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08 February 2011

बसंत पंचमी अपने साथ कई परिवर्तन लेकर आती है

सिरसा
               बसंत पंचमी अपने साथ कई परिवर्तन लेकर आती है। बसंत पंचमी के दिन से शरद ऋतु की विदाई के साथ पेड़-पौधों और प्राणियों में नवजीवन का संचार होता है । इसके अलावा यह दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का दिन है। यह बात बसंत पंचमी के अवसर पर आज हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि व पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष होशियारी लाल शर्मा कंगनपुर रोड पर स्थित भारत नगर में बृजदान चानन के निवास स्थान पर कही। इस अवसर पर बृजलाल चानन के परिवारजनों व अन्य लोगों ने श्री शर्मा का फूल माला पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान श्री शर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर व पुष्प अर्पित करके बसंत पंचती का त्यौहार मनाया। जिलावासियों को बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई देते हुए होशियारी लाल शर्मा ने कहा कि आयुर्वेद में भी बसंत पंचमी को स्वास्थ्य के लिए बेहतर बताया गया है। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारत में पूरे साल को जिन छह मौसमों में बाँटा गया है उनमें बसंत लोगों का सबसे मनचाहा मौसम है। इस मौसम में फूलों पर बहार आ जाती है,खेतों मे सरसों का सोना चमकने लगता है, जौ और गेहूँ की बालियाँ खिलने लगतीं हैं। उन्होंने कहा की लोगों को मौसम के बदलाव के साथ अपने बुरे कर्मो को त्यागकर अच्छे कर्म को अपनाना चाहिए तथा अच्छे जीवन की शुरूआत करने की प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर मा. राजकुमार वर्मा, उमेद सैन, भाल चंद भट्टीवाल एडवोकेट, प्रेम कुमार सैनी, हनुमान, डॉ. सुरेंद्र कुमार, रणजीत सिंह, भरत सिंह खत्री, श्रीराम, हीरालाल, ओम प्रकाश बैनीवाल, स. सखुदेव सिंह, रमेश कुमार, राधे श्याम शर्मा, बाबू लाल मिस्त्री सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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