कि वन महोत्सव समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। समारोह मेंं किसान, स्कूली बच्चे, सरकारी विभागों के कर्मचारी, अधिकारी एवं स्वंय सेवी संस्थाओं के संस्थापक सहित गणमान्य व्यक्ति व जिलावासी बड़ी संख्या में भाग लेंगे। इस मौके पर वन विभाग द्वारा मुफ्त पौधे भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वन महोत्सव समारोह से पूर्व एफ.डी.ए. स्कीम के तहत गवर्निंग बॉडी की वार्षिक बैठक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर वर्ष गवर्निंग बॉडी की दो मीटिंग करनी अनिवार्य होती हैं।
श्री रंगा ने बताया कि इस वर्ष जिला में वन मण्डल को 9.5 लाख पौधे किसानों, स्कूलों, सरकारी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को मुफ्त बांटने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जिले के विभिन्न गांवों में 16 नर्सरियां तैयार की गई है जिसमें भवदीन, रामनगरिया, डिंग, नहराना, डबवाली, खुईयां, रानियां, जीवननगर, ऐलनाबाद, दमदमा, केहरवाला, बाहिया, उमेदपुरा, कालांवाली, खेरकां, और दौलतपुर आदि शमिल है। इन नर्सरियों में हर तरह के जड़ी बूटियां के पौधे भी तैयार किए गए है जिसमें 31 लाख 71 हजार 430 पौधे अलग अलग प्रजातियों के पौधे उपलब्ध हंै। इन नर्सरियों में किसी भी समय पौधे प्राप्त किए जा सकते है। उन्होंने बताया कि जुलाई मास पौधारोपण के लिए अति महत्वपूर्ण माना गया है।
जिला वन अधिकारी ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार 33 प्रतिशत वनों का होना, पर्यावरण संतुलन के तथा वातावरण शुद्ध करने के लिए अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि ज्योग्राफिकली एरिया के अनुसार हरियाणा में वन भूमि सिर्फ 3.8 प्रतिशत है परंतु कुल ट्री कवर एरिया कृषि भूमि को मिलाकर 8.6 प्रतिशत ही है जो कि निर्धारित पर्यावरण संतुलन के लिए बहुत कम है। उन्होंने बताया कि इस विषय को गम्भीरता से देखते हुए हरियाणा सरकार ने हर वर्ष लगभग 5 करोड़ पौधे किसानों, स्कूलों, सरकारी विभागों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को मुफ्म वितरण करती आ रही है, ताकि पर्यावरण संतुलन बना रहे। उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न गांवों में जड़ी बूटियों युक्त पौधे जैसे नीम, पिलखन, पापड़ी, बकैन, शीशम, सफेदा, गुलमोहर, केशिया, सामिया, चांदनी, कीकर, जण्ड, जामुन, अनार, आंवला,पोपलर, बी विलिया, फ्रांस, नींबू, बेल पत्थर आदि तरह के पौधे लगाने के लिए तैयार किए गए है।
श्री रंगा ने बताया कि भावदीन नर्सरी में 3 लाख 60 हजार , रामनगरिया में एक लाख 25 हजार, डिंग में 7 हजार 500, नहराना में एक लाख 73 हजार, डबवाली में एक लाख 80 हजार, खुईयां में 5 लाख 20 हजार, रानियां में दो लाख 11 हजार, जीवननगर में 2 लाख 60 हजार, ऐलनाबाद में एक लाख 51 हजार, दमदमा एक लाख, केहरवाला में दो लाख, उमेदपुरा में दो लाख 10 हजार, बाहिया में एक लाख , कालांवाली में 3 लाख 11 हजार 430, खेरेकां में एक लाख 50 हजार तथा दौलतपुर खेडा़ में 1 लाख 12 हजार विभिन्न प्रजातियों के पौधे इन नर्सरियों में तैयार किए गए है।
उन्होंने बताया कि जिला को हरा भरा बनाने के लिए तथा पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए जुलाई व अगस्त माह में वन विभाग द्वारा 31 लाख से भी अधिक विभिन्न प्राजातियों के जैसे नीम, पिलखन,पापड़ी, बकैन, शहतुत, शीशम, सफेदा, गुलमोहर, केशिया, सामिया, चांदनी, कीकर, जण्ड, जामुन, अनार, आंवला ,पोपलर, बी विलिया ,फ्रांस, नींबू, बेल पत्थर आदि के पेड़ पौधे लगाए जांएगे। विभाग द्वारा जिलावासियों को नि:शुल्क पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे।
विज्ञान सेमिनार का आयोजन प्रति वर्ष की भांति स्कूल स्तर, खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है
सिरसा, 21 जुलाई। जिला उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि विज्ञान सेमिनार का आयोजन प्रति वर्ष की भांति स्कूल स्तर, खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है। स्कूल स्तर पर चयनित विद्यार्थी खंड स्तर के विज्ञान सेमिनार में निम्र अनुसार भाग लेंगे। 26 जुलाई को ऐलनाबाद, 27 जुलाई को रानियां, 28 जुलाई को सिरसा, 29 को नाथूसरी चौपटा, 1 अगस्त को बड़ागुढ़ा, 3 अगस्त को ओढां तथा आगामी 5 अगस्त को डबवाली में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जिला स्तर पर आगामी 8 अगस्त को आरएसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिरसा में विज्ञान सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
