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02 February 2011

2001 की खेल नीतियों के कारण ही हरियाणा की पहचान विश्व पटल पर उज्जवल हुई :महावीर बागड़ी

सिरसा, 2 फरवरी: युवा इनैलो नेता महावीर बागड़ी ने हरियाणा की खेल नीति को लेकर हुड्डा सरकार द्वारा बार-बार अपनी पीठ थपथपाए जाने पर घोर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि इनैलो सरकार के कार्यकाल के दौरान खेलरत्न चौ. अभय सिंह चौटाला की दूरदृष्टि से 2001 में बनाई गई खेल नीति को मौजूदा सरकार ने हुबहु लागू किया है और सरकार स्वयं इस बात को रिकार्ड के अनुसार स्वीकार करती है, लेकिन लोगों को भ्रमित करके सरकार पीठ थपथपा रही है। वास्तव में 2001 की खेल नीतियों के कारण ही आज खेलों की दृष्टि से हरियाणा की पहचान विश्व पटल पर उज्जवल हुई है। बागड़ी ने अपने कार्यालय में युवाओं की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का युवा वर्ग और सभी खिलाड़ी इस बात से सभी वाकिफ हैं कि मौजूदा सरकार ने खिलाडिय़ों के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश के सभी खिलाड़ी इनैलो सरकार द्वारा खेलों के लिए किए गए ठोस इंतजामों से लाभ उठाकर आगे बढ़ रहे हैं तथा आने वाले समय में इनैलो फिर से सत्तासीन होगी तथा खिलाडिय़ों के लिए नए द्वार खुलेंगे। बागड़ी ने कहा कि आज का युवा निरंतर इंडियन नैशनल लोकदल की ओर आर्कषित हो रहा है तथा इनैलो संगठन पहले से अधिक मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के यशस्वी एवं ओजस्वी नेता चौ. ओमप्रकाश चौटाला के मार्ग दर्शन में युवा कार्यकर्ता  प्रदेश भर में संगठन को मजबूत करने के लिए अभियान चलाए हुए है। बागड़ी ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर सिरसा जिला से भेदभाव बरतने के आरोप लगाते हुए कहा कि वे केवल रोहतक के मुख्यमंत्री बनकर रह गए हैं और उन्होंने अकेले रोहतक क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक ओवरब्रिज व अधिकतम शिक्षण संस्थान रोहतक में बनाकर प्रदेश के बाकी हिस्सों के साथ भेदभाव किया है। यहां तक की सिरसा में इनैलो सरकार द्वारा स्थापित चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय को समाप्त करने के लिए भी सरकार ने अनेक प्रयास किए, लेकिन सिरसा के बुद्धिजीवी लोगों ने अपने बलबूते पर सरकार का विरोध करते हुए इस विश्वविद्यालय को फिर से कयम किया है। इस दृष्टि से मुख्यमंत्री न केवल विद्यार्थियों के विरोधी है, अपितु उन्होंने हर वर्ग के लोगों को परेशान किया हुआ है। आज प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर किसान अपनी रोजी रोटी बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं तथा इसी कड़ी में फतेहाबाद के किसान की मौत तक हो चुकी है। विडम्बना यह है कि सरकार इसके बावजूद भूमि अधीग्रहण नीति को लेकर अपनी पीठ थपथपा रही है। इस बैठक में युवा इनैलो के जिलाध्यक्ष धर्मवीर नैन, बंसी सचदेवा, योगेश शर्मा सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया।

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