ओढां न्यूज.
माता हरकी देवी सीनियर सैकंडरी स्कूल ओढ़ां में आगामी सत्र से शिक्षा पाठयक्रम में एक्सीड पद्धति से अध्ययन करवाने हेतु एक्सीड शिक्षा कार्यक्रम टीम की मींटिग हुई जिसमें बच्चों के अभिभावकों को भी शामिल किया गया। माता हरकी देवी संस्थान की निर्देशिका और माता हरकी देवी स्कूल की प्राचार्या मनीषा गोदारा, एक्सीड टीम की एजूकेशन कोच रूचि मिगलानी, रिजनल मैनेजर शैली दिनेश और पुनित आदि टीम के कार्यकारी सदस्य और अभिभावक गण तथा शिक्षक गण उपस्थित हुए।
इस मीटिंग मे एक्सीड टीम की एजूकेशन कोच रूचि ने एक्सीड कार्यक्रम के मिशन और इसे पाठयक्रम में लागू करने की आवश्यकता का विवरण देते हुए बताया कि एक्सीड कार्यक्रम के तहत बच्चों को अच्छा लरनर बनाना है। यानि के विभिन्न गतिविधियां करते हुए बच्चा बहुत कुछ सीखे और बिना किसी झिझक व बोझ के बच्चा बार बार अभ्यास द्वारा अध्ययन करे। उन्होने यह भी बताया कि इस कार्यकम में अध्यापक छात्र और अभिभावक तीनों को प्रशिक्षित करना है ताकि अध्यापक और बच्चे पाठयोजना व अभ्यास द्वारा अच्छा सीखाएं व सीखें तथा गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की भाषा का विकास हो व बच्चों की भाषा की समस्या दूर हो। एक्सीड कक्षा में बच्चो को ब्लैक बोर्ड से कापी करना नही सिखाया जाता बल्कि बच्चों को प्रायोगिक विधि द्वारा पढाना और सिखाना सुगम होता है और वे इसमें पूर्णतया रूचि से अध्ययन करते हैै। अध्यापको को पाठ योजना के दौरान एसैसमेंट करना भी अनिवार्य बिन्दू है। एक्सीड कार्यक्रम के द्वारा बच्चों में आत्म निर्भरता, आत्मविश्वास व स्वयंचिन्तन की भावना का निमार्ण करना हैं और इस हेतु समय समय पर अध्यापको को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्योकि बच्चों में रचनात्मक व सृजनात्मक क्रिया कलापों का विकास करना ही इस एकसीड कार्यक्रम का उदेश्य है। बच्चों में अदान प्रदान, सहयोग और योगदान की भावना को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के कार्यकलापों का अध्यापक और अभिभावक समय समय पर निरीक्षण करे। अभिभावकों से चर्चा करते हुए रूचि ने बताया कि अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से न करे यह जाने की उनका बच्चा श्रेष्ट है। बच्चे को स्वयं अनुभव करने दें व प्रयोग और क्रियात्मकता पर बल दे। बच्चे को रोकें टोकें नही बल्कि सही और गलत का निरीक्षण करे। अभिभावक बच्चे को समय दे और उनके साथ बैठकर अलग अलग विषयो पर चर्चा करे। बच्चों को अभिभावक अच्छी अच्छी किताबे पढने को दे तथा स्वयं भी उनके साथ बैठकर किताब पढे और अपने व बच्चों के विचारों का आदन प्रदान करे।
इस कार्यक्रम के दोरान अभिभावकों ने शिक्षा कोच से विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से शंकाओं का समाधान किया तथा सम्पूर्ण कार्यक्रम में अभिभावको की जिज्ञासा बनी रही। सभी अभिभावको ने शिक्षा पद्धति में एक्सीड कार्यक्रम का स्वागत किया। इस अवसर पर एमएचडी एजूकेशन सोसाइटी के उपप्रधान गिरधारी बिस्सू, कोषाध्यक्ष मंदर सिंह और सचिव ओमप्रकाश सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
छायाचित्र: जानकारी देती एक्सीड टीम की एजूकेशन कोच रूचि मिगलानी
इस मीटिंग मे एक्सीड टीम की एजूकेशन कोच रूचि ने एक्सीड कार्यक्रम के मिशन और इसे पाठयक्रम में लागू करने की आवश्यकता का विवरण देते हुए बताया कि एक्सीड कार्यक्रम के तहत बच्चों को अच्छा लरनर बनाना है। यानि के विभिन्न गतिविधियां करते हुए बच्चा बहुत कुछ सीखे और बिना किसी झिझक व बोझ के बच्चा बार बार अभ्यास द्वारा अध्ययन करे। उन्होने यह भी बताया कि इस कार्यकम में अध्यापक छात्र और अभिभावक तीनों को प्रशिक्षित करना है ताकि अध्यापक और बच्चे पाठयोजना व अभ्यास द्वारा अच्छा सीखाएं व सीखें तथा गतिविधियों के माध्यम से बच्चों की भाषा का विकास हो व बच्चों की भाषा की समस्या दूर हो। एक्सीड कक्षा में बच्चो को ब्लैक बोर्ड से कापी करना नही सिखाया जाता बल्कि बच्चों को प्रायोगिक विधि द्वारा पढाना और सिखाना सुगम होता है और वे इसमें पूर्णतया रूचि से अध्ययन करते हैै। अध्यापको को पाठ योजना के दौरान एसैसमेंट करना भी अनिवार्य बिन्दू है। एक्सीड कार्यक्रम के द्वारा बच्चों में आत्म निर्भरता, आत्मविश्वास व स्वयंचिन्तन की भावना का निमार्ण करना हैं और इस हेतु समय समय पर अध्यापको को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्योकि बच्चों में रचनात्मक व सृजनात्मक क्रिया कलापों का विकास करना ही इस एकसीड कार्यक्रम का उदेश्य है। बच्चों में अदान प्रदान, सहयोग और योगदान की भावना को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के कार्यकलापों का अध्यापक और अभिभावक समय समय पर निरीक्षण करे। अभिभावकों से चर्चा करते हुए रूचि ने बताया कि अपने बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से न करे यह जाने की उनका बच्चा श्रेष्ट है। बच्चे को स्वयं अनुभव करने दें व प्रयोग और क्रियात्मकता पर बल दे। बच्चे को रोकें टोकें नही बल्कि सही और गलत का निरीक्षण करे। अभिभावक बच्चे को समय दे और उनके साथ बैठकर अलग अलग विषयो पर चर्चा करे। बच्चों को अभिभावक अच्छी अच्छी किताबे पढने को दे तथा स्वयं भी उनके साथ बैठकर किताब पढे और अपने व बच्चों के विचारों का आदन प्रदान करे।
इस कार्यक्रम के दोरान अभिभावकों ने शिक्षा कोच से विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से शंकाओं का समाधान किया तथा सम्पूर्ण कार्यक्रम में अभिभावको की जिज्ञासा बनी रही। सभी अभिभावको ने शिक्षा पद्धति में एक्सीड कार्यक्रम का स्वागत किया। इस अवसर पर एमएचडी एजूकेशन सोसाइटी के उपप्रधान गिरधारी बिस्सू, कोषाध्यक्ष मंदर सिंह और सचिव ओमप्रकाश सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।
छायाचित्र: जानकारी देती एक्सीड टीम की एजूकेशन कोच रूचि मिगलानी
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