ओढ़ां
निर्जला एकादशी के अवसर पर सालासर यात्री संघ ओढ़ां द्वारा कस्बे के मध्य स्थित ग्रीन मार्किट और रामलीला मैदान में ठंडे मीठे पानी की छबीलें लगाई गई।
इस अवसर पर संघ के प्रधान मास्टर हरीराम गोयल के नेतृत्व में संघ सदस्यों व कस्बे के युवाओं द्वारा ग्रामीण महिला, पुरूष, बच्चों व राहगीरों को शीतल जल पिलाया गया। संघ प्रधान मास्टर हरीराम गोयल ने बताया कि हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वर्ष चौबीस एकादशियां होती हैं। जब अधिकमास या मलमास आता है तब इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है। ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहते है इस व्रत में पानी का पीना वर्जित है इसलिए इसे निर्जला एकादशी कहा जाता है। वहीं दूसरी ओर इस दिन प्यासे लोगों को शीतल जल पिलाने से भी पुण्य मिलता है। इस मौके पर प्रधान हरीराम गोयल के अलावा उपाध्यक्ष सुरेंद्र बांसल, सतीश गर्ग, राजेश गोयल, रामलाल गर्ग, अंकुश शर्मा, सुखजीवन सिंगला, सुधीर कुमार, जगरूप सिंह नूपी, राकेश कुमार, राधेश्याम, रतनलाल और अमित सहित अन्य सदस्य मौजूद थे।
वहीं दूसरी ओर श्री हनुमत सेवा समिति ओढ़ां द्वारा श्री हनुमान मंदिर में ठंडे मीठे पानी की छबील लगाकर राहगीरों, वाहन चालकों व यात्रियों को शीतल जल पिलाया गया। इसी प्रकार गांव पन्नीवाला मोटा के महाकाली मंदिर में गोल्डन स्टार युवा क्लब द्वारा भी ठंडे पानी की छबील लगाकर लोगों को ठंडा जल पिलाया गया। पन्नीवाला मोटा में ही ग्राम सुधार युवा मंडल तथा ओलिंपिक स्पोर्ट्स एंड फुटबॉल युवा क्लब के सदस्यों द्वारा गांव के बस स्टैंड पर निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में राहगीरों तथा ग्रामवासियों के लिए ठंडे पानी की छबील लगाई गई। क्लब प्रधान भजनलाल तथा संदीप कुमार ने कहा कि इस गर्मी के समय में प्यासे व्यक्ति को पानी पिलाना ही सबसे बड़ा धर्म हैं। आज की तरह हमेशा ही हमें प्यासे व्यक्ति को पानी पिलाकर मानव धर्म निभाते रहना चाहिए। इस अवसर पर क्लब प्रधान संदीप बादल, भजनलाल, प्रवीण कस्वां, सुभाष कस्वां, सुरेंद्र कस्वां, कृष्ण कस्वां, सुभाष सहारण, मोहन लाल, पवन सहारण, रणजीत कस्वां, इंद्रपाल और राजाराम सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
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