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16 February 2018

जल स्वच्छता समिति सदस्यों का क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

सबसे बड़ी आवश्यकता जल की शुद्धता पर ध्यान देना : लक्ष्मीकांत भाटिया
ओढ़ां
जल हमारे जीवन की प्रथम प्राथमिकता व आवश्यकता है लेकिन हमारी मानसिकता में इसका महत्व ना के बराबर है इसलिए आज पेयजल के प्रति हम संवेदनशील नहीं हैं।

यह बात हरियाणा जल एवं स्वच्छता संगठन के राज्य सलाहकार लक्ष्मीकांत भाटिया ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय ओढ़ां में जल स्वच्छता समिति सदस्यों को क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी आवश्यकता जल की शुद्धता पर ध्यान देने की है ताकि अशुद्ध जल से पनपने वाले रोगों पर अंकुश लगाकर हम शारीरिक व आर्थिक नुकसान से बच सकें। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश भर में अप्रैल माह से ग्रामीण जल संरक्षण अभियान चलाकर हर घर तक पर्याप्त शुद्ध जल पहुंचाने का प्रशंसनीय प्रयास किया जा रहा है तथा जिसके लिए समितियों का सहयोग अत्यावश्यक है।
जिला सलाहकार राकेश सोगलान ने बताया कि खंड ओढ़ां में लगभग 400 समिति सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वे ग्रामीण जल प्रणाली के बारे में जागरूक होकर प्रत्येक घर तक शुद्ध जल पहुंचाने में सहयोग कर सकें। कैमिस्ट संतोष कुमारी ने पानी में कैमिकल विषय पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान सदस्यों को खंड संसाधन संयोजक प्रदीप बैनिवाल द्वारा जिम्मेदारियां व कर्तव्य, डॉ. बलदेवराज द्वारा स्वच्छता, प्रेम सहारण द्वारा जल संरक्षण, हरीसिंह द्वारा ऑपरेशन व मेंटीनेंस तथा राजेश द्विवेदी द्वारा जल में किटाणु विषय पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इस मौके पर पंचायत समिति अध्यक्ष मनोज शर्मा ने खंड ओढ़ां में प्रशिक्षण देने और जल संरक्षण व स्वच्छता विषय पर जागरूक करने पर जल स्वच्छता सहायक संगठन का आभार व्यक्त किया।

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