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02 February 2011

देश की श्रेष्ठ (बैस्ट ऐट) आठ पंचायतों में चुना गया है कालुआना



सिरसा, 02 फरवरी। सिरसा जिला के कालुआना गांव की पंचायत को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए वर्ष 2009-10 की देश की श्रेष्ठ (बैस्ट ऐट) आठ पंचायतों में चुना गया है। इसके लिए पंचायत को आज दिल्ली के विज्ञान भवन में यूपीए की अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी व देश के प्रधानमंत्री श्री मनमोहन सिंह ने पंचायत को सम्मानित किया। यह सम्मान कालूआना गांव के सरपंच जगदेव सहारण ने प्राप्त किया। दिल्ली में यह कार्यक्रम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के पांचवी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया। सिरसा जिला में भी उक्त योजना 2 फरवरी 2006 को जिला के गांव भावदीन से शुरु की गई थी।
    उपायुक्त श्री सी.जी रजिनीकांथन ने कालूआना ग्राम पंचायत को बधाई दी और कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन में यदि सभी पंचायतें इस प्रकार का उत्साह दिखाए तो निश्चित रुप से यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने बताया कि कालूआना गांव में जिला प्रशासन व ग्राम पंचायत के सहयोग से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत विभिन्न प्रकार के विकास कार्यों पर सवा 3 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। इस  राशि से ग्राम पंचायत द्वारा गांव की पंचायती 68 एकड़ भूमि को समतल करना अनुसूचित जाति की 5 एकड़ पंचायती जमीन पर बाग लगाना, गांव में सरकारी व पंचायती जमीन पर पौधारोपण और गांव में ही नर्सरी तैयार करने जैसे कार्य किए गए। इसके साथ-साथ गांव में चैक डैम और हरियाणा की सीमा से गुजरने वाली इंदिरा गांधी नहर के पास ट्यूबवैल लगाकर आरसीसी पाईप से ट्यूबवैलों का पानी गांव की पंचायती भूमि और अन्य किसानों की भूमि पर सिंचाई के लिए पानी उपलबध करवाया गया। इस योजना के तहत इंदिरा नहर के पास ग्राम पंचायत द्वारा तीन ट्यूबवैल स्थापित किए गए है। इसी प्रकार से गांव की ढाणियों में पानी के लिए बड़ी टंकियां बनवाई गई। गांव में ही खालों का निर्माण करवाया गया । उन्होंने बताया कि गत 20  व 21 मई को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की टीम ने मंत्रालय के सचिव श्री बी.के सिन्हा के नेतृत्व में गांव में दौरान किया। इस टीम द्वारा गांव के सभी लोगों से बातचीत की गई और नरेगा के तहत किए गए विकास कार्यों की ब्यौरा लिया था। जिला की अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती पंकज चौधरी ने भी ग्राम पंचायत को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
    गांव में शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत भी स्कूल में कई प्रकार के विकास कार्य किए गए। ज्ञात रहे कि कालुआना गांव को स्वच्छता के मामले में राज्य स्तर पर 20 लाख रुपए का पुरस्कार भी मिल चुका है। इतना ही नहीं, स्वच्छता के मामले में राष्ट्रीय स्तर पर देश की राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल द्वारा भी निर्मल ग्राम पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।
    गांव के सरपंच जगदेव सिंह ने बताया कि गांव की सात हजार से भी अधिक आबादी है। उन्होंने बताया कि इस योजना से पूर्व लोगों के पास रोजगार के साधन बहुत कम थे। उन्होंने बताया कि योजना के क्रियान्वयन से लोगों को काम तो मिला ही है खेतों में काम करने की मजदूरी की दर में भी इजाफा हुआ है। इसके साथ-साथ पंचायत की भी आमदनी बढ़ी है, जहां पहले पंचायती जमीन का ठेका 1500 से 2000 रुपए प्रति एकड़ वार्षिक उठ पाता था अब सिंचाई की सुविधा होने से पंचायती जमीन का ठेका 18 हजार रुपए वार्षिक तक हो गया है। इसके साथ-साथ गांव में तीन तालाब भी इस योजना के तहत खुदवाए गए है।
    इस प्रकार से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से कालुआना गांव की फिजा बदली है। आज कालुआना गांव किसी भी दृष्टि से एक विकसित शहर से कम नहीं है। प्रदेश के विभिन्न जिलों के अधिकारी ग्राम पंचायतों को नरेगा के क्रियान्वयन व विकास के मामले में कालुआना गांव का उहारण देते नहीं थकते। राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार के लिए चुने जाने पर कालुआना गांव में पूरे प्रदेश की शान में चार चांद लगाए है।
फोटो कैप्टशन:- के्रदीय टीम द्वारा गत 20-21 मई 2010 को कालुआना गांव में किए गए दौरे से संबंधित फोटो
  

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