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07 February 2017

बीएड व डीएड की छात्राध्यापिकाओं का इंट्रोडक्टरी थ्री डेज स्काउट एंड गाइडस कैंप शुरू

जिला संगठन आयुक्त कमलजीत शर्मा ने बताया कि सन 1913 में प. श्रीराम वाजपेयी ने शाहजहांपुर में भारतीय बच्चों के लिये स्काउटों का स्वतंत्र दल खोला तथा 1916 में पूना में लड़कियों को पहली बार गर्ल स्काउट बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ 

ओढ़ां


माता हरकी देवी महिला शिक्षण महाविद्यालय ओढ़ां में हरियाणा स्टेट भारत स्काउटस एंड गाइडस सिरसा की टीम द्वारा जिला संगठन आयुक्त कमलजीत शर्मा के निर्देशन में बीएड व डीएड की छात्राध्यापिकाओं के इंट्रोडक्टरी थ्री डेज स्काउट एंड गाइडस कैंप का शुभारंभ मंगलवार को हुआ जिसमें महाविद्यालय की 160 छात्राध्यापिकाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर डीएड प्राचार्य डॉ. सुभाषचंद्र ने टीम का स्वागत करते हुए कहा कि स्काउटस एंड गाइडस संगठन विद्यार्थियों को आदर्श नागरिक बनाने की पाठशाला है जिसके माध्यम से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है।
जिला संगठन आयुक्त कमलजीत शर्मा ने बताया कि लॉर्ड बेडेन पावेल ने सन 1907 में मात्र 20 बच्चों के साथ बाउन सी नामक टापू पर प्रथम शिविर लगाया था। इसकी सफलता से प्रेरित होकर उन्होंने इस दिशा में और अधिक उत्साह से काम करना शुरू किया। भारत में 1910 में स्काउटिंग आरंभ होने पर इसमें केवल अंग्रेज और एंग्लो इंडियन बच्चों को ही प्रवेश दिया जाता था। सन 1913 में प. श्रीराम वाजपेयी ने शाहजहांपुर में भारतीय बच्चों के लिये स्काउटों का स्वतंत्र दल खोला तथा 1916 में पूना में लड़कियों को पहली बार गर्ल स्काउट बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तथा धीरे धीरे यह समस्त विश्व में फैल गया। उन्होंने बताया कि राष्ट्र के निर्माण में स्काउटस एंड गाइडस का महत्वपूर्ण योगदान होता है। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ साथ नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। इस मौके पर डीएड और बीएड की समस्त छात्राध्यापिकाओं सहित समस्त स्टाफ सदस्य मौजूद थे।

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