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16 February 2011

जनगणना के दूसरे चरण का कार्य आगामी 28 फरवरी तक



सिरसा, 16 फरवरी। उपमंडल अधिकारी ना0 श्री एस.के जैन ने आमजन से अपील की है कि वे जनगणना के लिए घरों पर आने वाले प्रगणकों को सभी 29 सवालों के सही-सही जवाब देकर सभी तरह के आंकड़े जुटाने में अपना सहयोग दे।
    उन्होंने कहा कि अनुसूची प्रोफार्मा में दर्ज की जाने वाली सभी प्रकार की 29 जानकारियां गुप्त रखी जाएगी। यह जानकारियां कोई भी व्यक्ति सूचना प्राप्ति के अधिकार के तहत भी नहीं प्राप्त कर सकता।  जनगणना के दौरान दर्ज की गई जानकारी को किसी भी न्यायालय में साक्ष्य के रुप में प्रस्तुत नहीं किया जा सकता। उन्होंने आमजन से कहा कि विशेष रुप से अनुसूची प्रोफार्मा में दर्ज की जाने वाली जन्मतिथि, विवाह के समय आयु, यदि व्यक्ति विकलांग है तो उसकी जानकारी, मातृभाषा, साक्षरता से संबंधित, शैक्षणिक स्तर, कार्यक्षेत्र से संबंधित जानकारी, प्रवास, जन्मस्थान, जन्मस्थान से पहले प्रवास की जानकारी, परिवार में सदस्यों के जन्मस्थान तथा मृत बच्चों आदि की जानकारी दे।
    उन्होंने कहा कि प्रगणक को उपरोक्त सभी प्रकार की जानकारी देने के लिए परिवार का कोई भी जिम्मेवार आदमी घर पर रहे ताकि अनुसूचि प्रोफार्मा में किसी प्रकार की गलत जानकारी दर्ज न हो। उन्होंने कहा कि जिला में जनगणना का कार्य समुचित रुप से चल रहा है। इस समय तक जनगणना का 50 प्रतिशत के लगभग कार्य पूरा हो चुका है। जनगणना के इस कार्य की निगरानी करने के लिए चंडीगढ़ मुख्यालय से ई-सेनसस के ऑब्जर्वर श्री बलराज आई.ए.एस अगले सप्ताह जिले का दौरा करेंगे। वे जनगणना के कार्य में लगे अधिकारियों की बैठक लेने के साथ-साथ विभिन्न स्थानों पर जाकर जनगणना के कार्यों की प्रक्रिया की जांच करेंगे।
    उन्होंने कहा कि जिला में जनगणना के दूसरे चरण का कार्य आगामी 28 फरवरी तक चलेगा। 28 फरवरी की रात्रि को प्रगणक विभिन्न जगहों पर जाकर बेघर लोगों की गणना करेंगे। इसके बाद 1 मार्च से 5 मार्च तक रिवीजनल राउंड होगा जिसमें 9 फरवरी से 28 फरवरी तक किसी की मृत्यु या जन्म के कारण हुए बदलाव को दर्ज किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनगणना के दूसरे दौर को समुचित तौर से संपन्न करने के लिए जिला को कुल 2138 खंडों में बांटा गया है जिनमें 3271 प्रगणक और सुपरवाईजर जनगणना के कार्य में लगे है। ये सभी प्रगणक घर-घर जाकर निर्धारित प्रोफार्मा में जानकारी दर्ज करेंगे।
     उपमंडल अधिकारी ना0 ने बताया कि जनगणना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विकासकारी और जनकल्याणकारी योजनाएं तैयार की जाती है। इस वर्ष होने वाली जनगणना आजाद भारत की सातवीं जनगणना है। जनगणना के इन आंकड़ों से यह भी पता चल पाएगा कि विकास के मामले में देश कहा खड़ा है। उन्होंने बताया कि जनगणना से प्राप्त आंकड़ों का प्रयोग आम आदमी और देश के हित के लिए है।

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