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12 February 2014

मोदी ने अपने सांसदों को बताया जीत का नमो मंत्र

मोदी ने सिखाए गुर

मोदी ने सिखाए गुर

नरेंद्र मोदी और भाजपा के सांसदों के लिए मंगलवार का डिनर काफी खास रहा। लजीज भोजन और तरह-तरह के जायके का लुत्फ तो लिया गया, लेकिन साथ ही असल राजनीति पर चर्चा हुई।


इस अवसर पर मोदी ने जितना ध्यान व्यंजनों पर दिया, उससे कहीं ज्यादा गौर इस बात पर किया कि सियासत की ऐसी कोई टिप्स बतानी न रह जाए, जो चुनावों से पहले भाजपा सांसदों के जहन में कैद कराना जरूरी है।


सो, भाजपा के पीएम पद के दावेदार ने बिना कोई वक्‍त गंवाए सीधा मुद्दे पर आना मुनासिब समझा। उन्होंने अपने सांसदों को आम चुनावों के लिए अपने-अपने चुनाव क्षेत्र में उतरकर प्रचार करने से पहले कुछ ऐसे निर्देश दिए, जो उन्हें कांग्रेस के खिलाफ अमल में लाने हैं। मोदी ने अपने सांसदों और दूसरे नेताओं को जो गुर सिखाए, वो खुद उनके लिए बेहद जरूरी हैं। आइए इन पर नजर डालें।
 
आडवाणी की जगह मोदी ने दिया डिनर

आडवाणी की जगह मोदी ने दिया डिनर

इस डिनर में यह साफ दिखा कि नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि चुनावों में उनका और राहुल गांधी का सीधा मुकाबला हो। उन्होंने व्यावहारिक टिप्सी दीं और पार्टी सांसदों से कहा कि प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस मई में होने वाले लोकसभा चुनावों में सीट दर सीट की कोशिश करेगी, लेकिन भाजपा को इस लड़ाई को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाना है।


दिलचस्प है कि लोकसभा के पांच साल के कार्यकाल के अंतिम दिनों में आयोजित हुई इस डिनर पार्टी में भाजपा में आया बड़ा बदलाव भी दिखा। पहले पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्‍ण आडवाणी राजनीतिक रणनीति के गुर सिखाने के लिए सांसदों को भोज दिया करते थे। लेकिन अब मोदी हैं।


मोदी चुनाव प्रचार के लिए देश भर में घूम रहे हैं। उन्होंने जोर दिया कि भाजपा को केवल कांग्रेस नहीं, बल्कि कई राज्यों में उसके सहयोगी दलों पर भी हमला बोलना होगा। उन्होंने कहा कि यूपीए के घटक दल, कांग्रेस के सामने खड़ी सत्ता विरोधी लहर से बचना चाहते हैं।
 
इन अभियानों पर रहेगा भाजपा का जोर

इन अभियानों पर रहेगा भाजपा का जोर

नरेंद्र मोदी ने अपने मेहमानों से कहा कि जिन उम्मीदवारों को पार्टी चुने, उनकी विश्वसनीयता बेदाग और जीत की गारंटी होनी चाहिए। उनके मेहमानों में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, लालकृष्‍ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और लोकसभा के सभी भाजपा सांसद शामिल थे।


सोशल मीडिया का जोरदार इस्तेमाल करने वाले मोदी ने कहा कि ऐसे टूल इलेक्‍शन इंजीनियरिंग के लिहाज से अहम हो सकते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है।


उन्होंने सांसदों से पार्टी के दो अभियानों को आगे से आगे बढ़ाने की कोशिश करने को कहा। इनमें 'वन नोट, वन वोट' और 'चाय पे चर्चा' कैम्पेन शामिल हैं।
 
चुनावी सर्वे में बढ़त से पार्टी उत्साहित

चुनावी सर्वे में बढ़त से पार्टी उत्साहित

हाल में आए ज्यादातर चुनावी सर्वे में मोदी की अगुवाई वाली भाजपा को आगामी चुनावों में बढ़त मिलती दिखाई गई है। मोदी ने एक चुनावी रैली में कहा भी था कि राष्ट्रीय चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।


नरेंद्र मोदी ने यह डिनर पार्टी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में दी। पार्टी के लोकसभा में 117 सांसद हैं, जबकि राज्यसभा में उसकी नुमाइंदगी करने वाले सांसदों की तादाद 47 है।


भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार ने पार्टी सांसदों से मिशन 272 प्लस को पाने के लिए मैदान में उतरने को कहा है। प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित होने के बाद पहली बार पार्टी सांसदों से रूबरू हुए मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार और कांग्रेस के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का लाभ उठाना होगा। मोदी ने सांसदों को चुनावी जंग लड़ने की टिप्स दी।
 
मोदी के बाद अरुण जेटली ने दिया चुनावी ज्ञान

मोदी के बाद अरुण जेटली ने दिया चुनावी ज्ञान

मोदी के साथ सांसदों की मुलाकात के लिए पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को रात्रिभोज का आयोजन किया गया। इससे पहले सांसदों के साथ बैठक में मोदी ने लोकसभा की सियासी जंग के लिए कमर कसने को कहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से लेकर लगभग सभी वरिष्ठ सांसदों ने बैठक में शिरकत की। माना जा रहा है कि भाजपा लगभग सभी सांसदों को दोबारा चुनाव मैदान में उतार सकती है, अलबत्ता कुछ के संसदीय क्षेत्र बदले जा सकते हैं।


इसलिए बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने सांसदों से लोकसभा सत्र के बाद अपने-अपने क्षेत्रों में चुनाव की तैयारी में जुट जाने को कहा। सांसदों से सांसद निधि का पूरा पैसा खर्च करने के लिए भी सभी कदम उठाने की सलाह दी गई। संसद का यह सत्र 21 फरवरी को समाप्त हो रहा है।


इसके बाद सांसद अपने-अपने क्षेत्रों में चुनावी बिगुल बजा देंगे। बैठक में पार्टी के सभी राज्यसभा सांसद भी बुलाए गए थे, उन्हें भी चुनाव के लिए सक्रिय हो जाने को कहा गया। बैठक में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह, लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज व राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने भी सांसदों को चुनाव लड़ने की टिप्स दी।

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