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24 June 2017

न तो बच्चों के सामने नशे का सेवन करें और न ही उनसे नशा मंगवाएं

नशीले पदार्थों के दुरूपयोग विषय पर एक जागरूकता शिविर
ओढ़ां
जिला बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र कालांवाली द्वारा विश्व नशामुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में नशीले पदार्थों के दुरूपयोग विषय पर एक जागरूकता शिविर ओढ़ां क्षेत्र के गांव खाईशेरगढ़ में किया गया। शिविर में जिला पुलिस की ओर से हैडकांस्टेबल प्रमोद कुमार, चाइल्ड सरवाइवल इंडिया के वालंटियरअरविंद कुमार डीए व राजेश सैन डीए ने नशे पर कुठाराघात करते हुए बताया कि नशा किस प्रकार मासूम बच्चों का जीवन बर्बाद करता है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वे न तो बच्चों के सामने नशे का सेवन करें और न ही उनसे नशा मंगवाएं।
परियोजना संयोजक डॉ. शमशेर सिंह नशे के बारे में बताते हुए कहा कि नशा नाश का दूसरा नाम है। हमें संकल्प लेने की आवश्यकता है कि न तो नशा करना और न ही इसका दुरूपयोग होने देना। यह कार्य युवा वर्ग बाखूबी कर सकते हैं और समाज को नशामुक्ति की ओर ले जा सकते हैं। उन्होंने नशे को सामाजिक बुराई की संक्षा देते हुए नशे से होने वाली शारीरिक बीमारियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। हैडकांस्टेबल प्रमोद कुमार ने नशे का कारोबार रोकने के लिए पुलिस का सहयोग करने की अपील करते हुए बताया कि आप 88140-56100 पर संपर्क करके नशे के खिलाफ कार्रवाई करवा सकते हैं। इस मौके पर सरपंच प्रतिनिधि नरेश कुमार, पंचायत समिति सदस्य मांगेराम, अभिमन्यू, गौरीशंकर, सुरेंद्र कुमार और रामप्रताप सहित अनेक महिला व पुरूष ग्रामीण मौजूद थे।

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