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13 August 2017

भारतीय इतिहास की गाथा हमारे लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगी : कुलदीप सहारण

भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष सप्ताह आयोजित
ओढ़ां
जय भारत स्कूल पन्नीवाला मोटा में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण कदम भारत छोड़ो आंदोलन के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 9 अगस्त से 15 अगस्त तक विशेष सप्ताह मनाया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत अध्यापकों तथा विद्यार्थियों द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से संम्बधित महत्वपूर्ण घटनाओं पर भाषण, प्रश्नोत्तर तथा लेखों के माध्यम से विस्तारपूर्वक जानकारियां दी जा रही हैं।
मुख्याध्यापक कुलदीप सिंह सहारण और सामाजिक विज्ञान अध्यापक अमर सिंह भारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि भले ही आज हम एक स्वतंत्र और लोकतान्त्रिक देश के निवासी हैं, हमें संविधान के अनुसार व्यक्तित्व, समाज तथा राष्ट्र के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करने की स्वतंत्रता प्राप्त हैं, लेकिन हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि इस स्वतंत्रता को पाने के लिए कितनी जानें कुर्बान हुई हैं। कितने वीरों ने अंग्रेजी सरकार से लोहा लेने के क्रम में जेल यात्राएं की, अत्याचार सहन किए, गोलियां खाई परन्तु झुकना उचित नहीं समझा और अंतत: हमारा देश एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। इसी क्रम में महात्मा गांधी के नेतृत्व में 9 अगस्त 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू किया गया और करो या मरो का नारा देकर राष्ट्र्रवासियों को एकजुट और जागरूक किया गया। इस आंदोलन की सफलता को देखते हुए अंग्रेजों ने 15 अगस्त 1947 को भारत को अलविदा कहते हुए स्वतंत्र देश घोषित किया।
इस अवसर पर दसवीं कक्षा की छात्रा पलक तथा प्रिया ने विद्यार्थियों को देशभक्तों की जीवनियों से प्रेरणा लेते हुए आगे बढऩे तथा अपने सर्वांगीण हेतु पढाई के साथ-साथ रोचक गतिविधियों में भाग लेने को कहा। उन्होंने कहा कि सन 1857 की क्रान्ति को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की पहली सीढ़ी माना जाता हैं। यहीं से आमजन में आजादी पाने की चिंगारी उठी और इसमें रानी लक्ष्मी बाई, नाना साहेब, तांत्या टोपे जैसे देशभक्तों का अहम योगदान रहा। इसी चिंगारी को शोले का रूप देने का कार्य भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी आदि ने किया और अंतत: कामयाबी प्राप्त हुई। आज हमें देश की अखंडता, एकता तथा लोकतान्त्रिक मर्यादा बनाए रखने के लिए कार्य करने के पथ पर अग्रसर होना चाहिए। इस अवसर पर स्कूल मुख्याध्यापक कुलदीप सिंह सहारण, अध्यापक विनोद कस्वां, अमर सिंह भारी, राकेश वर्मा , प्रवीण कस्वां, सतवीर भारी, नवाब खान, मैडम ममता, संतोष, हीना, पूजा, मोनिका, प्रोमिला आदि मौजूद रहे।

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