ओढ़ां
गांव टप्पी में रात के समय पशुओं की रखवाली करने वाले दो व्यक्तियों द्वारा दो खरगोशों की हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। उक्त व्यक्तियों द्वारा खरगोशों को मारकर मीट बनाने की भनक लगने पर जीव जंतु वन्य विभाग लीलूराम उप निरीक्षक व देवेंद्र कुमार उप निरीक्षक टीम लेकर मौके पर पहुंचे तो बारू पुत्र ज्ञानी बावरिया ओर कुकी पुत्र प्रभाती दोनों निवासी गांव भानी जिला फतेहाबाद हाल टप्पी फरार हो गए।
मीट, खरगोश के अंगों तथा उन्हें काटने के औजारों को वन्य विभाग ने ग्राम पंचायत की मौजूदगी में कब्जे में लेकर वैटनरी सर्जन डॉ. धर्मवीर पोटलिया से मीट का निरीक्षण करवाकर मीट और खरगोश के अंगों को सरपंच व वेटनरी सर्जन के सामने दफना दिया गया। फरार हुए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ वन्य प्राणी अधिनियम 1972 की धारा 39 व 9 के तहत मामला दर्ज कर तत्परता दिखाते हुए रेड मारकर दोनों व्यक्तियों को काबू कर लिया। उन्हें सिरसा कार्यालय भेजा गया है जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जुर्माना न भरने की दशा में 3 से 7 वर्ष तक सजा का प्रावधान है।
इस संबंध में गांव के सरपंच धमेंद्रपाल शर्मा से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि उक्त आरोपी गांव में दो वर्ष से पशुओं की रखवाली के लिए पशु अस्पताल में रह रहे हैं। उन्होंने जो काम किया है वो निंदनीय है और अब इनको गांव में नहीं रहने दिया जाएगा।
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