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10 March 2018

एतिहासिक गुरूद्वारा चोरमार साहिब के मुख्य सेवादार बाबा कर्म सिंह का निधन

ओढ़ां क्षेत्र के एतिहासिक गुरूद्वारा श्री चोरमार साहिब के मुख्य सेवादार 80 वर्षीय बाबा कर्म सिंह जी का निधन हो जाने से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। क्षेत्र भर के सामाजिक, धार्मिक व राजनीतिक संगठनों के प्रतिनिधियों सहित हजारों गणमान्य लोगों की उपस्थिति में उनका अंतिम संस्कार श्री गुरूद्वारा साहिब परिसर में किया गया। बाबा कर्म सिंह का जन्म गांव धनीये का बांगर जिला गुरदासपुर पंजाब में पिता जगत सिंह रंधावा और माता गुरमेज कौर के घर हुआ था। बाबा जी ने दसवीं तक की पढ़ाई गांव में ही की थी। बाबा जी का विवाह माता महेंद्र कौर के साथ हुआ और डॉ. बलवीर सिंह बाबा जी के पुत्र हैं।


गुरूद्वारा चोरमार साहिब में बाबा जी सन 1968 में आम सेवादार के रूप में आए। संत बाबा बलवंत सिंह के स्वर्गवास के उपरांत 15 फरवरी 1971 को बाबा कम सिंह को गुरूद्वारा साहिब का मुख्य सेवादार नियुक्त किया गया था। मुख्य सेवादार बनने के बाद बाबा कर्म सिंह जी ने स्वयं को श्री गुरूद्वारा साहिब की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने गुरूद्वारा साहिब का बड़ा भवन, दीवान हॉल, लंगर हॉल और विशाल सरोबर का निर्माण करवाया। बाबा जी ने शिक्षा की ओर ध्यान देते हुए सन 1992 में स्कूल की नींव रखी जो अब सीनियर सैकेंडरी तक है। बाबा जी हैडग्रंथी बाबा गुरपाल सिंह को अपने बेटे की तरह प्यार करते थे।
बाबा जी को मुखाग्नि उनके पुत्र बलवीर सिंह व हैडग्रंथी बाबा गुरपाल सिंह ने दी। उनके साथ तख्त दमदमा साहिब के जत्थेदार बाबा बलजीत सिंह दादूवाल, संत गुरमीत सिंह तिलोकेवाला, संत प्रीतम सिंह मलड़ी, संत मेजर सिंह देसू खुर्द, लोकल कमेटी प्रधान प्रकाश सिंह सहूवाला, एसजीपीसी मेंबर जगसीर सिंह मांगेआना, बाबा महेंद्र सिंह बठिंडेवाले, तख्त दमदमा साहिब के पांच प्यारों के जत्थेदार बलविंद्र सिंह, बाबा रामसिंह गंगा, वरिष्ठ भाजपा नेता देवकुमार शर्मा, मार्केट कमेटी डबवाली के चेयरमैन बलदेव सिंह मांगेआना, संत शिवानंद केवल, महंत प्रकाशमुनि पन्नीवाला रूल्दू, अनेक गांवों के पंच सरपंच और दशमेश युवा क्लब सदस्यों सहित अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।

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