डा. ख्यालिया ने बताया कि उक्त सेमिनारों में कक्षा आठवीं से दसवीं तक के बच्चे भाग ले सकते हैं। विज्ञान सेमिनार का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र दिल्ली के सौजन्य से एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से प्रति वर्ष करवाया जाता है। जिला स्तर पर प्रथम चयनित विद्यार्थी राज्य स्तर के विज्ञान सेमिनार में भाग लेगा जोकि एस.सी.ई.आर.टी. गुडग़ांव में 13 अगस्त को आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर प्रथम चयनित विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेगा। जोकि आगामी 30 सितंबर को दिल्ली के राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में आयोजित किया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र दिल्ली के सौजन्य से एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से प्रतिवर्ष विज्ञान ड्रामा का आयोजन खंड स्तर, जिला स्तर, राज्य स्तर व राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। 30 मिनट के विज्ञान ड्रामा में कक्षा दस तक के आठ बच्चे अपनी टीम के साथ ड्रामा तैयार करके भाग ले सकते हैं।
उपायुक्त ने आगे बताया कि जिला में छात्रों को साईंस विषय में दक्ष करने व उन्हें साईंस के प्रति प्रेरित करने के लिए सरकार द्वारा द्बठ्ठठ्ठ1शष्ड्डह्लद्बशठ्ठ स्ष्द्बद्गठ्ठष्द्ग श्चह्वह्म्ह्यह्वद्बह्ल द्घशह्म् द्बठ्ठह्यश्चद्बह्म्द्गस्र ह्म्द्गह्यद्गड्डह्म्ष्द्ध (इनस्पायर) नामक योजना चलाई गई है। इनस्पायर अवार्ड योजना के तहत जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन 20 से 22 जुलाई तक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खैरपुर में किया जा रहा है। प्रदर्शनी देखने का समय प्रात: 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया है।
उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि उक्त योजना के तहत मॉडल तैयार करने हेतु प्रत्येक बच्चे को 5 हजार रुपए की राशि दी गई है। जिला के सातों खंडों से साईंस मॉडल तैयार करने के लिए कुल 289 छात्रों का चयन किया गया है। ये छात्र जिले के विभिन्न विद्यालयों से संबंध रखते हैं। आयोजित प्रदर्शनी में वे अपने मॉडल सहित भाग ले रहे हैं। इन बच्चों को मॉडल बनाने एवं परिवहन हेतु पांच हजार रुपए की राशि पहले से ही प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार से सिरसा जिला में इस योजना के तहत 14 लाख 45 हजार रुपए की राशि खर्च की जा रही है। यह योजना केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के माध्यम से प्रदेश में पहली बार एस.सी.ई.आर.टी. के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है। उन्होंने बताया कि उक्त योजना के तहत बच्चों द्वारा साईंस मॉडल तैयार करने के लिए जल संरक्षण, सौर ऊर्जा, ऊर्जा बचाओ जैसे विषय दिए गए हैं जिन पर छात्र साईंस अध्यापकों के निर्देशन में मॉडल तैयार करेंगे। मॉडल तैयार करवाने के लिए जिला के चुने हुए साईंस अध्यापकों को प्रशिक्षण दिया गया।
उन्होंने बताया कि इनस्पायर नामक इस योजना के तहत खंडवार बच्चों की पहचान की गई है। इस योजना के तहत बड़ागुढ़ा खंड के 50, डबवाली के 9, नाथूसरी चौपटा के 65, सिरसा खंड के 44, रानियां के 42, ऐलनाबाद खंड से 27 व ओढंा खंड से 52 बच्चों का चुनाव किया गया जिन्हें उपरोक्त राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि साईंस मॉडल प्रतियोगिता के लिए दो श्रेणियां बनाई गई है। छठी से आठवीं तक के बच्चे पहली श्रेणी में रखे गए हैं और दूसरी से आठवीं तक के बच्चों को दूसरी श्रेणी में रखा गया है। पहले दोनों श्रेणियों में अलग-अलग जिला स्तरीय प्रतियोगिता होगी जो 20 जुलाई से 22 जुलाई को स्थानीय खैरपुर स्कूल में आयोजित की जा रही है। इसके बाद जो छात्र इस प्रतियोगिता में अव्वल स्थान प्राप्त करेंगे उन्हें राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा।
