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25 February 2017

हरियाणा सरकार की खेल नीति का अनुसरण कर रहे हैं अन्य राज्य - मनीष ग्रोवर


सिरसा 25 फरवरी। युवा शक्ति को सही दिशा व दशा देने में खेल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। खेलों से व्यक्ति के सम्पूर्ण व्यक्तित्व का विकास होता है। खेलों के क्षेत्र में रोजगार की भी अपार सम्भावनाएं हैं। 
यह विचार हरियाणा के सहकारिता राज्य मंत्री श्री मनीष ग्रोवर ने चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के बहुउद्देश्यीय हॉल में आयोजित अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालय पुरूष कुश्ती प्रतियोगिता का दीप प्रज्वलित करके उद्घाटन करने के उपरान्त व्यक्त किए। श्री ग्रोवर ने खिलाडि़यों को कहा कि वह निर्धारित मानकों की अनुपालना करके बेहतर खेल का प्रदर्शन करें। उन्होंने कहा कि खेलों में जीत हार इतने मायने नहीं रखती बल्कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं में भाग लेने से विभिन्न संस्कृतियों का मेल मिलाप भी होता है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा के पहलवानों का डंका बोलीवुड में भी बजता है और हरियाणवी विषयवस्तु एवं परिदर्शय पर आधारित हरियाणा की पहलवान गीता व बबीता फौगाट पर बनी फिल्म दंगल इस बात का अच्छा खासा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि कुश्ती हमारे पारम्परिक खेलों में से एक है और हरियाणा सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए वचनबद्ध है और इसी उद्देश्य से राई स्पोर्ट्स स्कूल को खेल विश्वविद्यालय बनाया गया है। 


उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा खिलाडि़यों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक ऐसी खेल नीति शुरू की है जिसका देश के अन्य राज्य भी अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल व औजस्वी नेतृत्व में प्रदेशभर में स्वर्ण जयंती वर्ष धूम धाम से मनाया जा रहा है और लगभग सभी कार्यक्रम युवाओं के विकास पर आधारित हैं। उन्होंने कहा कि गुरू ग्राम व राई में कबड्डी प्रतियोगिता करवाई गई थी जिसमें विजेता टीमों को एक एक करोड़ रूपए की राशी ईनाम के तौर पर दी गई।
इसी प्रकार 23 मार्च को शहीदी दिवस के अवसर पर अम्बाला में भी कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा जिसके लिए ईनाम राशी एक करोड़ रूपए रखी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल नीति के कारण ही आज युवा नशे से दूर होकर खेलों में भाग ले रहे हैं। वर्तमान हरियाणा सरकार सबका साथ सबका विकास और हरियाणा एक हरियाणवी एक के मूल मंत्र को लेकर प्रदेश में विकास कार्य करवा रही है। श्री ग्रोवर ने विश्वविद्यालय की खेल परिषद के प्रबन्धन से खुश होकर 2 लाख 51 हजार रूपए की राशि प्रदान करने की घोषणा की।  
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरक्त करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के लिए यह बड़ी खुशी की बात है कि देश भर के लगभग 173 विश्वविद्यालयों के खिलाड़ी गरिको रोमन व फ्री स्टाइल कुश्ती में अपनी प्रतिभा का जोहर दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिताओं के दौरान पूर्णतया पारदर्शिता बरती जाएगी और सभी प्रतियोगिताओं की वीडियोंग्राफी करवाए जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के अन्दर दूध दही का खाना होता है और यहां की मुर्रा नस्ल की भैंसे विश्व प्रसिद्ध हैं और इन्हीं भैंसों का दूध पीकर यहां के चन्दगीराम, सुशील कुमार, संग्राम सिंह जैसे पुरूष पहलवानों ने राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा के जोहर दिखाकर प्रदेश का नाम विश्व स्तर पर रोशन किया है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां भी कुश्ती के क्षेत्र में अग्रणी है और हालही में हुए रियो ओलम्पिकस में साक्षी मलिक ने भारत का नाम विश्व में रोशन किया है। 
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. असीम मिगलानी ने विश्वविद्यालय की गतिविधियों के बारे में रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि का स्वागत खेल परिषद की अध्यक्षा प्रो. मोनिका वर्मा व धन्यवाद परिषद की सचिव डा. ईश्वर मलिक ने किया। उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा भंगड़ा, हरियाणवी नृत्य व गिद्दा प्रस्तुत करके दर्शकों की खुब वाहवाही लूटी। 
इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष श्री यतीन्द्र सिंह एडवोकेट, माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री गुरदेव सिंह राही, सहकारी बैंक के अध्यक्ष सुरेन्द्र नेहरा, मनीष सिंगला, अमीर चन्द मैहता, प्रो. सुरेश गहलावत, प्रो. रवीन्द्र पाल, प्रो. दिलबाग सिंह, प्रो. सुल्तान सिंह, डा. अशोक मलिक, सतीश विज, मक्खन ख्योंवाली, विजय वधवा, विनोद स्वामी, करण दुग्गल, ललित गुलाटी, जगत कक्कड़, विजय वधवा, राजेन्द्र खत्री, रमेश भाटिया, शमशेर सिंह खट्टक, डा. बलदेव सिंह आदि उपस्थित थे।

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