Loading

03 August 2017

कोई चमत्कार या दैवीय प्रकोप नहीं है : अजायब जलालआना

दहशत से छूटकारे के लिए लिया जा रहा है टोटकों का सहारा
ओढ़ां
ओढ़ां में गत दिवस एक 16 वर्षीय छात्रा गगनदीप कौर के बाल काटे जाने की घटना के बाद क्षेत्र भर के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है जिससे छुटकारा पाने के लिए लोगों द्वारा टोटकों का सहारा लिया जा रहा है।
अनेक लोगों ने अपने घरों के मुख्य द्वार पर नीम की टहनियां और नींबू आदि बांध रखे हैं और इसके साथ साथ यह भी कहा जा रहा है कि मेहंदी के घोल को हाथों पर लगाकर जिस घर के गेट पर पंजे के निशान बना दिए जाते हैं उस घर में इस प्रकार की घटनाएं होने का भय नहीं रहता। लोग अपने दूर दराज के रिश्तेदारों को भी इस प्रकार के टोटके अपनाने की सलाह दे रहे हैं। इस प्रकार इन अफवाहों बढ़ावा दिया जा रहा है।
इस विषय में तर्कशील सोसाइटी से मास्टर अजायब सिंह जलालआना ने कहा कि बाल कटने की घटनाएं समाज में सामुहिक भय का वातावरण बना रही हैं जिसके कारण कमजोर मानसिकता वाले लोगों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि ऐसे लोग इन घटनाओं को सत्य मानकर अर्धचेतन अवस्था में स्वयं को इससे पीडि़त महसूस करते हैं। ऐसी स्थिति में उन्हें अपने साथ भी बाल कटने की घटना होने जैसा अहसास होता है जबकि वास्तव में ऐसा कुछ होता नहीं है। उन्होंने कहा कि ये कोई चमत्कार अथवा दैवीय प्रकोप नहीं है अत: डरने जैसी कोई बात नहीं है। इस विषय में लोगों में जागरूकता लाने तथा वैज्ञानिक द़ष्टिकोण के प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।
ओढ़ां में बाल कट जाने की घटना के बारे में थाना प्रभारी ओढ़ां जगदीश जोशी से बात किए जाने पर उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं से लोग बेवजह भ्रम का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने अपील की कि लोग इस प्रकार की घटनाओं पर ध्यान ना दें क्योंकि इनमें कोई सच्चाई नहीं है इसलिए सभी लोग इस प्रकार की घटनाओं से भयमुक्त रहें।

No comments:

Post a Comment