Loading

07 February 2017

ईश्वर है सबसे बड़ा यज्ञकर्ता : डॉ. प्रमोद
सिरसा। आर्य समाज मंदिर में यजुर्वेद पारायण यज्ञ के दूसरे दिन डॉ. अमित नारंग, सुरजाराम नेहरा व गुरमेल ङ्क्षसह नेहरा ने सपत्नीक यजमान की भूमिका में पहुंचकर यज्ञ में आहूतियां डाली।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आर्य समाज के प्रधान यशवीर आर्य ने की। यह जानकारी देते हुए मंत्री भीषम शास्त्री ने बताया कि गुरुकुल आर्य नगर हिसार के ब्रह्मचारियों ने वेद पाठ करके यजुर्वेद यज्ञ का शुभारंभ किया तथा सभी विद्वानों ने मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ में आहूतियां डाली। विश्व कल्याण की कामना के साथ किए जा रहे इस यज्ञ में पूर्व चेयरमैन अशोक वर्मा, अजय बांगा, हरीश शर्मा, भूप सिंह गहलोत, ओमप्रकाश आर्य, रामदेव शास्त्री सहित अनेक गणमान्य लोगों ने शिरकत की। कार्यक्रम के दूसरे दिन हिसार से आए डॉ. प्रमोद कुमार व अमर सिंह सनेही ने यज्ञ के महत्व पर प्रकाश डाला तथा भजनों के माध्यम से सदाचारी जीवन को लेकर प्रेरित किया। डॉ. प्रमोद ने कहा कि ईश्वर से बड़ा यज्ञकर्ता कोई नहीं है। ईश्वर ने संसार रुपी यज्ञ करके पूरी मानवता को बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मनुष्य को नेत्र, जीभ, नासिका जैसे अंग देकर संसार को समझने का साधन दिया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को यज्ञ करना चाहिए और यज्ञ में शामिल होना चाहिए। पूर्व चेयरमैन अशोक वर्मा ने अतिथि विद्वानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आर्य समाज के 125वें उत्सव में 10 से 12 फरवरी तक अधिक से अधिक संख्या में लोग शामिल हों ताकि इस उत्सव के माध्यम से जीवन को सार्थक बनाने का संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच सके। दूसरे दिन के समापन अवसर पर यज्ञ के यजमानों को आर्य साहित्य व ऋषि दयानंद के चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया।

No comments:

Post a Comment