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08 May 2017

व्यक्ति निर्माण में संस्कारों की भूमिका अहम : बलवंत जस्सू

नुहियांवाली में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर
ओढ़ां
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नुहियांवाली में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के दौरान सोमवार को प्रार्थना व योग के उपरांत स्वयंसेवकों ने श्रमदान के अंतर्गत बस स्टेंड और विद्यालय के प्रवेश द्वार क्षेत्र की साफ सफाई करते हुए आमजन को स्वच्छता हेतु प्रेरित किया। श्रमदान के दौरान स्वयंसेवकों ने कूड़ा, कचरा, प्लास्टिक व कंकर पत्थर आदि बीनकर यथास्थान डालते हुए पूरे क्षेत्र को गंदगीमुक्त कर दिया।

इस अवसर पर मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित हुए थाना प्रभारी ओढ़ां बलवंत जस्सू ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति निर्माण में संस्कारों की भूमिका अहम होती है अत: संस्कारहीन शिक्षा अधूरी है। उन्होंने कहा कि सेवा योजना जैसे शिविर अनुशासनयुक्त श्रमदान तथा आपसी सद्भाव को पोषित करते हैं। विद्यार्थी वर्ग को शिक्षा की सहगामी खेलों व अन्य रचनात्मक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर भाग लेना चाहिए ताकि मानसिक व शारीरिक ही नहीं बल्कि सामाजिक समझ पर आधारित विकास को आत्मसात कर वे उच्चकोटि के समाज निर्माण में सहयोगी बनें।
हिंदी व्याख्याता पवन देमीवाल ने स्वयंसेवकों को विश्व रेडक्रॉस व विश्व थैलेसीमिया दिवसों की स्थापना, उद्देश्यों व कार्यों पर आधारित उपयोगी जानकारी देते हुए बताया कि ये दोनों दिवस आज के दिन 8 मई को मनाए जाते हैं। स्वयंसेवकों को रक्तदान हेतु प्रेरित करते हुए उन्होंने बताया कि अनुवांशिक रोग थैलेसिमिया पीढ़ी दर पीढ़ी फैलता है जिससे शिशुओं में रक्त की कमी हो जाती है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत के सवा दो लाख थैलेसिमिया पीडि़तों की सहायता हेतु रक्तदान करके उन्हें नवजीवन देने में अधिक से अधिक सहयोग करें। इस मौके पर प्रधानाचार्य अमनपाल गोदारा, एनएसएस प्रभारी रोहताश कुमार, बूटा सिंह, गणपतराम, राजेश जैन, प्रीतम सिंह, बलविंद्र सिंह, विजयपाल, पवन देमीवाल, विजय भांभू आदि स्टाफ सदस्यों सहित राजबाला, सुमन, सोनू, वीरपाल, प्रियंका, नीरज, गौरीशंकर, जसवंत व साहिल सहित 50 के लगभग स्वयंसेवक मौजूद थे।

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