सिरसा, 16 मार्च। राज्य में अस्वच्छ व्यवसाय में लगे व्यक्तियों जैसे सफाई करने वाले, चमड़ा रंगने वाले तथा खाल उतारने वाले व्यक्तियों के बच्चों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग तथा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा अंबाला, रोहतक, रेवाड़ी तथा करनाल में छात्रावास चलाए जा रहे है जिनमें रहने वाले प्रत्येक बच्चे को 700 रुपए प्रति माह की दर से छात्रवृति के स्थान पर खाना तथा एक हजार रुपए प्रतिवर्ष अनुदान दिया जाता है।
उक्त जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि छात्रावास में रहने वाले पढ़ाई में कमजोर बच्चों को गणित तथा विज्ञान पढ़ाने के लिए विभाग द्वारा अध्यापकों का प्रबंध भी किया हुआ है। जो व्यक्ति अस्वच्छ व्यवसाय में लगे हुए है उनसे अपील है कि वे अपने बच्चों को छात्रावास में दाखिला दिलवाने हेतु अंबाला, रोहतक, करनाल तथा रेवाड़ी जिला के जिला कल्याण अधिकारियों से संपर्क कर सकते है। इसके साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के बच्चों को पहली से दसवीं तक 110 रुपए प्रति माह छात्रवृति व 750 रुपए प्रति वर्ष अनुदान भी दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग के बच्चे जो छात्रावास में दाखिल नहीं हो सकते है उनके अभिभावक छात्रवृति लेने हेतु संबंधित राजकीय स्कूलों के प्राचार्यो से संपर्क कर सकते है।
उक्त जानकारी देते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि छात्रावास में रहने वाले पढ़ाई में कमजोर बच्चों को गणित तथा विज्ञान पढ़ाने के लिए विभाग द्वारा अध्यापकों का प्रबंध भी किया हुआ है। जो व्यक्ति अस्वच्छ व्यवसाय में लगे हुए है उनसे अपील है कि वे अपने बच्चों को छात्रावास में दाखिला दिलवाने हेतु अंबाला, रोहतक, करनाल तथा रेवाड़ी जिला के जिला कल्याण अधिकारियों से संपर्क कर सकते है। इसके साथ-साथ अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्ग के बच्चों को पहली से दसवीं तक 110 रुपए प्रति माह छात्रवृति व 750 रुपए प्रति वर्ष अनुदान भी दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि पिछड़ा वर्ग के बच्चे जो छात्रावास में दाखिल नहीं हो सकते है उनके अभिभावक छात्रवृति लेने हेतु संबंधित राजकीय स्कूलों के प्राचार्यो से संपर्क कर सकते है।
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