डा. ख्यालिया ने बताया कि स्कूली छात्र-छात्राओं को विज्ञान विषय के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से ही जिला के सभी खंडों के राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों में पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत 33 लाख 72 हजार रुपए की राशि खर्च करके साईंस म्यूजियम स्थापित किए जा रहे हैं। अभी तक जिला के तीन राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में म्यूजियम से संबंधित उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं।
उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि प्रत्येक मॉडल स्कूल में लगभग पौने पांच लाख रुपए के साईंस उपकरण स्थापित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इनमें सैंकड़ों प्रकार के साईंस उपकरणों शामिल है। इन उपकरणों के माध्यम से मॉडल स्कूलों के छात्रों को साईंस की जानकारी देकर इस विषय की ओर प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन मुख्य उपकरणों में बीफोर एंड आफ्टर डैम, ब्लास्ट फरनेंस बॉडी लैस हैड, डीएनए, विंड मील, मिशन मार्स, आरकेमीडिज स्क्रयू, एसट्रोनोट आदि उपकरण शामिल हैं।
डा. ख्यालिया ने बताया कि पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सिरसा में 4 लाख 85 हजार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐलनाबाद में 4 लाख 74 हजार, डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 72 हजारकी राशि से साईंस म्युजियम स्थापित किए गए है। इसके साथ साथ राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुडिय़ाखेड़ा में 4 लाख 77 हजार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कालांवाली में 4 लाख 97 हजार, रानियां के कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 90 हजार और रोड़ी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 4 लाख 77 हजार रुपए के साईंस उपकरण स्थापित किए जाने है।
पेंशन प्राप्तकर्ताओं की समस्याओं को निपटाने व पेंशन पात्रों के शत-प्रतिशत बैंकों में खाते खोलने के उद्देश्य से जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया गया है
सिरसा, 21 जुलाई। जिला में विभिन्न योजनाओं के तहत पेंशन प्राप्तकर्ताओं की समस्याओं को निपटाने व पेंशन पात्रों के शत-प्रतिशत बैंकों में खाते खोलने के उद्देश्य से जिला स्तर पर कम्यूनिकेशन प्लान तैयार किया गया है जिसके लिए स्थानीय नगराधीश को नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा. युद्धबीर सिंह ख्यालिया ने बताया कि पेंशन पात्रों के खाते खुलवाने, स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए जिला स्तर पर स्थानीय यूथ हॉस्टल में कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है जिसमें समाज कल्याण विभाग, एक्सिस बैंक तथा फीनो कंपनी के अधिकारी बैठकर पूरी कार्य योजना तैयार करेंगे ताकि जिला में आगामी 31 जुलाई तक सभी पेंशन प्राप्तकर्ताओं के बैंकों में खाते खोले जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला में पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खोलने का कार्य अंतिम चरण में है अब तक जिला में 95 प्रतिशत से भी अधिक पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलवाए जा चुके हैं। इसके साथ-साथ जिला में अब तक 1 लाख तीन हजार पेंशन प्राप्तकर्ताओं के स्मार्ट कार्ड भी बनाए जा चुके हैं। इस कार्य में सिरसा जिला राज्य के सभी जिलों से आगे चल रहा है। उन्होंने बताया कि खाते खुलवाने संबंधित व स्मार्ट कार्ड बांटने संबंधित प्रक्रिया के लिए संबंधित उपमंडलाधीशों को ओवरआल इंचार्ज बनाया गया है और खंडों में खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाई गई है। इसके साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद व नगरपालिकाओं के कार्यकारी अधिकारियों और सचिवों की जिम्मेवारी सुनिश्चित की गई है। पहले से चल रहे कार्य में तेजी लाने के लिए फीनो कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सात मशीनों की और अतिरिक्त व्यवस्था करे ताकि शेष बचे पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खोलने एवं फिंगर प्रिंट लेने का कार्य बिना विलंब के पूरा हो सके। जिला में फीनो कंपनी के अधिकारियों, प्रतिनिधियों का सहयोग करने के लिए जिला साक्षरता समिति के सदस्यों व कार्यकर्ताओं को भी लगाया गया है।
