पशुपालन विभाग ने लिया तुरंत एक्शन, 75 प्रतिशत पशु खतरे से बाहर
ओढ़ां
गांव बनवाला में पशुओं में किसी वायरल के कारण बीमारी फैलने के चलते अनेक पशुओं की मृत्यु होने का मामला प्रकाश में आया है। इतने पशुओं की अचानक मृत्यु होने पर पशु चिकित्सकों द्वारा इसकी सूचना डिप्टी डायरेक्टर सुशील कुमार गोदारा को दी गई। विभाग ने तुरंत एक्शन लिया और डिप्टी डायरेक्टर ने 10 वैटनरी सर्जन व 20 वीएलडीए पर आधारित टीम के साथ स्वयं गांव में पहुंचकर स्थिति का जायजा लेते हुए बीमार पशुओं को उपचार उपलब्ध करवाया। टीम ने गांव के 13 वार्डों में घर घर जाकर पशुओं का उपचार करते हुए स्थिति का नियंत्रित कर लिया है।
एसडीओ डॉ. सुखविंद्र सिंह ने बताया कि बीमारी से ग्रस्त डेढ़ सौ के लगभग पशुओं में से 75 प्रतिशत पशु खतरे की स्थिति से बाहर आ चुके हैं तथा शेष 25 प्रतिशत को टीम द्वारा उपचार उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि टीम के साथ डिप्टी डायरेक्टर स्वयं घर घर जाकर पशुओं की जांच कर रहे हैं तथा पशुओं को वैक्सीन भी दी जा रही है क्योंकि अभी पता नहीं चला है कि वायु में प्रदूषण था अथवा दवा में कमी थी। उन्होंने बताया कि आसपास के गांवों में भी रोग ग्रस्त पशु मिले हैं।
बीमारी के लक्षण बताते हुए उन्होंने कहा कि मूंह से लार टपकना, बुखार आना, जकड़पन, बदबू आना आदि लक्षणों के साथ पशु खाना पीना बंद कर देता है। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रकार के लक्षण किसी पशु में दिखाई दें तो पशुपालक अबिलंब चिकित्सक से संपर्क करके पशु को उचित उपचार उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि पशुओं को साफ स्थान पर रखें तथा नियमित रूप से जांच करवाते रहें।
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