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09 May 2017

जल को बचाने की आदत डालें और दूसरों को भी प्रेरित करें : गणपतराम

श्रमदान के तहत स्वयंसेवकों ने की जलघर की सफाई
ओढ़ां
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नुहियांवाली में जारी राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर के अंतर्गत मंगलवार को स्वयंसेवकों ने गांव के जलघर में सफाई अभियान चलाते हुए श्रमदान किया। श्रमदान के दौरान उन्होंने जलघर से गांव में की जाने वाली पेयजल सप्लाई तथा जलघर में लगी मोटरों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की।

जलघर में मौजूद कर्मचारी सोनू भाखर ने स्वयंसेवकों को नहर से जलघर में पानी आने से लेकर घरों तक पानी पहुंचने की पूरी कार्यविधि के बारे में सरल भाषा में समझाया। अधिकतर स्वयंसेविकाएं जिन्होंने पहली बार जलघर का भ्रमण किया था ने इस अवसर पर लाभ उठाते हुए पूरे जलघर का बारीकी से अवलोकन कर प्रसन्नता व्यक्त की तथा टैंकर द्वारा पौधों को पानी भी दिया। इस अवसर पर जल का महत्व बताते हुए गणपतराम ने कहा कि जल हमारे जीवन का आधार है और हमें इसका उपयोग बहुत सोच समझकर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हम यूं ही पेयजल को व्यर्थ बहाते रहे तो शीघ्र ही प्रकृति के जल रूपी उपहार से वंचित हो जाएंगे अत: जल को बचाने की आदत डालें और दूसरों को भी प्रेरित करें। आज महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर पवन देमीवाल ने महाराणा प्रताप के जीवन से परिचय करवाते हुए बताया कि प्रताप वीर योद्धा और दृढ प्रण वाले ऐसे व्यक्तित्व थे जो भारत के इतिहास में हमेशा अमर रहेंगे।
शिविर के दौरान सांस्कृतिक गतिविधि के अंतर्गत स्वयंसेवकों ने विभिन्न विषयों पर गीतों व विचारों की प्रस्तुति के साथ साथ हास्य और व्यंग्य पर आधारित हल्का फुल्का मनोरंजन भी किया तथा राजबाला ने भजन माटी का पुतला है, माटी में मिल जाना है सुनाकर माहौल को भक्तिमय बना दिया। इस मौके पर शिविर प्रभारी रोहताश कुमार, विजयपाल, बूटा सिंह, गणपतराम, प्रीतम सिंह, पवन देमीवाल, नीलकिरण शर्मा, सरोज बाला, कीर्तिबाला, माड़ूराम, बलविंद्र सिंह सहित 50 के लगभग स्वयंसेवक मौजूद थे।

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