उन्होंने ने बताया कि जिला में जिन पेंशनधारकों के पेंशन लेते समय फिं गर प्रिंटस का मिलान नहीं हो रहा है तथा जिनके कार्ड में नाम गलत हैं अथवा कार्ड गलत बने हुए हैं वे अपने कार्ड शैड्यूल अनुसार जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय सिरसा के बाहर स्टेट बैंक के पास खिड़की नं. 1 से सुबह 9 बजे से सायं 4 बजे तक ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने पेंशनधारकों से आग्रह किया कि जिनके कार्ड गलत हैं वे शीघ्र अति शीघ्र अपना कार्ड सही करवाकर समय पर पेंशन प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि एमसी सिरसा, सिरसा खंड के पेंशनधारक जिनके कार्ड गलत बने हैं या फिगर प्रिंटस से मिलान नहीं हो रहा है वे सोमवार के दिन प्रात: 9 बजे से सायं 4 बजे तक ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार ब्लॉक सिरसा व ब्लॉक नाथूसरी चौपटा के पेंशनधारक मंगलवार को, एमसी ऐलनाबाद व ब्लॉक ऐलनाबाद के पेंशनधारक बुधवार को, ब्लॉक ओढां, ब्लॉक बड़ागुढ़ा व एमसी कालांवाली के पेंशनधारक वीरवार को, ब्लॉक डबवाली व एमसी डबवाली के पेंशनधारक शुक्रवार को तथा ब्लॉक रानिया व एमसी रानियां के पेशनधारक शनिवार को जिनके कार्ड में नाम गलत है, कार्ड गलत बने हुए व फिंगर प्रिंटस का मिलान नहीं हो रहा वे उक्त शैड्यूल अनुसार ठीक करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पेंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलने में देरी होती है या नहीं खुल पाते हैं उस कार्य के लिए संबंधित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी जिम्मेवार होंगे। राज्य सरकार द्वारा पेंशन के कार्य की निगरानी करने के लिए सिरसा जिला में वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री माणिक बी सोनावणे को प्रशासनिक सचिव नियुक्त किया है जो आगामी एक सप्ताह तक सिरसा का दौरा भी कर सकते हैं और पेंशन संबंधित कार्य की समीक्षा भी कर सकते हैं।
डा. ख्यालिया ने पेंशन से संबंधित विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि वे वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना एवं अन्य पेंशन योजनाओं के तहत लाभपात्रों के खातों में मुख्यालय से ही पेंशन की राशि डाली जाएगी जिसके बाद प्रत्येक व्यक्ति अपने खाते से स्मार्ट कार्ड के माध्यम से पेंशन प्राप्त कर सकेगा। यदि पेंशन की राशि खाते में डालने में देरी होती है तो उस स्थिति में पेंशन प्राप्तकर्ता को धनराशि का सेविंग अकाउंटस की दर से ब्याज भी दिया जाएगा।
उन्होंने सोशल नेटवर्किंग सर्विस योजना के तहत गठित की गई सीनियर सिटीजन कमेटी के सदस्यों से भी अपील की कि वे शहरी क्षेत्रों में पेंंशन प्राप्तकर्ताओं के खाते खुलवाने एवं स्मार्ट कार्ड आदि बटवाने में फीनो कंपनी के प्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि कमेटी की कार्यकारिणी से कहा कि प्रत्येक मैम्बर संबंधित वार्डों में फीनो कंपनी के प्रतिनिधि से मिलकर कार्य को सुचारू रूप से चलाने में मदद करें।
युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को आसरा मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य में करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए गए हैं
सिरसा, 21 जुलाई। युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को आसरा मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य में करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए गए हैं जिनमें पूरे प्रदेश की विधवा व उनके आश्रितों जिनके यहां कोई कमाना वाला पुत्र न हो व कोई रिश्तेदार मदद करने की स्थिति में न हो, ऐसी महिलाएं जिनके पति क्षय रोग जैसी भयंकर बीमारी से पीडि़त हो को इन निराश्रित गृहों में प्रवेश दिया जाता है।
यह जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा राज्य में जिला करनाल, रोहतक एवं फरीदाबाद में विधवा एवं निराश्रित गृह स्थापित किए हैं। उन्होंने बताया कि रोहतक व करनाल में महिला आश्रम के नाम से तथा फरीदाबाद में कस्तूरबा सेवा सदन के नाम से विधवा एवं निराश्रित गृहों की स्थापना की गई है। उन्होंने बताया कि युवा विधवाओं व उनके आश्रितों को जिनके परिवार में कमाने वाला कोई पुत्र न हो व कोई रिश्तेदार मदद करने की स्थिति में न हो तथा ऐसी महिलाएं जिनके पति क्षय रोग जैसी भयंकर बीमारी से पीडि़त हो आदि को निराश्रित एवं विधवा गृहों में प्रवेश दिया जाता है। उन्होंने बताया कि महिला एवं बाल विकास द्वारा इन गृहों मेंं आवास, बिजली, पानी, शिक्षण, प्रशिक्षण की मुफ्त सुविधाओं के साथ-साथ 600 रुपए नकद, अंशदान एवं 150 रुपए कपड़ा भत्ता प्रतिमाह प्रति सदस्य भी प्रदान किया जाता है। इसके अलावा विभाग द्वारा अन्य मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती है। इन गृहों में वर्तमान में क्षमता से काफी कम संवासी रह रहे हैं।
