सिरसा। नगरपरिषद में विपक्षी दलों के पार्षदों ने शुक्रवार को नगरपरिषद के उपाध्यक्ष रणधीर सिंह के नेतृत्व में बैठक की और नगरपरिषद की चेयरपर्सन शीला सहगल व सत्तापक्ष से जुड़े अन्य पार्षदों द्वारा जनकल्याण कार्यों से दूर रहने पर चिंता प्रकट करते हुए इसकी कठोर आलोचना की।
नगरपरिषद के उपाध्यक्ष रणधीर सिंह ने इस अवसर पर वार्ड नंबर 7 के पार्षद मनोज मकानी, वार्ड 21 के पार्षद रोहताश वर्मा, वार्ड 23 के पार्षद राजेश गुर्जर, वार्ड 19 की पार्षद नीतू सोनी, पार्षद प्रतिनिधि अमित सोनी, वार्ड 18 की पार्षद रेणूबाला, पार्षद प्रतिनिधि भूषण बरोड़, वार्ड 22 की पार्षद बलजीत कौर आदि से मंत्रणा करते हुए चिंता प्रकट की कि स्वयं को जनता की सबसे बड़ी हितैषी कहने वाली भाजपा निरंतर परिषद की बैठक करवाने से कतरा रही है जो लोकतांत्रिक व्यवस्था और शहर के विकास के लिए किसी भी तरह से ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि बार-बार नगरपरिषद में समूचे हाउस की बैठक न होने के लिए तरह तरह से सरकारी अवकाश और कभी नगरपरिषद के कार्यकारी अधिकारी के मौके पर न होने की बातें कहकर बैठक को टाला जा रहा है जिससे शहर में विकास कार्यों में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि यदि आगामी 21 फरवरी तक हाउस की बैठक न हुई और एजेंडा पारित न किया गया तो वे अन्य पार्षदों को साथ लेकर उपायुक्त से मिलेंगे और सत्तापक्ष की बेरूखी की शिकायत करेंगे। इतना ही नहीं निकाय मंत्री कविता जैन को भी पत्र लिखकर नगरपरिषद की चेयरपर्सन और सत्तापक्ष से जुड़े तमाम पार्षदों की अपने वार्डों के प्रति उदासीनता की शिकायत करेंगे। नगरपरिषद उपाध्यक्ष ने कहा कि उन्हें जनता ने चुनकर अपने अपने वार्डों के विकास के लिए चुना है मगर भाजपा पार्षद जनता के आशीर्वाद को औपचारिकता मानकर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न वार्डों के विकास के लिए नगरपरिषद सिरसा में मौजूद धन का यदि उपयोग नहीं किया गया तो मार्च के बाद आगामी सत्र के लिए विकास के लिए अन्य धन की मांग कैसे की जा सकेगी? इस दौरान नगरपरिषद में मौजूद सभी पार्षदों ने विभिन्न वार्डों से आने वाले लोगों की समस्याएं भी जानी और उन्हें नगरपरिषद प्रशासन के स्तर पर हल भी कराया। इनमें खासकर हरियाणा रिहायशी प्रमाण पत्रों की औपचारिकताओं को पूरा कराया गया।
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