सिरसा,
भाई के नक्शे कदम पर चलते भाई ने त्यागा संसारिक जीवनबबलू शर्मा |
संत शिरोमणि स्वामी फूल चंद जी महाराज के शिष्य श्री सुमति मुनि जी, श्री सत्य प्रकाश मुनि व श्री समर्थ मुनि के सानिध्य में अध्ययनरत वैरागी बबलू शर्मा संसारिक जीवन से परित्याग करके 30 जनवरी रविवार को धार्मिक नगरी सिरसा में जैन दीक्षा ग्रहण कर रहे है।
एस.एस. जैन सभा सिरसा के प्रधान प्रेमी नाहटा व युवक मंडल के प्रधान शिव जैन ने बताया कि बबलू शर्मा 25 अप्रेल 2010 को स्वामी फूल चंद जी की ९ वीं पुण्यतिथि पर जैन संतो के सम्पर्क में आये और जैन धर्म में लगन लग गई तभी से संतो के साथ ही वैरागी बन रह रहे है। बबलू शर्मा का जन्म भिवानी में 15 सिंतबर 1992 में हुआ। दसंवी तक शिक्षित बबलू ने अपने गुरूओं से जैन धर्म के अनेक ग्रंथो, प्रतिक्रमण, 25 बोल, मेरी भावना, 12 भावना, आज्ञम अध्ययनरत आदि का ज्ञान का प्राप्त किया।
बबलू शर्मा के तीन भाई है जिनमें एक भाई ने पहले ही जैन दीक्षा गृहण की हुई है जो समर्थ मुनि के रूप में जाने जाते है व अन्य दो भाई भिवानी में ही रहते है। बबलू शर्मा के पिता का स्वर्गवास हो चुका है। बबलू शर्मा की माता कृष्णा देवी भिवानी जिले के मानहेरू के सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। उन्होंनें बताया कि वैरागी बबलू ब्राह्मण परिवार से संबध रखते है और उन्हें बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ अपने आपको भक्ति में लगाया व जैन धर्म में रूचि रखने लगा। उन्होंने बताया कि किसी ज्योतिषि ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि बबलू के परिवार से दो संत बनेगें। प्रधान ने बताया बबलू शर्मा की 29 जनवरी को मेंहदी रस्म अदा की जाएगी व 30 जनवरी को वे जैन दीक्षा लेंगे। इस अवसर पर सुन्दर झांकिया भी निकाली जाएगीं। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर पंजाब, राजस्थान सहित अनेक प्रांतो से श्रावक व श्रद्धालु जैन दीक्षार्थी को शुभाशीष प्रदान करेगें।
एस.एस. जैन सभा सिरसा के प्रधान प्रेमी नाहटा व युवक मंडल के प्रधान शिव जैन ने बताया कि बबलू शर्मा 25 अप्रेल 2010 को स्वामी फूल चंद जी की ९ वीं पुण्यतिथि पर जैन संतो के सम्पर्क में आये और जैन धर्म में लगन लग गई तभी से संतो के साथ ही वैरागी बन रह रहे है। बबलू शर्मा का जन्म भिवानी में 15 सिंतबर 1992 में हुआ। दसंवी तक शिक्षित बबलू ने अपने गुरूओं से जैन धर्म के अनेक ग्रंथो, प्रतिक्रमण, 25 बोल, मेरी भावना, 12 भावना, आज्ञम अध्ययनरत आदि का ज्ञान का प्राप्त किया।
बबलू शर्मा के तीन भाई है जिनमें एक भाई ने पहले ही जैन दीक्षा गृहण की हुई है जो समर्थ मुनि के रूप में जाने जाते है व अन्य दो भाई भिवानी में ही रहते है। बबलू शर्मा के पिता का स्वर्गवास हो चुका है। बबलू शर्मा की माता कृष्णा देवी भिवानी जिले के मानहेरू के सरकारी अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। उन्होंनें बताया कि वैरागी बबलू ब्राह्मण परिवार से संबध रखते है और उन्हें बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ अपने आपको भक्ति में लगाया व जैन धर्म में रूचि रखने लगा। उन्होंने बताया कि किसी ज्योतिषि ने पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि बबलू के परिवार से दो संत बनेगें। प्रधान ने बताया बबलू शर्मा की 29 जनवरी को मेंहदी रस्म अदा की जाएगी व 30 जनवरी को वे जैन दीक्षा लेंगे। इस अवसर पर सुन्दर झांकिया भी निकाली जाएगीं। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर पंजाब, राजस्थान सहित अनेक प्रांतो से श्रावक व श्रद्धालु जैन दीक्षार्थी को शुभाशीष प्रदान करेगें।
No comments:
Post a Comment