उन्होंने बताया कि योजना की विस्तृत जानकारी के लिए अधीक्षक महिला आश्रम रोहतक, करनाल एवं अधीक्षक कस्तूरबा सेवा सदन फरीदाबाद से संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बेघरों के लिए आवास योजना के तहत सरकार द्वारा भवनों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आवास बोर्ड हरियाणा के मकानों, फ्लैटों में महिला आवेदकों के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि सिरसा में आवास कॉलोनी हेतु हुड्डा विभाग से 32 एकड़ जमीन खरीदी गई है जिस पर आर्थिक रूप पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए 2932 मकानों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हिसार, बावल, बरही व करनाल में 802 मकानों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा महिला शक्ति सदन के नाम से राज्य के प्रत्येक गांवों में चरणबद्ध तरीके से महिला चौपालें भी बनाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुपोषित बच्चों की संख्या घटाने के लिए जिला स्तर पर न्यूट्रीशन अवार्ड दिया जाता है जिसमें प्रथम, द्वितीय व तृतीय अवार्ड क्रमश: दो लाख रुपए, एक लाख रुपए तथा 50 हजार रुपए प्रति वर्ष है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2008-09 के लिए यह पुरस्कार यमुनानगर, पंचकुला, नारनौल तथा वर्ष 2009-10 के लिए सिरसा, भिवानी तथा जींद उक्त इनाम प्राप्त कर चुके हैं।
राणा बिरट बने आदर्श युवा कल्ब के प्रधान
बिज्जूवाली, 21 जुलाई ( हेमराज बिरट )। आज गांव बिज्जूवाली के रामलीला ग्राऊंड में आदर्श युवा कल्ब की बैठक आयोजन किया गया। बैठक में सर्वसम्पति से कल्ब की नई कार्यकारिणी का गठन किया। जिसमें प्रधान राणा बिरट, उपप्रधान संजय छापौला, सचिव पंकज सुखीजा, कोषाध्यक्ष शीशपाल कैथ, महासचिव धर्मपाल, खेलसचिव राजेश कुमार बैरवाल, सांस्कृतिक सचिव राजेश कुमार, व्यवसायिक सचिव अजय कुमार, सह सचिव रामदास वर्मा, सदस्य सुरेन्द्र वर्मा, हैप्पी सरदाना को सर्वसम्पति से चुना गया। प्रधान ने बताया कि पिछले लंबे समय से आदर्श युवा कल्ब बंद पड़ा था, उसी के मध्यनजर उन्होंने गांव से जागरूक युवा चुनकर दौबारा कल्ब चलाने का निर्णय लिया है। प्रधान ने बैठक में उपस्थित युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमें किसी जरूरतमंद व्यक्ति की सहायता करने व सांझे कार्यों के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि कल्ब के जरीए हम युवा वर्ग का शारिरिक, आर्थिक शेषणिक, सामाजिक, नैतिक व सांस्कृतिक विकास कर सकते हैं, सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में मदद करना जैसे दहेज प्रथा, नशाबंदी, बाल विवाह, कन्या भु्रण हत्या को रोकना, हर प्रकार की राजनिति व हर स्तर से मुक्त रहकर सिर्फ सामाजिक कार्यों में सहयोग करना। साथ ही राणा बिरट ने बताया कि कार्यकारिणी का कार्यकाल समय 3 वर्ष तक का होता है, किन्तु जब तक नई कार्यकारिणी का निर्वाचन नहीं होता जब तक अधिक से अधिक 6 माह तक वही कार्यकारिणी प्रभावशाली रहेगी।
उत्तरी भारत की प्रथम न्यूज एजेंसी द्वारा लॉच दि प्रैसवार्ता डॉट कॉम, जिसे लाखों लोगों द्वारा पसंद किया जा चुका है
सिरसा, 21 जुलाई। उत्तरी भारत की प्रथम न्यूज एजेंसी द्वारा लॉच दि प्रैसवार्ता डॉट कॉम, जिसे लाखों लोगों द्वारा पसंद किया जा चुका है, को अब नए अंदाज में लॉच किया जा चुका है। उपरोक्त जानकारी वेबकॉम के डाईरैक्टर मनमोहित ग्रोवर ने दी है। उन्होने बताया कि पाठकों की बढ़ती मांगों के मद्देनजर इस वेबकॉम के पुराने डिजाईन में फेरबदल कर इस वेबकॉम को नया लुक दिया जा चुका है। उन्होने बताया कि इस वेबकॉम को नया लुक देते ही एक लाख 25 हजार 984 लोगों द्वारा हिटस् वेबकॉम को किया जा चुका है, जो संपूर्ण पत्रकारिता जगत के लिए गर्व की बात है।
प्रमोद रिसालिया
