सिरसा
स्थानीय सी.एम.के. कालेज में एन.एस.एस. शिविर के दौरान समाजसेवी संस्था परिवर्तन वैल्फेयर सोसायटी की ओर से कन्या बचाओ विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में जे.सी.डी. विद्यापीठ की महा निदेशिक डा. शमीम शर्मा मुख्यातिथि थीं और वरिष्ठ पत्रकार सुशील मानव ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सबसे पहले संस्था की प्रधान शिल्पा वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया और बताया कि परिवर्तन वैल्फेयर सोसायटी सामाजिक सरोकारों से जुड़े विभिन्न विषयों पर सैमीनार, गोष्ठी आदि आयोजित करती रहती है। इस संस्था द्वारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए विशाल अभियान चलाया हुआ है। मुख्यातिथि डा. शमीम शर्मा ने कहा कि जिन लड़कों को दुआएं और मन्नतें मांग-मांग कर हासिल किया जाता है उसी पुरुष समाज से लड़कियों को सबसे ज्यादा खतरा है। उन्होंने कहा कि जब तक पूरे समाज की सोच नहीं बदलती तब तक कन्या बचाओ अभियान अपने अर्थ नहीं देगा। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से शॢतया लड़का होने की दवाई, गुरुमंत्र, टोणे टोटके प्रचलित हैं, लेकिन लड़की होने के लिए कुछ भी उपलब्ध नहीं है। डा. शमीम ने संस्था के प्रयासों को सराहते हुए कहा कि इसी प्रकार प्रभावशाली कदम बढ़ाए जाने से समाज में जागृति आ सकती है। वरिष्ठ पत्रकार सुशील मानव ने कहा कि कन्या समाज को समाज की मुख्यधारा से अलग करके देखना अन्यायपूर्ण है। क्योंकि कन्या के बिना समाज का पूरा खाका नहीं खींचा जा सकता। उन्होंने कहा कि आज पूरे समाज को एकजुट होकर तमाम भ्रांतियों को दूर करने की जरुरत है, जिनमें यह कहा जाता है कि लड़का ही वंश चला सकता है और लड़कियां कहीं कमजोर होती है। इस तरह की भ्रामक बातों से समाज को ऊपर उठाना होगा। इस अवसर पर संस्था के महानिदेशक मनोहर सचदेवा, जोङ्क्षगद्र ङ्क्षसह, प्रीतपाल ङ्क्षसह, चेतना अरोड़ा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में छात्राओं के बीच कन्या भू्रण हत्या महापाप है विषय पर भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। जिसमें अंजू व साधना ने संचालक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में शिल्पा वर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
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