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07 February 2011

प्रगणकों को संबंधित तथ्यों की सही-सही जानकारी दे

 सिरसा
                 कोई भी व्यक्ति जनगणना से संबंधित तथ्यों की जानकारी सूचना प्राप्ति के अधिकार के तहत नहीं मांग सकता, इसलिए आमजन को चाहिए कि वे जनगणना के लिए घर द्वार पर आए प्रगणकों को संबंधित तथ्यों की सही-सही जानकारी दे।
    यह बात अतिरिक्त उपायुक्त एवं प्रिंसीपल जनगणना अधिकारी श्रीमती पंकज चौधरी ने आज स्थानीय पंचायत भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि जिला में जनगणना के दूसरे चरण का कार्य आगामी 9 फरवरी से 28 फरवरी तक चलाया जाएगा। 28 फरवरी की रात्रि को प्रगणक विभिन्न जगहों पर जाकर बेघर लोगों की गणना करेंगे। इसके बाद 1 मार्च से 5 मार्च तक रिवीजनल राउंड होगा जिसमें 9 फरवरी से 28 फरवरी तक किसी की मृत्यु या जन्म के कारण हुए बदलाव को दर्ज किया जाएगा।
    उन्होंने बताया कि जनगणना के दूसरे दौर को समुचित तौर से संपन्न करने के लिए जिला को कुल 2138 खंडों में बांटा गया है जिनमें 3271 प्रगणक और सुपरवाईजर की ड्यूटी लगाई गई है। इन सभी सुपरवाईजर और प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। ये सभी प्रगणक घर-घर जाकर निर्धारित प्रोफार्मा में जानकारी दर्ज करेंगे। इस प्रोफार्मा में 29 कॉलम दिए गए है। इन सभी कॉलम की जानकारी प्रगणकों द्वारा पुर्णतया गोपनीय रखी जाएगी। यहां तक की जनगणना के दौरान दर्ज की गई जानकारी को किसी भी न्यायालय में साक्ष्य के रुप में प्रस्तुत नहीं किया जा सकता।
    श्रीमती चौधरी ने बताया कि जनगणना से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा विकासकारी और जनकल्याणकारी योजनाएं तैयार की जाती है। इस वर्ष होने वाली जनगणना आजाद भारत की सातवीं जनगणना है। जनगणना के इन आंकड़ों से यह भी पता चल पाएगा कि विकास के मामले में देश कहा खड़ा है। उन्होंने बताया कि जनगणना से प्राप्त आंकड़ों का प्रयोग आम आदमी और देश के हित के लिए है। उन्होंने कहा कि आगामी 9 फरवरी का दिन जनगणना दिवस के रुप में मनाया जाएगा। उन्होंने परिवार अनुसूची प्रोफार्मा में दिए गए कुल 29 प्रश्रों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनमें व्यक्ति का नाम, मुखिया से संबंध, लिंग, जन्मतिथि, वर्तमान वैवाहिक स्थिति, विवाह के समय आयु, धर्म, जाति, विकलांगता, मातृभाषा, अन्य भाषाओं का ज्ञान, साक्षरता की स्थिति, शिक्षा ग्रहण की स्थिति, प्राप्त शिक्षा का स्तर, कार्य से संबंधित, जन्मस्थान, पुनर्वास स्थान, स्थान परिवर्तन का कारण, स्थान परिवर्तन के बाद निवास की अवधि व अन्य प्रश है।
    उन्होंने एक प्रश्र का जवाब देते हुए कहा कि जिन अध्यापकों की ड्यूटी जनगणना कार्यों में लगी है वे स्कूल छुट्टी के समय से दो घंटे पूर्व स्कूल छोड़कर जनगणना का कार्य करेंगे। इसी प्रकार से जिन अध्यापकों की ट्रेनिंग में ड्यूटी लगी है वे भी दो घंटे पूर्व जनगणना का कार्य देखेंगे। उन्होंने बताया कि जनगणना के कार्य को सुचारु रुप से संपन्न करने के लिए जिला में 9 चार्ज व एयरफोर्स स्टेशन,सिरसा को स्पैशल चार्ज बनाया गया है। इस अवसर पर डबवाली के उपमंडल अधिकारी ना0 श्री मुनीश नागपाल, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी अमीचंद सिहाग, जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुभाष जसूजा व जनगणना अधिकारी सुनील ग्राट उपस्थित थे।

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