बुढ़ापा मानव के जीवन का आखिरी चरण है। यह वो समय है जब मनुष्य की बचपन की लापरवाही और जवानी की मौज-मस्ती सदा के लिए समाप्त हो जाती है। बूढ़े होना एक प्राकृतिक प्रकिया है और उम्र के बढऩे से हर व्यक्ति बूढ़ा होता है। मगर यह जरूरी नहीं कि हर बुढ़ापा बुजुर्ग बन जाए। जब कोई व्यक्ति बूढ़ा होने के बाद भी अपने मन के अडिय़ल घोड़े को लगाम नहीं डाल सकता। काम हमेशा क्रोध का गुलाम बनकर रहता है। व्यक्ति अंहकार और जिद्द का त्याग नहीं कर सकता और लोभ-लालच के चक्कर में फंसा रहता है तो वह बुजर्ग का पद नहीं पा सकता। बुजुर्ग बनने के लिए तो मन को मोडऩा और अंहकार को तोडऩा पड़ता है। इसके पीछे कारण यह है कि बुजुर्ग अवस्था मांग करती है सूझ -बूझ की, सब्र और शांति की, संयम और सहनशीलता की और दिमाग की। ना कि सडऩे व ईर्ष्या करने की। समझदार परिवार बुजुर्गो को अपनी शान समझतें है। बुजुर्ग लोग जहां दिशा प्रदान करते है वही अपनी सझदारी से परिवार की शांति बनाए रखतें है। घर में बैठा बुजुर्ग चाहे वह माता-पिता के रूप में, चाहे वह दादा-दादी, नाना-नानी या किसी अन्य रूप में हो। वो घर की छत की तरह होते है। सारे परिवार के लिए शांति और सुरक्षा का एहसास होता है। बच्चो के लिए तो दादा-दादी से अच्छा मित्र हो ही नहीं सकते। बुजुर्गो का मान-सम्मान सबसे अच्छी पूजा, उनकी सेवा-सम्भाल सबसे अच्छा तीर्थ और उनका आशीर्वाद परमात्मा की कृपा माने जाते है। उन्होने अपने जीवन में सभी रंग देखे होते है। सुख-दु:ख और लाभ-हानि सहन किए होते है। इस अनुभव के कारण ही उनकी हर सलाह अधिक वजनदार और व्यवहारिक होती है और उनका सुक्षाव वेकार नहीं जाता है। कितने दु:ख की बात है कि आज इस स्वार्थवादी और तेज़ रफ्तार युग में बुजर्गों के प्रति लापरवाही बर्ती जा रही है, बल्कि उनको कबाड़ समझा जा रहा है। यह सोचने की कोशिश ही नहीं की जाती कि जिन्होने हमें जन्म दिया और जिन्होने हमारी परवरिश की है उनकी देखभाल कौन करेगा ? लालची और स्वार्थी होकर बच्चे उनकी जमीन अथवा जायदाद को जल्द से जल्द हड़पना चाहते है। मगर उन्हे सम्भालेगा कौन ? इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचते। और तो और बुजुर्गों के पास बैठकर सुख-दु:ख के लिए समय भी नहीं निकाल सकते । बहुत लाड-प्यार और मुश्किलों से पाले गए बच्चे ही उनसे बेगानों जैसा व्यवहार करते है। कुछ लोग पीछा छुड़वाने के लिए उनको वृद्ध आश्रम में छोड़ देते है या कहीं और दर-दर भटकने के लिए मजबूर कर देते है। शायद वह यह भूल जाते है कि एक दिन वह भी बूढ़े होगें और उनके साथ भी उनके बच्चे ऐसा ही व्यवहार कर सकतें है। हमारे लिए यह समझ लेना जरूरी है कि जिन घरों में बुजगों का निरादर किया जाता है वह तहज़ीब और मान-मर्यादा से वंचित होते है और उसको अपनों में भी सुख-शांति प्राप्त नहीं होगी। इसलिए तो कहा जाता है कि जिस घर में बुजुर्गों का सम्मान नहीं वहां जवानी को भी जीने का अधिकार नहीं। कई बार बड़ी उम्र या किसी शारिरीक अथवा मानसिक पीड़ा के कारण बुजुर्ग चिड़चड़े हो जातें है। पर यह उनकी मज़बूरी होती है। ऐसी अवस्था मे हमारा अथवा बच्चों का फर्ज बनता है कि वह संयम और सहनशीलता से काम लेते हुए उनको खुश और संतुष्ट रखने का प्रयास करें। मनोविज्ञानिक कहते है कि एक बुजुर्ग को सबसे अधिक खशी उस समय महसूश होती है जब उसका परिवार उस के साथ खुल कर बातें करें। हम अपने घर में बुजुर्ग के सम्मान की ही नहीं अपितु उन सभी बुजुर्गो के सम्मान की बात करतें है जिनसे समाज में रहते हुए सम्पर्क रहता है और उनको बनता सम्मान देना हमारा पहला फर्ज बनता है।
लेखक टीवी पत्रकार है
भगवान शिव के भक्तों यानी कावडिय़ों का जत्था सिरसा के चतरगढ़ पट्टी से हरिद्वार से कावड़ लाने के लिए रवाना हुआ
सिरसा, 21 जुलाई। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी भगवान शिव के भक्तों यानी कावडिय़ों का जत्था सिरसा के चतरगढ़ पट्टी से हरिद्वार से कावड़ लाने के लिए रवाना हुआ। इस कावडिय़ों के दल को इनेलो के प्रैस प्रवक्ता कृष्ण गुम्बर ने हरी झंडी देकर रवाना किया। इस मौके पर सभी भक्तों का हौसला बढ़ाते हुए गुम्बर ने कहा कि भगवान शिव सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते है। उन्होंने कहा कि शिव की भक्ति की शक्ति कितनी अपार है, यह पंद्रह दिनों तक चलने वाली इस कावड़ यात्रा के अपार उत्साह और संयम को देखकर पता चल जाता है। इस यात्रा में गरीबों की अधिक भागीदारी देखकर लगता है कि शिव भोले भंडारी हैं, वे सबका ध्यान रखते हैं, वे औघड़ दानी हैं और उनकी भक्ति सबसे सस्ती है, बस जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कावड़ सचमुच समरसता और समानता का वातावरण बनाती है, साथ ही अपनी शक्ति और अखंड भारत की एकता का प्रदर्शन भी करती है। उन्होंने कहा कावड़ कोरा लोकाचार नहीं, हमारी संस्कृति की अनुपम धरोहर है जिसको सहेज कर रखना बहुत जरूरी है। युवाओं का इस अनूठी यात्रा में चरम उत्साह देखकर लगता है हमारी संस्कृति को अभी कोई खतरा नहीं है। इस मौके पर पार्षद राम निवास भोंमरा, राजकुमार, हरिश कुमार, वेद प्रकाश, प्रदीप, रमन सहित मौहल्ले के अनकों सदस्य मौजूद थे।
