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24 March 2017

बेटी पैदा नहीं होती बल्कि अवतारित होती है - प्रो. गणेशीलाल

सिरसा, 24 मार्च।  विचारों की असीम प्रकाष्ठा से पदार्थ का निर्माण होता है और पदार्थ से ऊर्जा का निर्माण होता है तथा इसी ऊर्जा से सृष्टि का निर्माण होता है। मानव जीवन की उत्पत्ति का आधार पुरुष व स्त्री न होकर आत्मा है। बेटी बचाने का नहीं बल्कि बेटी पूजन का समय है और बेटी पैदा नहीं होती बल्कि अवतारित होती है। 
यह विचार हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री व भाजपा अनुशासन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. गणेशीलाल ने चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय के सभागार में हरियाणा कला परिषद द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 22 दिवसीय मातृशक्ति महोत्सव 2017 कार्यक्रम के दौरान बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि यदि हम इतिहास के पन्नों की तरफ नजर डालेंगे तो पाएंगे कि प्रत्येक व्यक्ति की सफलता के पीछे उसकी माता का अहम योगदान होता है। अनेक विचारकों ने भी मातृशक्ति, महिला शक्ति व महिला त्याग संबंधित उद्गार अपनी लेखनी के माध्यम सें किये हैं। 
इस अवसर पर हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की अध्यक्षा श्रीमती सुनीता दुग्गल ने कहा कि केंद्र व हरियाणा सरकार की बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ की महत्वाकांक्षी योजना की बदौलत प्रदेश के लिंगानुपात की स्थिति में काफी सुधार हुआ है और यदि सिरसा की बात की जाए तो यह जिला भी इस मामले में प्रदेश भर में अग्रणिय है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी प्रतिभा के अनुसार कार्य करके समाज के लिए रोलमॉडल बनें और भारतीय संस्कृति का प्रचार व प्रसार करें। उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति विश्व की सर्वश्रेष्ठ संस्कृतियों में से एक है।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि के  रुप में बोलते हुए चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति प्रो. विजय कायत ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से युवा शक्ति को दिशा व दशा मिलती है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कृषि, बरतन बनाने व भोजन बनाने से लेकर वस्त्र बनाने का श्रेय नारी को जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा, धर्म, न्याय जैसे मूल्यों की वजह से ही भारत को विश्वगुरु की संज्ञा दी गई है। 
इस अवसर पर हरियाणा कला परिषद के निदेशक श्री अजय सिंगल ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करवाने का मुख्य उद्देश्य स्थानीय कलाकारों की प्रतिभा को निखारना है और युवाओं में अच्छे संस्कार पैदा करने है। उन्होंने कहा कि कला परिवर्तन का सशक्त माध्यम है और कला के माध्यम से ही विचारों की अभिव्यक्ति होती है और सशक्त समाज का निर्माण होता है। 
इस अवसर पर मंच का संचालन श्री उमाशंकर व विश्वविद्यालय की छात्रा अंशु तथा भावना ने किया और मेहमानों को स्वागत युवा कल्याण निदेशक डा. काशिफ किदवई द्वारा किया गया और धन्यवाद ऑर्ट फैक्ट्री सिरसा के विरेंद्र पाहवल द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि व अन्य मेहमानों को स्मृति चिह्न भी प्रदान किये गए। स्थानीय कलाकारों द्वारा पेश किये गए रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से बड़े ही बेहतरीन ढंग से महिला शक्ति व सामाजिक चेतना के बारे में प्रस्तुति दी गई और देश भक्ति से ओतप्रोत इस कार्यक्रम ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। 
इस मौके पर रजिस्ट्रार सीडीएलयू डा. आसीम मिगलानी, डीन अकेडमिक दीप्ति धर्माणी, डा. अमित सांगवान, डा. सुरेंद्र, श्री राजेश छिकारा, युवा भाजपा नेता श्री मनीष सिंगला, प्रदेश सचिव भाजपा युवा मोर्चा श्री विनोद स्वामी, श्री राजेश शर्मा, श्री विरेंद्र तिन्ना, श्री सुरेश पंवार, श्री सतेंद्र गर्ग, श्री तरुण गुलाटी, वार्ड न. 5 से पार्षद श्रीमती सुमन शर्मा, पारुल ढाका, श्री संजीव शाद, जिला परिषद सदस्य श्री नक्षत्र सिंह, श्री मुकेश कुमार, चेयरमेन नगर परिषद श्रीमती शीला सहगल, श्रीमती अंजुबाला, श्री हरप्रीत शर्मा सहित विश्वविद्यालय की छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

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