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31 January 2014

क्या सच में भारतीय जनता पार्टी जीत पाएगी लोकसभा चुनाव?

election 2014 bhartiya janta party

लोक सभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। और इस बार भारतीय जनता पार्टी अपनी जीत को लिए लेकर काफी उम्मीद लगाए हुए है। इस पार्टी की ओर से जीते के दावे भी किए जा रहे हैं।

ज्योतिषशास्त्र से भारतीय जनता पार्टी के दावे और लोकसभा चुनाव में इनकी स्थिति का आंकलन करने से ज्ञात होता है कि इस समय वास्तव में भारतीय जनता पार्टी का पलड़ा भारी है। �

भाजपा का उदय 6 अप्रैल 1980 को दोपहर 11.45 बजे� पर मूलसंज्ञक ज्येष्ठा नक्षत्र, अभिजित मुहूर्त, मिथुन लग्न और दुर्वासा द्रेष्काण में हुआ। भाजपा की मिथुन लग्न की कुंडली में लग्न से तीसरे पराक्रम भाव में मंगल, बृहस्पति, शनि एवं राहू, छठें शत्रुभाव में चन्द्रमा, नवम भाग्यभाव में बुध और केतु, दशम कर्मभाव में सूर्य तथा बारहवें हानिभाव में शुक्र बैठे हैं।

कुंडली में सौ से ज्यादा शुभा-शुभ योग बने हैं। इनमें सर्वाधिक प्रभावशाली एवं त्वरित परिणाम देनेवाला 'चतुर्ग्रही' योग का पराक्रम भाव में बनना तो इस पार्टी के लिए वरदान की तरह है इस भाव में एक साथ मंगल, शनि, राहू का होना बहुत ही शुभ फल देने वाला है।

कुंडली का सर्वोच्च योग पराक्रमेश सूर्य का दशम में बैठना और उन पर मंगल की शुभ दृष्टि का होना भी है इनके लिए शुभ है। अप्रैल 2012 से अप्रैल 2018 तक के मध्य भाजपा पर सूर्य की महादशा भी चलती रहेगी।

इसमें भी 18 जून 2013 से 13 मई 2014 तक के मध्य सूर्य की महादशा में राहू की अंतरदशा चल रही है। राहू महादशा स्वामी सूर्य से छठे यानी शत्रु भाव में बैठकर शत्रुहंता तथा सर्वारिष्ट शमन योग बनाए हुए है।

इस अवधि में कोई भी षड्यंत्र इस पार्टी का नुकसान नहीं कर सकता। 13 मई 2014 से 01 मार्च 2015 के बीच सूर्य की महादशा में बृहस्पति की अंतर्दशा आरम्भ हो चुकी होगी।

सूर्य-गुरु ने परस्पर अन्योन्याश्रित योग बनाया हुआ है साथ ही 19 जून तक गुरु लग्नराशि मिथुन में ही संचार करेंगें इसलिए यह समय भारतीय जनता पार्टी के लिए बहुत शुभ और अनुकूल रहेगा।

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