डॉ. भीमराव अंबेडकर सभा ने बेगू रोड स्थित अंबेडकर भवन के निर्माण हेतु सहयोग राशि देने के लिए सांसद अशोक तंवर का आभार व्यक्त किया
सिरसा, 21 जुलाई। डॉ. भीमराव अंबेडकर सभा ने बेगू रोड स्थित अंबेडकर भवन के निर्माण हेतु सहयोग राशि देने के लिए सांसद अशोक तंवर का आभार व्यक्त किया है। सांसद को लिखे अपने पत्र में सभा के प्रधान आत्म प्रकाश मेहरा व अन्य कार्यकारिणी सदस्यों ने भवन के अंदर रमाबाई अंबेडकर हाल के निर्माण हेतु 21 लाख रुपए की राशि देने पर उनका धन्यवाद प्रेषित किया और कहा कि दलित एवं पिछड़े समाज के लोग इस सहयोग के लिए सदैव उनके आभारी रहेंगे। सांसद डॉ. अशोक तंवर ने 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के अवसर पर बतौर मुख्यातिथि समारोह में पहुंचकर अपने सांसद कोटे से सभा को 21 लाख रुपए की राशि मुहैया करवाने का आश्वासन दिया था। गत दिवस एक प्रतिनिधिमंडल सांसद के निवास पर पहुंचा और सांसद का धन्यवाद किया। इस प्रतिनिधिमंडल में सभा के प्रधान आत्मप्रकाश मेहरा, महासचिव बलदेव मराड़़, ओमप्रकाश केहरवाला, तेजभान पनिहारी सहित सभा के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
फोटो विवरण: सांसद अशोक तंवर को धन्यवाद पत्र भेंट करते अंबेडकर सभा के पदाधिकारी।
डॉ. अशोक तंवर कल 22 जुलाई को प्रात: 9 बजे अपने निवास स्थान पर संसदीय क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेंगे
सिरसा, 21 जुलाई। सिरसा लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ. अशोक तंवर कल 22 जुलाई को प्रात: 9 बजे अपने निवास स्थान पर संसदीय क्षेत्र के लोगों से मुलाकात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। यह जानकारी सांसद के निजी सचिव परमवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि सांसद तंवर प्रात: 11 बजे ऐलनाबाद की अनाज मंडी में आयोजित वन महोत्सव का शुभारंभ करेंगे व साथ ही ऐलनाबाद हलका के लोगों की समस्याएं सुनेंगे और उनका निराकरण करेंगे। ऐलनाबाद दौरे के दौरान सांसद तंवर वार्ड नंबर 17 में धानक धर्मशाला में समाज के लोगों से मिलेंगे और उसके बाद वे चौ. मनीराम झोरड़ राजकीय महाविद्यालय व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में पौधारोपण करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ पार्टी के अन्य नेतागण भी मौजूद रहेंगे।
साम्प्रदायिक हिंसा करने वालों को संरक्षण तथा हिंसा के शिकार हिंदु समाज व इसके लिए आवाज उठाने वाले हिंदु संगठनों का दमन करने की तैयारी कर रही है
सिरसा, 21 जुलाई। साम्प्रदायिक हिंसा रोकने की आड़ में केन्द्र सरकार साम्प्रदायिक और लक्षित हिंसा अधिनियम 2011 के विधेयक माध्यम से साम्प्रदायिक हिंसा करने वालों को संरक्षण तथा हिंसा के शिकार हिंदु समाज व इसके लिए आवाज उठाने वाले हिंदु संगठनों का दमन करने की तैयारी कर रही है। इस विधेयक को किसी भी कीमत पर पारित नहीं होने दिया जाएगा। यह बात बजरंग दल के सह जिला संयोजक कपिल जोशी ने प्रैस विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा इस विधेयक को बनाए जाने का मंसूबा पूरी तरह तैयार कर लिया है। इसके विरोध में 24 जुलाई रविवार को बजरंग दल व विश्व हिंदु परिषद द्वारा संयुक्त रूप से प्रात: 10:30 बजे बड़े स्तर पर सुभाष चौक सिरसा में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस विरोध प्रदर्शन में बजरंग दल के प्रांत संयोजक सुरेश वत्स भारती व विश्व हिंदु परिषद के विभागाध्यक्ष बृज मोहन शर्मा प्रदर्शनकारियों को संबोधित करेंगे और सरकार द्वारा हिंदुत्व को कुचलने के लिए बनाए जा रहे साम्प्रदायिक और लक्षित हिंसा अधिनियम 2011 विधेयक की खामियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
संपर्क सूत्र: कपिल जोशी मो. 92155-13135
