सिरसा। नगर की प्राचीन एवं प्रतिष्ठित जगदम्बे पेपर मिल को कुछ लोग जानबूझ कर बदनाम करने की साजिश रच रहे हैं। पेपर मिल की ओर से प्रतिष्ठित उद्योगपति मनमोहन गोयल ने ऐसे साजिशकर्ताओं पर कानूनी कार्रवाई करने का संकेत देते हुए कहा कि पेपर मिल पूरी तरह से सरकारी नियमों और निर्देशों का पालन करते हुए अपना काम कर रही है। उन्होंने बताया कि जगदम्बे पेपर मिल को स्थापना के समय 11 जुलाई 1980 को नगरपालिका सिरसा के प्रशासक ने पत्र क्रमांक 1008 के मार्फत नो ऑबजेक्शन सर्टिफिकेट दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जब पेपर मिल की स्थापना हुई थी तब से ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से लेकर सभी संबंधित विभागों से पर्याप्त औपचारिकताएं पूरी करने के बाद अनुमति एवं नो ओब्जेकशन सर्टिफिकेट लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि पेपर मिल के पास 20 सितंबर 2020 तक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का अनुमति प्रमाण पत्र उपलब्ध है। इतना ही नहीं आधुनिक प्रणाली के तहत प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आजकल इस मिल की हवा का ऑनलाइन मॉनिटरिंग कर रहा है अर्थात मिल से निकलने वाले धुंए की हर पल की रिपोर्ट प्रदूषण बोर्ड के पास पहुंच रही है। मनमोहन गोयल ने बताया कि पेपर मिल का एक बूंद पानी भी परिसर से बाहर नहीं जाता और पेपर मिल के कारण मिल के परिसर से बाहर तो दूर इसके अपने परिसर में भी कोई प्रदूषण नहीं होता। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ असामाजिक किस्म के तत्व मिल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इन लोगों को पेपर मिल से संबंधित किसी भी सरकारी विभाग में खामी ढूंढने की कोई जगह नहीं मिली तब वे झूठे दस्तावेजों के सहारे समाचार पत्रों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
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