नुहियांवाली की गोशाला में श्रीरामकथा 27 मार्च से
ओढ़ां
ऋषिकेश के स्वामी विजयानंद गिरी ने कहा कि मनुष्य को अपने जीवन में दो कार्य अनवरत रूप से करते रहना चाहिए। एक तो प्रभु का सुमिरन और दूसरी सबकी सेवा। उन्होंने कहा कि उठते बैठते, खाते पीते, सोते जागते भगवान के नाम का सुमिरन करें। क्योंकि प्रत्येक प्राणी में भगवान का वास होता है इसलिए यदि हम किसी भी जीव का दिल दुखाएंगे तो भगवान का दिल दुखेगा और यदि किसी की सेवा करेंगे तो स्वत: ही भगवान की सेवा हो जाएगी।
स्वामी विजयानंद ने यह बात सिरसा जाते समय नैशनल हाइवे पर स्थित ओढ़ां के श्री रामदेव मंदिर में स्थानीय श्रद्धालुओं को श्रीरामकथा का निमंत्रण देते हुए कही। उन्होंने बताया कि 27 मार्च से गांव नुहियांवाली की श्रीराम भक्त हनुमान गोशाला में श्रीरामकथा का प्रारंभ हो रहा है जिसमें आप सब आमंत्रित हैं। इस मौके पर श्री हनुमत सेवा समिति के प्रधान जोतराम शर्मा, अमर सिंह गोदारा, अमित कुमार, कृष्णलाल, जोगेंद्र खुराना और जरनैल सिंह नंबरदार सहित काफी संख्या में महिला पुरूष श्रद्धालु मौजूद थे।
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