ग्राम सभा की बैठक में ग्रामीणों ने किया शोर शराबा
ओढ़ां-गांव सालमखेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में बीआरजीएफ के तहत ग्राम सभा की बैठक का आयोजन सरपंच अवतार सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस बैठक में ग्रामीणों ने मनरेगा की मजदूरी न मिलने, वृद्धावस्था पैंशन चार महीनों से न मिलने, सौ सौ गज के प्लाट न मिलने तथा गांव में सफाई व्यवस्था को लेकर काफी शोर शराबा किया। मौके पर मौजूद एबीपीओ सुनील कंबोज ने ग्रामीणों को विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याएं शीघ्र ही दूर कर दी जाएंगी। इस बैठक में गांव में सिलाई सैंटर और पंचायतघर का भवन बनाने, एससी बस्ती में पानी पहुंचाने हेतु पाइप लाइन डालने, जलघर और स्कूल में सफाई करवाने, पांच एकड़ से कम भूमि वाले किसानों की भूमि समतल करने, बाग लगाने तथा पानी पहुंचाने हेतु पाइप लाइन डालने और खालों के साथ मिट्टी लगाने आदि कार्यों से संबंधित प्रस्ताव डाले गए। इस अवसर पर क्रिड के जिला अधिकारी जगजीत सिंह, ग्राम सचिव जसविंद्र सिंह, पूर्व सरपंच जयदयाल मेहता, मेजर सिंह, नंबरदार दलजीत सिंह, वीएलडीए अनिल कुमार, कृषि विकास अधिकारी कृष्ण लाल, पंच बीरा सिंह, रमेश कुमार, करनैल सिंह, गुरदयाल कौर तथा आंगनबाड़ी वर्कर जसपाल कौर व कुलवंत कौर सहित अनेक गांववासी उपस्थित थे।
सरपंच ने की सफाई अभियान की शुरूआत
ओढ़ां-गांव ख्योवाली में सरपंच श्रीमती रीना बिरट ने गांव में सफाई अभियान की शुरूआत की जिसके तहत गलियां व नालियों की सफाई की गई। इस अवसर पर रीना बिरट ने सभी गांववासियों को सहयोग देने और गांव में साफ सफाई रखने की अपील करते हुए कहा कि इस कार्य में सहयोग देने वाले सभी गांववासियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे वातावरण शुद्ध रहता है और बीमारियां नहीं फैलती। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त से पूर्व गांव में स्थित सभी सरकारी भवनों की सफाई की जाएगी और उनमें रंग रोगन किया जाएगा। इस अवसर पर महिला पंच असमानी देवी, कृष्णा देवी, सरस्वती देवी, मंजू बाला, कुलबीर रोलण, राम सिंह, कृष्ण कुमार, नंबरदार तनसुख राम, कुंभा राम फौजी सहित अनेक गांववासी उपस्थित थे।
ग्राम पंचायत व शिक्षा समिति ने किया स्कूल का दौरा
ओढ़ां-ग्राम पंचायत ओढ़ां और शिक्षा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने गुरुवार को राजकीय कन्या उच्च
विद्यालय का दौरा करते हुए मिड डे मील का निरीक्षण किया और निर्देश दिए बच्चों को समय पर और सही ढंग से मिड डे मील दिया जाए तथा यदि कोई परेशानी आती है तो इस विषय में उन्हें अवगत करवाया जाए। इसके अलावा उन्होंने बच्चों को वर्दियां व बूट आदि शीघ्र वितरित करने बारे विचार विमर्श किया। इस अवसर पर सरपंच नरेंद्र मल्हान, प्रधान छिंद्र कौर, पंच अवजीत सिंह, जीवी रानी, बलजीत कौर, आत्मा सिंह बैनिवाल, रमेश बाटू और जोगेंद्र सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
तीसरी राज्य स्तरीय रोप जंप प्रतियोगिता 23-24 जुलाई को
ओढ़ां-आगामी 23-24 जुलाई को लार्ड शिव कॉलेज सिरसा में तीसरी राज्य स्तरीय रोप जंप प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें राज्य भर के खिलाड़ी भाग लेंगे। यह जानकारी देते हुए माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां की वाइस प्रिंसिपल श्रीमती विजय वधवा ने बताया कि इस प्रतियोगिता पर कब्जा करने हेतु स्कूल के विद्यार्थियों को कोच राजकुमार वर्मा द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विश्व जनसंख्या दिवस मनाया
ओढ़ां-विश्व जनसंख्या पखवाड़ा के अंतर्गत गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओढ़ां में आयोजित कार्यक्रम में आशा वर्कर, एएनएम और जागरूक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर स्वास्थ्य केंद्र के इंचार्ज डॉ. सुमित जैन ने उन्हें जनसंख्या वृद्धि पर रोक लगाने हेतु सरकार द्वारा चलाई विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 11 से 26 जुलाई तक ओढ़ां में नलबंदी व नसबंदी के आप्रेशन किए जा रहे हैं और जो भी आशा वर्कर, एएनएम या स्टाफ सदस्य किसी का आप्रेशन करवाएंगे उन्हें भी सहयोग राशी दी जाएगी। इस बैठक को एलएचवी कृष्णा देवी, एएनएम शकुंतला देवी व सरोज बाला ने भी संबोधित किया।
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