सिरसा, 13 फरवरी : योग माया के माध्यम से पाखंडी किस्म के लोग साधू के वेश को बदनाम कर रहे हैं, जबकि इस योग साधना का उपयोग जीवन को सुखमय और विज्ञानपरक बनाया जा सकता है। विख्यात जादूगर सम्राट एस. आनंद ने अपने शो के दौरान योग माया की प्रस्तुति के दौरान यह संदेश दिया। उन्होंने कहा कि योग पूरी तरह विज्ञान है और इसे चमत्कार अथवा किसी अन्य प्रकार का भ्रमित नाम देकर लोगों को गुमराह करना अपराध है। उन्होंने शो में उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अंधविश्वासों से दूर रहें तथा जादू को मात्र कला, सम्मोहन व हाथ की सफाई मानते हुए इसके अर्थ समझने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि वे अब तक 3500 से अधिक शो कर चुके हैं और हरके शो में लोगों को जल सरंक्षण करने, नशों से दूर रहने और सामाजिक बुराईयों को नष्ट करने के लिए प्रेरित करते हैं। सुप्रीम वैल्फेयर सोसायटी की ओर से किए जा रहे इन प्रयासों में उन्हें लगातार सफलता मिल रही है तथा इनसे उत्साहित होकर अब सोसायटी ने स्वस्थ समाज का सपना देखा है। उन्होंने कहा कि सोसायटी की ओर से अप्रैल के प्रथम सप्ताह में प्राकृतिक चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा, जिसमें जम्मू कश्मीर के विशेषज्ञ अपनी सेवाएं देंगे। समारोह में सोसायटी के प्रधान सीताराम, सचिव जगबीर चोपड़ा, प्रवक्ता दीपक बिजराणियां, रमेश साहुवाला, अमर साहुवाला सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फोटो: जादूई प्रस्तुति के बाद राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते कलाकार।
फोटो: जादूई प्रस्तुति के बाद राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देते कलाकार।
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