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30 January 2014

मौका है खूबसूरत सूरजकुंड मेला घूमने का

surajkund international crafts mela
देश में इस समय चुनावी माहौल है। ऐसे में केंद्र के किसी नेता को कला, संस्कृति के लिए फुरसत कहां, इसलिए सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेले की शुरुआत करने के लिए कोई केंद्रीय नेता नहीं मिला।

सूरजकुंड मेला फरीदाबाद में लगने वाला देश का सबसे बड़ा क्राफ्ट मेला है। इस बार पहली बार इसमें हजारों की संख्या में विदेशी भाग लेंगे।

ऐन वक्त पर बुधवार को इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नाम का चयन किया गया। केंद्रीय नेताओं की सहमति के इंतजार का नतीजा यह है कि अभी तक मेले का आमंत्रण कार्ड तक नहीं छपा है।

मेला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, मेजबान राज्य चाहता था कि इसकी शुरुआत सोनिया गांधी या राहुल गांधी करें, क्योंकि यहां कांग्रेस की सरकार है। इसके अलावा प्रधानमंत्री एवं अन्य केंद्रीय नेताओं को भी बुलाने की कोशिश हुई, लेकिन बात नहीं बनी।

इससे पहले के वर्षों में सोनिया गांधी, प्रतिभा पाटिल, प्रणव मुखर्जी, हामिद अंसारी और मीरा कुमार जैसे लोगों ने इसकी शुरुआत की थी।

क्या है खास आपके लिए?
चौपाल तैयार, वाद्ययंत्र दर्शाएsurajkund mela
सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय मेले में चौपाल बनकर तैयार हो गई है। मेले में आने वाले देशों के कलाकार यहां अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। कंट्री पार्टनर श्रीलंका और थीम स्टेट गोवा में प्रचलित वाद्ययंत्रों को इस पर दर्शाया गया है। एक तरह से गीत-संगीत की अच्छी फीलिंग होगी। चौपाल पर राष्ट्रीय पक्षी मोर की आकृति भी बनाई गई है।

अपना घर में हरियाणा की कलाsurajkund mela
मेला परिसर में हरियाणा का अपना घर बनकर तैयार हो गया है। इस घर में हरियाणा की कला और संस्कृति को दर्शाया जा रहा है। कहीं किसान को खेती करते हुए दिखाया जा रहा है, तो कहीं गाय और भैंस का दूध निकालते हुए लोगों की प्रतिकृति है।

ऊंट और घोडे़ की सवारी का लें आनंदsurajkund mela
इस वर्ष लोगों को ऊंट और घोड़े की सवारी करने का मौका मिलेगा। मेले में ऊंट व घोड़े पहुंच चुके हैं। दरअसल शहरी क्षेत्र के बच्चों में ऊंट व घोड़े को लेकर गजब का उत्साह देखने को मिलता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इनका इंतजाम किया गया है।

होटलों में रुकेंगे विदेशी कलाकार
मेले में दूसरे देशों से आने वाले कलाकारों के ठहरने के लिए होटलों में व्यवस्था की गई है। कजाकिस्तान और उजबेकिस्तान से मेले में शिरकत करने पहुंचे कलाकारों को राजहंस होटल में ठहराया गया है। श्रीलंका के कलाकारों को बड़खल मोटल में और अफगानिस्तान के कलाकारों के मैगपाई में ठहरने की व्यवस्था की गई है।

नहीं रहेगा कोई डर
मेले में आग से बचाव के लिए अग्निशमन विभाग भी तैयार रहेगा। विभाग ने मेले में पांच फायर ब्रिगेड गाड़ियां तैनात करने का निर्णय लिया है। 24 घंटे दो फायर अफसर और एक नोडल अफसर मेले की मॉनीटरिंग करेंगे। मेले में पलवल और गुड़गांव से तीन गाड़ियां मंगाई जाएंगी। पूरे मेले में 15 फायरमैन तैनात किए जाएंगे। सहायक अग्निशमन अधिकारी डीके नंदा ने बताया कि एक गाड़ी वीआईपी मूवमेंट के लिए तैनात रहेगी। मेले में स्टॉल लगाने वाले लोगों को अपने-अपने स्टॉल पर रेत से भरी दो बाल्टियां रखना अनिवार्य होगा।

कैसे पहुंचे?
फरीदाबाद में लगने वाले सूरजकुंड मेला देखने जाने के लिए कोई एक्‍स्ट्रा एफर्ट लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आप अपने रोजमर्रा के काम करते हुए इस खूबसूरत मेले का हिस्सा बन सकते हैं।

गुड़गांव, नोएडा और दिल्ली से यहां पहुंचने के लिए रोडवेज की स्पेशल सिटी बसों के अलावा एसी बसें भी उपलब्‍ध रहेंगी।

यातायात प्रबंधक डॉ. व्योम शर्मा ने बताया कि गुड़गांव में मेले के दौरान केवल छह बसें चलेंगी, इसलिए किराया दिल्ली की तर्ज पर हो सकता है।

सूरजकुंड से दिल्ली जाने वाले यात्रियों के लिए किराया
स्टॉपेज-------------------------साधारण बस---------एसी बस
सूरजकुंड से बॉर्डर-------------------10-------------------17
सूरजकुंड से आश्रम------------------17------------------32
सूरजकुंड से लाजपत नगर---------- 22-----------------42
सूरजकुंड से मेडिकल-----------------22-----------------42
सूरजकुंड से हरियाणा एम्पोरियम-----22-----------------42

फरीदाबाद से सूरजकुंड जाने वाले यात्रियों के लिए किराया
स्टॉपेज---------------------साधारण बस------एसी बस
एनआईटी से प्रहलादपुर----------27--------------52
एनआईटी से हरियाणा बॉर्डर-----27--------------52
एनआईटी से सूरजकुंड ----------27--------------52

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