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22 February 2017

रामचरितमानस और भगवत गीता को घर घर तक पहुंचाने का श्रेय जाता है गीता प्रेस को

कथा के दौरान गीता प्रेस दे रही है अपनी सेवायें
ओढ़ां
ओढ़ां गोशाला में श्रीमदभागवत कथा के चलते आध्यात्मिक संस्था गीता प्रेस की हिसार प्रचार प्रसार समिति द्वारा पुस्तकों की मोबाइल वैन भी अपनी सेवायें दे रही है।
भागवत कथा श्रवण हेतु आने वाले श्रद्धालु लागत से कम कीमत पर उपलब्ध इस धार्मिक साहित्य में काफी रूचि दिखा रहे हैं।
प्रचारकों ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों में आयोजक यह स्टाल लगवाकर धर्म के साहित्य प्रचार में सहयोग हेतु 98139-48801 या 94678-60272 नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि गत 95 वर्षों से विश्व की सर्वाधिक हिन्दू धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित करती आ रही विशुद्ध आध्यात्मिक संस्था गीता प्रेस गोरखपुर को देश-दुनिया में हिंदी, संस्कृत और अन्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित धार्मिक पुस्तकों, ग्रंथों और पत्र पत्रिकाओं के अतिरिक्त रामचरितमानस और भगवत गीता घर घर तक पहुंचाने का श्रेय जाता है। महान गीता मर्मज्ञ जयदयाल गोयन्दका द्वारा सन 1923 में स्थापित गीता प्रेस अपनी पुस्तकों में किसी भी जीवित व्यक्ति का चित्र नहीं छापती और न ही कोई विज्ञापन होता है। गोबिंद भवन कोलकाता द्वारा संचालित गीताप्रेस ने नि:स्वार्थ सेवाभाव, कर्तव्य बोध, दायित्व निर्वाह, प्रभुनिष्ठा, प्राणिमात्र के कल्याण की भावना और आत्मोद्धार की जो सीख दी है वो किसी अनुकरणीय आदर्श से कम नहीं।

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