संकीर्तन व संत समाज के लिए लगा विशाल भंडारा
सिरसा, 08 मार्च। श्रीश्री 108 स्वामी श्री चिद्ïम्बरानंद सरस्वती (बड़े गुरुजी) की पावन स्मृति में आंवला एकादशी के अवसर पर हरिद्वार स्थित हरिपुर कलां में श्री चिन्मय कुटि भण्डारा समिति रजि. की ओर से कई आयोजन करवाए गए। हरिद्वार में सर्वप्रथम स्वामी जी के समाधि स्थल पर भक्तों ने पूजा-अर्चना की। आयोजन में राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। हरिपुर कलां में श्री चिन्मय कुटि भण्डारा समिति की ओर से विशाल भंडारा लगाया गया। हरिद्वार के संत समाज ने बड़ी संख्या में इस कार्यक्रम में भाग लेकर भंडारे की शोभा बढ़ाई। श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम में पहुंचे संतों का सम्मान किया। साथ ही उन्हें भंडारे का प्रसाद ग्रहण करवाया। इस अवसर पर भजन कीर्तन भी हुए जिसमें ईश्वर की स्तुति श्रद्धालुओं ने मंत्रमुग्ध करने वाले भजनों के द्वारा की। इस मौके पर भंडारा समिति के संरक्षक केके बंसल एवं प्रधान सुरेश सतनालीवाला ने भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी श्री चिद्म्बरानन्द जी सरस्वती एवं गुरूजी श्री चिन्मयानन्द जी सरस्वती द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि गुरु का दर्जा सबसे ऊपर है। गुरु ही मार्ग दिखाते हैं। उन्होंने अध्यात्म और भगवत चिंतन को वर्तमान में जरूरी बताया। साथ ही श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि कलयुग में भंडारे इत्यादि का समय-समय पर आयोजन किया जाना चाहिए। इससे भंडारों के आयोजन करने वालों और प्रसाद ग्रहण करने वालों का कल्याण होता है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं का आह्वान किया कि वे सदैव सामाजिक, आध्यात्मिक और धार्मिक कार्यों में अग्रसर होकर कार्य करें। विशेष रूप से निस्वार्थ भाव से भंडारों का आयोजन करें। श्री चिन्मयकुटि भंडारा समिति द्वारा विभिन्न स्थानों पर भंडारों का आयोजन किया जाता है। साथ ही विभिन्न सामाजिक कार्यों का सम्पादन भी समिति कर रही है। इस मौके पर राधेश्याम दाधीच, हरीश गोयल, शैली गोयल, हिमांशु दाधीच, महेश फुटेला, अतुल तिवाड़ी, रवि फुटेला, नरेन्द्र मेहता, अरूण सरावगी, कान्हा गोयल सहित विभिन्न राज्यों से पहुंचे भक्तजन मौजूद थे।
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