राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जारी है सात दिवसीय समर कैंप
ओढ़ां
खंड ओढ़ां के गांव नुहियांवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय समर कैंप के पांचवें दिन का शुभारंभ सरस्वती वंदना से शुरू हुआ।
नृत्य प्रशिक्षक सुशील सारस्वत ने संगीत पर भांगड़ा के आगे के स्टेप करवाए जिन्हें विद्यार्थियों ने बड़ी रुचि व आनंद के साथ सीखा। हारमोनियम प्रशिक्षक रणजीत सिंह ने विद्यार्थियों को हारमोनियम पर सुर व ताल में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम व राष्ट्रीय गान जन गण मन करवाया गया। इस दौरान आज विश्व पर्यावरण दिवस भी बनाया गया। हिन्दी व्याख्याता पवन देमीवाल ने विद्यार्थियों को बताया कि प्रतिवर्ष 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा एवं सरंक्षण हेतु पूरे विश्व में बनाया जाता है। इसे ईको दिवस के नाम से भी जाना जाता है। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इसको बनाने का उद्देश्य पर्यावरण मुद्दों के बारे में आम लोगों को जागरुक करना, सुरक्षित, स्वच्छ और अधिक सुखी भविष्य का आनंद लेने के लिए लोगों को अपने आसपास के माहौल को सुरक्षित और स्वच्छ बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग के कारण दिन प्रतिदिन पर्यावरण की स्थिति गिरती जा रही है। इसकी सुरक्षा के लिए पर्यावरण के अनुकूल विकास को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाना तथा साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। देमीवाल ने विद्यार्थियों को स्वच्छता के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन जीने के लिए स्वच्छता का विशेष महत्व है। स्वच्छता अपनाने से व्यक्ति रोग मुक्त रहता है और एक स्वस्थ राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। अत: हर व्यक्ति को जीवन में स्वच्छता अपनानी चाहिए तथा अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिए। हमें खुले में शौच नहीं जाना चाहिए क्योंकि इससे अनेक बीमारियाँ फैलती है तथा वातावरण अशुद्ध होता है। देमीवाल ने पेड़ काटने वाले काट गए कविता के माध्यम से विद्यार्थियों को संदेश दिया। इस मौके पर पर्यावरण से संबंधित पेंटिग प्रतियोगिता करवाई गई जिसमें प्रथम सुरेन्द्र, द्वितीय अरबिन्द व तृतीय स्थान सुमन ने प्राप्त किया। इस मौके पर निर्जला एकादशी के महत्व के बारे में बताया कि हिंदू धर्म में सभी एकादशियों में इसका विशेष महत्तव है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है, इस अवसर पर दान पुण्य का विशेष महत्व है। गर्मी से राहत देने के लिए छाता, पंखें, शीतल पेय पदार्थ इत्यादि दान का महत्व है। कैंप के विद्यार्थियों को विद्यालय की ओर से आईसक्रीम खिलाई गई। इस मौके पर संगीत प्रशिक्षक रणजीत सिंह,सतीश कुमार, सुशील सारस्वत, पवन देमीवाल, रोहताश, हरपाल सिंह, विनोद सोनी, कीर्तिबाला आदि स्टॉफ सदस्य मौजूद थे।
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