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14 February 2017

विशेष बच्चों की दो दिवसीय जिला स्तरीय सांस्कृतिक, क्रीड़ा एवं कला प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन

जिला के सातों ब्लॉक सिरसा, रानियां, नाथूसरी चौपटा, ऐलनाबाद, ओढ़ां, बड़ागुढा तथा डबवाली के लगभग 250 खिलाडी भाग ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में 50 मीटर दौड़ (लड़के व लड़कियां), 100 मीटर दौड़ (लड़के व लड़कियां), लॉग जंप (लड़के), शॉट पुट (लड़के), कला व क्राफ्ट प्रतियोगिता, मिट्टी के मॉडलिंग बनाना, पोस्टर बनाना, चित्रकारी प्रतियोगिता, सोलो डांस (लड़के व लड़कियां), भाषण प्रतियोगिता, ग्रुप डांस आदि का आयोजन भी किया जा रहा है।

सिरसा, 14 फरवरी। समावेशित शिक्षा परियोजना के तहत कक्षा छठी से 12वीं तक के विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की दो दिवसीय जिला स्तरीय सांस्कृतिक, क्रीड़ा एवं कला प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन स्थानीय शहीद भगत सिहं स्टेडियम में किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त एवं अध्यक्ष सर्व शिक्षा अभियान श्री अजय सिंह तोमर थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला शिक्षा अधिकारी डा. यज्ञदत्त वर्मा ने की। इस प्रतियोगिता में जिला के सातों ब्लॉक सिरसा, रानियां, नाथूसरी चौपटा, ऐलनाबाद, ओढ़ां, बड़ागुढा तथा डबवाली के लगभग 250 खिलाडिय़ों ने भाग ले रहे हैं। इस प्रतियोगिता में 50 मीटर दौड़ (लड़के व लड़कियां), 100 मीटर दौड़ (लड़के व लड़कियां), लॉग जंप (लड़के), शॉट पुट (लड़के), कला व क्राफ्ट प्रतियोगिता, मिट्टी के मॉडलिंग बनाना, पोस्टर बनाना, चित्रकारी प्रतियोगिता, सोलो डांस (लड़के व लड़कियां), भाषण प्रतियोगिता, ग्रुप डांस आदि का भी आयोजिन किया जा रहा है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त श्री अजय सिंह तोमर ने संबोधित करते हुए कहा कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की इस प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जा रहा है।
इस जिला स्तरीय प्रतिस्पर्धा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सोनीपत में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे इन बच्चों में विशेष गुण हैं। ये बच्चे भी अन्य बच्चों की अपेक्षा किसी क्षेत्र में कम नहंी है। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि इन बच्चों में प्रतिभा की जरुरत है। इनकी प्रतिभा को निखारने की आवश्यकता है। हमें ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि ये बच्चे हमारे पर बोझ है। यही बच्चे आगे चल कर ख्याति प्राप्त करेंगे तथा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। 
उन्होंने कहा कि प्रदेश में नई खेल नीति के तहत, ओलंपिक्स और परालिम्पिक्स खेलों में स्वर्ण पदक लाने वाले खिलाडिय़ों को छह करोड़ रुपये की नकद पुरस्कार राशि दी जाएगी, पहले उन्हें पुरस्कार स्वरूप पांच करोड़ रुपये दिए जाते थे। इसी तरह, रजत पदक लाने वाले को एक करोड़ रुपये ज़्यादा मिलेंगे, जबकि कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 50 लाख रुपये ज्यादा दिए जाएंगे। वहीं एशियाड और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों की पुरस्कार राशि को भी बढ़ा दिया गया है। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता को अब दो की जगह तीन करोड़ रुपये मिलेंगे जबकि राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने पर 50 लाख रुपये ज्यादा मिलेंगे। ये नकद पुरस्कार राशि सिर्फ हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडिय़ों को मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरियाणा ने खिलाडिय़ों के लिए पेंशन का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अर्जुन, ध्यानचंद और राजीव गांधी खेल रत्न जैसे पुरस्कारों से सम्मानित होने वाले खिलाडिय़ों को हरियाणा सरकार पेंशन देगी।
यह सहायता केंद्र सरकार कि तरफ से मिलने वाली राशि के अतिरिक्त होगी। इसके अतिरिक्त अंतरराष्ट्रीय स्तर कि खेल प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को सरकार नौकरी का अधिकार देगी। इस संबंध में सरकार कि मौजूदा नीति को ओर पारदर्शी एवं जवाबदेह बनाया जाएगा, ताकि किसी को शिकायत का मौका न मिले। प्रदेश की नई खेल नीति के तहत, खिलाडिय़ों के कोच को भी सम्मानित करने का प्रावधान किया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी डा. यज्ञदत्त वर्मा ने अतिरिक्त उपायुक्त का स्वागत करते हुए कहा कि समाज में इन बच्चों को अलग से देखते हैं लेकिन कला किसी अंग की मोहताज नहीं होती, ये बच्चे आम बच्चों की तरह ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों व खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेते हैं। जरुरत है इन बच्चों का होंसला बढ़ाने का। उन्होंने कहा कि इन बच्चों में वे सभी गुण हैं जो आम बच्चों में होते हैं। उन्होंने इन स्कूलों के बच्चों के अध्यापकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन बच्चों को आगे लाने के लिए जो अध्यापकों ने प्रयत्न किया है वे अध्यापक बधाई के पात्र हैं और ये बच्चे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भी जलवा बिखेरेंगे। 
इस अवसर पर 100 मीटर की दौड़ का आयोजन किया गया जिसमें महावीर जैन स्कूल डबवाली के छात्र जयवीर ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बड़ागुढा के सिमरजोत ने दूसरा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दड़बाकलां के ललित कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। अतिरिक्त उपायुक्त ने विजेता प्रतिभागीयों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। 
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी श्री देवेंद्र कुंड्डु ने सभी का स्वागत किया और कहा कि इन प्रतियोगिताओं में पूर्ण रुप से पारदर्शिता बरती जाएगी और सभी बच्चे खेल की भावना से खेलेंगे। इस मौके पर हेलन केलर विद्यालय के बच्चों ने स्वागत गीत, दिशा संस्था के बच्चों ने भंगड़ा, आर.के.जी. संस्था के बच्चों ने हरिणावी नृत्य, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के छात्र बबलूू ने बिना हाथों के लाठी चलाने का प्रदर्शन तथा प्रयास संस्थान द्वारा एक्शन सांग प्रस्तुत किया गया। 
इस अवसर पर जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी श्री कृष्ण कुमार बेनीवाल, सहायक परियोजना अधिकारी श्री अमित देवगण, प्राचार्य श्री कुलवंत सिंह, डीपी श्री अनिल कुमार सहित बच्चों के अभिभावक व अध्यापक उपस्थित थे।

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