5 बातों पर दो ध्यान, लगेगा रुपयों का पेड़
कितना खर्च और कितना बचाएं
कमाई का एक हिस्सा भविष्य की जरूरतों जैसे कि
बच्चों की शिक्षा, शादी, रिटायरमेंट आदि के लिए बचाना या निवेश करना भी
जरूरी है। इसलिए, बेहतर फाइनेंशियल लाइफ के लिए जरूरी है कि बजटिंग पहले और
प्राथमिकता के आधार पर कर ली जाए।
इसकी शुरुआत नए साल के पहले महीने से ही कर देनी चाहिए। दरअसल, बजटिंग का तात्पर्य आमदनी कितनी है और किस मद में कितना खर्च करना और कितना बचाना व निवेश करना है, इसकी योजना बनाने से है। बजटिंग से हमें तय सीमा में खर्च करने की आदत पड़ जाती है।
इसकी शुरुआत नए साल के पहले महीने से ही कर देनी चाहिए। दरअसल, बजटिंग का तात्पर्य आमदनी कितनी है और किस मद में कितना खर्च करना और कितना बचाना व निवेश करना है, इसकी योजना बनाने से है। बजटिंग से हमें तय सीमा में खर्च करने की आदत पड़ जाती है।
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